आज इस पेज पर हम CPU क्या है के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे। आपने बचपन से ही स्कूल की किताबों में यह पढा हुआ होगा कि, सीपीयू को कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है। हालांकि तब कम समझ होने की वजह से आप यह नहीं जानते होंगे कि आखिर इसके पीछे कौन सी वजह है, आखिर क्यों कंप्यूटर के लिए सीपीयू इतना महत्वपूर्ण है और क्यों कंप्यूटर अपने अधिकतर कामों को करने के लिए सीपीयू के ऊपर डिपेंड रहता है।
बता दे कि सीपीयू कंप्यूटर का ऐसा हिस्सा होता है जो कंप्यूटर के लिए बहुत ही इंपॉर्टेंट माना जाता है, क्योंकि यह कैलकुलेशन, एक्शन और प्रोग्राम को रन करने का काम करता है। इसके अलावा भी कई काम सीपीयू के द्वारा अंजाम दिए जाते हैं।
- कंप्यूटर क्या है? किसने बनाया? – What is Computer in Hindi
- प्रोसेसर (Processor) क्या है? – What is Processor in Hindi
आइए आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं कि “CPU क्या है” और “सीपीयू का फुल फॉर्म क्या है” तथा “सीपीयू काम कैसे करता है” और “सीपीयू को हिंदी में क्या कहते हैं।”
सीपीयू का फुल फॉर्म
[ CPU: CENTRAL PROCESSSING UNIT ]
अंग्रेजी भाषा में सीपीयू का फुल फॉर्म सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट होता है जबकि हिंदी भाषा में CPU का पूरा मतलब केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई होता है। सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट अर्थात केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई के द्वारा सभी अर्थमैटिकल और लॉजिकल प्रोसेस को संचालित किया जाता है।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को ही कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है, क्योंकि हमारे द्वारा जो भी इनपुट कंप्यूटर को दिए जाते हैं उन पर प्रोसेसिंग करने का काम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा ही किया जाता है और उसके पश्चात आउटपुट कंप्यूटर की स्क्रीन पर दिखाई पड़ते हैं।
CPU क्या है? (What is CPU in Hindi)
CPU अर्थात सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट एक इलेक्ट्रॉनिक मशीनरी है। सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा प्रोग्राम से मिले हुए इंस्ट्रक्शन पर काम किया जाता है, ताकि आप अपने दोस्तों को कॉल कर सके या फिर अपने वेब ब्राउज़र को ओपन कर सके या किसी व्यक्ति को ईमेल लिख कर सेंड कर सकें।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट सिर्फ लैपटॉप या फिर कंप्यूटर में ही नहीं होता है बल्कि यह टेबलेट, स्मार्टफोन, डीवीडी प्लेयर या फिर स्मार्ट वाशिंग मशीन का भी हिस्सा माने जाते हैं। सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा काम करने के लिए अरबों ट्रांजिस्टर का इस्तेमाल किया जाता है और इसी ट्रांजिस्टर के द्वारा वह विभिन्न प्रकार की कैलकुलेशन को भी पूरा करता है।
CPU का परिचय?
सामान्य तौर पर सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा डाटा इनपुट प्राप्त करने का काम किया जाता है और उसके बाद यह इंस्ट्रक्शन एग्जीक्यूट करता है। इसके साथ ही यह इंफॉर्मेशन पर प्रोसेस करता है।
मुख्य तौर पर सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट मेमोरी, चिपसेट और एजीपी सॉकेट से डाटा ट्रांसफर करने का काम करता है। इसलिए जो मुख्य बस होता है उसे फ्रंटसाइड कहा जाता है। लैपटॉप, टेबलेट, डेस्कटॉप, स्मार्टफोन और फ्लैट स्क्रीन टीवी सेट इत्यादि डिवाइस एक सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट का ही इस्तेमाल करते हैं।
हमारे देश में सीपीयू का निर्माण करने वाली कई कंपनियां है, जिनमें मुख्य तौर पर इंटेल और एएमडी का नाम लिया जाता है, जिनके द्वारा लैपटॉप, डेस्कटॉप और सरवर के लिए CPU का निर्माण किया जाता है, वहीं दूसरी तरफ एप्पल और कॉलकम स्मार्टफोन तथा टेबलेट सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के बड़े मैन्युफैक्चरर माने जाते हैं।
यहां पर हम आपको यह भी बता देना चाहते हैं की ऐसे भी कई कंप्यूटर अवेलेबल है जिसमें विभिन्न टाइप के फिजिकल सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट पाए जाते हैं, जो या तो एक ही बोर्ड पर दिखाई पड़ते हैं या फिर भिन्न-भिन्न बोर्ड पर दिखाई पड़ते हैं।
Sources (Wikipedia, Freecodecamp, Tutorialspoint)
CPU का काम?
