बिज़नेस क्या है? परिभाषा, प्रकार एवं विशेषताएँ? (Business in Hindi)


दोस्तों बिज़नेस के बारे में तो आप सबने पहेले से सुना ही होगा लेकिन अगर आप बिज़नेस के बारे में डिटेल से जानना चाहते हो तो आज इस पोस्ट में हम जानिंगे की बिज़नेस क्या है? (What Is Business In Hindi) बिज़नेस कैसे करे? बिज़नेस के प्रकार? परिभाषा एवं विशेषताएँ? All about business in hindi?

बिज़नेस क्या है? परिभाषा, प्रकार एवं विशेषताएँ? (Business in Hindi)

दोस्तों बचपन से ही ज्यादातर घरों में माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ लिखकर एक अच्छी जॉब करने की सलाह देते हैं। कम ही ऐसे अभिभावक होते हैं जो बच्चे को Business करने के लिए प्रेरित हैं। इसलिए आज के इस लेख में बिज़नेस क्या है? इसका क्या उद्देश्य होता है? इसके सिद्धांत एवं इसको कैसे करते हैं। इस हम करीब से समझने की कोशिश करेंगे.


दोस्तों पढ़ाई-लिखाई करके एक सुरक्षित नौकरी खोज कर अपना जीवन बिताना आसान है। परंतु वही एक बिजनेस करके दूसरों के लिए रोजगार पैदा करना इतना आसान नहीं। यही एक बड़ा कारण है आज भी बच्चों को पढ़ लिख कर जॉब करने के लिए प्रेरित किया जाता है, बिजनेस के लिए नहीं। परंतु बिजनेस एक ऐसा जरिया है, को आपके पूरे कैरियर को बदल नहीं पलट सकता है। जी हां बिजनेस में वह ताकत है। आज आप दुनिया में यदि अमीर लोगों को देखें, तो उनमें से अधिकतर अमीर होने की वजह बिजनेस ही है।

तो यदि आप जिंदगी में कुछ बड़ा करना चाहते हैं पैसा कमाना चाहते हैं नाम कमाना चाहते हैं तो बिजनेस आपकी इसमें काफी सहायता करने वाला है। लेकिन यदि आप एक स्टूडेंट है और बिजनेस के बारे में कुछ नहीं जानते। तो आइए हम सबसे पहले जानते हैं बिज़नेस क्या है? (What Is Business In Hindi)

बिज़नेस क्या है? (What is Business in Hindi)

बिजनेस जिसे अक्सर व्यापार, धंधा, कारोबार जैसे नामों से जाना जाता है। यदि हम बिजनेस की परिभाषा को देखें तो बिजनेस एक संस्था है जहां पर लोग एक साथ मिलकर काम करते हैं। जिस उद्देश्य उत्पादों एवं सेवाओं को sell करके प्रॉफिट कमाना होता है। एक बिजनेस में बिजनेस का मालिक ही लोगों को काम करने के लिए हायर करता है। उसकी मर्जी से ही उसकी कंपनी में कार्य होता है।

एक बिजनेस निजी (private) हो सकता है, या वह नॉन प्रॉफिट हो सकता है, या राज्य द्वारा इसका स्वामित्व किया जा सकता है। लेकिन यदि आप दूसरों के आदेश पर काम नहीं करना चाहते, एक Boss फ्री लाइफ जीना चाहते हैं। ढेर सारा पैसा कमाना चाहते हैं और दूसरों को रोजगार के अवसर देना चाहते हैं। तो बिजनेस आपके लिए उपयुक्त हो सकता है।

परंतु बगैर पूंजी, प्लानिंग के बिजनेस करना आसान नहीं होता। यही वजह है कि कई सारे लोग बिजनेस के रास्ते के स्थान पर Job का विकल्प चुनना बेहतर समझते हैं।


बिजनेस के प्रकार – Types of Businesses in Hindi

दोस्तों उम्मीद है यहां तक आपको बिजनेस के बारे में काफी कुछ जानने को मिल चुका होगा। बिजनेस के गुणों के आधार पर इसके विभिन्न टाइप्स हैं, क्योंकि हर बिजनेस एक जैसा नहीं हो सकता। तो यहां पर मुख्यतया बिजनेस के चार टाइप्स का वर्णन किया गया है

1. Manufacturing Business

दोस्तों इस बिजनेस के अंतर्गत एक उत्पादक प्रोडक्ट्स को प्रोड्यूस करता है। और उन्हें सेल करने के लिए या तो डायरेक्ट कस्टमर से जुड़ता है या फिर किसी middlemen के माध्यम से उन प्रोडक्ट्स को बेचकर प्रॉफिट कमाता है. मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस का सबसे बढ़िया एग्जांपल फैक्ट्री, प्लास्टिक  इत्यादि को ले सकते है। जहां पर विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स को Produce किया जाता है और उसके बाद Wholesaler से कस्टमर तक पहुंचने का सफर तय होता है।

