डाटा एंट्री कैसे करते हैं? (स्टेप by स्टेप गाइड)

0

वर्तमान के समय में गवर्नमेंट अथवा प्राइवेट फील्ड में अधिकतर काम कंप्यूटर पर ही किए जा रहे हैं, जिसकी वजह से अलग-अलग फील्ड में रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं। कंप्यूटर की वजह से कई लोगों को घर बैठे भी काम मिल जा रहा है या फिर ऑफिस में भी काम मिल जा रहा है। कंप्यूटर पर अलग-अलग प्रकार के कामों को ऑनलाइन किया जा रहा है। आजके इस पोस्ट में हम जानिंगे की डाटा एंट्री कैसे करते हैं? 

डाटा एंट्री कैसे करते हैं? (स्टेप by स्टेप गाइड)

इसी क्रम में कंप्यूटर पर डाटा एंट्री का काम भी किया जाता है। इस काम को करने वाले व्यक्ति को काफी आराम होता है, क्योंकि उसे सिर्फ एक जगह बैठ कर डाटा एंट्री करने की आवश्यकता होती है।


अगर आप भी कंप्यूटर पर डाटा इंट्री करना चाहते हैं तो आइए आर्टिकल में जानते हैं कि “डाटा एंट्री कैसे करें” अथवा “कंप्यूटर या मोबाइल पर डाटा एंट्री कैसे करते हैं।”

अनुक्रम

डाटा एंट्री क्या है?

डाटा एंट्री के काम को आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार का काम समझ सकते हैं, क्योंकि इस काम के अंतर्गत आपको किसी कागज पर जो जानकारी लिखी गई होती है उसे आपको कंप्यूटर में मौजूद सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन दर्ज करना होता है और डाटा के तौर पर इकट्ठा करना होता है। डाटा एंट्री करने के लिए अलग-अलग प्रकार के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है।


डाटा एंट्री क्या है? उसकी पूरी जानकारी यहाँ है।

एमएस स्प्रेडशीट के द्वारा बड़े पैमाने पर डाटा एंट्री का काम किया जाता है। एमएस स्प्रेडशीट के अलावा एम एस एक्सेल और नोटपैड जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल भी डाटा एंट्री करने के लिए किया जाता है। किसी व्यक्ति के द्वारा जब डाटा एंट्री का काम किया जाता है तब उसे अलग-अलग प्रकार के डाटा प्राप्त होते हैं जिसकी एंट्री करने की आवश्यकता उसे होती है।

अगर आप डाटा एंट्री का काम जानते हैं तो आप किसी भी गवर्नमेंट या फिर प्राइवेट नौकरी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं, क्योंकि डाटा एंट्री ऑपरेटर की डिमांड ऑफलाइन भी होती है और ऑनलाइन भी होती है। डाटा एंट्री के काम के अंतर्गत आपको सामने वाली कंपनी अथवा सामने वाले क्लाइंट के द्वारा डाटा उपलब्ध करवाया जाता है और उसी डाटा को आपको एंट्री करना होता है।


डाटा एंट्री करने के लिए आपको अधिक पढ़ाई लिखाई की भी आवश्यकता नहीं होती है। अगर आपको कंप्यूटर की सामान्य इंफॉर्मेशन है और आपने दसवीं क्लास को पास किया हुआ है तो आसानी से डाटा एंट्री का काम आपके द्वारा किया जा सकता है।

डाटा एंट्री कैसे करें?

शुरुआत में भले ही डाटा एंट्री करना मुश्किल लगता है, परंतु जब आप एक बार डाटा एंट्री करने का काम सीख जाते हैं या फिर डाटा इंट्री करना चालू कर देते हैं तो धीरे आप तेज गति के साथ डाटा एंट्री करना चालू कर देते हैं।

डाटा एंट्री चालू करने के लिए अथवा डाटा एंट्री करने के लिए आपको डाटा इंट्री सॉफ्टवेयर को चलाना आना चाहिए और साथ ही साथ आपको अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी होनी चाहिए। नीचे आपको यह विस्तार से बताया जा रहा है।


1: टाइपिंग स्पीड बढ़ाएं

डाटा एंट्री करने से पहले आपको अपनी टाइपिंग स्पीड पर ध्यान देना होता है। अगर आपकी टाइपिंग स्पीड अच्छी है तो फिर तो कोई बात नहीं है परंतु अगर आपकी टाइपिंग स्पीड धीमी है तो आपको अपनी टाइपिंग स्पीड को बढ़ाने का प्रयास आज से ही चालू कर देना है।

इसके लिए आपको कंप्यूटर या फिर लैपटॉप पर कीबोर्ड के माध्यम से शब्दों को टाइप करना है और यह देखना है कि आप 1 मिनट में कितने शब्दों को सही प्रकार से टाइप कर पा रहे हैं।