आखिर सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट कंप्यूटर के लिए कौन से काम करता है अथवा सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट का काम क्या है, इसके बारे में भी जानना सभी व्यक्ति के लिए अति आवश्यक होता है, तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट का वर्क क्या है।
- सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा इनपुट को आउटपुट में कन्वर्ट किया जाता है।
- सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा आउटपुट डिवाइस और इनपुट डिवाइस को आपस में कनेक्ट करके रखा जाता है।
- सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को कंप्यूटर का दिमाग अर्थात माइंड ऑफ कंप्यूटर (Mind of Computer) कहा जाता है। इसी के आधार पर कंप्यूटर काम करता है।
- कंप्यूटर के जितने भी काम होते हैं उन्हें कंट्रोल करने की जिम्मेदारी और उन पर प्रोसेसिंग करने की जिम्मेदारी सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के पास ही है।
- सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा इनपुट डिवाइस से हासिल डाटा के परिणाम दिखाए जा रहे हैं।
- कंप्यूटर के सभी वर्क की प्रोसेसिंग सीपीयू ही करता है।
- सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा मेमोरी को एक्सेस कर के डाटा को पढ़ने के लिए इनपुट प्राप्त किया जाता है।
- कंप्यूटर कीबोर्ड के माध्यम से हम जब कोई भी इनपुट देते हैं, तो उस पर प्रोसेसिंग करने का काम सीपीयू के द्वारा ही किया जाता है और सीपीयू ही संबंधित रिजल्ट कंप्यूटर को अपनी स्क्रीन पर दिखाने के लिए कहता है।
CPU कैसा दिखाई देता है?
आज के समय में जो लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाले सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट आ रहे हैं, उनका आकार छोटा होता है और वह चौकोर आकार में होते हैं, जिसमें बहुत सारे गोलाकार वाले छोटे धातु, कनेक्टर अंदर साइड पर दिखाई पड़ते हैं।
हालांकि जिन लोगों के पास थोड़े साल पहले का सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट मौजूद है, उनमें धातु कनेक्टर की जगह पर पिन अटैच होते हैं। सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट मदर बोर्ड पर डायरेक्ट एक सॉकेट में या फिर कभी कभी किसी स्लॉट में उपलब्ध होते हैं।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट का लंबे समय तक इस्तेमाल होने से यह गर्म होने लगते हैं। इसीलिए सीपीयू के सबसे ऊपर की तरफ एक हीटसिंक फैन लगा हुआ होता है, जो सामान्य तौर पर CPU के साथ इनबिल्ट हो करके आते हैं, जो CPU के अंदर की गर्मी को बाहर निकलने का काम करते हैं और उसे ठंडा बनाए रखने का प्रयास करते हैं।
CPU का इतिहास (History of CPU in Hindi)
पहली बार साल 1960 में कंप्यूटर इंडस्ट्री में सेंट्रल प्रोसेसिंग शब्द अर्थात सीपीयू का इस्तेमाल किया गया था। यहां पर हम आपको इस बात से भी अवगत करवाना चाहते हैं कि जब पहली बार सीपीयू का इस्तेमाल किया गया था, तो उस दरमियान सेंट्रल प्रोसेसिंग शब्द का इस्तेमाल सॉफ्टवेयर Execution करने वाले एक डिवाइस को परिचित करवाने के लिए किया गया था, वह एक ऐसा डिवाइस था, जो स्टोरेज प्रोग्राम कंप्यूटर की स्टार्टिंग में ही साथ में आया था।
ted hoff की सहायता से साल 1971 में 15 नवंबर के दिन इंटेल ने पहला माइक्रोप्रोसेसर प्रस्तुत किया गया था, जिसका नाम इंटेल 4004 रखा गया था। इसमें तकरीबन 2300 ट्रांजिस्टर मौजूद थे और मार्केट में इसकी कीमत तकरीबन $200 के आसपास थी, जोकि इंडियन रुपए में वर्तमान के समय में ₹14000 होते हैं।
सीपीयू से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी निम्नानुसार है।
- बैरन जोंस जैकब नाम के व्यक्ति के द्वारा प्रोसेसर का निर्माण करने के लिए जरूरी मूल कंप्लेंट सिलिकॉन की खोज साल 1823 में पहली बार की गई थी।
