जब भी हम करेंसी का नाम सुनते हैं तो हमारे दिमाग में या तो coins यानी कि सिक्कों का ख्याल आता है या फिर पेपर नोट का! क्योंकि इनका उपयोग करके ही हम किसी भी चीज को खरीदते हैं या फिर बेचते हैं। अगर आप क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जानना चाहते हो की आख़िर यह क्या चीज़ है तो आजके इस पोस्ट में हम आपको डिटेल में बतायेंगे की आख़िर क्रिप्टोकरेंसी क्या है? प्रकार, कैसे काम करती है? (Cryptocurrency in Hindi)
जैसे जैसे समय आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे लोग अलग-अलग तरीकों से पैसों का आदान प्रदान कर रहे हैं! जहां पहले ऑनलाइन माध्यम से एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसों को ट्रांसफर किया जाता था वही पैसे के लेनदेन को और आसान बनाने के लिए डिजिटल करेंसी यानी कि क्रिप्टो करेंसी को लांच किया गया है।
जिसकी वजह से लोगों के मन में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बहुत से सवाल आ रहे हैं जैसे क्रिप्टोकरेंसी क्या है? ये कैसे काम करता है वगैरा-वगैरा! अगर आपके मन में भी इसी तरह के सवाल आ रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं क्योंकि इस लेख में हम आपको क्रिप्टो करेंसी के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने वाले हैं। इसीलिए इस आर्टिकल को पूरा अंत तक ध्यान से पढ़िएगा।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है? (What is Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की करेंसी होती है जो डिजिटल फॉर्म में मौजूद होती है इस तरह के currency का उपयोग लेनदेन को और सुरक्षित बनाने के लिए किया जाता है। क्रिप्टो करेंसी को क्रिप्टो के नाम से भी जाना जाता है। क्रिप्टो करेंसी को मैनेज करने के लिए regulating authority नहीं होता है बल्कि decentralized system के द्वारा इसके transaction और नई crypto currency issue को रिकॉर्ड किया जाता हैं।
क्रिप्टोकरेंसी का मतलब क्या है? (Cryptocurrency Meaning in Hindi)
क्रिप्टो करेंसी एक ऐसा digital payment system है जो transaction करने के लिए किसी भी तरह के बैंक के वेरिफिकेशन का मोहताज नहीं होता है। ये एक peer-to-peer system हैं जिसके द्वारा कभी भी किसी को भी पैसे भेजा या receive किया जा सकता है।
क्रिप्टो करेंसी physical currency जैसा नहीं होता है! इसे आप को carry करने की भी जरूरत नहीं होती है क्योंकि क्रिप्टो करेंसी online database में रहता है और उसके transaction का पूरा रिकॉर्ड भी ऑनलाइन डाटाबेस में ही Safe रहता हैं। जब आप किसी व्यक्ति को क्रिप्टो करेंसी ट्रांसफर करते हैं तो ये transaction digital wallets में public ledger में रिकॉर्ड हो जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्रिप्टो करेंसी digital wallets में store रहता है।
क्रिप्टो करेंसी को क्रिप्टो करेंसी इसीलिए कहा जाता है क्योंकि क्रिप्टो करेंसी में transaction को वेरीफाई करने के लिए encryption का इस्तेमाल किया जाता है। कहने का मतलब ये हैं कि क्रिप्टो करेंसी का transaction करने के लिए और इससे जुड़े सभी डाटा को स्टोर करने के लिए advanced coding तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि क्रिप्टो करेंसी डिजिटल फॉर्मेट में होती है इसीलिए इस करेंसी को virtual money, electronic money और digital money भी कहते हैं।
Bitcoin सबसे पहला क्रिप्टो करेंसी था जिसे 2009 में launch गया था उसके बाद अलग-अलग तरह के क्रिप्टो करेंसी बनते चले गए हैं, जिसके बारे में हमने आपको आर्टिकल में आगे बताया है।
Source: (Wikipedia)
Cryptocurrency की वैल्यू क्या है?
बहुत से लोगों के मन में ये सवाल आता है कि क्रिप्टो करेंसी तो नोट और सिक्कों जैसा होता ही नहीं है तो क्या फिर इसकी कोई वैल्यू होती है? अगर आपके मन में भी ऐसा ही सवाल आता है तो मैं आपको बताना चाहूंगा कि डिजिटल करेंसी होने के बाद भी क्रिप्टो करेंसी की अपनी एक value होती है। क्योंकि क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल आप बिल्कुल एक मामूली करेंसी की तरह कर सकते हैं आप इस करेंसी का इस्तेमाल खरीदारी करने के लिए भी कर सकते हैं और अपने करेंसी को इन्वेस्ट करने के लिए भी यूज़ कर सकते है।
ऐसा नहीं है कि ये एक डिजिटल करेंसी है तो आपको हमेशा ऐसे डिजिटल लॉकर में स्टोर करके रखना होगा और अगर क्रिप्टो करेंसी के वैल्यू की बात की जाए तो वो फिजिकल करेंसी के मुकाबले कई ज्यादा वैल्युएबल होती है।
और कुछ क्रिप्टो करेंसी तो ऐसे होते हैं जिसकी कीमत फिजिकल करेंसी के मुकाबले कई गुना ज्यादा होती हैं। लेकिन क्रिप्टो करेंसी की वैल्यू हमेशा एक जैसी नहीं रहती है मार्केट हालत जैसी होती हैं क्रिप्टो करेंसी की कीमत उसी के हिसाब से घटती बढ़ती रहती हैं।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करता है?