शुरुआत में शब्द टाइप करने में आप से गलती हो सकती है परंतु आपको अपनी गलतियों को सुधारना है और धीरे-धीरे बिना मिस्टेक के टाइपिंग करना चालू करना है और प्रयास करना है कि आप 1 मिनट में 35 वर्ड अथवा उससे अधिक की टाइपिंग कर सकें।

2: डाटा एंट्री सॉफ्टवेयर चलाना सीखे

अधिकतर डाटा एंट्री का काम एम एस एक्सेल, एमएस स्प्रेडशीट या फिर नोटपैड में किया जाता है। इसलिए आपको एक-एक करके इन सभी सॉफ्टवेयर को चलाना सीखना पड़ेगा।

आप चाहे तो अपनी शुरुआत एम एस एक्सेल को सीखने से कर सकते हैं, उसके पश्चात आप एमएस स्प्रेडशीट को भी चलाना सीख सकते हैं और नोटपैड को भी ऑपरेट करना सीख सकते हैं।

इन सभी चीजों के बारे में विस्तार से सीखने के लिए आपको इन सॉफ्टवेयर को अपने कंप्यूटर में इंस्टॉल करना है और रोजाना सॉफ्टवेयर को ओपन करके इनके सभी फंक्शन को समझने का प्रयास करना है। ऐसा करने से आगे चलकर जब आप डाटा एंट्री करेंगे, तब आपका काम जल्दी पूरा होगा।

3: अब डाटा एंट्री करने का प्रयास करें

डाटा एंट्री वाले सॉफ्टवेयर को चलाना सीखने के बाद अब आपको उसमें डाटा एंट्री करने का प्रयास चालू कर देना है। शुरुआत में हो सकता है कि आपके द्वारा जो डाटा टाइपिंग की जा रही हो वह धीमे हो परंतु जैसे-जैसे आप प्रैक्टिस करते जाएंगे।

वैसे-वैसे आपकी परफॉर्मेंस में सुधार होगा और आप तेजी से डाटा एंट्री कर सकेंगे। डाटा एंट्री के काम को जल्दी से खत्म करने के लिए आपको शॉर्टकट की पर भी ध्यान देना है। इनके द्वारा डाटा एंट्री का काम जल्दी से पूरा हो जाता है।

डाटा एंट्री कैसे करते हैं?

नीचे हम आपको स्क्रीनशॉट सहित यह बता रहे हैं कि कैसे डाटा एंट्री करी जाती है। डाटा एंट्री करने के लिए हम एम एस एक्सेल स्प्रेडशीट सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करेंगे और इसके द्वारा बताएंगे कि कैसे डाटा एंट्री को किया जाए।

1: डाटा एंट्री करने के लिए सबसे पहले आपको अपने मोबाइल में एमएस एक्सल सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करके इंस्टॉल कर लेना है और उसके बाद आपको एम एस एक्सेल ओपन करना है।

2: एम एस एक्सेल ओपन हो जाने के बाद आपको इस पर फोन नंबर अथवा ईमेल आईडी के द्वारा अपना अकाउंट बना लेना है‌। अकाउंट बनाने के बाद जब आप सॉफ्टवेयर के होम पेज पर जाते हैं तब ऊपर आपको जो प्लस वाला आइकन दिखाई देता है उस पर क्लिक कर देना होता है।

3: अब आपको जो ब्लैंक वर्क बुक वाला ऑप्शन दिखाई दे रहा है, उसी ऑप्शन पर आपको क्लिक कर देना है।

4: अब आपको अपने स्क्रीन पर दो प्रकार के ऑप्शन दिखाई देंगे, उनमें से आपको गोट इट वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है।

5: अब एम एस एक्सेल के द्वारा जो परमिशन अलाऊ करने के लिए कहा जा रहा है, आपको उन सभी परमिशन को अलाऊ कर देना है।

6: अब आपकी स्क्रीन पर जो अगला पेज ओपन होकर आता है, उसमें आप जो डाटा इंटर करना चाहते हैं उसे आप इंटर कर सकते हैं। डाटा इंटर करने के लिए नीचे जो एंटर डाटा अथवा फार्मूला वाला ऑप्शन दिखाई दे रहा है, उस पर क्लिक करना है। जैसे कि हम 123456 टाइप कर रहे हैं तो वर्कशीट में 123456 टाइप हो रहा है। इसी प्रकार से आपको जो डाटा मिला हुआ है, उसकी टाइपिंग आप कर सकते हैं।

7: जब आपको यह लगे कि आपने डाटा एंट्री का काम पूरा कर लिया है तो उसके बाद आपको ऊपर कोने में जो तीन बूंदी दिखाई दे रही है उस पर क्लिक करना है।

8: अब आपको ऊपर जो स्क्रीनशॉट दिया गया है उसमें बताएं गए ऑप्शन मिलते हैं, जिनका इस्तेमाल आप अपनी आवश्यकता के हिसाब से कर सकते हैं।

इस प्रकार से उपरोक्त प्रक्रिया का पालन करके आप आसानी से डाटा एंट्री कर सकते हैं।

डाटा एंट्री ऑपरेटर किसे कहते हैं?