- निकोला टेस्ला नाम के व्यक्ति के द्वारा साल 1903 में इलेक्ट्रिकल लॉजिक सर्किट का पेटेंट करवाया गया था।
- जॉन वार्डन, वाटर ब्रिटेन और विलियम शॉक्ले के द्वारा पहले ट्रांजिस्टर का आविष्कार साल 1947 में बैल लेबोरेटरी में किया गया था।
- रॉबर्ट नॉयस और जैक किल्बी नाम के दो लोगों के द्वारा पहले इंटीग्रेटेड सर्किट का डेवलपमेंट 1958 में किया गया था।
- इंटेल कंपनी के द्वारा साल 1971 में 15 नवंबर के दिन इंटेल 4004 नाम का अपना पहला माइक्रोप्रोसेसर प्रस्तुत किया गया था।
- AM386 नाम के माइक्रो प्रोसेसर की सीरीज की स्टार्टिंग एएमडी कंपनी के द्वारा साल 1991 के मार्च के महीने में की गई।
- पेंटीअम 60 मेगाहर्ट्ज नाम के प्रोसेसर को इंटेल कंपनी के द्वारा साल 1993 में जारी किया गया था। 1993 में 22 मार्च को इसे जारी किया गया था जिसमें तकरीबन 1 मिलियन ट्रांजिस्टर अवेलेबल थे।
- इंटेल कंपनी के द्वारा साल 2000 में 4 जनवरी के दिन सेलेरोन 553 मेगाहर्ट्ज प्रोसेसर की शुरुआत कर दी गई थी।
- Core 2 Duo E6320 को इंटेल कंपनी के द्वारा 2006 में 22 अप्रैल के दिन जारी किया गया।
- साल 2008 के नवंबर के महीने में इंटेल कंपनी के द्वारा अपना पहला कोर i7 डेस्कटॉप प्रोसेसर जारी किया गया।
- साल 2010 में जनवरी के महीने में इंटेल कंपनी ने अपना पहला कोर I5 मोबाइल प्रोसेसर i5-430M और i5-520E जारी किया।
CPU के भाग (CPU Parts in Hindi)
सीपीयू के मुख्य तौर पर 3 भाग है जिसमें मेमोरी, कंट्रोल यूनिट और अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट शामिल है। चलिए इन तीनों ही सीपीयू के भागों के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करते हैं।
1: मेमोरी
सभी कंप्यूटर में मेमोरी उपलब्ध होती है। कंप्यूटर में जो भी महत्वपूर्ण डाटा होते हैं, वह सभी कंप्यूटर की मेमोरी में ही जाकर स्टोर होते हैं। कहने का मतलब है कि मेमोरी को कंप्यूटर का स्टोरेज कहा जाता है।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को जो भी डाटा अथवा इनपुट हासिल होते हैं, सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा सबसे पहले उसे अपनी मेमोरी में ही स्टोर किया जाता है और उसके पश्चात जब डाटा पर प्रोसेसिंग की कार्यवाही चालू हो जाती है तो भी उसे मेमोरी में ही सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट स्टोर करता है, जिसका इस्तेमाल यूजर कभी भी बाद में कर सकता है।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा इस काम को करने के लिए अलग-अलग प्रकार की मेमोरी का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें ऐसे डाटा भी शामिल होते हैं जिस पर कोई भी प्रोसेसिंग नहीं की गई है। ऐसे डाटा जिस पर कोई भी प्रोसेसिंग नहीं की गई है वह कंप्यूटर के रेंडम एक्सेस मेमोरी में होते हैं और जिस मेमोरी में प्रोसेस किए गए डाटा स्टोर होते हैं, उसे रोम मेमोरी अर्थात रीड ओनली मेमोरी कहा जाता है।
2: कंट्रोल यूनिट
कंप्यूटर में जो भी काम होता है उसे मैनेज करने का काम कंट्रोल यूनिट के द्वारा किया जाता है। कंट्रोल यूनिट इंस्ट्रक्शन को मेमोरी में से हासिल करता है और फिर उसे डिकोड करता है और उसके पश्चात उसे सेंट्रल प्रोसेसर को सेंड कर देता है।
इसके बाद उसी इंस्ट्रक्शन के आधार पर कंप्यूटर प्रोसेसिंग की प्रक्रिया चालू कर देता है। यहां पर आपके लिए यह जानना अति आवश्यक है कि कंट्रोल यूनिट किसी भी प्रकार की मेमोरी को स्टोर करने का काम नहीं करता है।
3: अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट
एएलयू अर्थमैटिक और लॉजिक यूनिट में डिवाइडेड रहता है। इसके द्वारा गणित से संबंधित कैलकुलेशन जैसे कि जोड़ करने का काम किया जाता है, घटाने का काम किया जाता है, गुना करने का काम किया जाता है और भाग करने का काम किया जाता है। लॉजिक सेक्शन के द्वारा सीपीयू रिजल्ट को आउटपुट के तौर पर प्रजेंट किया जाता है और इसी प्रकार से यह प्रक्रिया लगातार चलती रहती है।
CPU कैसे काम करता है?
