बारकोड क्या होता है? प्रकार एवं कैसे काम करता है? (पूरी जानकारी)

0

जब भी आप कोई प्रोडक्ट जैसे की कोई साबुन, तेल, शैम्पू, क्रीम, पाउडर, डियोट्रेंट, चिप्स या बिस्किट जैसा कोई पैक्ड उत्पाद बाजार से खरीदते है तो उनके पैकेट पर हमको काली सफेद लाइनों का एक आइकॉन दिखता है जिसे हम सामान्य भाषा में बारकोड बोलते है। आजके इस पोस्ट में आपको बारकोड से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी मिलेगी। जैसे; बारकोड क्या होता है? प्रकार एवं कैसे काम करता है?

बारकोड क्या होता है? प्रकार एवं कैसे काम करता है? (पूरी जानकारी)


इस बारकोड को हम सामान्य तौर पर इग्नोर कर देते है लेकिन यह काफी जरूरी और महत्वपूर्ण होता है लेकिन कई लोगो को इसके बारे में सामान्य जानकारी भी नहीं है तो ऐसे में वह इसके बारे में जानने में रूचि रखते है। अगर आप बारकोड के बारे में अधिक जानकारी नहीं रखते तो यह लेख पूरा पढ़े क्युकी इस लेख में हम आपको बताएँगे की ‘बारकोड क्या होता है’ (बारकोड क्या होता है) और इसकी पूरी जानकारी आसान भाषा में देंगे।

बारकोड क्या होता है? (What is Barcode in Hindi)

बारकोड एक प्रकार का ऐसा कोड होता है जिसमे काफी सारा डाटा सेव किया हुआ होता है अर्थात सामान्य भाषा में कहा जाये तो यह एक Representee होता है जो काफी सारे और कई तरह के डाटा को रिप्रजेंट करता है। अगर थोड़ी प्रोद्योगिक भाषा में बारकोड को समझा जाए तो Barcode एक Method होता है जिसके द्वारा Data को Visual और Machine Readable Form में Represent किया जाता है। बारकोड एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी स्पेसिफिक डाटा को विजुअल में और एक ऐसी फॉर्म में रिप्रजेंट किया जाता है जिसे मशीन के द्वारा पढ़ा जा सकता है।

Barcodes के द्वारा कम जगह में अधिक जानकारी साझा करना संभव हो पाता है। Barcode एक ऐसा कोड होता है जिसमे कई तरह की जानकारिया छिपी हुई होती है और इसे केवल Optical Scanner के द्वारा पढ़ा जा सकता है। इस बारकोड में प्रोडक्ट के मेन्यूफेक्चरर, स्टॉक, प्राइज और क्वांटिटी जैसी जानकारिया शामिल होती है और इसे पढ़ने के लिए ऑप्टिकल स्कैनर्स का प्रयोग किया जाता है और मुख्य रूप से आप इन Barcodes का इस्तेमाल Malls और Grocery Stores में होते हुए देख सकते है जहा प्रोडक्ट्स के Barcodes को स्कैन करके Bill बनाया जाता है।


बारकोड के सभी कॉम्पोनेंट्स की जानकारी

वर्तमान समय में Barcodes एक नहीं बल्कि कई तरह के होते है Barcodes के कई Variations बाजार में मौजूद है जिनके उपयोग या फिर कहा जाये तो काम करने के तरीके के अनुसार उन्हें व्यवसायों आदि के द्वारा अपने अपने तरिके से उपयोग में लिया जाता है। अगर बात की जाये Traditional Barcode की, तो Traditional Barcode में मुख्य रूप से 3 मुख्य Component होते है। अगर आप Barcode के 3 मुख्य कॉम्पोनेन्ट के बारे में जानकारी नहीं रखते, तो वह कुछ इस प्रकार है:

Barcode components Information in Hindi

Quiet Zone (Margin)

अगर आप किसी Traditional Barcode को ध्यान से देखोगे तो उसमे आपको दोनों छोरो पर या फिर कहा जाये तो दोनों तरफ एक Blank Margin देखने को मिलेगा जिसे Quit Zone कहा जाता है। अगर Quiet Zone ना हो या फिर Quiet Zone पर्याप्त चौड़ा ना हो तो ऐसे में Barcode Scanners को Barcodes को पढ़ने में समस्या आएगी या फिर वह उसे पढ़ ही नहीं पाएंगे। सामान्य तौर पर Quit Zone कम से कम 2.5mm का होता है या फिर कहा जाये तो Bar Symbology से पुरे बहरी भाग तक की दुरी न्यूनतम 2.5mm की होती है।