यदि आप भी मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस करना चाहते हैं, तो हम आपको पहले ही best Manufacturing business ideas in hindi के बारे में बता चुके हैं।


2. Services

सेवा जिसका अर्थ है कि इस टाइप की बिजनेस में फिजिकल तौर पर कोई प्रोडक्ट सेल नहीं किया जाता। बल्कि सेवाएं दी जाती हैं इसका बढ़िया एग्जांपल आप अपने आस-पड़ोस में देख सकते हैं। एग्जांपल के लिए डॉक्टर जो अपने बिजनेस में किसी तरह का प्रोडक्ट सेल नहीं करता बल्कि वह अपनी सेवाएं लोगों को देता है और वही उसका business है, इसी प्रकार एक ट्यूशन सेंटर एक एजुकेशन फिटनेस ट्रेनर, सैलून, स्कूल, कंसलटेंसी service का best  एग्जांपल हैं।

इस प्रकार के services में प्रॉफिट या तो डायरेक्ट तौर पर हो सकता है या फिर कमीशन बेस पर हो सकता है। इस बिजनेस को करने के लिए आपके पास पहले से ही किसी फील्ड में विशेष skills/ Expertises होनी चाहिए तभी आप लोगों को या फिर किसी कंपनी को अपनी सेवाएं देकर प्रॉफिट कमा सकते हैं।

3. Merchandise

Merchandising बिजनेस का एक ऐसा प्रकार है जिसे आप मिडल मैन बिजनेस स्ट्रेटजी भी कह सकते हैं। यहां पर एक बिजनेस जिन प्रोडक्ट्स को sell करना चाहते हैं। उसके लिए वे किसी मैन्युफैक्चर/ Whole seller या फिर किसी अन्य पार्टनर से Contact कर सकता है। और उनके प्रोडक्ट्स को स्वयं रिटेल प्राइस में सेल कर सकता है। आमतौर पर इस टाइप के बिजनेस को buy & sell बिजनेस के नाम से जाना जाता है क्योंकि यहां पर एक बिजनेस अपनी मर्जी के मुताबिक किसी प्रोडक्ट को उसके वास्तविक दाम से अधिक में भी बेच सकता है।


ग्रॉसरी स्टोर, सुपर मार्केट डिस्ट्रीब्यूटर्स इसके कुछ बढ़िया एग्जांपल हैं। Merchandise नामक यह बिजनेस न सिर्फ ऑफलाइन बल्कि ऑनलाइन विभिन्न सोशल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से भी किया जा रहा है। और लोग काफी अच्छी Earning इसमें बिना इन्वेस्टमेंट के कर रहे हैं।

4. Hybrid Business

इस प्रकार के बिजनेस में 2 टाइप्स के बिजनेस जुड़े रहते हैं। जिनके बारे में हम ऑलरेडी बात कर चुके हैं, एग्जांपल लेते हैं एक रेस्टोरेंट है जो विभिन्न प्रकार की Dishes को खुद ही बनाता है. (मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस) साथ ही वह पकवानों के अलावा चीजें जैसे कोल्ड ड्रिंक्स, स्नेक्स इत्यादि भी (Merchandise बिजनेस) सेल करता है. और इस प्रकार कस्टमर्स तक अपनी सेवाओं को पहुंचाता है।

तो साथियों यह थे अभी बिजनेस Types जो हमें अपने दैनिक जिंदगी में आमतौर पर देखने को मिलते हैं। अब आप इनमें से किस प्रकार का बिजनेस करना चाहते हैं, और आप को इनमें से कौन सा बेहतर लगा? यह आपकी इच्छा पर निर्भर करता है।

Business Ownership के प्रकार?

अब तक हमने बिजनेस के टाइप्स को समझा अब हम बिजनेसमैन एवम उसके टाइप समझेंगे अर्थात एक बिजनेस मैं किसी व्यक्ति का मालिकाना हक किस किस प्रकार से हो सकता है? उसे समझते हैं।

1. Partnership

जब दो या दो से अधिक व्यक्ति मिलकर आपस एक बिजनेस को Run करते हैं तो उसे पार्टनरशिप बिजनेस के तौर पर जाना जाता है। और हां आपको बता दें यह पार्टनरशिप जनरल या लिमिटेड दो तरीकों से हो सकती है।