जैसा कि हमने आपको बताया कि क्रिप्टो करेंसी transaction रिकॉर्ड करने के distributed public ledger यानि कि कि ब्लॉकचेन देखने का इस्तेमाल करता हैं। क्रिप्टो करेंसी के जो unitsहोते हैं उसे बनाने के लिए जिस technique का इस्तेमाल किया जाता है उसे mining कहां जाता है! इस टेक्निक में कॉइन जनरेट करने के लिए मुश्किल से मुश्किल mathematical problems को solve किया जाता है। ये काम बड़े-बड़े कंप्यूटर्स के निगरानी में किया जाता है।
जो यूजर होते हैं वो ब्रोकर से इन करेंसी को खरीद सकते हैं वैसे मैं आपको बता दूं कि जब आप क्रिप्टो करेंसी खरीदेंगे तो आपको कोई physical coin या फिर paper नहीं मिलेगा, मतलब कि आपके पास कुछ भी tangible नहीं होगा जिसे आप देख सके या फिर छू सके। क्योंकि जैसा कि हमने आपको बताया क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है इसीलिए ये आप को डिजिटल फॉर्म में ही मिलेगी।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदते है?
क्रिप्टो करेंसी के बारे में जाने के बाद हर किसी के मन में यही सवाल आता है कि क्रिप्टो करेंसी को खरीदा गया जाए अगर आपको भी क्रिप्टो करेंसी खरीदना है तो आप नीचे बताए गए तरीके से क्रिप्टो करेंसी को खरीद सकते हैं –
Step.1 – एक platform select करना
अगर आप क्रिप्टो करेंसी खरीदना चाहते हैं तो उसके लिए आपको सबसे पहले एक प्लेटफार्म चुनना होगा। आप ब्रोकर से भी क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं या फिर आप सीधे क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज से भी तो खरीद सकते हैं।
Traditional brokers
जैसा कि मैंने आपको ऊपर बताया आप ट्रेडिशनल ब्रोकर से क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं! ये वह लोग होते हैं जो आपको ऑनलाइन क्रिप्टो करेंसी खरीदने और बेचने का मार्ग दिखाते हैं। अगर आप इस platform से क्रिप्टो करेंसी खरीदते हैं तो शायद आपको क्रिप्टो करेंसी कम में मिल सकता है लेकिन यहां आपको क्रिप्टो करेंसी पर फीचर्स भी बहुत कम मिलते हैं।
Crypto currency exchange
कई सारे ऐसे क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज है जहां पर आप आसानी से क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं। क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज में आपको अलग-अलग तरह के क्रिप्टो करेंसी ऑफर किए जाते हैं इसके अलावा आप को wallet storage, interest-bearing account options जैसी और भी कई सारी facilities दी जाती है। लेकिन इस तरीके से क्रिप्टोकरंसी खरीदने पर आपको कुछ पैसे बतौर फीस भी खर्च करने पड़ते हैं।
ऐसे में जो क्रिप्टो करेंसी आपको कम फीस पर अच्छी सर्विस देता है आपको क्रिप्टो करेंसी खरीदने के लिए उसे प्लेटफार्म को सिलेक्ट करना चाहिए।
Step. 2 अपने Account में funding करना
एक बार आपने ये तय कर लिया कि आपको किस प्लेटफार्म से क्रिप्टो करेंसी खरीदना है उसके बाद आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। कई सारे ऐसे क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज होते हैं जो आपको fiat यानी कि सरकार द्वारा जारी किए गए करेंसी जैसे dollars, pound, euros के माध्यम से क्रिप्टो करेंसी खरीदने का मौका देते हैं।
कुछ प्लेटफार्म ऐसे होते हैं जहां पर ACH transfers और wire transfers को भी स्वीकार किया जाता हैं। ऐसे में आपको भारतीय रुपए से क्रिप्टो करेंसी खरीदना है तो पहले उसे आपको अपने क्रिप्टो करेंसी खरीदने वाले एप्लीकेशन में डालना होगा उसके बाद ही आप अपने पसंद का कोई भी क्रिप्टो करेंसी खरीद पाएंगे।
Step.3 – अब क्रीपटों के लिए ऑर्डर करना है।
इतना हो जाने के बाद आप क्रिप्टो करेंसी का आर्डर कर सकते हैं। अगर आप क्रिप्टो करेंसी खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको उस मोबाइल एप्लीकेशन के buy के बटन को सीधा क्लिक कर देना है जिससे आप क्रिप्टो करेंसी खरीद रहे हैं और उसके बाद के बाकी के steps को फॉलो करना है।
इतना ही नहीं crypto currency में निवेश करने के लिए आप PayPal, Cash App और Venmo का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि ये ऐसे एप्लीकेशन है जो आपको क्रिप्टो करेंसी खरीदने और बेचने का मौका देते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी को Store कैसे करते है?
अगर आपने क्रिप्टो करेंसी खरीद लिया है तो आप को अपने क्रिप्टो करेंसी को hack होने से और चोरी होने से बचाने के लिए सुरक्षित रखना होगा। वैसे तो क्रिप्टो करेंसी को ज्यादातर crypto wallets में safe करके रखा जाता है जिसमें फिजिकल डिवाइस के अंदर सॉफ्टवेयर की मदद से क्रिप्टो को रखा जाता है।
लेकिन कुछ क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज ऐसे होते हैं जो क्रिप्टो करेंसी रखने के लिए यूजर को अलग से wallet भी देते हैं इस तरह के wallet के बारे में हमने नीचे बात की है –
Hot wallet storage
Hot wallet storage उस cryptocurrency wallet को कहा जाता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को स्टोर करने के लिए ऑनलाइन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है।
Cold wallet storage
Hot wallet storage से बिल्कुल ही अलग इस स्टोरेज में क्रिप्टो करेंसी को फिजिकल डिवाइस में स्टोर करके रखा जाता है।
आप क्रिप्टोकरेंसी से क्या क्या खरीद सकते है?