Start/Stop Character

अगर आपने कभी किसी Traditional Barcode को ध्यान से देखा हो तो आपको पता Barcode में जो काली लाइने होती है उनमे शुरुआत की लाइन और आखिर की लाइन भी होती है और इन लाइनों को ही Start/Stop Character कहा जाता है। इनमे से जो आगे की तरफ की लाइन होती है उसे Start Character कहा जाता है और वही आखिर में जो लाइन होती है, उसे Stop Character कहा जाता है। Start/Stop Character का काम Data के Start और End को रिप्रजेंट करना होता है।

Check Digit (Symbol Check Character)

Barcode को एक Validate बनाने के लिए उसमे Check Digit जोड़ा जाता है। अगर आप नहीं जानते की आखिर Check Symbol क्या होता है तो जानकारी के लिए बता दे की Barcode में बिच में एक Symbol Check Character होता है जिसे Check Digit कहा जाता है और इसके द्वारा यह चेक किया जाता है की Barcode में Encode किया गया Barcode Data सही है या फिर नहीं। बारकोड में मौजूद Check Digits के द्वारा ही Barcode की Validation की जाती है तो ऐसे में यह जरूरी है।

बारकोड कैसे काम करता है – How Barcode Works in Hindi

Barcode और कुछ नहीं बल्कि एक तरह का रिप्रजेंटेशन होता है Data का जिसके द्वारा Data को बेहद ही आसानी से Show किया जा  सकता है। अब अगर आप यह जानना चाहते है की Barcode कैसे काम करता है तो जानकारी के लिए बता दे की विभिन्न डिजिटल माध्यमों का उपयोग करते हुए Barcode को तैयार किया जाता है, जिसमे Data को बारकोड के रूप में प्रजेंट किया जाता है। यह Computer Readable होता है और इसे Scanner के द्वारा पढ़ा जा सकता है।


Barcode बनाने के बाद एक बार उसे Scanner के द्वारा Read किया जाता है, तब Scanner  एक रेजर छोड़ता है जो Barcode में मौजूद Black और White Lines को Scan करता है। इन लाइनों को स्कैन करने और बारकोड में दिए हुए नंबरों को पहचानने के बाद Scanner के द्वारा उस Barcode में मौजूद सभी जानकारी को पढ़ लिया जाता है और संबंधित हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर्स का इस्तेमाल करके उस जानकारी को जुड़े हुए कम्प्यूटर तक पंहुचा दिया जाता है और कुछ इसी तरह से Barcodes काम करते है।

बारकोड के प्रकार – Types of Barcode in Hindi

Barcode मुख्य रूप से 2 प्रकार के होते हैं और दोनों प्रकार के बाहर कोड का अपना अलग-अलग कार्य होता है जिसके चलते उन बारकोड का उपयोग इंडस्ट्री में किया जाता है। अगर आप बारकोड के प्रकारों के बारे में अधिक जानकारी नहीं रखते तो समस्या की कोई बात नहीं क्योंकि बारकोड के प्रकारों को आसान भाषा में समझा जा सकता है। वैसे तो Barcode को कई तरह से प्रकारो में बाटा जा सकता है लेकिन मुख्य रूप से Barcode के 2 प्रकार कुछ इस तरह है:

1D Barcodes

1D Barcodes


1D Barcodes का पूरा नाम 1-Dimensional Barcodes होता है जिसे सामान्य भाषा में 1D Barcodes बोला जाता है। 1D Barcodes में मुख्य रूप से Textual Information जैसे की  Product Type, Size, Color, और ISBN आदि की जानकारी होती है। 1D Barcodes में सामान्य तौर पर Information को Numerical Form में Store किया जाता है अर्थात इस बारकोड में जानकारी 0 से लेकर 9 तक के अंको में सेव की जाती है। इस तरह के बारकोड में Information को Store करने के लिए काफी कम Storage होती है।

वर्तमान समय में आप बाजार में कोई भी सामान्य प्रोडक्ट जैसे की शेम्पू, पाउडर, मैगी, चिप्स, बिस्कुट या चॉकलेट आदि लेने जाओगे तो उसकी पैकिंग पर आपको बेहद ही आसानी से 1D Barcode देखने को मिल जायेगा जो सामान्य तौर पर लोगो को तो समझ नहीं आता लेकिन Scanner के माध्यम से इसे बेहद ही आसानी से समझा जा सकता है। Automobile, Transport, Healthcare और Food जैसी बड़ी बड़ी या फिर कहा जाये तो करीब करीब सभी Industry में 1D Barcodes का काफी उपयोग किया जाता है।