यदि पार्टनरशिप एक जनरल पार्टनरशिप है तो ऐसे में यह एक Sole proprietorship की तरह है जहां पर एक या एक से ज्यादा बिजनेस owners, असीमित देनदारी (liabilities) का सामना करते हैं। लेकिन जो लिमिटेड पार्टनरशिप होती है उसमें कुछ या सभी पार्टनर्स को लिमिटेड लायबिलिटी का सामना करना होता है।

2. Sole Proprietorship

इस प्रकार का बिजनेस किसी एक व्यक्ति द्वारा ऑपरेट होता है, उसका स्वामित्व भी उसी के हाथों होता है। इस प्रकार का बिजनेस आसानी से सेटअप एवं रजिस्टर किया जा सकता है।

और जाहिर सी बात है जहां पर एक इंडिविजुअल ही किसी बिजनेस को ऑपरेट करता हो। एग्जांपल के लिए किराना की दुकान तो वहां पर जितना भी उसका प्रॉफिट होता है वह सारा उसी व्यक्ति के हाथों पर जाता है। उसकी सारी liabilities (देनदारी) भी उसी व्यक्ति को मैनेज करने होते हैं।

इस बिजनेस का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि यहां पर एक मालिक अनलिमिटेड लायबिलिटीज को face करता है। इसका मतलब है कि कई बार जब ऐसी स्थिति आ जाती है जहां पर बिजनेस का खर्चा नहीं उठाया जा सकता तो ऐसे में एक बिजनेसमैन कोअपने पर्सनल Assets भी उस धंधे में लगाने पड़ते हैं।

3. Corporation

कॉरपोरेशन भी एक बिजनेस की तरह ही होता है परंतु इसकी identity नॉर्मल बिजनेस की तुलना में थोड़ी अलग होती है। यहां पर जो बिजनेस की ownership है वह सामान्यतः शेयर या स्टॉक के तौर पर होती है।

कॉरपोरेशन बिजनेस में owners एक लिमिटेड लायबिलिटी का उपयोग करते हैं। परंतु वह बिजनेस में पूरी तरह सम्मिलित नहीं होते हैं. दोस्तो एक कॉरपोरेशन कोमल ग्रुप जिसे शेयरहोडलर्स द्वारा चुना जाता है वह ऑपरेट करता है।

4. Cooperative

बिजनेस का यह प्रकार एक प्राइवेट बिजनेस होता है। इस प्रकार के बिजनेस को लोगों द्वारा संचालित किया जाता है एवं अपने Mutual बेनिफिट्स के लिए इसको Run किया जाता है।

इस प्रकार के किसी बिजनेस को करने का मुख्य उद्देश्य अपनी सेवाएं मेंबर्स को देना होता है. साथियों उम्मीद है बिजनेस क्या हैम आपको इस सवाल का जवाब अब तक आपको मिल चुका होगा। यदि हमने कुछ Miss कर दिया है तो नीचे कमेंट में बताएं। इसके अलावा यदि आप खुद का बिजनेस करना चाहते हैं तो कुछ हेल्पफुल टिप्स अब हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं।

बिजनेस का सिद्धांत – Concept of Business in Hindi

किसी भी बिजनेस की शुरुआत के पीछे उसका fundamental आइडिया होता है। वही उस बिजनेस का कंसेप्ट कहा जाता है, जी हां किसी भी कंपनी को शुरू करने से पहले उसकी प्लानिंग करना, उसके लिए एक Vision तैयार करना और उसका एक Goal Set करना जरूरी होता है।

उदाहरण के तौर पर यदि हम Ola को ले तो oyo जो कि भारत की बेस्ट ऑनलाइन होटल बुकिंग वेबसाइट के रूप में जानी जाती है। उसकी शुरुआत भारत में कम दाम में होटल rooms के अंतर्गत बेहतर सेवाएं देने के लिए की गई थी।और जिस काम में वह काफी हद तक सफल भी रहा है। इसी प्रकार किसी भी सफल बिजनेस की शुरुआत की जाती है, उसे इसी कंसेप्ट के आधार पर डेवलप किया जाता है।

बिजनेस का उद्देश्य क्या है? – Objective of Business in Hindi

एक बिजनेस का उद्देश्य होता है जो उस बिजनेस को सुचारू रूप से चलाए रखता है। जिस वजह से ग्राहक लंबे समय तक उससे जुड़ते चले जाते हैं और यही एक कारण है कि वह बिजनेस इस दुनिया में Exist होता है। इस संबंध में आपको एक जरूरी बात बता दे कि अधिकतर लोगों को लगता है कि बिजनेस से प्रॉफिट कमाना ही उसका एक मुख्य गोल होता है, तो ऐसा नहीं है और ऐसा आगे आपको क्लियर भी हो जाएगा क्योंकि कुछ बिजनेस जहां सिर्फ प्रॉफिट के लिए Run किए जाते हैं, तो कुछ नॉन प्रॉफिट बिजनेस एसोसिएशन भी होते हैं।

