टेक्नोलॉजी प्रतिदिन बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है, उसी के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का विकास पिछले कुछ वर्षों में बहुत ज्यादा हुआ है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बहुत सारी नई नई मशीनें बनाई जा रही है जो इंसानों के काम को बहुत आसान करती है इसीलिए आज हम इस तकिनिक को समझेंगे और जानेंगे Artificial Intelligence (AI) क्या है?, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैसे काम करता है?, इसके फायदे और नुक्सान क्या है?
आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कितना आगे बढ़ चुका है कि केवल मशीनों को भाषा समझाकर उससे काम करवा सकते हैं। इसीलिए प्रश्न AI उठता है कि आखिर Artificial Intelligence (AI) क्या है? AI हमारे दैनिक जीवन में कैसे कार्य करता है? इसके फायदे क्या है और नुकसान क्या है? भविष्य में हम इसके इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं? क्या कृतिम बुद्धिमता इंसानों के लिए खतरा का विषय है? आइए इनके बारे में विस्तारपूर्वक जानते हैं।
किसी भी कार्य को मशीनों के द्वारा ऑटोमेटिक करना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का काम होता है। दुनिया में बहुत सारे मशीनें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा बनाई गई है जिससे मनुष्य के कार्य को बहुत ही आसान किया गया है। इसमें आप उदाहरण के लिए Google, ChatGPT, Siri, आदि को देख सकते हैं जो अब हमारे जीवन का एक हिस्सा बन गया है।
किसी न किसी प्रकार से वर्तमान समय में आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर निर्भर होंगे ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि चाहे मोबाइल का इस्तेमाल करना हो या किसी सॉफ्टवेयर का सभी टेक्नोलॉजी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से डेवलप किया जाता है। AI कारण है कि दिन-प्रतिदिन इंसान आर्टिफिशियल पर निर्भर होते जा रहा है।
आपने अक्सर देखा होगा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तारीफ लगातार लोगों द्वारा की जाती है वहीं कुछ साइंटिस्ट का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आगे आने वाले भविष्य में इंसानों के लिए खतरा पैदा कर सकता है। फिलहाल हम इस बारे में बाद में बात करेंगे अभी हम समझते हैं Artificial Intelligence (AI) क्या है?
Artificial Intelligence (AI) क्या है? (What is AI in Hindi)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक प्रकार का मशीन में विकसित किया जाने वाला बनावटी दिमाग होता है अर्थात मशीन में सोचने समझने की कृत्रिम क्षमता विकसित करने को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहा जाता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में मशीन को मनुष्य के भांति सोचने समझने का क्षमता डाला जाता है।
स्वतंत्र रूप से सोच समझकर काम करने के तकनीक को मशीनों में डाला जाता है ताकि वे निर्देश दिए गए कार्य को स्वयं करें। किसी भी मशीन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल करने से पहले कई प्रकार की एक्सपेरिमेंट करनी होती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पूर्ण रूप कृत्रिम उद्यमिता होता है। इसका पूर्ण अर्थ मानव निर्मित बुद्धिमता बनावटी समझ। कृत्रिम बुद्धिमता की मदद से मशीनों को समझदार और बुद्धिमान बनाया जा सकता है, ताकि वे निर्देश किए गए कार्यों को स्वचालित रूप से बिना मनुष्य की निर्भरता पर काम कर सके।
किसी भी मशीन को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा बुद्धिमान बनाने के लिए मुख्य था तीन प्रकार के प्रोसेस से गुजरना होता है जिसमें से पहला है लर्निंग (Learning)। इसमें मशीनों को बुद्धिमान बनाया जाता है मतलब वह सारी इंफॉर्मेशन (Information) दी जाती है जिस प्रकार के कार्य को मशीन से करवाना है।
मशीनों के लर्निंग प्रोसेस में कुछ नियम होते हैं। इसका पालन करना इसी प्रोसेस में मशीन को सिखाया जाता है। इसके बाद दूसरा तर्क (Reasoning) इसमें मशीनों को बताए गए नियमों का पालन करने और दिए गए कार्यों को पूरा करने के लिए अग्रसर किया जाता है, ताकि परिणाम सटीक प्राप्त हो। अंत में तीसरा है सेल्फ करेक्शन इसे समझने के लिए पहले मनुष्य के दिमाग को समझना होगा।
जैसे मनुष्य का दिमाग सर्वप्रथम किसी भी समस्या को सुलझ आने से पहले उसकी प्रोसेस को समझता है और समय से से जुड़ी डिसीजन निर्णय लेने की प्रयास करता है उसी प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी इस प्रकार से इंसानी दिमाग के अनुसार सोचने के लिए अग्रसर किया जाता है। जिसमें आप मुख्य रूप से इन उदाहरण से समझ सकते हैं। जैसे Machine Vision Speech Recognition Expert System.
Artificial Intelligence (AI) की खोज किसने की?
