आज वह दौर है, जब हम कंप्यूटर के नाम से बिल्कुल भी अछूते नहीं है और हमें कंप्यूटर के बारे में विस्तृत जानकारी है। कंप्यूटर वह माध्यम है, जो हमारे हर काम को आसान बनाता है और जिसके माध्यम से हम अपने समय की बचत कर सकते हैं। इसलिए आजके इस पोस्ट में हम जानिंगे की आख़िर कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया और कब हुआ?
जैसा की आप सभी को पता है कि जब भी कोई कार्य कंप्यूटर के माध्यम से किया जाता है, तो वह कार्य बहुत ही आसान तरीके से बिना किसी गलती के होता है और हम ज्यादा से ज्यादा कंप्यूटर का उपयोग करते नजर आते हैं। ऐसे में आज हम कंप्यूटर के बारे में आप सभी को विस्तृत जानकारी देंगे ताकि आप भी गहराई के साथ कंप्यूटर के बारे में जानकारी हासिल कर सके।
तो चलिए देखते हैं की आख़िर कंप्यूटर क्या है? कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया और कब हुआ?
कंप्यूटर क्या है?
कंप्यूटर एक बहुआयामी मशीन है जिसे इंसानों द्वारा चलाया जाता है और यह हमारे दिशा निर्देशों को खास रूप से अंजाम देते हैं और इसे एक बेहतरीन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के रूप में भी जाना जाता है। कंप्यूटर के माध्यम से किसी भी डाटा को कई दिनों तक स्टोर करके रखा जा सकता है जिसमें आप जब भी मन चाहे उस डाटा को खोल कर देख सकते हैं और अपने काम को पूरा कर सकते हैं।
कंप्यूटर का हिंदी में नाम क्या है?
कंप्यूटर का हिंदी में संगणक या अभीकलक के नाम से जाना जाता है जिसकी कम लोगों को ही जानकारी है।
कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति कहाँ से हुयी?
सामान्य रूप से हम सभी कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं और इसके अर्थ से अनजान होते हैं। दरअसल कंप्यूटर ग्रीक शब्द “compute’’ और लैटिन शब्द ‘’computare’’ से मिलकर बना हुआ है। इसके बाद हम कंप्यूटर शब्द का इस्तेमाल करते हैं।
कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
दुनिया का सबसे पहला कंप्यूटर ब्रिटिश गणितज्ञ चार्ल्स बैबेज ने 1832 में बनाया था। इसका नाम anylytical engins था उन्होंने इस कंप्यूटर को पहली बार वर्ष 1820 में डिजाइन किया था। यह एक साधारण सा computer था, साधारण सी गणनाओं को करने में सक्षम था।
उसके बाद धीरे-धीरे डिजिटल कंप्यूटर का विकास हुआ जो अपने काम में कहीं ज्यादा माहिर था और आज के समय में भी हम सभी इस कंप्यूटर का उपयोग करते हैं। बता दें ABC नामक पहले इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर को वर्ष 1943 में बनाया गया था।
कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?