किसी भी कंप्यूटर की पावर और उसकी कैपेसिटी को तय करने में सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका अदा की जाती है। माइक्रो प्रोसेसर की हर नई जनरेशन में एक पावरफुल सीपीयू मार्केट में प्रस्तुत हो जाता है, जो पिछली जनरेशन के मुकाबले में इंस्ट्रक्शन को काफी तेज गति से execute करने की कैपेसिटी रखता है।
एक सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के काम करने के तरीके को तीन अलग-अलग स्टेप में डिवाइड किया जाता है। सबसे पहले मेमोरी से एक इंस्ट्रक्शन फेच किया जाता है। इसके पश्चात इंस्ट्रक्शन को डीकोड किया जाता है और सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा इस बात की जानकारी हासिल करने का प्रयास किया जाता है कि उसे कौन से इंस्ट्रक्शन पर काम करने का आदेश मिल रहा है।
इसके पश्चात जो इंस्ट्रक्शन प्राप्त हो रहे हैं उस पर कार्रवाई की जाती है और एक ऑपरेशन को शुरू कर दिया जाता है। इसी 3 स्टेप में सीपीयू काम करता है और यही 3 स्टेप लगातार दोहराए जाते रहते हैं। जैसे ही सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को फिर से कोई नया काम दिया जाता है वैसे ही उपरोक्त प्रक्रिया फिर से चालू हो जाती है। उपरोक्त प्रक्रिया को सीपीयू के इंस्ट्रक्शन साइकिल के तौर पर जाना जाता है।
यहां पर आप यह भी जान ले कि आखिर सीपीयू को यह कैसे पता चल पाता है कि कौन से इंस्ट्रक्शन को आगे लाना है। बता देना चाहते हैं कि सीपीयू प्रोग्राम काउंटर का इस्तेमाल करता है और इसी के द्वारा उसे यह पता चल पाता है कि अब उसे कौन से इंस्ट्रक्शन को आगे लाने की आवश्यकता है।
काउंटर मेमोरी में लोकेशन के एड्रेस मौजूद होते हैं जिसमें execute होने वाले अगले इंस्ट्रक्शन की जानकारी होती है जिसे कि सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा एक रजिस्टर में नोट करके रख लिया जाता है।
CPU के प्रकार (Types of CPU in Hindi)
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के मुख्य तौर पर तीन प्रकार है, जिनके नाम Single Core CPU, Dual Core CPU, Quad Core CPU, Hexa Core सीपीयू, ऑक्टा कोर सीपीयू, डेका कोर सीपीयू है।
1: सिंगल कोर सीपीयू
जो सिंगल कोर सीपीयू होते हैं, यह एक समय में सिर्फ एक ही काम को सही प्रकार से कर पाने की कैपेसिटी रखते हैं। इस प्रकार से सीपीयू के प्रकार में सिंगल कोर सीपीयू सबसे पहला प्रकार है।
अगर आप सिंगल कोर सीपीयू में एक से अधिक प्रोग्राम या एप्लीकेशन को एक ही समय में स्टार्ट कर देते हैं तो आपको यह अनुभव होगा कि उसकी प्रोसेसिंग की स्पीड स्लो हो चुकी है, क्योंकि सिंगल कोर सीपीयू एक साथ अलग-अलग टास्क को पूरा करने में कठिनाइयों का सामना करता है। सिंगल कोर सीपीयू में सिर्फ एक ही कोर उपलब्ध होते हैं। इसलिए इसे सिंगल कोर कहा जाता है।
2: ड्यूल कोर सीपीयू
ऐसे प्रोसेसर जिसमें डबल कोर होते हैं उसे ड्यूल कोर सीपीयू कहा जाता है। कंप्यूटर और लैपटॉप जैसे डिवाइस में सामान्य काम करने के लिए बड़े पैमाने पर ड्यूल कोर सीपीयू का इस्तेमाल किया जाता है। सिंगल कोर सीपीयू की तुलना में ड्यूल कोर सीपीयू बहुत ही बेहतरीन काम करता है, क्योंकि इसमें डबल कोर उपलब्ध होते हैं।
किसी डिवाइस में अगर डबल कोर सीपीयू लगा दिया जाता है, तो उस डिवाइस का पूरा कंट्रोल इसी के पास उपलब्ध होता है। डबल कोर सीपीयू लगातार डाटा का इस्तेमाल करके एप्लीकेशन को लंबे समय तक चलाने की क्षमता रखता है।
3: क्वॉड कोर सीपीयू
जिस प्रोसेसर में 4 कोर उपलब्ध होते हैं उसे क्वॉड कोर सीपीयू अर्थात क्वॉड कोर प्रोसेसर कहा जाता है। क्वॉड कोर सीपीयू सिंगल कोर सीपीयू और डबल कोर सीपीयू की तुलना में अच्छी प्रोसेसिंग स्पीड रखता है। इसलिए इस डिवाइस में क्वॉड कोर सीपीयू उपलब्ध होता है।
यह डिवाइस सिंगल कोर और डबल कोर सीपीयू की तुलना में काफी तेजी से काम करता है। जिस डिवाइस में क्वॉड कोर सीपीयू अवेलेबल होते हैं उस डिवाइस में आसानी से multi-task को किया जा सकता है। जैसे की वीडियो की एडिटिंग करना, डिजाइनिंग करना या गेम खेलना।
4: Hexa Core processors
जिस प्रकार से Dual Core CPU में दो कोर होते हैं, उसी प्रकार से इसमें 6-core अवेलेबल होते हैं, जिसकी वजह से यह काफी तेजी से काम को करता है। अधिक तेज कैलकुलेशन होने से बेहतरीन परिणाम हासिल होते हैं, जिसका मतलब यह होता है कि हमारे कंप्यूटर की परफॉर्मेंस और भी अच्छी आती है।
5: ऑक्टा कोर प्रोसेसर
ड्यूल कोर सीपीयू में 2 कोर होते हैं, वही हेक्सा कोर में छह कोर होते हैं, इसी प्रकार से ऑक्टा कोर प्रोसेसर में 8 कोर अवेलेबल होते हैं, जिसकी वजह से तेजी से कमांड प्रोसेस होते हैं। इस प्रकार के प्रोसेसर वाले कंप्यूटर में गेम खेलने का काफी ज्यादा आनंद आता है।
6: डेका कोर प्रोसेसर
डेका कोर प्रोसेसर में 10 इंडिपेंडेंट कोर अवेलेबल होते हैं। इसका इस्तेमाल दसवीं जनरेशन के जो कंप्यूटर आ रहे हैं, उसमें बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। वर्तमान के समय में जो स्मार्टफोन आ रहे हैं, उसमें भी डेका कोर प्रोसेसर का ही इस्तेमाल हो रहा है।
CPU से आप क्या समझते हैं?