दुनिया को सबसे पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में बताने वाले जॉन में कार्थी नामक व्यक्ति थे इन्होंने द डोर माउथ कॉन्फ्रेंस में इसकी चर्चा की थी। फादर ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन्हें ही कहा जाता है।
अगर इनके बारे में बात करें तो AI एक अमेरिकी कंप्यूटर शोधकर्ता थे जिन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में दुनिया को बताया। जून में करती बताते हैं कंप्यूटर विज्ञान का एक उच्च कोटि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है जिसकी सहायता से मशीनों को बुद्धिमान बनाया जा सकता है।
AI कारण है कि प्रतिदिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है दुनिया के प्रत्येक देश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीनों को लेकर सतर्क हैं। विकसित देशों द्वारा इस प्रकार के रोबोट से बनाए जाते हैं जो इंसानों से बेहतर काम कर सकें। इसका उदाहरण हम Japan, United States के होटल में भी देख सकते हैं जहां इंसानों को बदलकर रोबोट्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।
Robotics process Automation के अंदर आने वाली actual robotics को काफी बढ़ावा दिया जा रहा है। AI कारण है कि बड़े-बड़े कंपनियां इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना चाहती हैं।
Artificial Intelligence (AI) के प्रकार (Types of AI in Hindi)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को मुख्य रूप से हम चार प्रकार में बांट सकते हैं।
- पूर्णता प्रति क्रियात्मक
- सीमित स्मृति
- मस्तिष्क सिद्धांत
- आत्मा चेतन
1. पूर्णता प्रति क्रियात्मक (Purely Reactive AI)
इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्रिया के जवाब पर कार्य करती है अर्थात प्रतिक्रियात्मक होती है। इसका उदाहरण 1990 के दशक में IBM के द्वारा Chess Match Garry Casparow के साथ आयोजित किया गया था जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने Garry Casparow को chess में हरा दिया था। इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में प्रोग्राम किए हुए में प्रोग्राम की मदद से किसी भी कार्य को किया जा सकता है।
2. सीमित स्मृति (Limited Memory AI)
इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कैटेगरी में वैसे मशीनों को रखा जाता है जिसमें थोड़ी बहुत मेमोरी (memory) होती है एवं इन एवं इस प्रकार का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पुराने घटना पर आधारित भविष्य में इस्तेमाल किए जाने वाले कार्यो पर भी निर्भर करती है। उदाहरण के लिए भीड़-भाड़ इलाके में अपने आप को सही तरीके से चलाना (Self Driving Cars)
इसके अलावा इसमें कुछ खामियां भी है, जैसे कि इसमें मेमोरी कम होने की वजह से AI ज्यादा पुराने घटनाओं को याद नहीं रखती हाल ही में घटित घटनाओं पर कार्य कर सकती है इसके साथ ही है आवश्यकतानुसार बहुत पुराने डाटा को डिलीट भी कर सकती है।
3. मस्तिष्क सिद्धांत (Brain Theory AI)
इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मानव मस्तिष्क पर आधारित होती है। जैसे कि मानव की तरह सोचने समझने और सूचनाओं को प्रोसेस (process) करने का कार्य करती है। हालांकि AI पूरी तरीके से मानव जैसा नहीं सोच पाते परंतु इसका इस्तेमाल सोचने समझने की तर्कों पर की जाती है।
असल में वर्तमान समय तक को AI इतना सक्षम नहीं बना है, जो मानव मस्तिक से भी आगे सोच सके या फिर यूं कहें मानव की तरह सोच सके। वैज्ञानिकों द्वारा ब्रेन थ्योरी (Brain Theory) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम किया जा रहा है बताया जाता है कि भविष्य और भी सफल साबित हो सकती है।
4. आत्मा चेतन (Self Conscious AI)
Self Awareness आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को Brain Consciousness आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एडवांस रूप कह सकते हैं, क्योंकि इस प्रकार के याई द्वारा इंसानों के दुख सुख कृषि आय जलन आदि बखूबी महसूस करती है। इसके अलावा इंसानों की भांति सोच भी सकती है और पिछले दिनों घटे घटनाओं पर के आधार पर सोचने की शक्ति रखती है।
वर्तमान समय तक वैज्ञानिकों द्वारा ऐसा कोई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित मशीन नहीं बनाया गया, जो खुद की Consciousness दे सके और आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि इस दिशा में बहुत तेजी से काम चल रहा है। वैज्ञानिकों द्वारा कहना है कि भविष्य में इस प्रकार के मशीनों को बनाया जा सकता है जो इंसान की भांति ना केवल सोच सके बल्कि महसूस कर सके।
Artificial Intelligence (AI) का अनुप्रयोग:
वर्तमान समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भरपूर उपयोग किया जा रहा है चाहे आप किसी कंपनी की बात करें या फिर किसी ऑर्गेनाइजेशन की। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (Manufacturing Company), शेयर मार्केट (Share Market), होटल (Hotel), रेस्टोरेंट्स (Resturant), पार्क (park), इत्यादि जगहों पर खर्च को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। कुछ प्रमुख आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग है जो आप निम्नलिखित देख सकते हैं।
- मशीन दृष्टि (Machine Vision)
- प्राकृतिक भाषा प्रकरण (Natural Language Processing)
- मशीन लर्निंग (machine Learning)
- महासंगणक (Super Computers)
- कंप्यूटर गेम्स (Computer Games)
- एक्सपर्ट सिस्टम्स (Expert Systems)
- सर्विलांस (Surveiillance)
- वाक पहचान (Speech recoganization)
- बुद्धिमान रोबोट्स (Intelligent Robots)
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग :
आइए अब हम विस्तारपूर्वक जानते हैं कि किस प्रकार से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग लेबर कॉस्ट (labour cost) को कम करने और समय को बचाने में उपयोग किया जा रहा है, क्योंकि हममें से ज्यादातर लोगों को लगता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग केवल टेक्नोलॉजी कंपनी द्वारा ही किया जाता है।
एजुकेशन सिस्टम (Education System)