किसी इंफॉर्मेशन को कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके लिखने वाले व्यक्ति को ही डाटा एंट्री ऑपरेटर कहा जाता है। डाटा एंट्री ऑपरेटर के द्वारा सबसे अधिक कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि सामान्य तौर पर इनकी ड्यूटी 8 घंटे की होती है।

हालांकि पार्ट टाइम काम करने वाले डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी 4 घंटे की भी होती है। आज के समय में बड़े पैमाने पर कंप्यूटर में डाटा एंट्री के काम को अंजाम दिया जा रहा है।

डाटा एंट्री के प्रकार

डाटा एंट्री के प्रमुख प्रकारों के नाम निम्नानुसार है।

  • ऑनलाइन फॉर्म भरना
  • ऑनलाइन सर्वे जॉब
  • कैप्चा एंट्री जॉब
  • कॉपी और पेस्ट जॉब
  • कैप्शनिंग
  • फ़ॉर्मेटिंग और एडिटिंग जॉब
  • इमेज से टेक्स्ट डाटा एंट्री
  • ऑडियो टू टेक्स्ट
  • मेडिकल ट्रांसक्रिप्शनिस्ट
  • ऑनलाइन डाटा कैप्चरिंग जॉब
  • ईमेल प्रोसेसिंग
  • डाटाबेस अपडेट कर रहा है
  • कैटलॉग डाटा एंट्री ऑपरेटर
  • पेरोल डाटा एंट्री ऑपरेटर
  • वेब आधारित में डाटा दर्ज करना
  • कंटेंट राइटिंग

डाटा एंट्री के जितने भी प्रकार है, उनमें आपको कुछ खास करने की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि सारी इनफार्मेशन आपको क्लाइंट अथवा कंपनी के द्वारा ही दी जाती है। आपको बस डाटा को इंटर करने की आवश्यकता होती है।

डाटा एंट्री ऑपरेटर की सैलेरी

एक डाटा एंट्री ऑपरेटर को उसके एक्सपीरियंस के हिसाब से अलग-अलग जगह पर अलग-अलग सैलरी प्रदान की जाती है। गवर्नमेंट नौकरी में भी डाटा एंट्री ऑपरेटर को अलग-अलग सेक्टर में अलग-अलग तनख्वाह हासिल होती है।

व्यक्ति को मिलने वाली तनख्वाह उसके एक्सपीरियंस, उसकी योग्यता और वह किस जगह पर काम कर रहा है इस बात पर डिपेंड करती है।

गवर्नमेंट डिपार्टमेंट में डाटा एंट्री ऑपरेटर को शुरुआत में हर महीने 10000 से लेकर के 25000 की सैलरी प्राप्त होती है, वहीं प्राइवेट सेक्टर में एक्सपीरियंस रखने वाले व्यक्ति को शुरुआत में 11000 से लेकर के ₹16000 की सैलरी हासिल होती है।

डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए शैक्षिक योग्यता और उम्र सीमा

डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने की इच्छा अगर आप रखते हैं तो इसके लिए कम से कम आपको 12वीं क्लास का पास होना आवश्यक है। हालांकि कुछ जगह पर ग्रैजुएट लोगों को प्राथमिकता दी जाती है।

हालांकि कुछ डिपार्टमेंट ऐसे भी हैं जहां पर डाटा एंट्री की पोस्ट के लिए एक्सपीरियंस वाले लोगों को प्राथमिकता दी जाती है। इसके अलावा डिपार्टमेंट के हिसाब से डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए शैक्षिक योग्यता अलग-अलग हो सकती है।

डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी के लिए व्यक्ति की कम से कम उम्र 18 साल और अधिक से अधिक उम्र 27 साल होनी चाहिए। हालांकि जो लोग आरक्षण की कैटेगरी में आते हैं, उन्हें सरकार के नियम के हिसाब से उम्र सीमा में छूट दी जाती है परंतु प्राइवेट सेक्टर में उम्र सीमा में कोई भी छूट नहीं दी जाती है.

डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए कौशल

नीचे हम आपको कुछ ऐसी खूबियों के बारे में बता रहे हैं जो डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए अर्थात डाटा एंट्री करने के लिए आपके अंदर मौजूद होनी चाहिए।

भाषा का ज्ञान

हमारे देश में सामान्य तौर पर किसी भी जगह पर हिंदी या फिर अंग्रेजी भाषा में अथवा दोनों ही भाषा में डाटा एंट्री का काम करवाया जाता है। इस प्रकार से आपको हिंदी और अंग्रेजी भाषा में डाटा एंट्री करना आना चाहिए और इन दोनों ही भाषा की जानकारी होनी चाहिए, साथ ही डाटा एंट्री में किसी भी प्रकार की स्पेलिंग या फिर मात्रा की गलती नहीं होनी चाहिए।

टाइपिंग स्‍पीड

एक आदर्श डाटा टाइपिंग स्पीड 35 वर्ड प्रति मिनट मानी जाती है। इस प्रकार से अगर आप 1 मिनट में 35 वर्ड टाइप कर लेते हैं, तो समझ लीजिए कि आपको आसानी से डाटा एंट्री का काम प्राप्त हो जाएगा। हालांकि अगर आपकी टाइपिंग स्पीड धीमी है तो आप चाहे तो कंप्यूटर पर अपने टाइपिंग स्पीड को तेज करने का प्रयास कर सकते हैं।

टाइपिंग स्पीड के साथ ही साथ आपको कंप्यूटर की शॉर्टकट बटन की भी जानकारी होनी चाहिए। इससे आप कम समय में ज्यादा चीजों को कवर कर सकेंगे। डाटा एंट्री के लिए आपको हिंदी और अंग्रेजी भाषा दोनों में टाइपिंग करना आना चाहिए।

कंप्‍यूटर ज्ञान

डाटा एंट्री करने के लिए आपको कंप्यूटर की भी अच्छी जानकारी होनी चाहिए। अगर आपको कंप्यूटर की अच्छी जानकारी नहीं है तो भी आपको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी तो होनी चाहिए।

जैसे की आपको ईमेल सेंड करना आना चाहिए, स्कैनिंग करना चाहिए इत्यादि। इसके अलावा आपको यह पता होना चाहिए कि कैसे एमएस वर्ड अथवा एमएस एक्सल या फिर दूसरे डाटा एंट्री सॉफ्टवेयर को चलाया जाता है और उनके कौन से फंक्शन का इस्तेमाल क्या होता है।

डाटा एंट्री कोर्स

डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए किसी भी स्पेशल प्रकार के कोर्स को करने की आवश्यकता आपको नहीं होती, परंतु किसी गवर्नमेंट डिपार्टमेंट मे आप अप्लाई करना चाहते हैं तो आपको आईटीआई अथवा स्टेनोग्राफर या फिर डाटा एंट्री का कोर्स करना जरूरी होता है।

डाटा एंट्री की नौकरी कैसे पाएं?

आप डाटा एंट्री की नौकरी प्राप्त करके डाटा एंट्री करने की इच्छा रखते हैं तो डाटा एंट्री की नौकरी आप ऑफलाइन भी प्राप्त कर सकते हैं और ऑनलाइन भी प्राप्त कर सकते हैं। नीचे आपको दोनों ही प्रकारों के बारे में बताया जा रहा है।

ऑनलाइन डाटा एंट्री की नौकरी कैसे पाएं?

ऑनलाइन डाटा एंट्री की नौकरी पाने के लिए सबसे पहले आपको अपने डिवाइस में डाटा कनेक्शन चालू करना है और उसके बाद आपको सीधा किसी भी ब्राउज़र को ओपन कर देना है।

ब्राउज़र ओपन करने के बाद आपको ऑनलाइन डाटा एंट्री जॉब लिखना है और सर्च कर देना है। सर्चिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपके डिवाइस की स्क्रीन पर अलग-अलग प्रकार की ऐसी वेबसाइट आएंगी, जहां पर डाटा एंट्री का काम उपलब्ध होगा।

आपको उनमें से किसी भी एक वेबसाइट पर क्लिक करना है। ऐसा करने से आप वेबसाइट के होम पेज पर चले जाते हैं।

होम पेज पर जाने के बाद आपको रजिस्टर अथवा साइनअप वाला ऑप्शन मिलेगा, उस पर क्लिक करना है और उसके बाद आपको अपनी आवश्यक जानकारियों को दर्ज करना है। जैसे कि आपका नाम, माता पिता का नाम, फोन नंबर, पता, ईमेल आईडी, उम्र, लिंग, जाति, धर्म, एक्सपीरियंस, डाटा एंट्री कोर्स डिटेल, प्रति मिनट टाइपिंग वर्ड।