सामान्य रूप से हम सभी कंप्यूटर शब्द का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इस शब्द का भी फुल फॉर्म हम आपको बताने वाले हैं।
C = Commonly
O = Operated
M= Machine
P= Particularly
U = Used for
T= Technical
E= Educational
R= Research
कंप्यूटर के प्रकार
मुख्य रूप से कंप्यूटर को तीन प्रकारों में बांटा गया है जिनका समय समय पर उपयोग किया गया है।
- डिजिटल कंप्यूटर
- हाइब्रिड कंप्यूटर
- एनालॉग कंप्यूटर
डिजिटल कंप्यूटर के प्रकार
- सुपर कंप्यूटर
- मेनफ्रेम कंप्यूटर
- मिनी कंप्यूटर
- माइक्रो कंप्यूटर
- ग्रीट कंप्यूटर
सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले कंप्यूटर के प्रकार
हम सभी अपने कार्यों के लिए कंप्यूटर का उपयोग करते हैं जिनमें अलग-अलग प्रकार के कंप्यूटर शामिल हैं। कंप्यूटर में हमें कार्य करना सुविधाजनक लगता है। हम अपने हिसाब से कार्य करते हैं और सही तरीके से कार्य को अंजाम भी देते हैं। ऐसे में कुछ मुख्य प्रकार के कंप्यूटर शामिल हैं—
डेस्कटॉप कंप्यूटर— इस कंप्यूटर का उपयोग सामान्य रूप से घरों और ऑफिसों में किया जाता है जहां टेबल के ऊपर रखकर इस कंप्यूटर का उपयोग होता है और बड़े ही आराम तरीके से इसका उपयोग अपने हिसाब से किया जा सकता है। इनमें मुख्य रूप से कई सारे पार्ट्स होते हैं, जो किसी भी काम को आसान बनाते हैं जिनमें कीबोर्ड, मॉनिटर, माउस, प्रिंटर शामिल होते हैं।
लैपटॉप कंप्यूटर — आज के समय में इसका इस्तेमाल बहुत ज्यादा किया जाता है क्योंकि इसे रखना आसान होता है और आप इसे आसानी के साथ कहीं भी ले जा सकते हैं।
टेबलेट — यह आकार में बहुत छोटा है और इसे पॉकेट फ्रेंडली भी कहा जाता है। इसमें वह सारे काम हो सकते हैं जो आप लैपटॉप या फिर डेस्कटॉप के माध्यम से करते हैं। इसमें आप आसानी के साथ टाइपिंग कार्य कर सकते हैं और अपना महत्वपूर्ण काम आसान बना सकते हैं।
स्मार्टफोन — आज के समय में आने वाला हर स्मार्टफोन हमारे लिए कारगर होता है, जहां आसानी के साथ इन में इंटरनेट कनेक्ट किया जा सकता है और किसी भी काम को उसने ही सफाई के साथ कर सकते हैं, जो हम किसी बड़े कंप्यूटर में करते हैं।
कंप्यूटर के प्रमुख हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर
कंप्यूटर दो प्रकार के अंगों से मिलकर बना होता है जिसे हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर कहते हैं। जब भी हम किसी कंप्यूटर में कुछ काम करते हैं, तो उस समय हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों ही तरीकों से हम कार्य को अंजाम देते हैं और आज हम आप को उनके बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।
हार्डवेयर — सामान्य रूप से हार्डवेअर हम उन कंप्यूटर के भागों को कहते हैं जिन्हें हम अपनी आंखों से देख सकते हैं और उन्हें छू कर महसूस भी किया जा सकता है। इनमें मुख्य रूप से कीबोर्ड, मॉनिटर, माउस, मेमोरी चिप शामिल होते हैं जिनका हम समय-समय पर उपयोग करते हैं। हार्डवेयर दो प्रकार के होते हैं—
1] अर्थमेटिक लॉजिक यूनिट [ALU] – यह एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा आसानी के साथ अपने डेटा और निर्देशों को अंकगणितीय क्रियाओं के माध्यम से सूचना के रूप में भेज दिया जाता है और जो भी डाटा होता है उसका हम बाद में उपयोग कर सकते हैं।
2] कंट्रोल यूनिट [CU] — इसके अंतर्गत कंप्यूटर के दिए गए निर्देशों को कंट्रोल करने का कार्य किया जाता है और इसमें कंप्यूटर की आंतरिक गतिविधि भी संचालित होती रहती है।