2D Barcodes

2D Barcodes

1D Barcodes के बाद अगला नंबर आता है 2D Barcodes का जो Barcode का अगला प्रकार होता है। यह तो आप समझ ही चुके होंगे की 2D Barcodes का पूरा नाम 2-Dimensional Barcodes होता है जिसका मुख्य कारण यह है की इसमें 2 Dimension होते है जिसमे लम्बाई और चौड़ाई शामिल है। इस तरह के Barcodes में मुख्य रूप से केवल Text ही नहीं बल्कि साथ में Inventory Levels, Prices और Product Images आदि को भी Save किया जाता है, जिसके चलते यह काफी उपयोगी बन जाते है।

2D Barcodes को पढ़ना सामान्य तौर पर थोड़ा अधिक मुश्किल होता है जिसके चलते इन्हे हर कोई Scanner नहीं पढ़ पाता लेकिन कई Scanner और Smartphones आदि के द्वारा इन्हे आसानी से पढ़ा जा सकता है। अगर आपको 2D Barcodes को समझने में अब भी समस्या है तो आपको जानकारी के लिए बता दे की 2D Barcodes का एक और प्रचलित नाम QR Code है। 2D Barcodes का उपयोग भी वर्तमान समय में काफी बढ़ चूका है और इनका उपयोग करते हुए काफी सारे कामो को काफी आसान बनाया जाता है।

बारकोड कैसे पढ़ा जाता है – How to Read Barcode in Hindi

Traditional 1D Barcodes में Barcode Symbol और निचे की तरफ कुछ नंबर होते है। सबसे लोकप्रिय Traditional Barcode है EAN 13 Barcode, जिसमे Barcode Symbol के निचे की तरफ 13 अंक होते है। इन 13 अंको में से शुरुआत के 2 अंक Country Code होते है, इसके बाद के 5 अंक Manufacturing Code होंगे, इसके बाद के 4 अंक प्रोदुक्ट Code होंगे और वही अंत का जो एक अंक होगा, वह Check Sum होगा और Barcode के बारे में यह कोई भी आसानी से समझ सकता है।

कोई भी व्यक्ति जो Barcode में दिए गए अंको को समझ जायेगा, वह Barcode को आसानी से समझ सकता है। जब Barcode Scanner के द्वारा Barcode को पढ़ा जाता है तो Barcode Scanner उसे Right से Left की तरफ पढ़ता है और Barcode में मौजूद डाटा या फिर कहा जाये तो Barcode में Encoded Data को समझता है और Barcode में मौजूद जानकारी को संबंधित Computer तक पहुंचाता है। इस तरह से Barcode को पढ़ा जाता है और नंबरों को समझके भी इन्हे काफी हद तक समझा जा सकता है।

बारकोड के उपयोग – Uses of Barcode in Hindi

आज के समय में कई इंडस्ट्री में कई जगहों पर Barcodes का काफी ज्यादा उपयोग किया जाता है और छोटा सा दिखने वाला यह Pattern काफी बड़ी चीजों को आसान और सम्भव बनाता है तो ऐसे में इसके बारे में जानना भी जरूरी है। Barcodes को समझने के लिए आपको इसकी उपयोगिता को भी समझना होगा। Barcodes के वैसे तो कई उपयोग है लेकिन आज के समय में मुख्य रूप से इसके चार उपयोग माने जाते हैं, जो कुछ इस प्रकार है:

Inventory को Track करना

Barcode का कई इंडस्ट्री में कई जगह अलग अलग तरीको से उपयोग किया जाता है। वैसे तो Barcode के कई उपयोग होते है लेकिन अगर इसके सबसे बड़े उपयोग के बारे में बात की जाये तो वह है Inventory को Track करना जिसके चलते आज के समय में Barcodes सबसे अधिक उपयोग में लिया जाता है। Barcodes का इस्तेमाल करते हुए Inventory से संबंधित कई समस्याओ को आसानी से हल किया जा सकता है और यही कारण है की आज के समय में Warehouse आदि में Barcodes काफी इस्तेमाल होते है।