सभी जानकारियों को भरने के बाद आपको अपनी प्रोफाइल क्रिएट कर लेनी है। प्रोफाइल क्रिएट कर लेने के बाद उस वेबसाइट पर किसी क्लाइंट के द्वारा जब डाटा एंट्री का काम पोस्ट किया जाएगा, तब आपको उस पोस्ट पर क्लिक करना है और उसके बाद डाटा एंट्री के काम की जानकारी प्राप्त करनी है।

अगर आपको उस काम को करने की इच्छा है तो आपको क्लाइंट की ईमेल आईडी पर संपर्क करना है या फिर वेबसाइट के माध्यम से ही क्लाइंट को मैसेज भेजना है कि आप डाटा एंट्री जोब करना चाहते हैं।

इसके बाद क्लाइंट अगर इंटरेस्टेड होगा तो वह डाटा एंट्री का काम आपसे करवाएगा और जब आप डाटा एंट्री का काम कर देंगे तो उसके बदले में आपको पेमेंट कर देगा। इस काम के तहत सारा डाटा आपको कस्टमर के द्वारा ही दिया जाएगा। आपको उस डाटा को इंटर करना है और उसकी फाइल को कस्टमर को सेंड कर देना है।

ऑनलाइन डाटा एंट्री का काम पाने के लिए आप निम्न वेबसाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन वेबसाइट पर जाकर के आपको अपना अकाउंट बनाना होता है। यहां पर आपको डाटा एंट्री का काम आसानी से प्राप्त हो सकता है।

  • Freelancer.com
  • Upwork.com 
  • Fiverr.com 
  • Flexjobs.com

ऑफलाइन डाटा एंट्री की नौकरी कैसे पाएं?

ऑफलाइन डाटा एंट्री जॉब पाने के लिए सबसे पहले आपको अपना बायोडाटा तैयार करवाना है जिसमें आपको यह बताना है कि आप कितने शब्द प्रति मिनट से टाइपिंग कर लेते हैं और आपको डाटा एंट्री करने का कितने साल का एक्सपीरियंस है। अब आपको अच्छे कपड़े पहन कर के उस ऑफिस में जाना है जहां पर डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी खाली है।

ऑफिस में जाने के बाद आपको वहां के एचआर से बात करना है और उनके सामने अपना इंटरव्यू देना है। एच आर के द्वारा आपसे कंप्यूटर पर टाइपिंग करने के लिए कहा जाएगा।

एचआर यह देखेगा की आप कंप्यूटर पर कितना तेज टाइपिंग कर लेते हैं और आपने जो टाइप किया है उसमें कितनी गलती है। अगर एच आर के लिए आप उपयोगी कर्मचारी साबित होंगे, तो वह आपको नौकरी पर रख लेगा और आगे की जानकारी आपको प्रदान कर देगा।

मोबाइल से डाटा एंट्री कैसे करते हैं?

अभी भी सभी लोगों के पास लैपटॉप या फिर कंप्यूटर उपलब्ध नहीं है परंतु अधिकतर लोगों के पास मोबाइल अवश्य होता है। इस प्रकार से जिन लोगों के पास मोबाइल है, वह भी डाटा एंट्री करना चाहते हैं, तो ऐसे लोगों के लिए हम बता देना चाहते हैं।

आप मोबाइल में डाटा एंट्री करने के लिए एम एस एक्सेल अथवा एमएस स्प्रेडशीट या फिर नोटपैड एप्लीकेशन को अपने मोबाइल में गूगल प्ले स्टोर से या फिर एप्पल एप्लीकेशन स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं और इन एप्लीकेशन के माध्यम से भी आप अपने मोबाइल में ही डाटा एंट्री का काम चालू कर सकते हैं।

हालांकि जितना सरल डाटा एंट्री का काम लैपटॉप अथवा कंप्यूटर में करने में होता है, उतना सरल मोबाइल में करने में नहीं होता है, क्योंकि लैपटॉप अथवा कंप्यूटर की स्क्रीन बड़ी होती है और मोबाइल की स्क्रीन बहुत ही छोटी होती है। इसलिए मोबाइल में डाटा टाइपिंग करना अनकंफरटेबल होता है।