सॉफ्टवेयर — यह कंप्यूटर के उन भागों के रूप में होते हैं, जिन्हें हम आंखों से तो देख सकते हैं लेकिन उन्हें कभी छू नहीं सकते। ऐसे में हमें पता है कि कंप्यूटर के अंदर अलग-अलग प्रकार के कार्य होते हैं जिन्हें सम्मिलित रूप से ही सॉफ्टवेयर कहा जाता है और इस के माध्यम से ही कंप्यूटर की सारी क्रियाविधि संपन्न होती हैं।
सॉफ्टवेयर के प्रकार
- सिस्टम सॉफ्टवेयर
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर
- एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
कंप्यूटर के विभिन्न भाग
- मॉनिटर — इसके माध्यम से हम कंप्यूटर में आने वाले विभिन्न प्रोग्रामों को देख सकते हैं और आसानी के साथ इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। यह एक प्रकार का आउटपुट डिवाइस होता है।
- सीपीयू [सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट] — इसे कंप्यूटर के मुख्य भाग के रूप में जाना जाता है और इसे ‘’कंप्यूटर का ब्रेन’’ भी कहा जाता है। जिसको हम सेव करते हैं वह सीपीयू के माध्यम से सेव रहता है और फिर हम आसानी से ही इसका उपयोग कर सकते हैं।
- कीबोर्ड — कीबोर्ड का इस्तेमाल मुख्य रूप से टाइपिंग के लिए होता है। यह एक प्रकार का इनपुट डिवाइस है और इसके माध्यम से हम कंप्यूटर को ऑपरेट भी कर सकते हैं।
- माउस — इसके माध्यम से हम किसी भी चीज को आसानी से खोज सकते हैं और यह मुख्य रूप से रिमोट डिवाइस के द्वारा कंट्रोल होता है जिसमें कार्य को आसान बनाया जा सकता है।
- जॉय स्टिक — इसका उपयोग मुख्य रूप से कंप्यूटर में गेम खेलने के लिए किया जाता है जिसमें लेफ्ट, राइट करते हुए गेम खेलते हैं।
- प्रिंटर — इसके माध्यम से आपके द्वारा डाउनलोड किए गए किसी भी पेज को प्रिंट करके निकाला जा सकता है।
कंप्यूटर से विशेष लाभ
आज के समय में हम सभी कंप्यूटर का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं और ऐसी कोशिश की जाती है कि हर काम कंप्यूटर के माध्यम से ही पूरा हो जाए। ऐसे मैं कंप्यूटर के माध्यम से हमें कुछ विशेष लाभ प्राप्त होते हैं।
- अगर हमें किसी भी प्रकार की जानकारी किसी भी विषय के बारे में जाननी हो तो हम सबसे पहले कंप्यूटर का सहारा लेते हैं जिसमें आसानी के साथ हम किसी की जानकारी को देख सकते हैं।
- शिक्षा के क्षेत्र में कंप्यूटर काफी आगे हैं, जहां ऑनलाइन क्लास के माध्यम से ही अपनी पढ़ाई को जारी रखा जा रहा है और साथ ही साथ ऐसे कोर्स भी कंप्यूटर में उपलब्ध होते हैं जिन्हें हम घर बैठे ही पूरा कर सकते हैं।
- कंप्यूटर के माध्यम से इसी प्रकार के डाटा को स्टोर करके रखा जा सकता है और इसे काफी दिनों बाद भी खोल कर देख सकते हैं।
- कंप्यूटर एक ऐसा माध्यम है जिससे किसी भी कार्य को समझ पाना आसान होता है और फिर हम अगली बार खुद के तरीकों से ही कार्य पूरा कर सकते हैं।
- आज के समय में कंप्यूटर के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग करना आसान हो गया है और लोग आसानी के साथ ही शॉपिंग करना पसंद करते हैं।
कंप्यूटर की विशेष कार्य प्रणाली
कंप्यूटर की एक विशेष कार्य प्रणाली होती है जिसके अंतर्गत व कार्यों को अंजाम देता है और हमें सही परिणाम देता है।
इनपुट — प्रोसेसिंग— आउटपुट
कंप्यूटर हमेशा इसी सिद्धांत पर कार्य करता है और इसके लिए वह कीबोर्ड, माउस जैसे उपकरण का उपयोग करता है और किसी भी निर्देश को आसानी के साथ मानते हुए काम को पूरा करता है।
कंप्यूटर के महत्वपूर्ण घटक