आज इंटरनेट से हर दूसरा व्यक्ति जुड़ा हुआ है अर्थात ज्यादातर काम जैसे फॉर्म भरना कहीं आवेदन देना एग्जाम का रूटीन देखना इत्यादि। इसी प्रकार से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा एजुकेशन सिस्टम को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। AI की मदद से ऑनलाइन एग्जाम लिया जा रहा है और सोचता ही प्रोग्रामिंग के जरिए रिजल्ट दिए जा रहे हैं। पहले समय में एक साथ बहुत सारे बच्चों का रिजल्ट कार्ड और इसको इत्यादि बनाने में काफी वक्त लगता था लेकिन AI की मदद से अब AI सारी चीजें आसान हो चुकी है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से एजुकेशन सिस्टम में सबसे बड़ा बदलाव AI देखने को मिला है कि अब स्टूडेंट अपने सवाल लोग को जवाब कुछ सेकंडो में प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा प्रश्न से जुड़ी विस्तार पूर्वक उत्तर भी प्राप्त कर सकते हैं। यह ही नहीं बल्कि अपने रूचि के अनुसार नई नई प्रकार की भाषाओं को Artificial Intelligence की मदद से सीख सकते हैं।
हेल्थ केयर सेक्टर (Healthcare Sector)
क्या आपको पता है AI का उपयोग स्वस्थ क्षेत्र में किस स्टार से किया जा रहा है और ज़रा सोचिये अगर AI न होता तो क्या हेल्थ सेक्टर में इतनी तेजी देखने को मिलती। मशीनों के द्वारा ही मानव शरीर के भीतर की जांच को बेहतर तरीके से किया जा रहा है। मशीनों के जरिए मानव के आंतरिक संरचना के आधार पर जांच की जाती है।
मशीनों की मदद से रोगियों की अब हर बिमारी का पता आसानी से लगाए जा सकता है। ऐसे में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से जटिल से जटिल ऑपरेशन को भी AI ने आसान कर दिया है। सरल भाषा में अगर कहे तो एक नई क्रांति आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से देखने को मिली है। कई हॉस्पिटलों में रोबोट के द्वारा सर्जरी (Surgery) भी की जाती है। रोगोयो की पल-पल की जांच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीनों द्वारा किया जाता है।
हमने कोविड-19 में देखा कि कैसे Robots के द्वारा लाखों-करोड़ों लोगों के जान बचाए गए जहां कोविड-19 रोगी को रोगी के आसपास कोई आम व्यक्ति नहीं जा सकता वही रोबोट्स के द्वारा उनका देखभाल किया गया।
फाइनेंस सेक्टर (Finance Sector)
AI की मदद से Finance sector में भी काफी मदद मिली है। जहां बड़े-बड़े आंकड़ों को गणित करने के लिए कई दिनों का समय लग जाता था वही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से अब कुछ सेकंड मिनटों में रिपोर्ट तैयार कर लिया जाता है। इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से data को Analyze भी किया जाता है जिससे AI पता चल सके कि किस क्षेत्र में ज्यादा पैसा खर्च हुआ है किसमें कम।
ज्यादातर AI उपयोग Automation और predictability को करने के लिए किया जाता है। बड़े financial Institution और बैंक में AI की मदद से काम को आसान किया जाता है। इसे आप ऐसे समझ सकते कि Net Banking form fill Chat bot इत्यादि कार्य automatic किया जाता है इसके लिए किसी भी व्यक्ति की आवश्यकता नहीं होती।
मैन्युफैक्चरिंग (Manufacturing Industry)
निर्माण उद्योग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग सबसे ज्यादा किया जा रहा है क्योंकि निर्माण उद्धयोग में किसी उत्पाद को बनाने के लिए एक ही प्रोसेस (process) को बार-बार किया जाता है। इसीलिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग में लेते हुए मशीनों को इस प्रकार का प्रोग्राम कर दिया जाता है जिससे वह एक ही कार्य को तय किए गए समय अनुसार बार-बार करते रहे। इससे लागत और समय दोनों में बचत होती है।
AI की मदद से हजारों लोगों को काम मशीनों द्वारा किया जाता है परंतु कई क्षेत्रो पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन का उपयोग manually operate करना होता है जिसके लिए मानव श्रम की आवश्यकता होती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से क्या-क्या फायदे हैं?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से निम्न फायदे हैं तो चलिए विस्तारपूर्वक इसके बारे में जानते हैं
1. तुरंत निर्णय की क्षमता
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मनुष्यों की तुलना में जल्दी निर्णय लेने में सक्षम होती है और इसकी मदद से सभी कार्य समय से पूर्व हो जाता है।
हम सभी मनुष्य निर्णय लेने में काफी समय व्यतीत कर देते हैं, कोई भी डिसीजन लेने से पहले हम उसके बारे में पहले Analyze करते हैं फिर अब जब करके देखते हैं आखिर में इतना सब करने में काफी समय बर्बाद हो जाता है। जबकि AI मशीन मैं प्रोग्राम पहले से ही सेट (set) होते हैं जिसके वजह से AI तुरंत डिसीजन (निर्णय) लेते हैं तथा समय को बचाता हैं।
अगर इसको समझने के लिए एक उदाहरण लिया जाए तो – अक्सर हम लूडो खेलते हैं तो जब हमारी चाल की बारी आती है तो हम बहुत ही धीरे-धीरे से आगे बढ़ते हैं जबकि लूडो को मशीन के द्वारा यानी कि अपने मोबाइल मैं खेलते हैं तो चालक को बस एक बार क्लिक कर करने की आवश्यकता है उसके बाद चाल नियमित स्थान तक पहुंच जाती है जिससे समय की काफी बचत होती है।
2. आविष्कारों में मदद
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नए आविष्कार करने में वैज्ञानिकों की बहुत ही ज्यादा मदद करता है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जहां मदद ना कर पाए फिर चाहे वह मनोरंजन रिसर्च टेक्नोलॉजी खेल मेडिकल शिक्षा और स्वस्थ इत्यादि कोई सा भी क्षेत्र हो।
अभी तक ऐसा कोई क्षेत्र नहीं बचा है जहां पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तकनीक ने मानवों की मदद ना की हो।
3. कार्य क्षमता बढ़ाने में सहायता
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मनुष्य के कार्य करने की क्षमता को भी बढ़ाता है। इसकी मदद से मानव बड़े छोटे सभी कार्यों को बहुत ही जल्दी आसानी से पूरा कर सकता है।
इन सबके अलावा भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) किसी भी काम को जल्दी से खत्म करने में पूरी मदद करता है यानी सीधी भाषा में बोले तो AI मशीन इंसानों के डेली लाइफ (daily life) में बहुत ही ज्यादा उपयोगी और जरूरी भी है।
4. बिजनेस डाटा को विश्लेषण करने में
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस किसी भी डाटा को गहराई से एनालाइज (Analyze) करता है। इसी की बदौलत हम मानव को सही जानकारी मिल पाती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल मुख्य रूप से बिजनेस की दुनिया में रोज प्रयोग होने वाले डाटा को अच्छी तरह से एनालाइज करता है ताकि बिजनेस को और भी ज्यादा बढ़ाया जाए। अगर बिजनेसमैन के पास सही डांटा तो वह अपने द्वारा किए जाने वाले बिजनेस को जल्दी से गुरु कर सकता है और अपने Competitor को पीछे कर आगे जा पाए। इसी कारण से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हम मानव के लिए बहुत ही जरूरी हो जाता है।
5. दैनिक जीवन के कार्य में मदद
हम मनुष्य के जीवन में बहुत से ऐसे भी कार्य होते हैं, जो हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं लेकिन हम उन्हें समय पर याद नहीं रख पाते हैं। जैसे कि किसी को Anniversary wish करना, Birthday, गुड नाईट गुड मॉर्निंग का मैसेज भेजना कि आदि।