जो क्रिप्टो करेंसी को पहली बार लांच किया गया था तब बिटकॉइन को रोजमर्रा के लेन-देन का एक साधन बनाने का प्रयत्न किया गया था जैसे चाय खरीदना, कोई बिल भरना इत्यादि लेकिन जिन जगहों पर क्रिप्टो करेंसी बहुत ज्यादा मशहूर नहीं है वहां पर क्रिप्टो करेंसी से ये सारी चीजें नहीं की जा सकती हैं।
इसीलिए ज्यादातर लोगों को यही लगता है कि वो क्रिप्टो करेंसी को केवल स्टोर करके रख सकते हैं क्योंकि उसका इस्तेमाल कहीं भी नहीं किया जा सकता है। पर ये बात बिल्कुल गलत है क्योंकि क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करके आप काफी सारी चीजें खरीद सकते हैं जैसे –
Luxury goods
वह लोग जो बहुत ही महंगे और लग्जरी आइटम बेचते हैं वो अपने सामान के बदले क्रिप्टो करेंसी भी स्वीकार करते हैं इस तरह के लग्जरी गुड्स बेचने वाली कंपनी में Rolex, Patek Philippe और भी कई लग्जरी ब्रांड की घड़ियों के कंपनी आते हैं।
Cars
ऐसे कार जिनकी कीमत लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में होती है वैसे cars को खरीदने के लिए भी आप सिर्फ crypto currency का इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि इस तरह की लग्जरी कार बेचने वाली कंपनी भी crypto currency भुगतान के रूप में स्वीकार करती हैं।
Insurance
अमेरिका जैसे बाहरी देशों में अगर आपके पास क्रिप्टो करेंसी है तो आप उसका इस्तेमाल करके आसानी से इंश्योरेंस भी खरीद सकते हैं। Swiss insurer AXA जैसे कई सारी इंश्योरेंस कंपनी है जो बिटकॉइन के बदले अपनी बीमा पॉलिसी भेजती है।
क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार (Types of Cryptocurrency in Hindi)
वैसे बहुत सारे क्रिप्टोकरेंसीज का इंफ्रास्ट्रक्चर ब्लॉकचेन के आधार पर होता है, इस वजह से उन के बीच हम बहुत सारे बड़े अंतर देख सकते हैं। आसान भाषा में कहा जाए तो क्रिप्टोकरेंसीज को दो अलग कैटेगरीस में बांटा जा सकता है जैसे crypto काइंस और crypto टोकेंस।
Coins and altcoins
एक कॉइन असल में कोई भी क्रिप्टो करेंसी होती है जो अपना खुद का ब्लॉकचेन का इंफ्रास्ट्रक्चर इस्तेमाल करती है जो पूरी तरह से स्वतंत्र रहता है। उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो बिटकॉइन को कॉइन कहा जाता है क्योंकि ये अपना बनाया ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करती है। ठीक उसी तरह ही ethereum को भी ethereum ब्लॉकचेन के द्वारा कंट्रोल किया जाता है।
अल्टकॉइन शब्द किसी भी दूसरे कॉइन को यहां रेफर किया गया है जो बिटकॉइन से अलग होता है पर कुछ अल्ट कॉइंस के काम करने का तरीका बिटकॉइन्स के जैसे ही होता है। हालांकि दूसरे ओल्ड कॉइंस जैसे कि dogecoin पूरी तरह से अलग होते हैं। जहां एक तरफ बिटकॉइन के कॉइन सप्लाई का काउंट 21 मिलियन coins के लगभग होता है, dogecoin अपने users को अनलिमिटेड कॉइन की सप्लाई की सुविधा देता है।
Tokens
टोकेंस भी कॉइंस की तरह एक अच्छे डिजिटल ऐसेट्स होते हैं जिन्हें खरीदा या फिर बेचा जा सकता है। लेकिन यहां पर एक बड़ा अंतर है, tokens एक non-native assets होते हैं क्योंकि ये दूसरे क्रिप्टो करेंसी के ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करते हैं। उदाहरण के तौर पर आता है tether, ये एथेरियम के ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर पर होस्ट किया गया है। उसी प्रकार ऐसे दूसरे tokens भी है जैसे, polygon, chainlink, uniswap और terraUSD आदि दूसरे ब्लॉकचेन पर निर्भर रहते है।
Crypto coins vs. tokens
सबसे पहले तो आपको ये जानना होगा कि कॉइंस और टोकेंस के बीच क्या अंतर है। जब भी कहीं क्रिप्टो के बारे में बात की जाती है तो कॉइन या फिर टोकेंस के बारे में अक्सर आपने सुना ही होगा और ऐसा सुनने में भी लगता है कि आपस में लेन देन के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, पर इन में एक अंतर है जो आपको ध्यान रखना होगा।
एक डिजिटल कॉइन ट्रेडिंग करने के लिए अपना खुद का ब्लॉकचेन सिस्टम इस्तेमाल करता है और पारंपरिक मुद्रा के तौर पर काम करते हैं। इसे जमा भी किया जा सकता है और व्यवसाय करने के लिए लोगों के साथ transaction के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। Bitcoin (BTC) और Litecoin (LTC) इसके सही उदाहरण है।
वहीं दूसरी तरफ टोकेंस का इस्तेमाल डिजिटल मनी के मुकाबले कहीं ज्यादा जगह पर किया जा सकता है पर टोकेंस का खुद का ब्लॉकचेन सिस्टम नहीं होता। Tokens को एक डिजिटल आर्ट के तौर पर भी दिखाया जा सकता है जैसे कि NFT (Non Fungible Token)। कुछ मामलों में एनएफटी को फिजिकल असेट्स के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है जैसे कोई असली पेंटिंग या फिर कोई इंफ्रास्ट्रक्चर।
जहां कॉइन्स को बनाने के लिए इंपॉर्टेंट साधनों और कड़े ट्रेडिंग स्किल्स की जरूरत होती है वही टोकन आसानी से बनाए जा सकते हैं। कोइंस को ज्यादातर माइनिंग की मदद से डिसटीब्यूट किया जाता है लेकिन tokens को distribute करने के लिए ico जिसे initial coin offering कहते है का इस्तेमाल होता है।