सीपीयू का पूरा मतलब सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट होता है। किताबों में सीपीयू को कंप्यूटर का दिमाग बताया जाता है अर्थात सीपीयू कंप्यूटर का माइंड होता है। सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट इंसान का दिमाग जिस प्रकार से काम करता है उसी प्रकार से काम करता है। हालांकि इसमें सभी काम पहले से ही प्रोग्राम किए जाते हैं। कंप्यूटर के जितने भी महत्वपूर्ण काम होते हैं उन्हें संभालने का काम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा ही किया जाता है।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट कंप्यूटर में इस्तेमाल किए जाने वाले एक्टिव सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के इंस्ट्रक्शन को हासिल करता है और आउटपुट प्रदर्शित करने का काम करता है।
यही नहीं सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट इनपुट डिवाइस और आउटपुट डिवाइस के बीच कनेक्शन बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इसके अलावा यह एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम के जितने भी प्रोग्राम होते हैं, उन्हें अपने मेमोरी में स्टोर करने का काम भी करता है।
CPU का कार्य क्या है?
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को कंप्यूटर का मुख्य भाग माना जाता है और इसे कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है। सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट का मुख्य काम होता है कंप्यूटर पर जो भी इनपुट आ रहे हैं और जो भी इंस्ट्रक्शन आ रहे हैं उनकी प्रोसेसिंग करना।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के द्वारा अंकगणित, तार्किक, कंट्रोल से संबंधित काम, इनपुट काम और आउटपुट काम पूरे किए जाते हैं। सामान्य तौर पर इसे प्रोसेसर के नाम से जानते हैं। अगर किसी कंप्यूटर से सीपीयू को अलग कर दिया जाए तो कंप्यूटर मात्र एक प्लास्टिक का डब्बा ही रह जाएगा, वह अपने कई आवश्यक कामो को करने की कैपेसिटी खो देगा।
CPU कितने प्रकार के होते हैं?
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के कई प्रकार होते हैं और हर प्रकार की कार्य क्षमता अलग-अलग होती है। जैसे कि सिंगल कोर सीपीयू की तुलना में डबल कोर अच्छा काम करने की कैपेसिटी रखता है, वही डबल कोर की तुलना में क्वॉड कोर बेहतरीन काम करने की कैपेसिटी रखता है।
सीपीयू के वैसे तो कई प्रकार होते हैं जिनमें से मुख्य प्रकारों के नाम सिंगल कोर/Single Core CPU, डुएल कोर/Dual Core CPU, क्वॉड कोर/Quad Core CPU, हैक्सा कोर/ Hexa Core CPU, ओक्टा कोर/Octa Core CPU, डेका कोर/Deca Core CPU है।
CPU के तीन भाग कौन कौन से होते हैं?
सीपीयू के तीन भागों के नाम अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट, मेमोरी यूनिट और कंट्रोल यूनिट है। कंट्रोल यूनिट को हिंदी भाषा में नियंत्रण इकाई कहा जाता है तथा अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट को हिंदी भाषा में अंकगणितीय तर्क इकाई कहा जाता है तथा मेमोरी यूनिट को हिंदी भाषा में स्मृति इकाई कहा जाता है।
CPU की कीमत
हम आपको बता देना चाहते हैं की देश और दुनिया में अलग-अलग बड़ी बड़ी आईटी कंपनियों के द्वारा सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण किया जाता है, जिनमे अलग-अलग सुविधाएं और विशेषताएं होती हैं। इसलिए कंपनियों के द्वारा लागत कॉस्ट को देखते हुए अपने सीपीयू की कीमत भी अलग-अलग रखी जाती है।
इस प्रकार से अगर आप किसी स्पेसिफिक सीपीयू की कीमत के बारे में जानकारी पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले इंटरनेट पर चले जाना है।
और उसके बाद आप जिस ब्रांड के सीपीयू की कीमत जानना चाहते हैं उस ब्रांड के नाम को लिखना है और उसके आगे सीपीयू अंग्रेजी भाषा में लिख कर सर्च कर देना है। इसके बाद उस ब्रांड के द्वारा जितने सीपीयू बनाए जाते होंगे, उनकी जानकारी और उनके कीमत की जानकारी आपको हासिल हो जाएगी।
सीपीयू कहां से खरीदे?