AI सभी कार्यों को हम दैनिक कार्य कहते है जिन्हें हम रोज-रोज सप्ताह सत्ता सत्ता महीने और साल में करने का होता है। किसी दूसरे कार्य के चक्कर में हमारा दैनिक कार्य याद नहीं रहता है। इन सब कार्यों को पूरा करने के लिए भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारा बहुत मदद करता है।
6. 24 घंटे कार्य करने की क्षमता
दुनिया का प्रत्येक इंसान कोई भी कार्य 24 घंटा तक नहीं कर सकता है उसे कुछ ना कुछ समय रेस्ट करना पड़ता है। हम सभी इंसान अधिक से अधिक 24 घंटे में 8 से लेकर 12 घंटा तक कार्य कर सकते हैं।
इसके अलावा हम सब कितना भी चाहे लेकिन इंसान का शरीर पूरी तरह से थक जाता है और वह काम नहीं कर पाता है। जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इसके विपरीत होता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बने मशीन 24 घंटा कार्य करने में सक्षम होता है इस मशीन को किसी भी प्रकार की रेस्ट की जरूरत नहीं पड़ती है।
7. जोखिम भरे कार्यों को पूरा करना
अक्सर इंसान किसी रिस्की काम को करने में 10 बार सोचता है कई बार तो सोचने के बाद भी वह रिस्की कार्य को छोड़ देता है। जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस किसी भी देश की कार्य को बहुत ही आसानी से कर देता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हम इंसानों की तुलना में जोखिम वाले काम को बहुत ही जल्दी पूरा कर देता है। जिन कार्यों को हम मनुष्य छोड़ देते हैं जोखिम होने के कारण से वह कार्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत ही आसानी से पूरा कर देता है।
उदाहरण के लिए समुद्र के गहरे हिस्से को खोजना, बम डिफ्यूज, जैसे खतरनाक काम और तेल और कोयले की खदान की माइनिंग करना इत्यादि।
8. इंसानों की गलतियों को सुधारने में
अक्सर हम मनुष्य किसी कार्य को करने में बहुत सारी गलतियां करते हैं लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐसी छोटी-छोटी गलतियों बिल्कुल भी नहीं करता है और हम इंसानों की गलतियों को कम भी करता है।
अगर कोई मनुष्य किसी काम को कर रहा है तो वह छोटी छोटी गलतियों को बार-बार दोहराते रहता है लेकिन जब हम उसी कार्य को करने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता लेते हैं, तो AI गलती बिल्कुल ही कम हो जाती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में गलती होने की कोई गुंजाइश नहीं होती है। इसमें पहले से ही डाटा होता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डाटा की गलतियों को डिटेक्ट (detect) कर उन्हें सही कर देता है। डिटेक्ट (detect) करने के बाद बाकी के कार्य को बहुत ही जल्द समाप्त कर देता है इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस किसी भी डाटा को कैलकुलेट कुछ सेकंड के अंदर कर देता है।
9. दैनिक कार्यो में सहायता
हम इंसानों का कुछ दैनिक कार्य आज के समय में मोबाइल और इंटरनेट से पूरा होने लगा है। हम सभी आजकल अपने मोबाइल में यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, मैसेजिंग, फोन कॉल, मेल, गूगल मैप इत्यादि हमारे दैनिक दिनचर्या में बहुत ही जरूरी हो गए हैं। इन सभी जरूरतों को पूरा करने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अहम भूमिका निभा रहा है
हमारे दैनिक दिनचर्या को AI सारे सॉफ्टवेयर मिलकर बहुत ही आसान बना दिया है और इस सब का पूरा क्रेडिट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हो जाता है।
10. वनों में आग लगने की समस्या में मदद
अत्यधिक गर्मी होने के कारन वनों में आग लगने की सम्भावना बढ़ जाती है। इसकी नियंत्रण मनुष्य के पास नहीं होता था परंतु आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बंद फायर को कम किया जा सकता है। आज के समय में कई राज्यों ने बन फायर को रोकने के लिए ड्रोन जैसे मशीन का उपयोग करके बन फायर को समय रहते ही रोक लेते हैं।
11. कृषि क्षेत्र में AI की भूमिका
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से कृषि के क्षेत्र में भी काफी ज्यादा फायदा पहुंचता है। इसके द्वारा अधिक क्षेत्रफल जगह में कृषि होता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित रोबोटों की मदद से फसलों का देखभाल भी किया जाता है, इससे किसानों को अधिक मुनाफे के साथ-साथ मेहनत कम लगती है।
12. समय का बचत करना
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग हम सभी कार्य को जल्दी पूरा करने में भी करते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से किसी कार्य को हम समय से पूर्व कर सकते हैं जिससे समय की बचत होती है।
उदाहरण के लिए किसी प्रोजेक्ट को पूरा करने में इंसान को एक महीना का अगर समय लग रहा है, तो इस जगह पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से वह प्रोजेक्ट एक सप्ताह के अंदर पूरा हो सकता है जिससे समय की काफी बचत भी होती है।
13. खर्च में बचत करना
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा खर्च में भी कमी होती है। अक्सर कोई लोग किसी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए किसी कंपनी को सौंप देते हैं। कंपनी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए बहुत ज्यादा पैसा चार्ज करती है।
इसकी जगह इस प्रोजेक्ट को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा पूरा किया जाए तो इसमें खर्च की कमी आती है क्योंकि इसमें कार्य को मशीन के द्वारा पूरा किया जाता है जिसमें समय के साथ-साथ खर्च में भी कमी आती है।
14. नुकसान को कम करता है
संभवत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा नुकसान भी कम होता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में पहले से डाटा स्टोर होने के कारण से वह अपने सिस्टम में उपस्थित डेटा के अनुसार कार्य करता है, जबकि इंसान उसी कार्य को पूरा समय मैट्रियल वेस्ट करता है। इससे उत्पाद और सेवा की गुणवत्ता भी बहुत ही ज्यादा बढ़ती है और नुकसान ओं की कमी होती है।
15. कार्य होने की अधिक संभावना
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से किसी कार्य को आप अपने समय अनुसार पूरा कर सकते हैं। जबकि मनुष्य किसी कार्य को पूरा तभी कर सकता है जब वह खुद स्वस्थ हो।
उदाहरण के लिए किसी कंपनी ने किसी व्यक्ति को कोई प्रोजेक्ट सौंपा। अचानक उस व्यक्ति की तबीयत खराब हो जाने के कारण से वह समय पर प्रोजेक्ट पूरा नहीं कर पाता है जिससे कंपनी को नुकसान ओं का सामना करना होता है जबकि इसके विपरीत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में ना किसी प्रकार की समस्या नहीं होती है AI अपने समय अनुसार प्रोजेक्ट को पूरा कर देता है।