Coins को बहुत सारे merchants से जो इसे इस्तेमाल करते उनसे trade किया जा सकता है लेकिन टोकन सिर्फ एक ही buyer या seller के साथ trade होता है। Coins को हम जमा भी करके रख सकते है और उसे पैसे की तरह किसी यूजर के साथ लेन देन के तौर पे भी use करते है पर tokens को हम एक model, representation, कमाई का साधन के रूप में use करते हैं।
टॉप 10 बेस्ट क्रिप्टोकरेंसी
अगर आप 10 अलग अलग क्रीपटों के बारे मे जानना चाहते है तो कुछ प्रचलित क्रीपटों की सूची नीचे दी गई है उन्हे ध्यान से पढे –
1. Bitcoin (BTC)
बिटकॉइन दुनिया की सबसे पहले क्रिप्टो करेंसी थी जिसे 2008 में बनाया गया था और तब से लेकर अभी तक ये सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टो करेंसी माना जाता है। बिटकॉइन पूरी तरह से सिक्योर transactions के साथ अपना खुद का ब्लॉकचेन नेटवर्क पर काम करता है जिसे decentralized miners के समूह के द्वारा कंट्रोल किया जाता है। जनवरी 2022 में 896 बिलियन यूएस डॉलर के साथ बिटकॉइन का सबसे बड़ा मार्केट capture बना हुआ था।
2. Binance Coin (BNB)
बाइनेंस कॉइन बाइनेंस के अंदर ही आता है जो 2021 के समय में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज था। जो यूजर बीएनबी transaction का माध्यम चुनते है उनकी transaction fees भी कम होती है। Binance का ये नियम ही लोगों में BNB को यूज करने पर ज्यादा प्रोत्साहित किया। और इस तरह ईसे सबसे बड़े क्रिप्टो कॉइन में से एक बना दिया गया। बाइनेंस अपनी कीमत बराबर रखने के लिए अपने ही कॉइंस का कुछ हिस्सा डिस्ट्रॉय कर देता है ताकि इससे उनके कॉइंस circulate होते रहे।
3. Ether (ETH)
Ether भी एक प्रकार की क्रिप्टोकरंसी है जो एथेरियम ब्लॉकचेन पर चलती है। बिटकॉइन की तरह ही इसका भी अपना खुद का ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर होता है लेकिन बिटकॉइन के विपरीत इसमें coins अनगिनत मात्रा में theoritically बनाए जा सकते है।
4. Solana (SOL)
SOL coin Solana प्लेटफॉर्म का हिस्सा है, जो बिटकॉइन और ether के तरह ही अपने खुद के ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर पर चलता है। Solana के प्लेटफॉर्म में 50,000 के लगभग जितने भारी लेनदेन कुछ सेकंड्स में ही हो जाते हैं जो अपने प्लेटफार्म को उन इन्वेस्टर्स की नजर में attractive बनाती है जो quick trading करना चाहते है।
5. Tether (USTD)
Tether एक तरह का स्थिर coin होता है। इस तरह बनाया गया है कि प्राइस थोड़ी अनस्टेबल करने के लिए इसे किसी बाहरी asset से जोड़ा जा सकता है। इस कंडीशन में हर कॉइन एक यूएस डॉलर के बराबर हो जाता है। इसको 2014 में रियल कॉइन ने लॉन्च किया था।
वैसे ट्रेडिंग के मामले में ये पूरे दुनिया का सबसे बड़ा स्टेबल कॉइन बन गया है। क्योंकि इससे क्रिप्टो करेंसी को अनस्टेबल मोमेंट को बराबर रखने में काफी मदद मिलती है। एक tether कॉइन लगभग 1 यूएसडी के बराबर होता है तो इस तरह इसे आसानी से यूएस डॉलर में भी रिडीम किया जा सकता है। ये भी बिटकॉइन और एथेरियम की तरह अपने Tether ब्लॉकचेन के ऊपर काम करती है।
6. Cordano (ADA)
Ada coin Cordano blockchain पर वर्क करने वाला इसका नेटिव कॉइन है। Cordano transaction की स्पीड को फास्ट करने के लिए ब्लॉकचेन को 2 लेयर में बांट देता है और नेटिव टोकेंस का इस्तेमाल करता है जो ada coin यूजर के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है।
7. XRP
Xrp कॉइन जो ट्रिपल नेटवर्क के ब्लॉकचेन पर काम करता है, इसे बैंकों का क्रिप्टोकरंसी कहा जाता है। ऐसा इस लिए क्यों कि इस इस तरह बनाया गया है की ये फाइनेंशियल सर्विसेज से जुड़ी कंपनियों की बहुत सी जरूरतों को पूरा करने के काम आता है। अंतर्राष्ट्रीय transaction को आसान जनक बनाने के लिए पॉपुलर xrp दो अलग-अलग करेंसीज के बीच एक ब्रिज के तौर पर काम करता है ताकि उन को तेज और सस्ते ग्लोबल ट्रांजैक्शंस ऑफर कर सके।
8. Dogecoin (DOGE)
Dogecoin को लांच असल में बिटकॉइन का मजाक बनाने के लिए किया गया था पर आज के समय ये पूरी दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसीज में से एक बन चुका है। इसे 2013 में में लॉन्च किया गया था और ये उस ही साल हुए वायरल dog meme से भी inspired था।
Dogecoin ने सबसे पहले अपना नाम 2021 में कमाया और 2022 के october महीने तक इसकी टोटल वैल्यू लगभग 8.4 बिलियन euro की हो गई थी। dogecoin एक तरह का Litecoin (LTC) है, और बिटकॉइन के तरह ही ये ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है। लेकिन इसमें कॉइन transaction की कोई लिमिट तय नहीं है। इस वजह से ये पूरे दुनिया के यूजर्स को मौका देता है कि वह अनगिनत मात्रा में dogecoin की mining कर सकते है। लेकिन इसके कारण इसकी करेंसी वैल्यू पर भी असर होने का खतरा बन सकता है।
9. USD Coin (USDC)
USD coin भी tether के तरह ही एक तरह का स्टेबल कॉइन है और इसकी वैल्यू भी यूएस डॉलर के बराबर है पर इसे माइनिंग नहीं किया जा सकता है। usd coin में tether के मुकाबले ज्यादा पारदर्शी फंडिंग की सुविधा है और बेहतरीन ऑडिट करने के सर्विसेस है। इसका मकसद crypto से जुड़े खतरों को पूरी तरह से खत्म करना है ताकि यूएसडी कॉइन का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स अपने कॉइंस को एक्सचेंज और उन्हें अपने पास withdraw करने में कोई भी दिक्कत ना हो।