सीपीयू की खरीदारी करने के लिए आप अपने नजदीकी कंप्यूटर अथवा लैपटॉप बिक्री की दुकान पर जा सकते हैं, वहां पर आपको अलग-अलग ब्रांड के द्वारा बनाए गए सीपीयू प्राप्त हो जाएंगे, जिनकी कीमत का एनालिसिस करके आप अपने सिस्टम के लिए एक बेहतरीन क्वालिटी वाला सीपीयू खरीद सकते हैं।
इसके अलावा किसी ऐसे एरिया में अगर आप निवास करते हैं जहां पर आसपास कंप्यूटर अथवा लैपटॉप की दुकान नहीं है, तो आप ऑनलाइन अमेजॉन अथवा फ्लिपकार्ट जैसी वेबसाइट के माध्यम से भी अपने पसंदीदा ब्रांड के सीपीयू को बुक कर सकते हैं और घर बैठे ही सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट प्राप्त कर सकते हैं। ऑनलाइन आपको किस्तों में भी सीपीयू लेने की सुविधा प्राप्त हो जाएगी।
सीपीयू क्लॉक रेट क्या है?
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को क्लॉक सिग्नल के द्वारा प्रोसेसिंग ऑपरेशन की अपनी सीरीज को फिर से स्टार्ट करने के लिए कहा जाता है। तेज क्लॉक रेट वाला कंप्यूटर सीक्वेंस को एक से ज्यादा बार शुरू कर सकता है जिसकी वजह से सीपीयू तेजी से काम करता है और तेजी से संचालन भी होता है। इसके बावजूद क्लॉक रेट को ठीक से काम करने के लिए सीपीयू के ऑपरेशन के साथ मेल खाने की आवश्यकता होती है।
कंप्यूटर के काम करने के लिए सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को एक चक्र पूरा करने की आवश्यकता होती है और चक्र को फिर से शुरू करने के लिए क्लॉक सिग्नल को भेजने से पहले एक ऑपरेशन को पूरा करने के लिए जरूरी महत्वपूर्ण सभी सिग्नल को भी भेजना होता है। ज्यादा कॉम्प्लिकेटेड सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट में बहुत सारे क्लॉक सिग्नल लगाए जा सकते हैं।
CPU क्या करता है?
संक्षेप में सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट लॉजिकल और मैथमेटिकल ऑपरेशन को संभालने और दिए गए इंस्ट्रक्शन को execute करने के लिए जिम्मेदार होता है। सीपीयू प्रति सेकंड में लाखों इंस्ट्रक्शन को execute कर सकता है। हालांकि यह एक समय में सिर्फ एक ही इंस्ट्रक्शन को पूरा कर सकता है।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट सबसे पहले कुछ इनपुट डिवाइस जैसे कि मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस और माइक्रोफोन के माध्यम से इनपुट प्राप्त करता है और उसके बाद उसे डिकोड करता है और उसके पश्चात उस पर प्रोसेसिंग की कार्यवाही को पूरा करता है। इसके बाद संबंधित रिजल्ट कंप्यूटर की स्क्रीन पर आ जाते हैं।
CPU Core क्या है?
वर्तमान के समय में जो लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाले कंप्यूटर आ रहे हैं, उसमें मुख्य चिप के अंदर एक से ज्यादा कोर को सपोर्ट करने की कैपेसिटी होती है। बता देना चाहते हैं कि एक सीपीयू मे जितना ज्यादा कोर अवेलेबल होगा, वह सीपीयू उतना ही ज्यादा तेजी से कंप्यूटिंग के कामों को करेगा और एक साथ कई कामों को पूरा करने की कैपेसिटी रखेगा।
एग्जांपल के तौर पर जो ड्यूल कोर सीपीयू होते हैं, उसमें एक ही चिप में दो सीपीयू मौजूद होते हैं और इसका मतलब यह होता है कि एक ही समय में आप दो इंस्ट्रक्शन रन कर सकते हैं।
हाइपरथ्रेडिंग क्या है?
आधुनिक सीपीयू के द्वारा हाइपरथ्रेडिंग नाम के टेक्नोलॉजी को भी सपोर्ट किया जाता है। जिसमें एक फिजिकल कोर बहुत सारे फिजिकल कोर के रूप में प्रजेंट होते हैं, जिससे ऑपरेटिंग सिस्टम को यह लगता है कि रियल में कोर की तुलना में ज्यादा कोर है।
इससे कंप्यूटर यह भी सोचता है कि उसके पास वास्तव में उससे ज्यादा पावर मौजूद हैं। देखा जाए तो हाइपरथ्रेडिंग वास्तव में फिजिकल कोर नहीं होते हैं, परंतु ऐसा वह प्रतीत होते हैं।
फिजिकल और वर्चुअल कोर दोनों के मिक्सचर प्रोग्राम को और भी तेज बनाते हैं तथा सीपीयू को ज्यादा कैलकुलेशन करने की पावर प्रदान करते हैं।
क्या CPU कंप्यूटर का दिमाग है?