16. स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना
आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से बड़े पैमाने में स्वास्थ्य संबंधी डाटा के आधार पर लोगों का पता लगाया जाता है। पता लगाने के बाद उन्हें निश्चित रूप से सही दवाई देकर उपचार किया जाता है। आज के समय में Cancer और HIV जैसी गंभीर बीमारियों का निवारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से किया जा रहा है।
17. संचार में सहायता
आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सहायता से सभी लोग अपनी डेली लाइफ की छोटे-छोटे कार्यों को पूरा करते हैं जैसे कि किसी को मैसेजिंग, वीडियो कॉल, फोन कॉल, इत्यादि का करना। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने इंसानों के डेली लाइफ को बहुत ही आसान कर दिया है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से होने वाले नुकसान?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से इंसानों को निम्नलिखित प्रकार से नुकसान हो सकते हैं:
बेरोजगारी
मशीन के आने के बाद इंसानों की बेरोजगारी काफी बढ़ गई है। जो काम पहले इंसानों के द्वारा किया जाता था अब वही काम मशीन घंटों का काम मिनटों में पूरा कर देता है। घंटों का काम मिनटों में करने के साथ-साथ AI मशीन और भी अच्छी क्वालिटी प्रदान करता है AI भी इंसानों के लिए नुकसान है।
मनुष्य का आलसीपन
अभी के समय में प्रत्येक मनुष्य छोटे से लेकर बड़े काम को मशीन से करना चाहता है और इसी चक्कर में सभी मनुष्य आलसी होने लगे हैं AI भी एक प्रकार का हम मानव के लिए नुकसान ही है।
अगर इसी प्रकार से आने वाले समय में मनुष्य मशीन के चक्कर में आलसी होते रहा तो एक समय इंसानों को बड़ा नुकसान होगा। इसी मशीन के चक्कर में एक दिन इंसानों की आयु प्रतिशत भी कम हो जाएगी
बेहतर से बेहतरीन कार्य
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उतना ही कार्य कर सकता है जितना इसके अंदर पहले से डाटा मौजूद होता है। अगर कोई चाहे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को और ज्यादा बेहतर बनाने के बारे में तो उसके लिए इसके अंदर पहले से मौजूद डाटा से भी बेहतर डाटा डालना पड़ता है तभी AI बेहतर से बेहतरीन कार्य कर पाएगा।
जबकि इंसान समय दर समय अपने कार्य करने की स्किल को बढ़ाता रहता है। इंसान मनुष्यों की तुलना में लिमिट में नहीं बंधे होते हैं। हम मनुष्य बेहतर कार्य को क्षमता के अनुसार और बेहतर कर सकते हैं जबकि मनीषियों में ऐसा बिल्कुल ही नहीं होता है।
सही गलत की पहचान
आर्टिफिशियल टेलिजेंस के पास जिस प्रकार की डाटा होती है उसी से वह अपना कार्य निकालता है। अगर मशीनों के अंदर गलत डाटा मौजूद हो तो किया क्या कार्य भी गलत होता है जबकि इंसानों के साथ ऐसा बिल्कुल ही नहीं होता है।
अगर किसी कार्य को करते समय इंसानों को लगे कि वह कार्य गलत है तो अक्सर उस कार्य को छोड़ दिया जाता है जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ऐसा बिल्कुल ही नहीं होता है। उसके अंदर पहले से डाटा मौजूद होने के कारण से वह सही गलत की पहचान अच्छे से नहीं कर पाता और कार्य को पूरा कर देता है।
स्किल में कमी
मशीनों में पहले से डाटा स्टोर होने के कारण से इनमें क्रिएटिविटी कम देखने को मिलती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अपनी मर्जी से कुछ नहीं करता इसके अंदर जो डाटा फिट होता है। उसी के मुताबिक पूरा कार्य पूरा करता है जबकि प्रत्येक मनुष्य के पास कुछ ना कुछ अलग क्रिएटिविटी देखने को मिलती है जिससे वह कार्य को अपने स्किल अनुसार बेहतर बना दे।
नौकरियों का खतरा
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से कुछ लोगों की नौकरियों पर भी खतरा पड़ सकता है। जो कार्य मनुष्य एक दिन में करता है वह कार्य मशीन द्वारा घंटों में समाप्त हो जाता है।
उदाहरण के लिए कोई प्रोजेक्ट किसी मनुष्य द्वारा 1 सप्ताह में पूरा होता है तो अगर वही कार्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस करें तो प्रोजेक्ट पूरा करने में मात्र एक से दो दिन का समय लगता है जिससे लोगों की नौकरियों पर भी खतरा पड़ने की संभावना होती है।
विश्वास
इंसानों की तुलना में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर विश्वास बिल्कुल ही नहीं कर सकते हैं क्योंकि इंसानों को जिस प्रकार से कार्य करने के लिए बोला जाएगा वह उसी प्रकार से कार्य करके देगा जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अंदर पहले से डाटा स्टोर होता है।
डाटा स्टोर होने के कारण से वह किसी प्रोजेक्ट को अपने सिस्टम में सेव डाटा के अनुसार ही पूरा करता है। उदाहरण के लिए किसी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए आपने इंसान और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को दिया है। प्रोजेक्ट देते समय अपने विश्वास के साथ बताया कि AI प्रोजेक्ट इस प्रकार से करना है इस समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उस प्रोजेक्ट को पूरा अपने अंदर मौजूद डाटा के अनुसार ही करता है।
जबकि इंसान प्रोजेक्ट को पूरा करने में अपना पूरा स्किल शॉप देता है और कार्य को जिस प्रकार से करने के लिए बोला गया है उसे बेहतर करने की कोशिश करता है।
चोरी का खतरा
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मैं पहले से एकत्रित डाटा बड़ी मात्रा में होती है। इस डाटा को आप तकनीकी रूप से सुरक्षित नहीं मान सकते हैं क्योंकि AI डाटा चोरी यानी ट्रांसफर भी किया जा सकता है।
जबकि हम इंसानों में ऐसा बिल्कुल ही नहीं होता है। इंसानों के पास जितना नॉलेज यानी कि डाटा मौजूद होता है वह डाटा चोरी होने का कोई खतरा नहीं होता है। हां अगर इंसान चाहे तो अपने अंदर की स्किल को शेयर कर सकता है और दुनिया को और ज्यादा शिक्षित कर सकता है।
भावनात्मक फैसले की समस्या
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा लिए जाने वाला निर्णय इसके अंदर मौजूद डाटा से होता है इसके अंदर भावनात्मक फैसले लेने की क्षमता बिल्कुल ही नहीं होती है।
जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तुलना में मनुष्य भावनात्मक फैसला समय पर ले सकता है। अगर किसी कार्य को करते समय इंसान को लगे कि AI कार्य गलत है, तो वह कार्य छोड़ देता है जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इसके विपरीत भावनात्मक फैसले ना लेकर कार्य को पूरा कर देता है जिससे समाज को क्षति पहुंचती है।
समस्याएं सुलझाने में