10. Avalanche (AVAX)
AVAX अपने avalanche platform का ही अपना native platform है जो अपने आप को सबसे ज्यादा तेज स्मार्ट कॉन्ट्रेक्ट प्लेटफार्म होने का दावा करता है। वैसे awax का इस्तेमाल avalanche platform पर transaction fees ka भुगतान करने के लिए किया जाता है। ये डेवलपर्स को अपने प्लेटफार्म पर नया ब्लॉकचेन बनाने का मौका देता है और यहां एवलांच एक सबनेट के तौर पर काम करता है। इससे ethereum के डेवलपर्स को avalanche पर subnet बनाना आसान हो जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
वैसे मार्केट में बहुत से तरह के क्रिप्टोकरेंसीज हैं लेकिन ये बात आपको ध्यान में रखनी होगी कि आपके लायक कौन सी क्रिप्टो कॉइन या टोकन सही होगा ये आपके डिसीजन के ऊपर निर्भर करता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कभी कभार ही क्रिप्टो में इन्वेस्ट करते हो या फिर क्रिप्टो करेंसी की मजेदार दुनिया में पहली बार कदम रख रहे हो, इसके लिए सबसे पहले आपको क्रिप्टो को सीखना और समझना पड़ेगा और सीखने से ही सही समय में सटीक एवं सही डिसीजन लेने में बड़ी आसानी होती है और ये बिल्कुल अच्छा तरीका है। नीचे यहां कुछ जरूरी बातें लिखी हुई है जो आप को क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने से पहले समझनी होगी
1. सबसे पहले तो आपको क्रिप्टो करेंसी के बारे में अच्छी खासी गहरी रिसर्च कर लेनी चाहिए की आखिर ये काम कैसे करता है। मार्केट में हर तरह के क्रिप्टो करेंसी और टोकेंस मौजूद है तो आपको उन सभी के बारे में जाना पड़ेगा और वह किस ब्लॉकचेन पर काम करते हैं उसे भी समझना होगा।
2. क्रिप्टोकरंसी एक ऐसा मार्केट है जो पूरी तरह से डिसेंट्रलाइज्ड है इसका मतलब ये है कि इसका कोई एक मालिक नहीं रहता हैं ना हीं ये किसी सरकार या किसी भी कंपनी के अधीन है। कभी-कभी इसमें स्कैम्स हो सकते हैं क्योंकि ये इंडिपेंडेंट है। तो ऐसे में आपको ही सतर्क रह कर जो भी जानकारी मिले उसे अच्छे से समझ कर वेरीफाई कर के हर एक कदम सोच कर आगे बढ़ाकर इन्वेस्ट करना होता है। और हमेशा क्रिप्टो से जुड़ी सारी जानकारी इसके ट्रस्टेड स्त्रोतों से ही ले।
3. अगर आप क्रिप्टो करेंसी में बिल्कुल नए हैं या फिर कभी कभार ही इन्वेस्ट करते हैं तो इस अवस्था में आपको छोटे investments ही इसमें करने चाहिए। इसमें ज्यादा लालच करना नुकसान भी दे सकता है क्योंकि क्रिप्टोकरंसी का मार्केट हमेशा उतार-चढ़ाव से गुजरता रहता है। अगर आप क्रिप्टो में कम इन्वेस्ट कर मार्केट एनालिसिस पर ध्यान देंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा क्योंकि इससे आपके अंदर कॉन्फिडेंस बढ़ेगा और अगले इन्वेस्टमेंट पर आप अमाउंट में बढ़ोत्तरी भी दे सकते हैं
4. जैसा कि हमने आपको ऊपर ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी का मार्केट हमेशा उतार-चढ़ाव से जूझता रहता है। अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने वाले है या कर रहे हैं तो ये बात आपको बिल्कुल ध्यान में रखनी होगी कि हमेशा इसमें धीरज से काम लेना पड़ेगा। कोई भी गलत कदम आपके इन्वेस्टमेंट पर भारी प्रभाव डाल सकती है।
5. क्रिप्टो ट्रेडिंग peer to peer network पर की जाती है जिसे क्रिप्टो एक्सचेंज भी कहा जाता है। और बहुत सारे ऐसे क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स ट्रेडिंग करने के लिए आपको ईमेल आईडी का इस्तेमाल करना होता है। इसके लिए सबसे पहले आपको अपना नया ईमेल आईडी बनाकर रखना होगा ताकि इसमें आप क्रिप्टो से जुड़ी सारी जानकारी जैसे ट्रेडिंग इन्वेस्टमेंट्स और एक्सचेंज हमेशा सुरक्षित रहें।
6. आपको यहां बात बता दें कि क्रिप्टो करेंसी को ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से ही स्टोर करने की सुविधा है। आज के समय में ऑनलाइन वॉलेट अच्छा साधन है लेकिन कभी-कभी हैकर्स इसमें अटैक भी कर सकते हैं। सही क्रिप्टोकरंसी प्लेटफार्म के अनुसार ही अपना वॉलेट को चुने। वैसे आजकल मोबाइल crypto वॉलेट भी बहुत ज्यादा पॉपुलर हो रहे हैं क्योंकि इनकी मदद से transaction और एक्सचेंज की सुविधा आसान हो गई है। लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि इन्हें हैक भी बड़ी आसानी से किया जा सकता है। इस चीज को ध्यान में रखते हुए कभी भी अपनी पूरी क्रिप्टो करेंसी बैलेंस अपने मोबाइल के क्रिप्टो वॉलेट में कभी ना रखें और सिर्फ transaction के तौर पर ही कभी-कभी इसका इस्तेमाल करें।
7. Crypto में इन्वेस्ट करने से पहले आपको अपने देश में क्रिप्टो से जुड़े सारे नियमों को जानना पड़ेगा। ये एक स्वतंत्र संस्था है इसी वजह से हर देश में इसकी टैक्स भी अलग-अलग होती है। कुछ देशों में crypto trading के लिए कम टैक्स देना पड़ता है तो कुछ देशों में टैक्स का प्रतिशत ज्यादा होता है। सारी जानकारी और नियमों को समझ लेने के बाद ही आप crypto में इन्वेस्ट करें।
क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना Safe है?