यदि हम पारंपरिक बिजनेस मॉडल को देखें तो वहां पर प्रोडक्ट एवं service को सेल करने का मतलब यही है था कि बिजनेस से अधिक से अधिक पैसों का लाभ हो। लेकिन यदि आज हम Modern कंसेप्ट को देखें तो अमेजॉनफ्लिपकार्ट या फिर कोई भी अन्य मॉडर्न कंपनी कस्टमर सेटिस्फेक्शन पर फोकस कर रही है। उदाहरण के लिए Jio जिसने भारत में लॉन्च होने से पूर्व लोगों को अपनी सेवाओं से सेटिस्फाई किया। और देखते ही देखते आज करोड़ों लोग jio का आज इस्तेमाल कर रहे हैं।

और कस्टमर सेटिस्फेक्शन बिजनेस में एक ऐसी चीज है जो किसी बिजनेस का आज के समय में आधार बन चुकी है। और उसी से एक बिजनेस कितना Grow हो सकता है इसका अनुमान लगाया जा सकता है। अतः आप इसे इस तरह भी समझ सकते हैं किसी बिजनेस में यदि कस्टमर सेटिस्फाई हैं तो इसका अर्थ है उस बिजनेस में वृद्धि होना निश्चित है।

बिजनेस करने के लिए यह है जरूरी? Useful Tips for Starting A Business in Hindi

An Idea

छोटा हो या बड़ा बिजनेस की शुरुआत एक आईडिया से ही होती है। यदि आप खुद का स्टार्टअप करने की सोच रहे हैं तो उसे करने से पूर्व काफी घंटे एक अच्छा आईडिया सोचने पर लगाएं  ताकि आपको आगे उसका बेनिफिट मिल सके।

Plan A Business

अब यदि आपने बिजनेस आइडिया सोच लिया है, तो उस पर काम करने से पूर्व एक बिजनेस प्लान बनाना बेहद जरूरी है। ताकि आप उस नक्शे कदम पर सही से चल सके और आपकी प्लानिंग के मुताबिक ही आपको रिजल्ट मिल सके। तो प्लानिंग करना शुरू करें प्लानिंग के दौरान ही आपको अपने स्टार्टअप का नाम सोचना है जो कि short एवं Easy हो और साथ ही आपको इसमें  कौन-कौन सी सेवाएं आप अपने बिजनेस के माध्यम से देने वाले हैं। इसकी पूरी जानकारी सम्मिलित करनी चहिए।

Market Research

प्लानिंग, आइडिया के साथ-साथ जरूरी है कि आप अपने बिजनेस को ग्राउंड में जब लेकर आएं। तो उस की जमीनी हकीकत के लिए मार्केट रिसर्च भी करें।

बिजनेस को रजिस्टर कराएं

यदि आप long term में अपने बिजनेस से काफी अच्छा नाम कमाना चाहते हैं, पैसा कमाना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप बिजनेस शुरू करने के लिए सभी Legal terms & Conditions को फॉलो करें। इसके लिए आप लीगल एडवाइजर एक्सपर्ट से सलाह ले सकते हैं, और अपने बिजनेस को कैसे legally रन करवाएं इससे संबंधित उनके बतय steps को फॉलो कर सकते है।

तो साथियों यह थे वे सभी इंपोर्टेंट टिप्स जो आपको ध्यान रखने है, अपने बिजनेस की शुरुआत करने के लिये हमें आशा है इस लेख को यहां तक पढ़ने के बाद आपको बिजनेस क्या है? इस लेख में काफी कुछ उपयोगी जानकारियां मिली होंगी।

FAQ:

बिजनेस क्या होता है?

बिज़नेस से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी आर्टिकल में बतायी गई है।

बिजनेस कितने प्रकार के होते हैं?

बिज़नेस काफ़ी प्रकार के होते है, उसकी पूरी जानकारी आर्टिकल में बतायी गई है।

उम्मीद है अब आपको बिज़नेस से जुड़ी पूरी जानकारी मिल चुकी होगी और आप जान गये होगे की बिज़नेस क्या है? (What Is Business In Hindi) बिज़नेस कैसे करे? बिज़नेस के प्रकार? परिभाषा एवं विशेषताएँ? All about business in hindi?

Hope की आपको बिज़नेस क्या है? परिभाषा, प्रकार एवं विशेषताएँ? (Business in Hindi) का यह पोस्ट पसंद आया होगा, और हेल्पफ़ुल लगा होगा।

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