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा किसी समस्या को सुलझा ने के लिए तकनीकी समस्या भी हो सकती है जैसे कि अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस किसी समस्या को सुलझा रहा है तो उसके अंदर पहले से डाटा स्टोर होना चाहिए, तभी वह उस समस्या को सुलझा पाएगा। जबकि इंसानों में ऐसा बिल्कुल ही नहीं होता है वह किसी समस्या को अपने नॉलेज स्किल के अनुसार सुलझा लेता है।
कामों की हानि
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उन कार्यों को भी पूरा करने में सक्षम होता है जो कार्य इंसान द्वारा डेली लाइफ में किया जाता हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कारण से कामों में बहुत ही ज्यादा कमी की बढ़ोतरी हो रही है इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के चलते बहुत से लोग बेरोजगार बैठे हैं।
उम्मीद है आपको AI से जुडी हानि के बारे में पता चल गया होगा, जिस प्रकार से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उपयोग करने के कुछ फायदे है। उसी प्रकार से इसके कुछ नुक्सान भी है। इसकी निर्भरता विभिन्न क्षेत्रो के अनुसार है।
Artificial Intelligence का लक्ष्य
अभी हमने बात की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है? AI कैसे काम करता है? आइए अब जानते हैं AI का लक्ष्य क्या है? जितना तेजी से दुनिया आज टेक्नोलॉजी में प्रगति कर रही है। उसी प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग भी बढ़ता जा रहा है। मनुष्य काफी हद तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीनों पर निर्भर होते जा रहे हैं, जो मनुष्य द्वारा दिए गए निर्देश के आधार पर कार्य करते हैं।
हालांकि मनुष्य ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बनाया है लेकिन इस बात को कहना गलत नहीं होगा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मनुष्य से कई गुना कुशल और कम खर्च में काम करते हैं। इसका उदाहरण आप बिजनेस इंडस्ट्री, हेल्थ केयर सेक्टर, इत्यादि में देख सकते हैं।
हमारे रोजमर्रा की जिंदगी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इतना प्रभाव पड़ा है कि आज हम अपने निजी जिंदगी से लेकर बाहरी जिंदगी तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर रहे हैं, चाहे फिर बैंक हो या घर के कोई काम तो इस बात की पुष्टि होती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मनुष्य से बेहतर है, काम करने के मामले में।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मुख्य काम उपयोगकर्ताओं को संचार का बेहतर विकल्प देना है। AI मशीन लर्निंग, डाटा, अल्गोरिथम, डाटा अध्ययन, श्रृंखला मॉडल की मदद से AI को और बेहतर बनाने में काम कर रहा है। वर्तमान समय में AI के बहुत सारे लक्ष्य है जो आप निम्नलिखित देख सकते हैं।
1.) आर्टिफिशियल मशीन के आने से चिकित्सा क्षेत्र में काफी प्रभाव देखने को मिला है इसी क्रम में संभव रोगी या बीमारी को पहचानने के लिए AI मशीन पर लगातार काम किया जा रहा है। ऐसे रोगी के बीमारी को पहचाना जा सकता है। AI को इस हद तक विकसित किया जाएगा डॉक्टर सही समय पर उपचार आरंभ कर सके और सही निदान कर सके।
2.) AI को बिजनेस क्षेत्र में प्रगति लाने के लक्ष्य से भी विकसित किया जा रहा है। पिछले कुछ सालों में AI के आने के पश्चात बिजनेस इंडस्ट्री में काफी तेजी देखने को मिली है जो काम हजारों लोगों द्वारा काफी वक्त में किया जाता था। उस काम को अब AI की मदद से कुछ घंटों में किया जा रहा है। भारी मात्रा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से सारे काम को ऑटोमेट करने की कोशिश की जा रही है ताकि कम से कम लागत में अधिक मुनाफा हो।
3.) AI की मदद से स्वचालित कार्य को किया जा सकता है उदाहरण के लिए ऑटोमेट संपर्क केंद्र स्वचालित वाहन स्वचालित इंटरनेट सर्वर, ऑटोमेटिक चैट सिस्टम, इत्यादि। इसी प्रकार से कंपनियों द्वारा कॉल सेंटर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि कस्टमर को ऑटोमेटिक उत्तर मिल सके।
4.) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से संचार को और विकसित किया जा सकता है। इसके उपयोग से संचार क्षेत्र में उपयोग की जाने वाली मशीन को और विकसित किया जाएगा ताकि संचार समस्या कम हो सके।
5.) उधमिता को बढ़ावा देने के लिए AI की मदद ली जा सकती है। उधमिता क्षेत्र में व्यवसाय को बेहतर बनाने के लिए कई विकल्प दे सकता है।
6.) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से नेटवर्क और सुरक्षित और संवेदनशील बनाया जा सकता है। इंटरनेट संचार में कई पहलुओं ऐसे होते हैं जो दुष्प्रभाव होते हैं इनसे लड़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जा सकता है।
7.) AI मुख्या लक्ष्य में से एक मानव संभावनाओं को सुधार करना भी है। AI के उपयोग से बेहतर शिक्षा प्रदान किया जा सकता है। विज्ञान के क्षेत्र में नवीनतम विकास का अध्ययन किया जा सकता है। इससे दुनिया के बड़ी-बड़ी समस्याओं को आसानी से हल किया जा सकता है। जैसे आपदा प्रबंधन, सार्वजनिक स्वास्थ।
8.) AI की मदद से संसाधन और खनिजों का पता लगाया जा सकता है। वर्तमान समय में AI तकनीक से इस काम को पूरा किया जा रहा है लेकिन भविष्य में इसे और विकसित कर बेहतर बनाया जाएगा ताकि पृथ्वी पर पाए जाने वाले संसाधन और खनिजों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग हो।
9.) जीवन की गुणवत्ता को बढ़ावा देने के लिए एक उपयोग किया जा सकता है। मानव के लिए सेवा के रूप में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन का उपयोग किया जा सकता है। AI की मदद से उत्पादों को बेहतर बनाया जा सकता है। AI से जीवन और मस्तिष्क विकास के लिए स्मार्ट तरीके से उपयोग में लाया जा रहा है। जैसे कुछ दिनों पहले Elon Musk द्वारा brain cheap की announcement
10.) इस बात पर कोई संदेह नहीं है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकसित होने पर नौकरियां खतरे में आ सकती है। एक तरफ से देखे तो नौकरियां खतरे में भी है और दूसरी तरफ AI विकसित होने से नौकरियां उत्पन्न होने की संभावना भी है दोनों पक्ष अलग-अलग पहलू पर निर्भर करते हैं।
AI कुछ हद तक नौकरियों का उत्पादन कर सकता है लेकिन ज्यादा नौकरियां खतरे में भी आ सकती है। इसका मुख्य लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी पूर्ण क्षमताओं के साथ काम करें।
11.) आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की वजह से स्वास्थ्य क्षेत्र काफी बेहतर हो गया है स्वास्थ्य सेवाओं तकनीकों में काफी सुधार देखने को मिला है स्वस्थ उपयोगी केंद्र में संचार प्रणालियों मैं इसका उपयोग किया जा रहा है।