Assets को Track करना

Barcodes के सबसे बड़े इस्तेमालो में से एक बड़ा इस्तेमाल Assets को Track करना भी है जिसके लिए Barcodes का काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। व्यवसायों के द्वारा Daily Operations के लिए उपयोग किये जाने वाले Assets जैसे की Machinery, Cars और Computers को Track करने के लिए वर्तमान समय में Barcodes का काफी इस्तेमाल किया जाने लगा है। Asset Tracking Software के साथ मिलकर Barcodes बेहद ही आसानी से Business के Assets को Track करने में मदद करता है।

Invoicing करने में सहायक

अगर आप व्यवसाय की दुनिया की जानकारी रखते हो तो आपको पता ही होगा की Invoicing से जुडी समस्याए व्यवसायों के लिए कितनी बड़ी समस्याए होती है तो ऐसे में वर्तमान समय में काफी सारे व्यवसाय या फिर कहा जाये तो Organizations सटीक रूप से Barcodes का इस्तेमाल करके अपनी Invoicing संबंधित समस्याओ को हल कर रही है। काफी साड़ी कम्पनिया Barcodes का इस्तेमाल करके Invoices को विशेष ग्राहकों के साथ भी Tie करती है जिससे उन्हें Management में काफी मदद मिलती है।

Mail में भी है सहायक

अगर आपको ध्यान हो तो आप जब भी कोई प्रोडक्ट ऑनलाइन आर्डर करते हो तो आपको उस आर्डर को ट्रैक करने की सुविधा भी दी जाती है जिससे की आप यह पता कर पाते हो की आपका आर्डर कहा है और इसी तरह की सुविधाए Mail कम्पनियो के द्वारा या फिर कहा जाये तो Delivery कम्पनियो के द्वारा Order भेजने वालो को भी दी जाती है और इसमें Barcodes अहम किरदार निभाते है। व्यवसायों के द्वारा भेजे जाने वाले Packages को Barcodes और संबंधित Softwares की सहायता से Track किया जाता है।

बारकोड क्यों जरूरी है – Importance of Barcode in Hindi

Barcode के मुख्य रूप से 2 प्रकार होते है  परंतु आज के समय में इसके काफी सारे वेरिएशन बाजार में मौजूद हैं जिनका लाभ उठाते हुए व्यवसायों के द्वारा काफी सारे काम आसान बनाए जाते हैं। कई इंडस्ट्री में बारकोड का काफी भारी मात्रा में उपयोग किया जाता है। Barcodes आज के समय में दुनिया भर में  करीब-करीब सभी इंडस्ट्रीज में काफी जरूरी हो गया है। अगर आप नहीं जानते कि बारकोड क्यों जरूरी है तो इसकी एक नहीं बल्कि काफी सारे कारण है, जिनमें से कुछ मुख्य कारण इस प्रकार है :

Human Errors की समस्या नहीं: ऐसे कई कारण है जो Barcode को काफी जरूरी बनाते है और अगर इन कारणों में से सबसे बड़े कारणों के बारे में बात की जाये तो बारकोड के जरूरी होने का एक बड़ा कारण है Human Errors की समस्या ना होना। Barcode को Scan करके तुरंत Product Data को प्रोसेस किया जा सकता है जबकि वही दूसरी तरफ अगर लोगो के द्वारा यह Data Manually एंटर किया जाये तो उसमे गलती होने की संभावना होती है, जो समय और यूजर एक्सपीरियंस दोनों को खराब करती है।

Data Processing होती है काफी तेज : Barcode के बारे में सबसे खास बता यह है की Barcodes के द्वारा Data को काफी तेजी से Process किया जा सकता है। Barcodes प्रोडक्ट्स से सम्बंधित डाटा को Immediately Process कर देता है काफी Speed के साथ, जिससे इंडस्ट्री में कई जगहों पर लोगो का अलग अलग स्तर पर काफी समय बचता है क्युकी अगर डाटा को मेनुअली एंटर किया जायेगा तो ऐसे में काफी समय लगता है। Barcode लोगो का समय बचाकर उनकी Productivity Rate बढ़ाता है।

काफी Affordable Deployment Cost: Barcodes के बारे में सबसे खास बातो में से एक खास बात यह भी है की इनकी Deployment Cost काफी कम होती है जिसके चलते इन्हे आसानी से Afford और Manage किया जा सकता है और क्युकी Barcodes काफी समय बचाते है और Productivity Rate बढ़ाते है तो ऐसे में यह कई इंडस्ट्री के लिए काफी फायदेमंद साबित होते है। Barcodes को बेहद ही आसानी से जनरेट किया जा सकता है और इनका इस्तेमाल करके कई कामो को आसान बनाया जा सकता है।