क्रिप्टो करेंसी को block chain method से बनाया जाता हैं! ब्लॉकचेन जो होती है वो क्रिप्टो करेंसी में हो रहे transaction को रिकॉर्ड कर दी है जो कि काफी कॉम्प्लिकेटेड काम होता है लेकिन बात ये है कि क्रिप्टो करेंसी में hacking और चोरी का डर बहुत ही कम होता है।
इसीलिए इस तरह से transaction करने के लिए two-factor authentication process की जरूरत पड़ती है। क्रिप्टो करेंसी का काम करने का जो तरीका है उसे आप फिर भी समझ सकते है लेकिन उसकी जो मार्केट होती हैं उसमें बहुत ही ज्यादा उतार-चढ़ाव होते हैं। वैसे तो क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना काफी फायदेमंद माना जाता है लेकिन अगर आप में रिस्क लेने की ज्यादा चिंता नहीं है तो आपके लिए cryptocurrency में पैसे इन्वेस्ट करना सही नहीं होगा।
इसके अलावा जिन जगहों पर क्रिप्टो करेंसी को बैन किया गया है उन जगहों पर क्रिप्टो करेंसी खरीदना सबसे बड़ी बेवकूफी है क्योंकि यहां पर क्रिप्टो करेंसी खरीदना इलीगल माना जाएगा और अगर आप क्रिप्टोकरंसी खरीदते हैं तो हो सकता है कि आपको अपने इस एक्शन के लिए जेल में डाल दिया जाए। इस वजह से अगर देखा जाए तो crypto currency में निवेश करना आपके लिए सही नहीं हैं।
क्रिप्टोकरेंसी में Invest करने के लिए इन tips को follow करे
क्रिप्टो करेंसी के बारे में इतना पढ़ने के बाद आपने अगर तय कर लिया है कि आप क्रिप्टो करेंसी खरीदना चाहते हैं तो आपके लिए क्रिप्टो करेंसी की प्लानिंग करना बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि अगर आप क्रिप्टो करेंसी के बारे में समझे बिना इसमें निवेश करेंगे तो हो सकता है कि आपका पैसा डूब जाएगा।
इसीलिए क्रिप्टो करेंसी में पैसे निवेश करने से पहले आपको हमेशा इन बातों को ध्यान में रखना चाहिए क्योंकि अगर आप इन बातों को ध्यान में रखते हुए क्रिप्टो में निवेश करता है तो आपके पैसे डूबने के चांस बहुत कम हो जाएंगे –
Crypto currency के बारे में सीखना शुरू कीजिए
क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से पहले आपको क्रिप्टो करेंसी के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए केवल एक आर्टिकल पढ़ लेने या फिर दो आर्टिकल पढ़ लेने से ही क्रिप्टो करेंसी के बारे में हर तरह की जानकारी नहीं मिलेगी आपको इस विषय में deep research करनी पड़ेगी।
Cryptocurrency exchange के बारे में research कीजिए
क्रिप्टो करेंसी के बारे में समझ में आने के बाद आपको cryptocurrency exchange के बारे में भी research करना चाहिए क्योंकि जैसा कि मैंने आपको बताया अलग-अलग क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज में आपको अलग-अलग तरह की फैसिलिटी दी जाती हैं!
इसीलिए किसी भी क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज को चुनने से पहले आपको अलग-अलग experienced cryptocurrency investors बातें करनी चाहिए उनका रिव्यू लेना चाहिए और उसके बाद ही किसी एक क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज का चुनाव करना चाहिए।
Cryptocurrency का storage तय कीजिए
हां, ये बात बिल्कुल सही है कि cryptocurrency में आपको end to end encryption मिलता है लेकिन अगर आपको अपने क्रिप्टो करेंसी को स्टोर करना ही नहीं आएगा तो आप की क्रिप्टो करेंसी चोरी हो सकती हैं या फिर उसे hack भी किया जा सकता हैं।
वैसे मैं आपको बता दूं कि आप अपने क्रिप्टो करेंसी को क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज में या फिर डिजिटल वॉलेट में भी रख सकते हैं। और जैसा कि आपको पता है कि इंटरनेट पर कई अलग-अलग तरह के डिजिटल वॉलेट मौजूद है जिसमें आपको अलग तरह के फीचर्स और सिक्योरिटी मिलती हैं। इसीलिए क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से आपको ये तय कर लेना चाहिए कि क्रिप्टो करेंसी खरीद लेने के बाद आप उसे कहां store करेंगे!