AI को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उत्कृष्ट उपकरण बनाए जा रहे हैं। जैसे रोगी देखभाल के लिए रोबोट्स, डायग्नोस्टिक उपकरण, इत्यादि। वर्तमान समय पर भी ऐसे काफी रोबोट्स दुनिया में मौजूद है जो रोगी की देखभाल कर रहे हैं इसी क्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को और बेहतर बनाया जा रहा है।
12.) रक्षा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को विकसित की जा रही है। संरक्षण क्षेत्र में मानव सुरक्षा हेतु इसको उपयोग में लाया जा सकता है। AI को इस प्रकार विकसित किया जा रहा है ताकि डेटा विश्लेषण और संदर्भों के आधार पर खुद का फैसला ले सके जो संरक्षण क्षेत्र में अहम भूमिका निभाएगी।
13.) विज्ञान के क्षेत्र में भी AI का उपयोग किया जा सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डेटा विश्लेषण करके विज्ञान के समस्याओं को ढूंढने में मदद कर सकता है। इसके अलावा इसका उपयोग उन्नत विज्ञान को विकसित करने के लिए किया जा सकता है।
14.) उधर उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को और अधिक कुशल बनाने की कोशिश की जा रही है। उत्कृष्ट को बढ़ाने के लिए AI को उपयोग में लिया जा सकता है। इससे उत्पादन क्षमता और समय दोनों में प्रभाव पड़ेगा AI डेटा विश्लेषण की मदद से कंपनी में उधर उत्पादकता को बढ़ाएंगे इसके अलावा प्रोडक्ट के डिजाइन संचालन विधि उत्पादकता विश्लेषण इत्यादि में मदद करेंगे।
संक्षेप में अगर बात करें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भविष्य में बहुत उपयोगी साबित होगा साथ ही इसे हर प्रकार के क्षेत्र में उपयोग में लाने की कोशिश की जाएगी संभव है। मनुष्य के दिमाग के अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को विकसित किया जाएगा वर्तमान समय में भी दुनिया में ऐसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को विकसित किया गया है जो हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर को बुद्धिमता प्रदान करती है जिससे वह स्वतंत्र रूप से फैसले ले सके। इसी कारण से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक बड़ा तकनीकी क्षमता माना जाता है इसके दिए गए बुद्धिमता के कारण ही कंप्यूटर कार्य को पूरा करता है आइए कुछ उदाहरण देखते हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के।
Automated Driving
अपने ऑटोमेटेड ड्राइविंग के बारे में जरूर सुना होगा AI भी एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हिस्सा है। ऑटोमेटिक ड्राइविंग में वाहन को सुचारू रूप से चलाने के लिए किसी भी प्रकार के मानव चालक की आवश्यकता नहीं होती।
इसमें वाहन AI की मदद से खुद ड्राइविंग करता है। उदाहरण के लिए टेस्ला ऑटोपायलट, गूगल ऑटो सिस्टम, वाहन निर्माण करने वाले कुछ बड़ी कंपनियां है मुझे ऑटोमेटेड वाहन बना रहे हैं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर रहे हैं।
Language Translation
आज आप दुनिया के किसी भी क्षेत्र में जाएं यदि आपको उस क्षेत्र के भाषा का ज्ञान नहीं है तब भी आप आसानी से अपना काम चला सकते हैं। क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से भाषा को अनुवाद किया जा सकता है।
आप दुनिया के अधिकतम भाषाओं को किसी भी भाषा में अनुवाद कर सकते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित कुछ प्रणालियां है जो मानव के संचार के लिए अनुवाद करने का काम करती है जैसे गूगल ट्रांसलेट। इस प्रकार की प्रणालियों में विकास की गति पहचान आधारित स्वचालित समझ को विश्लेषण करके संभव अनुवाद अन करती है।
Search & Recommendation Algorithms
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उदाहरण सोशल मीडिया में लोगों के बीच संचार के तरीकों को देख सकते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मदद से AI संभव हो सका है कि लोग एक दूसरे से इंटरनेट पर जुड़ पाए।
आसान भाषा में अगर समझने की कोशिश करो तो आपने देखा होगा सोशल मीडिया उपयोग करते वक्त आपको अपने पसंद के अनुसार पोस्ट, ट्वीट एवं विभिन्न प्रकार के समाचार स्रोत मिलते हैं। कभी आपने सोचा है ऐसा कैसे होता हैं? इसके पीछे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कार्य करती है वह आपके इच्छा के अनुसार सोशल मीडिया पोस्ट ट्वीट इत्यादि तरसाती है जिसमें आपको रुचि हो और आप ज्यादा से ज्यादा सोशल मीडिया का उपयोग कर सकें।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से आज दूरसंचार से संबंधित कई समस्याओं का समाधान किया गया है। AI प्रणालियों द्वारा डेटा विश्लेषण करके इस बात का पता लगाया जा सकता है कि कौन सा संचार माध्यम ज्यादा उपयोग में लिया जा रहा है और कौन सा संचार माध्यम का कम उपयोग किया जा रहा है। इससे कंपनियों को ग्राहकों की रुचि के बारे में पता लगता है और वह अपनी सेवाएं और बेहतर करते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा ग्राहक को सुविधा मिले।
Health Equipment
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सबसे मुख्य उदाहरण में से एक स्वास्थ्य के क्षेत्र में देख सकते हैं। AI की मदद से स्वस्थ क्षेत्र में काफी बदलाव देखने को मिला है। रोगियों की बीमारी को पता लगाने के लिए AI मशीन का उपयोग किया जाता है जिससे पिछले कुछ सालों में काफी जान को बचाया गया है।
इस प्रकार से AI मशीन चिकित्सा क्षेत्र में काफी मददगार साबित रहा। AI प्रणाली के कारण है सटीक रोगी के बीमारी में का पता लगाया जाता है एवं उपचार करने की तकनीकों मैं भी AI ने सहायता प्रदान की है। उदाहरण के लिए सिटी स्कैन (CT Scan) की मदद से शरीर के बिमारी को पता चलता है। इसके अलावा नई नई औषधियों को बनाने के लिए AI का उपयोग में लिया जा रहा है।
Advanced Agriculture
कृषि क्षेत्र में AI ने काफी सहयोग किया है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन की मदद से कृषि क्षेत्र के नए-नए उपकरणों को बनाया गया है ताकि किसानों को मदद मिल सके उदाहरण के लिए जमीन से पानी निकालने वाली बोरिंग मशीन, फसलों की कटाई करने वाली मशीन, इत्यादि।
Share Market Algorithms
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उदाहरण आप शेयर बाजार में देख सकते हैं शेयर बाजार में AI मशीन का उपयोग में लिया जाता है और इससे लाखों-करोड़ों ग्राहकों को एक सेकंड में रियल टाइम अपडेट दिया जाता है। शेयर मार्केट की कुल समस्या का निदान AI मशीन के विकसित होने से हुआ है।
Scan Algorithms
AI का अन्य उदाहरण देखे तो गूगल लेंस है जिससे किसी फोटो में text को स्कैन करके उपयोग में ले सकते हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उस क्षेत्र के टेक्स्ट को पड़ता है और आपको परिणाम देता है।
मानव इंटेलिजेंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बीच अंतर?