सामान्य व्यक्ति के शब्दों में कंप्यूटर कंपोनेंट का वर्णन करने के दरमियान एक्सपर्ट अक्सर सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को कंप्यूटर का दिमाग बताते हैं। हालांकि अगर देखा जाए तो सीपीयू को भी काम करने के लिए इंस्ट्रक्शन की आवश्यकता होती है, जो इनपुट डिवाइस के माध्यम से दिए जाते हैं।
इस प्रकार से अब यह आपके ऊपर डिपेंड करता है की आप सीपीयू को कंप्यूटर का दिमाग मानते हैं अथवा नहीं। हालांकि अधिकतर किताबों में सीपीयू को कंप्यूटर का दिमाग बताया जाता है, तो हमें भी यही मानना पड़ेगा।
CPU कैसे बनता है?
सीपीयू का निर्माण सिलिकॉन चिप के माध्यम से किया जाता है। सिलिकॉन रेगिस्तानी इलाके में बड़े पैमाने पर पाया जाता है। इसलिए सीपीयू जैसे सेमीकंडक्टर का निर्माण करने के लिए रेत का इस्तेमाल होता है। इसके अंतर्गत रेत के माध्यम से सेमीकंडक्टर का निर्माण करने के लिए रेत को दो फैक्ट्री से गुजरने की आवश्यकता होती है, जिसमें पहली फैक्ट्री में रेत से सिलिकॉन को निकाल करके अलग किया जाता है।
इसके लिए तकरीबन 1000 डिग्री सेल्सियस का टेंपरेचर इस्तेमाल किया जाता है और कुछ स्पेशल प्रकार के केमिकल को भी इस्तेमाल में लिया जाता है। इतनी प्रक्रिया पूरी हो जाने के पश्चात छोटे-छोटे क्रिस्टल के तौर पर सिलिकॉन हासिल हो जाता है
अब होता यह है कि जो क्रिस्टल प्राप्त हुए हैं, उन्हें गर्म किया जाता है और फिर क्रिस्टल को स्पेशल प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल करते हुए सिलिकॉन का सिलेंडर बना लिया जाता है और इसके पश्चात इस बात की टेस्टिंग की जाती है कि सिलिकॉन शुद्ध है अथवा नहीं।
अगर सिलिकॉन टेस्ट में पास हो जाता है, तो उसके बाद इसे पतले भाग में डिवाइड कर दिया आता है।
अब इस मटेरियल को चिप का निर्माण करने वाली फैक्ट्री में पहुंचा दिया जाता है जिनके ऊपर बहुत सारे ट्रांजिस्टर का निर्माण किया जाता है।
इसके लिए अल्ट्रावायलेट लेजर का इस्तेमाल होता है। इसी प्रकार की कुछ अन्य प्रक्रिया का पालन करते हुए सीपीयू का निर्माण कर लिया जाता है। सीपीयू का निर्माण कैसे होता है, इसकी विस्तृत जानकारी पाने के लिए आप यूट्यूब पर ट्यूटोरियल वीडियो का सहारा ले सकते हैं और बेहतरीन तरीके से यह समझ सकते हैं की कैसे सीपीयू बनता है।
सबसे अच्छा CPU कौन सा होता है?
खास तौर पर आपके लिए नीचे हमने कुछ बेस्ट सीपीयू के नाम बताए हुए हैं।
- Intel® Core™ i5-8600
- AMD Ryzen 5 1600
- AMD Ryzen 5 2600X
- Intel® Core™ i5-8600K Desktop Processor
- Intel® Core™ i7 8700K Desktop Processor
CPU बनाने वाली कंपनी
नीचे आपको सीपीयू बनाने वाले कुछ ऐसी कंपनियों के नाम दे रहे हैं, जो सीपीयू मेकिंग की फील्ड में टॉप कंपनी मानी जाती है।
- Intel
- AMD
- Nvidia
- Qualcomm
- Motorola
- Hewlett- Packard
- Acer Inc.
- Media Tek
- Sun
- GlobalFoundries
सीपीयू इनपुट डिवाइस है अथवा आउटपुट डिवाइस?
काफी लोग इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं की आखिर सीपीयू कैसा डिवाइस है। क्या सीपीयू इनपुट डिवाइस है अथवा सीपीयू आउटपुट डिवाइस है। इसका जवाब अगर दिया जाए तो सीपीयू ना तो इनपुट डिवाइस है ना ही यह आउटपुट डिवाइस है।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट कंप्यूटर में मौजूद मुख्य चीज होती है जो कि इंस्ट्रक्शन को प्रोसेस करता है, कैलकुलेशन करता है और कंप्यूटर सिस्टम के द्वारा इंफॉर्मेशन के आदान-प्रदान का मैनेजमेंट देखता है।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट काम को पूरा करने के लिए इनपुट, आउटपुट और स्टोरेज डिवाइस के साथ कम्युनिकेशन स्थापित करता है। सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को विभिन्न इनपुट डिवाइस जैसे की टच स्क्रीन, कीबोर्ड, माउस इत्यादि से इनपुट कमांड हासिल होते हैं, जिस पर सीपीयू प्रोसेसिंग करता है और फिर मॉनिटर अथवा प्रिंटर के तौर पर आउटपुट रिजल्ट देता है। इस प्रकार से सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट कंप्यूटर का दिमाग है।
Virtual CPU क्या है?