अपने crypto investment को diversify कीजिए
चाहे आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश करें या फिर किसी भी चीज में अगर आप अपने सारे पैसे एक ही जगह पर डाल देंगे तो आपके पैसे के डूबने के चांस बहुत ज्यादा बढ़ जाएंगे। इसीलिए कभी भी आपको अपना पैसा एक जगह पर नहीं डालना चाहिए। कहने का मतलब ये है कि अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर रहे हैं तो आपको किसी भी एक crypto currency में सारे पैसे नहीं लगाने चाहिए। अगर आप अपने बचाए हुए पैसे से bitcoin खरीद रहे हैं।
तो आपको सारे पैसे bitcoin में नहीं लगाना चाहिए बल्कि कुछ पैसों को Dogecoin में भी लगा देना चाहिए। ऐसा करने से आप का रेस का थोड़ा सा कम हो जाएगा और अगर आपको आगे चल कर loss होता है तो आपको loss भी कम होगा।
Market उतार चढ़ाव के लिए तैयार रहें
जैसा कि मैंने आपको बताया क्रिप्टो करेंसी की जो कीमत होती हैं वो मार्केट के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करती हैं इसीलिए जब आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश करेंगे तो हो सकता है कि मार्केट के उतार-चढ़ाव को देखकर आप डर जाए इसीलिए आपको क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से पहले से ही खुद को तैयार रखना चाहिए।
अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से पहले खुद को मार्केट के ups & downs के लिए ready रखेंगे तो आपके ऊपर मार्केट के volatility का कोई असर नहीं होगा।
क्रिप्टोकरेंसी के फायदे क्या है?
आजकल जहां देखो वहां क्रिप्टो करेंसी की ही बातें हो रही हैं और लोगों का इंटरेस्ट क्रिप्टो करेंसी में दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है और इसके पीछे की एक बहुत बड़ी वजह क्रिप्टो करेंसी से मिलने वाले फायदे हैं। अगर आपके पास क्रिप्टो करेंसी है तो आपको निम्नलिखित फायदे होंगे जैसे –
- हालांकि क्रिप्टो करेंसी में भी डिजिटल माध्यम से पेमेंट किया जाता है लेकिन इसका जो पेमेंट सिस्टम होता है वो बाकी ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम से ज्यादा सुरक्षित होता है।
- क्रिप्टो करेंसी को आप आसानी से रुपए में खरीद सकते हैं। ऐसा नहीं है कि अगर बिटकॉइन की कीमत बहुत ज्यादा है तो उसके लिए आपके पास ज्यादा पैसे होने ही चाहिए अगर आपके पास पैसे नहीं है.
- तो आप शुरुआत कम पैसे से भी कर सकते हैं कहने का मतलब ये है कि अगर आपके पास ₹100 हैं तब भी आप उस ₹100 से क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं! ऐसा करने से उस ₹100 में एक बिटकॉइन का जितना हिस्सा आ सकता है वो आपको मिल जायेगा।
- अगर आपको क्रिप्टो करेंसी से transaction करने में डर लगता है तो आप क्रिप्टो करेंसी खरीद लेने के बाद उसे अपने पास स्टोर करके रख सकते हैं! और जब देखें कि मार्केट में क्रिप्टो करेंसी की कीमत बढ़ रही है तब आप उस क्रिप्टो करेंसी को बेच कर फायदा ले सकते हैं।
- भारत में क्रिप्टो करेंसी को commodity assets की मान्यता दी गई है मतलब अगर आपको अपने पैसों से assets बनाना है तो आप क्रिप्टो करेंसी को खरीद सकते हैं क्योंकि ये भी एक तरह के इन्वेस्टमेंट होगी जिससे आपको आगे चलकर फायदा मिलेगा।
- क्रिप्टो करेंसी क्योंकि डिजिटल फॉर्म में होता है तो इसे चोरी होने का कोई भय नहीं रहता आप आसानी से इस करेंसी को कहीं भी अपने साथ ले जा सकते हैं।
- क्योंकि ये आपके मोबाइल में होता है और दूसरा इसकी security इतनी ज्यादा अच्छी होती है कि इसे hackers भी हैक नहीं कर सकता है क्योंकि ये पूरी encryption के माध्यम से काम करती है।
- किसी भी करेंसी को मैनेज करने के लिए गवर्नमेंट को बहुत मेहनत करना पड़ता है लेकिन क्रिप्टो करेंसी करेंसी है जिसे मैनेज करने के लिए गवर्नमेंट निगरानी की जरूरत नहीं पड़ती है बल्कि ये खुद ही स्वचालित हो जाती हैं।
- क्रिप्टो करेंसी का एक फायदा ये भी है कि इसके माध्यम से आप दुनिया के किसी भी कोने में transaction कर सकते हैं और सबसे अच्छी बात ये है कि transaction को करने के लिए आपको ना के बराबर चार्जेस देने पड़ते हैं।
- क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से जो transaction किए जाते हैं वो बहुत ही आसानी से और जल्दी हो जाते हैं इसीलिए अभी लोग इस करेंसी का इस्तेमाल करना पसंद कर रहे हैं।
क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान क्या है?
जहां क्रिप्टो करेंसी के इतने सारे फायदे हैं वहीं इसके कुछ नुकसान भी है जिसके बारे में हमने आपको नीचे बताया हैं –
- जहां क्रिप्टो करेंसी आपको इतने सारे फायदे देता है वही क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करके कई बार लोग illegal transaction करके फ्रॉड भी कर लेते हैं।
- क्रिप्टो करेंसी का सबसे बड़ा नुकसान ये है कि अगर आप क्रिप्टो करेंसी को ट्रांसफर करते हैं और आपका ट्रांसफर सही से पूरा नहीं होता है तो इसमें आपको कोई रिफंड ही नहीं मिलता है इसके अलावा आप अपने transaction को बीच में cancel भी नहीं कर सकते हैं।
- क्रिप्टो करेंसी के अच्छे से चलने के लिए बहुत ज्यादा पावर और इलेक्ट्रिक consumption की जरूरत पड़ती है। और कई बार क्रिप्टो करेंसी से transaction करने के लिए advance computer की भी जरूरत पड़ती है जो ज्यादातर लोगों के पास नहीं होता है।
- अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश करते हैं लेकिन आप अपने क्रिप्टो करेंसी वाले एप्लीकेशन का पासवर्ड भूल जाते हैं तो उसे रिकवर करने के लिए आपको सिर्फ 10 मौके मिलेंगे! अगर आप इन 10 मौकों में अपना पासवर्ड रिकवर नहीं कर पाते हैं तो आपका क्रिप्टो करेंसी का सारा पैसा डूब जाएगा।
- क्रिप्टो करेंसी में उतार-चढ़ाव बहुत ज्यादा देखने को मिलता है तो ऐसा हो सकता है कि जिस क्रिप्टो करेंसी पर आप ऐसे इन्वेस्ट कर रहे हैं उसकी कीमत आने वाले समय में बहुत ज्यादा गिर जाएं जिससे आपको भारी लॉस हो सकता है, इस तरीके से कर देखें तो क्रिप्टो करेंसी में हमेशा ही अनिश्चितता बनी रहती है।
- इसके अलावा अगर आपने क्रिप्टो करेंसी ट्रांसफर करते हुए कोई गलती कर दी और आपकी क्रिप्टो करेंसी किसी और के पास चली गई तो वो करेंसी कभी भी आपको वापस नहीं मिल सकती है।
क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्या है?
