डाटा एंट्री क्या है? प्रकार एवं फ़ायदे (Data Entry in Hindi)

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जब कभी भी डाटा एंट्री की चर्चा होती है, तब यह बात भी आपके सामने आती है कि डाटा एंट्री का काम सीख कर गवर्नमेंट सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर में आसानी से नौकरी प्राप्त की जा सकती है साथ ही घर बैठे भी ऑनलाइन डाटा एंट्री का काम किया जा सकता है। आज हम आपको डाटा एंट्री क्या है? के बारे में बतायेंगे।

डाटा एंट्री क्या है? प्रकार एवं फ़ायदे (Data Entry in Hindi)

ऐसे में आप सोचते होंगे कि आखिर यह डाटा एंट्री है क्या बला और क्यों डाटा एंट्री की इतनी डिमांड गवर्नमेंट सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर में है।


आज के इस आर्टिकल में हमारा टॉपिक डाटा एंट्री पर ही आधारित है। आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि “डाटा एंट्री क्या है” और “डाटा एंट्री ऑपरेटर कैसे बने।”

अनुक्रम

डाटा एंट्री क्या है? What is Data Entry in Hindi

डाटा एंट्री एक बहुत ही आसान काम होता है, जो खासतौर पर विद्यार्थियों और हाउसवाइफ जैसे लोगों के लिए घर बैठे पार्ट टाइम में पैसा कमाने का प्रमुख जरिया होता है। डाटा एंट्री के काम के अंतर्गत आपको क्लाइंट के द्वारा या फिर कंपनी के द्वारा जो डाटा प्रदान किया जाता है उसे बस कंप्यूटर में दर्ज करने की आवश्यकता होती है।


डाटा एंट्री का काम करने के लिए आपको एमएस एक्सेल, नोटपैड, एमएस वर्ड जैसे सॉफ्टवेयर को अच्छी तरह से चलाना आना चाहिए, क्योंकि इसी सॉफ्टवेयर में डाटा एंट्री के काम को किया जाता है। हमारे देश में ऐसी कई प्राइवेट कंपनी है जिसके द्वारा लोगों को डाटा एंट्री का काम घर बैठे ही प्रदान किया जाता है।

जिस व्यक्ति के द्वारा डाटा एंट्री किया जाता है, उसे डाटा एंट्री ऑपरेटर कहा जाता है। डाटा एंट्री का काम पाने के लिए ज्यादा पढ़ाई की भी आवश्यकता नहीं होती है।

अगर आपको कंप्यूटर की अच्छी जानकारी है तो आप आसानी से डाटा एंट्री की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। यह नौकरी आपको किसी भी बड़े या फिर छोटे ऑफिस या फिर कंप्यूटर सेंटर में प्राप्त हो जाती है। मोबाइल से डाटा एंट्री करना मुश्किल होता है।


data entry

Sources: (Wikipedia, Techopedia, Computerhope)

डाटा एंट्री के प्रकार (Types of Data Entry in Hindi)

डाटा एंट्री नौकरी के एक ही नहीं बल्कि कई प्रकार होते हैं, जिनके नाम निम्नानुसार हैं।


  • इमेज से टेक्स्ट डेटा एंट्री
  • ऑडियो टू टेक्स्ट
  • मेडिकल ट्रांसक्रिप्शनिस्ट
  • ऑनलाइन डेटा कैप्चरिंग जॉब
  • ईमेल प्रोसेसिंग
  • डेटाबेस ऑपरेटिंग
  • कैटलॉग डेटा एंट्री ऑपरेटर
  • पेरोल डाटा एंट्री ऑपरेटर
  • ऑनलाइन फॉर्म भरना
  • ऑनलाइन सर्वे जॉब
  • कैप्चा एंट्री जॉब
  • कॉपी और पेस्ट जॉब
  • कैप्शनिंग
  • फ़ॉर्मेटिंग और एडिटिंग जॉब
  • वेब डाटा एंट्री
  • कंटेंट राइटिंग

डाटा एंट्री ऑपरेटर कैसे बने?

डाटा एंट्री करने के लिए और डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए आपको अंग्रेजी भाषा की अच्छी जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि अधिकतर अंग्रेजी भाषा में डाटा एंट्री करने का काम आपको प्राप्त होता है। इसके अलावा आपको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी के साथ ही साथ एमएस वर्ड, पावर पॉइंट और एक्सेल की भी जानकारी होनी चाहिए।

क्योंकि इन्हीं सब सॉफ्टवेयर में डाटा एंट्री की जाती है। इसके अलावा हिंदी और अंग्रेजी भाषा में आपके टाइपिंग की स्पीड भी बेहतरीन होनी चाहिए। अंदाज के मुताबिक 1 मिनट में 40 शब्द टाइपिंग अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा आपको इंटरनेट की भी जानकारी होनी चाहिए।