मानव इंटेलिजेंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बीच अंतर को समझने से पहले आपको इस बात की जानकारी होनी आवश्यक है कि आखिर इंटेलिजेंस क्या होता है? संक्षेप में बात करें तो इंटेलिजेंस किसी जानकारी को प्राप्त करने की क्षमता अनुभव से सीखना देखना समझना इत्यादि विचार करने की क्षमता रखती है।
प्राप्त जानकारी के आधार पर अनुमति योजनाएं लैंग्वेज जैसे बुद्धि संज्ञानात्मक कार्यों को करती है।
मानव अपने पिछले अनुभव परिस्थिति विचारों और प्राप्त जानकारियों के आधार पर निर्णय लेने की क्षमता रखता है। वही AI मशीन लर्निंग पर कार्य करती है अर्थात AI रोबोट मानव के दिए गए निर्देशों के आधार पर कार्य करती है। AI मानव की भांति कैद करने की कोशिश करता है जो कुछ रिसर्च टूल और इनसाइट्स को इस्तेमाल में लाता है।
मानव इंटेलिजेंस की ऊर्जा दक्षता आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऊर्जा दक्षता से अधिक होती है। मानव इंटेलिजेंस के 25 वाट तो वही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उच्च दक्षता 2 वर्ड्स होती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के ऊर्जा दक्षता कम होने के कारण किसी भी कह रही है जिम्मेदारी को सिखाने के लिए बहुत अधिक समय व्यतीत होता है। वही मानव इंटेलिजेंस की ओर जाते तथा अधिक होने की वजह से जिम्मेदारी या किसी भी प्रकार की कार्यों को सिखाने में कम समय लगता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मौजूद डाटा का विश्लेषण करके परिणाम देता है वही मानव अपने पिछले घटनाओं विचारों अनुभवों आदि के आधार पर परिणाम देता है।
आर्टिफिशियल तकनीक क्या है?
AI एक प्रकार का व्युत्पन्न ज्ञान का उपयोग करने वाला तरीका है जो error को संशोधित करने का कार्य करता है।
AI तकनीक को मैथमेटिकल मॉडल (mathematical model) और सांख्यिकी (Statistics) किया के उन्नत रूपों के आधार पर बनाया गया सक्रिय मॉडल है जो मशीन और कंप्यूटर में पैरों को गणना करने की संभावना रखता है। मनुष्य द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करता है।
- मार्कोव् डिसीजन प्रोसेस
- नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग
- हेयरिस्टिक्स
- आर्टिफिशियल नेचुरल नेटवर्क
Artificial Intelligence के Application
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। AI कई क्षेत्रों में कार्य करता है जैसे मनोरंजन शिक्षा, परिवहन, मैन्युफैक्चरिंग, स्वास्थ्य, कृषि, इत्यादि। AI Application को 5 भागों में विभाजित किया जा सकता है।
ज्ञान – AI दुनिया की जानकारियों को इकट्ठा करता है और जानकारी को प्रस्तुत करने की क्षमता रखता है। AI मुख्य कार्य कर सकता है। जैसे खरीदारी में, भविष्यवाणी, दवा निर्माण में सहयोग, धोखाधड़ी में रोकथाम, चिकित्सा निदान करने की क्षमता, इत्यादि।
विचार – डेटा विश्लेषण करके तर्क के आधार पर समस्याओं को हल करने की क्षमता रखता है। इसके कई उदाहरण है जैसे कानूनी मूल्यांकन करना स्वास्थ एआइ प्रणाली, खेल विद्या अनुप्रयोग, प्रशासनकरण, आदि
संचार – वास्तविक समय में बोले जाने वाली भाषा को अनुवाद करने की क्षमता रखता है। इसके अलावा बोलने पर लिखने की क्षमता बुद्धिमान सहायक, वाणी को बदलने की क्षमता, वास्तविक प्रतिलेखन क्षमता आदि।
योजना – डेटा विश्लेषण करके योजना बनाने की क्षमता और प्राप्त करने की क्षमता रखता है। इसका महत्वपूर्ण उदाहरण भविष्य रखरखाव, नेविगेशन डिजिटल और भौतिक नेटवर्क, सूची प्रबंधन में कार्य, इत्यादि
अनुभूति – दुनिया के बारे में अनुमान लगाने की क्षमता चित्र ध्वनियों संवेदना ओं आदि के आधार पर करता है। उदाहरण के लिए चिकित्सा निदान करना, ऑटोमेटिक वाहन, इत्यादि।
उम्मीद है आपको हमारे द्वारा दी गयी आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की सम्पूर्ण जानकारी पसंद आई होगी। इस पोस्ट के माध्यम से हमने AI के बारे में सब कुछ जानने की कोशिश की। आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के प्रकार, आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस होता क्या है? इसका उपयोग किस क्षेत्र में किया जा रहा है, इसका लक्ष्य क्या है?
कम शब्दों में अगर आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस को जानने की कोशिश करे तो यह एक प्रकार से बनावती बुद्धि होता है जो डाटा विश्लेषण के माध्यम से काम करता है। मनुष्य एवं आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की तुलना नहीं हो सकती क्योकि मनुष्य की सोचने की शक्ति AI से कई गुना होती है।
तो दोस्तों आशा करते हैं की अब आपको AI से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी मिल चुकी होगी, और आप जान गये होगे की Artificial Intelligence (AI) क्या है?, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैसे काम करता है?, इसके फायदे और नुक्सान क्या है?
FAQs
AI बौद्धिक क्षमता है जिसे कृत्रिम (बनावटी) तरीके से विकसित की जाती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को मुख्यतः तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है Weak AI, Strong AI, Super AI
AI कहना गलत होगा कि AI के अधिक विकसित होने पर पूर्णता मनुष्य की नौकरियां खतरे में आ सकती है क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को manually operate करने के लिए मनुष्य की आवश्यकता होगी लेकिन AI कहा जा सकता है मनुष्य की जगह कुछ हद तक AI काम में लाए जा सकते हैं।
वर्तमान समय तक ऐसी कोई AI मशीन नहीं बनाई गई है जो मनुष्य की भांति दर्द महसूस कर सकें परंतु भविष्य में AI मशीन को इस प्रकार विकसित किया जा रहा है।
AI के जनक के रूप में जॉन मथाई को माना जाता है इन्होंने ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शब्द पहली बार दुनिया को बताया था।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का संस्थापक डॉर्टमाउथ कॉलेज को माना जाता है इन्होंने 1956 में ग्रीष्मकालीन सम्मेलन के दौरान वित्त पोषित की थी।
हां, गूगल कृत्रिम बुद्धिमता AI का उपयोग अपने सर्च इंजन को और बेहतर बनाने के लिए करता है। इसके अलावा गूगल नई-नई तकनीकों को विकसित करने के लिए भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करता है।
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Hope आपको Artificial Intelligence (AI) क्या है? आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के प्रकार, AI कैसे काम करता है? फायदे और नुक्सान (पूरी जानकारी) का AI पोस्ट पसंद आया होगा और आपके लिए हेल्पफुल भी रहा होगा।
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Nice
thanks & keep visit.
Bahut hi laabhdayak jaankari share kri hai aapne…..👍