आपने कई लोगों के मुंह से ये कहते तो सुना ही होगा कि क्रिप्टो करेंसी आने वाले समय में हमारा भविष्य है पर क्या आप को ये बात पता है कि लोग क्रिप्टो करेंसी को भविष्य क्यों कहते हैं ?
ऐसा इसलिए है क्योंकि क्रिप्टो करेंसी पहली ऐसी करेंसी है जिसके द्वारा ट्रेडिशनल बैंकिंग सिस्टम को replace किया जा सकता है। इतना ही नहीं अगर आप इन्वेस्टमेंट की बात करें तो पैसे इन्वेस्ट करने की दृष्टि से भी क्रिप्टो करेंसी बहुत ही बेहतरीन हैं। क्योंकि ये एक assets के रूप में भी काम करता है वो भी कोई ऐसा वैसा assets नहीं बल्कि अच्छा return देने वाला assets के रूप में काम करता है।
इतना ही नहीं क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल सामान खरीदने और बेचने के लिए भी किया जा सकता है। अगर आप अपने पैसों को इन्वेस्ट करके बहुत पैसा कमाना चाहते हैं तो उसके लिए क्रिप्टो करेंसी एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। क्योंकि क्रिप्टो करेंसी में आपको फिजिकल करेंसी के मुकाबले कई गुना ज्यादा प्रॉफिट मिलता हैं। और आने वाले समय में जब सारी चीजें ऑनलाइन हो जाएंगी तब डिजिटल करेंसी के माध्यम से आप किसी भी तरह का लेन देन आसानी से कर पाएंगे।
क्रिप्टोकरेंसी में क्यों निवेश करना चाहिए?
क्रिप्टो करेंसी में अगर आप अपने पैसों का निवेश करते हैं तो आपको एक नहीं बल्कि कई सारे फायदे मिलेंगे, इतना ही नहीं कई सारे ऐसे Apps होते हैं जो आपको क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की बहुत ही फैसिलिटी देते हैं –
- अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने का सोचते हैं तो आप कुछ मिनट के अंदर ही अपना क्रिप्टो करेंसी अकाउंट बना सकते हैं और क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं।
- क्रिप्टो करेंसी की सबसे बड़ी खासियत ये है कि आप ₹100 से भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना शुरू कर सकते हैं। अगर आपके पास पैसे नहीं हैं तो भी परेशान होने की जरूरत नहीं है आप क्रिप्टो करेंसी के एक छोटे से fraction को भी खरीद सकते हैं।
- बहुत से ऐसे एप्लीकेशन होते हैं जो आप को डॉलर में क्रिप्टो करेंसी खरीदने का मौका देते हैं तो उस एप्लीकेशन का इस्तेमाल करके आप बहुत ही आसानी से crypto खरीद सकते हैं।
- stocks और bonds में अगर आप पैसे लगाते हैं तो आप इन चीजों को किसी दूसरे को ट्रांसफर नहीं कर सकते हैं लेकिन अगर आप crypto currency में निवेश करते हैं तो आप अपने क्रिप्टो करेंसी को दूसरों को भी ट्रांसफर कर सकते है।
क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी और अधिक जानकारी के लिए आप यह वीडियो भी देख सकते हो;
तो दोस्तों आशा करते हैं की अब आपको क्रिप्टोकरेंसी और उससे जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी मिल चुकी होगी, और आप जान गये होगे की क्रिप्टोकरेंसी क्या है? प्रकार, कैसे काम करती है? (Cryptocurrency in Hindi)
FAQ
क्रिप्टो करेंसी popularity को देखते हुए भारत ने भी अपनी क्रिप्टो करेंसी लांच की है। Solana भारत की सबसे पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी है।
क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी होता है जिसका इस्तेमाल peer to peer transaction करने के लिए और digital assets के रूप में किया जाता है।
क्रिप्टो करेंसी के मालिक का नाम Satoshi Nakamoto हैं ये बिटकॉइन crypto currency के मालिक हैं।
Crypto currency, mining से आता है क्योंकि इस प्रक्रिया के द्वारा ही क्रिप्टो के units को तैयार किया जाता है।
1 बिटकॉइन लगभग 16,87,002 रुपए का आता है।
जी बिल्कुल, भारत में भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है ऐसे में अगर आप चाहें तो आप cryptocurrency में निवेश कर सकते हैं।
Terra ( Luna ) सबसे सस्ती क्रिप्टोकोर्रेंसी हैं।
दुनिया में 12000 से भी ज्यादा क्रिप्टो करेंसी हैं।
दोस्तों इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद मुझे लगता है कि आप अब जान गए होंगे कि क्रिप्टोकरेंसी क्या है? इस आर्टिकल में हमने आपको क्रिप्टो के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने की कोशिश की है।
तो अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो और आपने आर्टिकल से सचमुच कुछ सीखा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिए इस लेख को पढ़ने के बाद भी अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं।
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Hope अब आपको क्रिप्टोकरेंसी क्या है? समझ आ गया होगा, और आप जान गये होगे की cryptocurrency कैसे काम करता है।
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