बेहतर Inventory Management में सहायक: Barcodes क्यों जरूरी है सवाल के जवाब के एक नहीं बल्कि कई कारण है जिनमे से हम कुछ मुख्य कारण आपको बता रहे है और उन्ही में से एक कारण यह है की Barcodes को Inventory Management में काफी सहायक माना जाता है। कई तरह के बिजनेस में Manufacturer से लेकर Wholesaler और यहाँ तक की Retailer तक को Inventory में काफी समस्या आती है तो ऐसे में बेहतर Inventory Management के लिए Barcodes का इस्तेमाल किया जा सकता है।

Training Requirement काफी कम होता है: अगर आप किसी व्यवसाय में हो तो आपको पता होगा की किसी भी Professional चीज के लिए Employees को काफी Train करना होता है जिसमे समय और पैसा दोनों लगता है। Inventory Management और Billing जैसे कामो के लिए Employees को Train करना काफी खर्चीला हो सकता है और साथ ही छोटी छोटी गलतिया काम बिगाड़ सकती है तो ऐसे में Barcodes का उपयोग किया जाने लगा है जिसमे ज्यादातर काम Scanner का होता है तो Training की जरूरत नहीं होती।

किसी भी बारकोड की जानकारी कैसे प्राप्त करे?

अगर आपको कोई बारकोड दिखता है और आप उसकी जानकारी प्राप्त करने में रूचि रखते है तो इसके लिए आप GS1 की आधिकारिक वेबसाइट gepir.gs1.org का सहारा ले सकते है जिसका उपयोग करके काफी सारे लोग अलग अलग तरह के Barcodes की जानकारी बेहद ही आसानी से प्राप्त करते है। अगर आप नहीं जानते की GS1 की आधिकारिक वेबसाइट के द्वारा Barcode की जानकारी कैसे प्राप्त की जाती है तो बता दे की यह एक बेहद ही आसान प्रक्रिया है।

GS1 की आधिकारिक वेबसाइट से Barcode की जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको बस gepir.gs1.org पर जाना है जहा आपको दिए गए विकल्प का चयन करके अपना Barcode नंबर एंटर करना है और वही निचे की तरफ दिए गए विकल्प में आपको Information को सिलेक्ट करना है। इसके बाद सामान्य तौर पर निचे की तरफ दिए गए Search के विकल्प पर क्लिक कर देना है। उसके बाद आपके सामने उस Barcode की जानकारी आ जाएगी, जो आप प्राप्त करना चाहते है।

बारकोड का इतिहास – Barcode History in Hindi

किसी भी चीज को ठीक से समझने के लिए यह जरूरी है की आप उसका इतिहास भी जाने। क्युकी इस लेख में हम Barcode के बारे में बात कर रहे है और आपको Barcode की जानकारी दे रहे है तो ऐसे में यह जरूरी है की आप Barcode के इतिहास के बारे में भी जान ले। अगर आप Barcode के इतिहास के बारे में नहीं जानते और नहीं जानते की Barcode का आविष्कार किसने किया? तो बता दे की Barcode के इतिहास की शुरुआत होती है 1949 के आसपास से जब Norman Joseph Woodland ने पहली बार एक Barcode बनाया।

Barcode के आविष्कार का श्रेय ना केवल Norman Joseph Woodland को बल्कि साथ में  Bernard Silver को भी दिया जाता है जिन्होंने सबसे पहले Barcode जैसा कुछ बनाने का विचार सोचा था जिससे की प्रोडक्ट्स की इन्फॉर्मेशन को आसानी से और तेजी से प्रोसेस किया जा सके और साथ ही इसमें कोई गलती भी ना हो। अगर इसे ठीक से समझना है तो पहले यह जाने की Norman Joseph Woodland और Bernard Silver ने साथ में Philadelphia में स्थित Drexel Institute of Technology में Graduation की थी और यह दोनों मित्र थे।

Bernard Silver ने एक दिन एक Local Food Chain जिसका नाम Food Flair था, के अध्यक्ष को सुना जो Checkout के समय Food Products की जानकारी को पढ़ने के लिए या फिर कहा जाये तो Process करने के लिए एक System को तैयार करने की Demand रख रहे थे। Silver ने यह बात Norman Joseph Woodland को बताई और उन्हें Food Flair के अध्यक्ष के द्वारा की गयी Request की जानकारी दी। इसके बाद उन दोनों ने कई तरह के Systems पर काम करना शुरू कर दिया जिससे की यह सम्भव हो सके।