डाटा एंट्री करने से संबंधित महत्वपूर्ण बात

  • अच्छी डाटा एंट्री करने के लिए आपको लगातार प्रैक्टिस करते रहना चाहिए। आपको यह प्रयास करना चाहिए कि आपकी टाइपिंग स्पीड ज्यादा से ज्यादा हो।
  • वर्तमान के समय में हिंदी डाटा एंट्री ऑपरेटर और अंग्रेजी डाटा एंट्री ऑपरेटर की ज्यादा डिमांड है। इसलिए आपको इन दोनों ही भाषा में डाटा एंट्री करना सीखना चाहिए।
  • आपको यह प्रयास करना चाहिए कि आपके द्वारा जो डाटा इंटर किया जा रहा है उसमें किसी भी प्रकार की कोई भी गलती ना हो अर्थात ग्रामर से संबंधित कोई भी मिस्टेक ना हो।
  • अगर आप डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं तो आपको अपने बायोडाटा में अपनी टाइपिंग स्पीड का उल्लेख अवश्य करना है। इससे सामने वाले व्यक्ति को यह पता चलेगा कि आपकी टाइपिंग स्पीड कितनी अच्छी है या फिर आप 1 मिनट में कितने शब्द को टाइप कर लेते हैं। अधिक टाइपिंग स्पीड वाले व्यक्ति को नौकरी मिलने की ज्यादा संभावना रहती है।
  • जब कभी भी आप डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाए, तब आपको अपने अंदर आत्मविश्वास लेकर के जाना है। इससे आप सामने वाले व्यक्ति पर अच्छा इंप्रेशन जमा सकेंगे, साथ ही आपको बिना डरे हुए बोलने का प्रयास करना है।
  • अगर डाटा एंट्री के काम के तहत आपको स्कैनिंग वाला काम दिया गया है तो आपको दूसरे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके बहुत सारे दस्तावेज को स्कैन करके उसे क्लाइंट के डाटाबेस में डालना आना चाहिए।
  • डाटा एंट्री करने के लिए आपको टेक्नोलॉजी की भी जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि टेक्नोलॉजी की जानकारी के द्वारा आप अपने डाटा एंट्री के काम को आसानी से जल्दी से पूरा कर लेंगे।

डाटा क्या होता है?

अलग-अलग प्रकार की छोटी-छोटी जानकारी के समूह को ही डाटा कहा जाता है। डाटा के कई प्रकार होते हैं। डाटा शब्द, वीडियो, ऑडियो, डॉक्यूमेंट, पिक्चर, फाइल और करैक्टर इत्यादि के फॉर्मेट में देखने को मिलते हैं। इसके अलावा बता दें कि डाटा एचटीएमएल अथवा सीएसएस फाइल में भी उपलब्ध हो सकता है।

डाटा क्या है? उसकी पूरी जानकारी यहाँ है।

जब अलग-अलग प्रकार के डाटा का इस्तेमाल करके किसी सेंटेंस का निर्माण किया जाता है तो उसे इंफॉर्मेशन कहा जाता है। डाटा के मुकाबले में इंफॉर्मेशन को समझना बहुत ही आसान होता है क्योंकि डाटा अलग अलग होता है परंतु इंफॉर्मेशन डाटा को समझ कर बनाया गया एक वाक्य होता है जिसे पढ़ना और समझना आसान होता है।

आपके द्वारा अपने मोबाइल में किसी व्यक्ति का जो फोन नंबर सेव किया है वह भी डाटा ही है। इसके अलावा कंप्यूटर में या फिर मोबाइल में आप जो फाइल बनाते हैं वह भी डाटा ही होता है। इसके अलावा किसी क्लास को पास करने के बाद विद्यार्थियों का जो रिजल्ट बनाया जाता है, उसमें भी डाटा मौजूद होता है।

डाटा एंट्री करने वाले सॉफ्टवेयर

वैसे तो डाटा एंट्री करने के लिए दुनिया भर में अलग-अलग लोगों के द्वारा अलग-अलग प्रकार के सॉफ्टवेयर का निर्माण किया जाता है परंतु हमारे देश में सबसे अधिक डाटा एंट्री करने के लिए एमएस एक्सल और एमएस स्प्रेडशीट का ही इस्तेमाल किया जाता है।

क्योंकि इनमें डाटा एंट्री करना आसान होता है, साथ ही डाटा एंट्री को सटीक बनाने के लिए कई फंक्शन भी आपको यहां पर मिल जाते हैं।

एमएस एक्सेल

एम एस एक्सेल सॉफ्टवेयर को आप अपने कंप्यूटर अथवा लैपटॉप में इंस्टॉल कर सकते हैं और गूगल प्ले स्टोर/एप्पल एप्लीकेशन स्टोर से इसे अपने एंड्राइड मोबाइल और आईओएस मोबाइल में डाउनलोड कर सकते हैं।

एम एस एक्सेल के माध्यम से आप आसानी से डाटा एंट्री का काम कर सकते हैं। एम एस एक्सेल का इंटरफेस बहुत ही साफ सुथरा है। इसलिए यहां पर डाटा एंट्री आसानी से की जा सकती है।