क्लाउड कंप्यूटिंग में डिवाइडेड सीपीयू ऑपरेशन को वर्चुअल सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट में शामिल करा जाता है। जिसमें एक होस्ट एक मशीन के समान ही होता है, जिस पर वर्चुअल सिस्टम वर्क करता है। वर्चुअल सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट सॉफ्टवेयर पर डिपेंडेंट होते हैं।
जिसका मतलब यह निकल करके आता है कि एक सामान्य सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट फिजिकल रुप से कंप्यूटर के अंदर अवेलेबल होते हैं परंतु जब वर्चुअल सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट उपलब्ध नहीं होते हैं और सॉफ्टवेयर से प्रोसेसिंग करते हैं तो इसकी जगह पर आवश्यकता पड़ने पर वह हाइपरवाइजर द्वारा बना लिए जाते हैं।
सीपीयू में कैचे मेमोरी क्या है?
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट में जो कैचे मेमोरी होती है, वह एक प्रकार का हार्डवेयर कैचे होता है। इसका इस्तेमाल सीपीयू के द्वारा प्राइमरी मेमोरी से डाटा को एक्सेस करने के लिए सामान्य लागत जैसे कि टाइम अथवा एनर्जी को कम करने के लिए होता है। एक कैचे अधिक तेज मेमोरी होती है। यह प्रोसेसर कोर के काफी ज्यादा करीब होती है। अधिकतर जो सीपीयू आते हैं, उसमें अलग-अलग इंडिपेंडेंट कैचे शामिल होते हैं।
मेरा CPU धीमा क्यों है?
सीपीयू इस्तेमाल करते हुए अधिक दिन हो जाने की वजह से, सीपीयू ज्यादा गर्म हो जाने की वजह से, पूरी पावर ना होने की वजह से या फिर खराब वेंटिलेशन की वजह से सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट स्लो काम करना चालू कर देता है। कभी-कभी सीपीयू में वायरस भी आ जाते हैं, जिसकी वजह से सीपीयू हाईजैक हो जाता है और इसकी वजह से भी सीपीयू स्लो काम करता है।
CPU का रखरखाव कैसे करें?
अपने सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को अच्छे आकार में रखने के लिए आपको यह ध्यान देना है कि आपके कंप्यूटर के पंखे साफ है अथवा नहीं। इसके अलावा आपको सीपीयू को ऐसी जगह पर रखना है जहां पर हवा का आवागमन लगातार बना रहे ताकि लंबे समय तक इस्तेमाल करने के बावजूद भी सीपीयू ज्यादा गर्म ना हो।
मैलवेयर से सीपीयू को बचाने के लिए आपको एंटीवायरस अथवा एंटीमैलवेयर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना चाहिए। बेस्ट एंटीवायरस की जानकारी आपको इंटरनेट से मिल जाएगी। अगर आप लंबे समय तक सीपीयू का इस्तेमाल करते हैं और वह गर्म हो जा रहा है तो थोड़ी देर उसे पावर ऑफ कर दें।
ऐसा करने से सीपीयू ठंडा हो जाएगा। इसके बाद आप फिर से उसका इस्तेमाल करना चालू कर सकते हैं। समय-समय पर आपको अपने सीपीयू को चेक करते रहना है, किसी भी प्रकार की खामी आने पर उसकी रिपेयरिंग करवाएं।
FAQs
इंटेल ब्रांड का सीपीयू सबसे तेज काम करता है।
हिंदी भाषा में सीपीयू को केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई कहते हैं।
एक अच्छी ब्रांड का सीपीयू आपको 8000 से लेकर के 16000 में प्राप्त हो सकता है।
अलग-अलग ब्रांड के कंप्यूटर के सीपीयू की कीमत अलग-अलग होती है।
सबसे सस्ता सीपीयू की जानकारी आपको इंटरनेट से मिल जाएगी।
यह भी पढ़े:-
- कंप्यूटर कैसे चलाते है? कंप्यूटर चलाना सीखे?
- हार्ड डिस्क क्या है? (What is Hard Disk in Hindi)
- मदरबोर्ड क्या है? (What is Motherboard in Hindi)
- सॉफ्टवेर क्या है? (What is Software in Hindi)
Hope की आपको CPU क्या है? कैसे काम करता है? इसके फायदे और नुक्सान क्या है? का यह पोस्ट पसंद आया होगा और आपके लिए हेल्पफुल भी रहा होगा।
यदि आपके पास इस पोस्ट से सम्बंधित कोई सवाल हो तो निचे कमेन्ट करे और पोस्ट पसंद आने पर इसे सोशल मीडिया में शेयर भी कर दे।