कंप्यूटर के महत्वपूर्ण भाग होते हैं जिन्हें हम उपयोग करते हैं।
- सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट— मुख्य रूप से इसे कंप्यूटर का ब्रेन कहा जाता है जिसमें कई सारे डाटा प्रोसेसिंग के माध्यम से स्टोर किया जाता है और सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के माध्यम से किसी भी कार्य को नियंत्रण में रखा जा सकता है। सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को ‘’सीपीयू’’ के नाम से भी जाना जाता है। मुख्य रूप से या तीन भागों में बटा होता है– 1] ALU [ Arithmetic logic unit 2] memory unit 3] control unit
- इनपुट यूनिट — इनपुट यूनिट का उपयोग हम उस समय करते हैं, जब किसी भी डाटा को कंप्यूटर के अंदर शेयर करना होता है या फिर डेटा को कंप्यूटर के माध्यम से सेव करा जाता है। इनपुट यूनिट के अंतर्गत मुख्य रूप से कीबोर्ड, माउस, लाइट पेन टचस्क्रीन जैसे डिवाइस आते हैं जिनको हम कई बार उपयोग करते हैं और कभी-कभी ज्यादा उपयोग नहीं किया जाता है।
- आउटपुट यूनिट — कंप्यूटर का यह एक ऐसा माध्यम है जिसके अंतर्गत आसानी से ही किसी भी इंफॉर्मेशन को प्राप्त किया जाता है और कंप्यूटर की भाषा को समझा जा सकता है।
- स्टोरेज यूनिट — यह भी मुख्य रूप से उपयोग किए जाने वाला यूनीट है जिसमें किसी भी आउटपुट को आसानी के साथ सेव किया जा सकता है जिसमें मुख्य रुप से प्रोग्राम एप्लीकेशन, सॉफ्टवेयर, फाइल जैसी चीजें होती हैं जिन्हें स्टोर करके हम कभी भी इस्तेमाल कर सकते हैं और किसी दिक्कत से बचा जा सकता है।
कंप्यूटर से होने वाली हानि
सामान्य रूप से हम देखते हैं कि कंप्यूटर का बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता है जिसके बहुत लाभ भी हैं लेकिन हमें कंप्यूटर के माध्यम से कुछ हानियों का सामना करना पड़ता है। आपने गौर किया होगा कि छोटे बच्चे इसका इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें आंखों में दर्द, सिर दर्द, थकान जैसी समस्याएं होती हैं और इस वजह से उनका मन किसी दूसरे काम में नहीं लगता है।
एक शोध के अनुसार अगर हम कंप्यूटर में काम करते हैं, तो ऐसे में हमें बहुत सारे वायरस का संक्रमण हो सकता है और जिसके मद्देनजर हम बीमार हो सकते हैं। कंप्यूटर का इस्तेमाल करना अच्छा माना जाता है लेकिन अगर हद से ज्यादा इस्तेमाल किया जाए तो ऐसे में हमें इसकी लत हो जाती है और हम किसी और काम में मन नहीं लगा पाते हैं।
आज के समय में बिना कंप्यूटर के कोई भी काम करना मुश्किल जान पड़ता है और हमें कंप्यूटर की आदत हो गई है। ऐसे में अगर सावधानीपूर्वक कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाए तो यह हम सभी के लिए बहुत ही कारगर होता है और हम अपने किसी भी कार्य को बड़े ही आसान तरीके से पूरा कर सकते हैं जिसमें ज्यादा समय नहीं लगता है और नियमित रूप से कार्य को सही दिशा में करते हुए आगे बढ़ा जा सकता है।
इस प्रकार से इस लेख में आपको कंप्यूटर से जुड़ी पूरी जानकारी विस्तार से मिल चुकी होगी! कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया और कब हुआ? उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी होगी। इस अंत तक पढ़ने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
Hope की आपको कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया और कब हुआ? का यह पोस्ट पसंद आया होगा, और हेल्पफ़ुल लगा होगा।
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