आप इसके द्वारा डाटा शीट से संबंधित फॉर्मेटिंग, एडिटिंग, रिकॉर्ड मैनेजिंग इत्यादि कामों को अंजाम दे सकते हैं। बता दे कि एम एस एक्सेल का निर्माण माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के द्वारा किया गया है।

यहां पर डाटा एंट्री करने के दरमियान अगर आपको कैलकुलेशन करने की आवश्यकता है, तो कैलकुलेशन करने की सुविधा भी आपको यहां पर आसानी से मिल जाती है, जिसके द्वारा आप तेजी से डाटा एंट्री कर सकते हैं। एम एस एक्सेल का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल एकाउंटिंग से संबंधित कामों को करने के लिए किया जाता है।

एमएस वर्ड

एमएस वर्ड का पुरा नाम माइक्रोसॉफ्ट वर्ड होता है। इसका निर्माण लोकप्रिय इंटरनेशनल कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के द्वारा किया गया है। आप इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से आसानी से डॉक्यूमेंट की फॉर्मेटिंग से संबंधित कामों को घर बैठे ही कर सकते हैं।

डाटा एंट्री को तेज गति के साथ करने के लिए यह सॉफ्टवेयर आपके बड़े काम आ सकता है। एमएस वर्ड को भी आप अपने आईओएस मोबाइल में एप्पल एप्लीकेशन स्टोर से और एंड्राइड मोबाइल में गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अलावा लैपटॉप, डेस्कटॉप, आईपैड में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

नोटपैड

नोटपैड एक बहुत ही शानदार टेक्स्ट एडिटर प्रोग्राम है। इसका निर्माण माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के द्वारा किया गया है। आप नोटपैड का इस्तेमाल करके किसी सामान्य नोट को लिख सकते हैं, उसे पढ़ सकते हैं और जब चाहे उसमें बदलाव अर्थात एडिटिंग भी कर सकते हैं। भले ही यह सामान्य टेक्स्ट एडिटर है।

परंतु यह बहुत ही काम का साबित होता है। इसका इस्तेमाल कोडिंग करने के लिए अथवा कोड को एडिट करने के लिए भी आप कर सकते हैं। नोटपैड पर काम करना बहुत ही आसान है। जो लोग डाटा एंट्री करना सीख रहे हैं उन्हें नॉट पैड का इस्तेमाल डाटा एंट्री करना सीखने के लिए अवश्य ही करना चाहिए क्योंकि यह आप को साफ सुथरा यूजर इंटरफेस देता है।

डाटा एंट्री सीखने में कितना समय लगता है?

इसके बारे में सटीक तौर पर तो नहीं बताया जा सकता है कि किसी व्यक्ति को डाटा एंट्री सीखने में कितना समय लग सकता है, क्योंकि हर व्यक्ति की योग्यता अलग-अलग होती है और योग्यता के हिसाब से ही व्यक्ति किसी भी चीज को जल्दी सीख पाता है या फिर थोड़ा लेट से सीखता है।

अगर आप मन लगाकर डाटा एंट्री सीखने का प्रयास करते हैं तो एक ही महीने में आप डाटा एंट्री आसानी से सीखने में सफल हो जाते हैं, वहीं अगर आप रोजाना 1 से 2 घंटे भी डाटा एंट्री सीखने का प्रयास करते हैं तो 2 महीने में आपको अच्छी तरह से डाटा एंट्री करना आ जाता है।

हालांकि जैसा कि हमने कहा कि योग्यता के हिसाब से किसी व्यक्ति को ज्यादा समय लग सकता है तो किसी व्यक्ति को डाटा एंट्री सीखने में कम समय लग सकता है।

परंतु एक बात है की जो डाटा एंट्री कोर्स होते हैं वह अधिकतर 3 महीने के या फिर 5 महीने के होते हैं। ऐसे में कोई भी व्यक्ति चाहे कितना भी धीमी डाटा एंट्री क्यों न सीखे, वह आसानी से 5 या फिर 3 महीने में डाटा एंट्री करना सीख जाता है।

डाटा एंट्री कोर्स की फीस

गवर्नमेंट संस्था और प्राइवेट संस्था में डाटा एंट्री के कोर्स की फीस अलग-अलग होती है, क्योंकि गवर्नमेंट संस्था को गवर्नमेंट के द्वारा पैसा मिलता है। इसलिए वहां पर फीस कम होती है और प्राइवेट संस्था को किसी प्राइवेट व्यक्ति के द्वारा चलाया जाता है। इसलिए प्राइवेट संस्था में फीस ज्यादा होती है।

हालांकि अंदाज लगाया जाए तो गवर्नमेंट संस्था में डाटा एंट्री का कोर्स करने के लिए आपको 3 महीने अथवा 6 महीने के लिए 1000 से लेकर के ₹2500 तक की फीस भरने की आवश्यकता होती है।

वहीं प्राइवेट संस्था में यही फीस ₹4000 से लेकर ₹8000 के आसपास में होती है। भारत के अलग-अलग राज्यों में मौजूद डाटा एंट्री कोर्स सिखाने वाले इंस्टिट्यूट की फीस में भी भिन्नता हो सकती है।

डाटा एंट्री कैसे सीखे?