इस बड़ी समस्या के समाधान के लिए उनका सबसे पहला उपाय Ultraviolet Ink था लेकिन एक तो Ink महँगी होती और वही दूसरी तरफ यह तेजी से Fade भी हो जाती थी तो ऐसे में यह एक सटीक उपाय नहीं था। एक बेहतर System तैयार करने के लिए उन्होंने अपनी अगली Inspiration ली Morse Code से और इसके बाद उन्होंने Beach पर मौजूद Sand से उन्होंने पहले Barcode को तैयार किया जिसे पढ़ने के लिए उन्होंने फिल्मो में उपयोग किये जाने वाले Optical Sound Technology का इस्तेमाल किया।

इसके बाद 20 अक्टूबर 1949 को Woodland और Silver के द्वारा Barcode प्रणाली को बेहतर बनाने के बाद इसके लिए Patent फाइल किया गया। इसके बाद करीब 3 साल बाद 7 अक्टूबर 1952 को US Patent 2,612,994 के रूप में उन्हे पेटेंट मिला और वह Barcode के आविष्कारक कहलाए जाने लगे। Barcode के पेटेंट को IBM के द्वारा खरीदने की कोशिश की गयी लेकिन उनकी कोशिश सफल नहीं हुई। इसके बाद साल 1962 में Philco के द्वारा Barcode का पेटेंट खरीदा गया जिसे उसके कुछ समय बाद IRC को बेच दिया।

FAQs

बारकोड कैसे बनते हैं?

वर्तमान समय में बाजार में Softwares उपलब्ध है और उन्ही का उपयोग करते हुए Barcodes को बनाया जा फिर कहा जाये तो जनरेट किया जाता है। अगर आप Barcodes का बनाना चाहते है तो इसके लिए आपको Free और Paid दोनों तरह के ही Software इंटरनेट पर मिल जायेंगे।

बारकोड कितने प्रकार के होते हैं?

Barcode मुख्य रूप से 2 प्रकार के होते है जिनमे 1D Barcodes और 2D Barcodes शामिल है। 1D Barcodes में केवल एक Dimension में Lines होती है तो वही दूसरी तरफ 2D Barcodes में 2 Dimension में Lines होती है।

बारकोड स्कैन कैसे करते हैं?

Barcodes के टाइप के अनुसार Barcode Scanner आते है, जिनके द्वारा Barcodes को स्कैन किया जाता है। इन Scanners को On करके Barcode के सामने रखने पर यह Automatic Barcode को Scan कर लेते है।

भारत का बार कोड नंबर क्या है?

भारत का बारकोड नंबर 890 है जो आपको भारत में मेन्युफेक्चर होने वाले प्रोडक्ट्स पर दिख जायेगा। अगर आपको भारत का बारकोड नंबर पता हो तो आप आसानी से भारतीय प्रोडक्ट्स की पहचान भी कर सकते है।

बारकोड का उपयोग क्या है?

Barcode का उपयोग करते हुए Products की जानकारी को Alphanumeric Characters में Encode करना है जिसे Scanner की सहायता से आसानी से Process किया जा सके या फिर पढ़ा जा सके जिससे की Billing, Inventory Tracking और Invoicing जैसे काम आसान हो जाते हैं।

यह भी पढ़े:

Hope की आपको बारकोड क्या होता है?, का यह पोस्ट पसंद आया होगा तथा आपके लिए हेल्पफुल भी रहा होगा।

यदि इस पोस्ट से सम्बंधित आपके मन में कोई सुझाव या विचार है तो निचे कमेन्ट में बताये तःथा पोस्ट पसंद आने पर अपने दोस्तों के साथ साझा अवश्य करे।

Previous article[20 NEW*] Instagram TIPS & TRICKS in Hindi (इंस्टाग्राम ट्रिक्स)
Next articleलिब्रे ऑफिस क्या है? (What is LibreOffice in Hindi)
हेलो दोस्तों, मेरा नाम अंकुर सिंह है और में New Delhi से हूँ। मैंने B.Tech (Computer Science) से ग्रेजुएशन किया है। और में इस ब्लॉग पर टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर, मोबाइल और इंटरनेट से जुड़े लेख लिखता हूँ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here