डाटा एंट्री सीखने के कई तरीके मौजूद हैं। अगर आप फ्री में डाटा एंट्री सीखना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास कंप्यूटर या फिर लैपटॉप होना चाहिए। अगर यह सब चीजें आपके पास है तो आप यूट्यूब के ट्यूटोरियल वीडियो के माध्यम से घर बैठे डाटा एंट्री सीखना चालू कर सकते हैं और उसकी प्रैक्टिस अपने कंप्यूटर पर कर सकते हैं।

इसके अलावा आप इंटरनेट पर मौजूद अलग-अलग आर्टिकल को पढ़कर भी डाटा एंट्री करना अथवा सीखना चालू कर सकते हैं। अगर आपके घर के आसपास कोई कोचिंग इंस्टिट्यूट मौजूद है तो आप वहां पर एडमिशन लेकर डाटा एंट्री का कोर्स कर सकते हैं।

और इस प्रकार से भी डाटा एंट्री करना सीख सकते हैं। इसके अलावा आप ऑनलाइन अलग-अलग डाटा एंट्री का कोर्स सिखाने वाले वीडियो की खरीदारी कर सकते हैं और उस वीडियो के माध्यम से भी प्रैक्टिकल करके डाटा एंट्री करना सीख सकते हैं।

डाटा एंट्री सीखने के लिए बेस्ट ऑनलाइन कोर्स

नीचे हमने आपको कुछ ऐसे बेस्ट ऑनलाइन कोर्स के नाम बताए हुए हैं, जिनके द्वारा आप डाटा एंट्री घर बैठे सीख सकते हैं।

नीचे दिए गए किसी भी ऑनलाइन कोर्स के द्वारा डाटा एंट्री सीखने के लिए आपको इन कोर्स की खरीदारी करनी होगी। इसलिए इनकी कीमत को अवश्य चेक कर ले और अपने लिए बेस्ट डाटा एंट्री ऑनलाइन कोर्स की खरीदारी करें।

  • Coursera – Excel Skills for Business: Essentials
  • Udemy – Learn Data Entry and launch a successful home-based business
  • Udemy – Xero Online Accounting – The Practical Data Entry Course
  • edX – Excel for Everyone: Core Foundations
  • Skillshare – Beginners guide to Microsoft Excel – Data Entry
  • Skillshare – Excel for Real World – Gain the basic skills for Microsoft Excel
  • Skillshare – Excel for Real World II
  • LinkedIn Learning – Learning Numeric Data Entry

FAQ:

मोबाइल से डाटा एंट्री जॉब कैसे करे?

सबसे पहले आप डाटा एंट्री का काम प्राप्त कर ले। उसके बाद आप एम एस एक्सेल अथवा एमएस वर्ड का इस्तेमाल करके मोबाइल से डाटा एंट्री जॉब कर सकते हैं।

डाटा एंट्री कोर्स कितने महीने का होता है?

सामान्य तौर पर कोई भी डाटा एंट्री कोर्स कम से कम 3 महीने और अधिक से अधिक 6 महीने का होता है।

क्या मोबाइल से डाटा एंट्री करना संभव है?

जी हां! मोबाइल से डाटा एंट्री कर सकते है, परंतु कंप्यूटर के मुकाबले मे मोबाइल में डाटा एंट्री धीमें होती है।

डाटा एंट्री ऑपरेटर का क्या काम होता है?

डाटा एंट्री ऑपरेटर उसे जो डाटा दिया गया है उसे कंप्यूटर में दर्ज करने का काम करता है। इसके लिए वह डाटा एंट्री करने वाले सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करता है।

डाटा एंट्री कोर्स कितने दिन का होता है?

डाटा एंट्री कोर्स 60 दिन अथवा 150 दिन का होता है।

आज हमने आपको हमारे ब्लॉग के माध्यम से डाटा एंट्री कैसे करते हैं? के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी। अगर आपने हमारा यह ब्लॉग पूरा लास्ट तक पढ़ा है तो आप आसानी से अपने डाटा एंट्री कर सकते हैं।

अगर आपका अभी भी डाटा एंट्री को लेकर या कोई भी अन्य सवाल है तो आप कॉमेंट सेक्शन में पूछ सकते है। हम आपके सभी सवाल के जवाब ज़रूर देगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here