डाटा एंट्री ऑपरेटर की सैलरी

डाटा एंट्री का काम गवर्नमेंट सेक्टर में भी होता है और प्राइवेट सेक्टर में भी होता है और जैसा कि आप जानते हैं कि गवर्नमेंट और प्राइवेट सेक्टर में सैलरी अलग-अलग होती है।


इसलिए डाटा एंट्री ऑपरेटर को प्राइवेट सेक्टर में नौकरी मिलने के बाद उसकी शुरुआती सैलरी 11000 से लेकर के ₹12000 के आसपास में होती है और काम का एक्सपीरियंस बढ़ने पर आगे चलकर के सैलरी में बढ़ोतरी होती है।

वहीं दूसरी तरफ गवर्नमेंट सेक्टर में एक डाटा एंट्री ऑपरेटर को शुरुआत में ही 20000 से लेकर के ₹25000 की तनख्वाह मिलती है और जैसे-जैसे वेतन आयोग लागू होता है, वैसे-वैसे सैलरी में बढ़ोतरी होती है।

डाटा एंट्री ऑपरेटर का क्या काम होता है?

डाटा एंट्री ऑपरेटर के द्वारा काफी तेज गति के साथ और बेहतरीन तरीके से डाटा को इनपुट करने का काम किया जाता है। इसके अलावा डाटा का स्टोरेज बनाने का काम भी डाटा एंट्री ऑपरेटर करता है, साथ ही साथ आवश्यकता पड़ने पर जरूरी डेटा को वापस से हासिल करने के तरीके के बारे में भी डाटा एंट्री ऑपरेटर जानकारी रखता है।

इसके अलावा डाटा एंट्री ऑपरेटर स्पष्ट तरीके से डाटा को व्यवस्थित करता है और उसका एनालिसिस करता है साथ ही डाटा एंट्री ऑपरेटर कंप्यूटर और डाटाबेस सिस्टम को अच्छे तरीके से नेविगेट करने के लिए भी जिम्मेदार होता है।

डाटा एंट्री कैसे सीखें?

आर्टिकल की शुरुआत में ही हमने आपको बताया था कि डाटा एंट्री एमएस वर्ड, पावरप्वाइंट और एक्सेल जैसे कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में की जाती है। इस प्रकार से अब आपको यह पता चल गया होगा कि डाटा एंट्री करने के लिए आपको इन सभी सॉफ्टवेयर को सीखने की आवश्यकता होगी अर्थात आपको एमएस वर्ड, पावर पॉइंट और एम एस एक्सेल जैसे सॉफ्टवेयर को चलाना सीखना होगा।

इसके लिए आप चाहे तो अपने पास मौजूद लैपटॉप/ कंप्यूटर पर इन सॉफ्टवेयर को डाउनलोड कर सकते हैं और धीरे-धीरे इन पर डाटा एंट्री करना चालू कर सकते हैं। डाटा एंट्री करने के लिए आपको यूट्यूब पर अलग-अलग प्रकार के ट्यूटोरियल वीडियो मिल जाते हैं, जिन्हें आप देख सकते हैं और वीडियो के मुताबिक डाटा एंट्री का काम आप कर सकते हैं।

हालांकि आप काफी तेजी से और बेहतरीन डाटा एंट्री सीखना चाहते हैं तो इसके लिए आप अपने घर के आस-पास मौजूद किसी बेस्ट कंप्यूटर कोचिंग इंस्टिट्यूट को ज्वाइन कर सकते हैं, वहां पर अनुभवी एक्सपर्ट के द्वारा आपको डाटा एंट्री करना सिखाया जाता है।

साथ ही जब आप सही प्रकार से डाटा एंट्री सीख जाते हैं, तो आपको डाटा एंट्री का सर्टिफिकेट भी दिया जाता है, जिसके दम पर आप किसी कंपनी में नौकरी के लिए भी आवेदन कर सकते है।

डाटा एंट्री जॉब कैसे पाए?

अक्सर समाचार पत्र में डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी की एडवर्टाइजमेंट निकलती रहती है और वहां पर कंपनी/ऑफिस का नंबर भी दिया गया होता है। आप उन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं और आगे की बातचीत कर सकते हैं। बातचीत होने के बाद आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।

अगर आप इंटरव्यू राउंड को पास कर लेते हैं साथ ही कंप्यूटर टाइपिंग टेस्ट को भी पूरा कर लेते हैं तो उसके पश्चात आपको डाटा एंट्री की नौकरी प्रदान कर दी जाती है। अगर आप घर बैठे डाटा एंट्री का काम करना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको अलग-अलग फ्रीलांस वेबसाइट का नाम पता होना चाहिए।

क्योंकि फ्रीलांस वेबसाइट पर भी ऐसे कई डाटा एंट्री वाले काम होते हैं जिन्हें करने के लिए डाटा एंट्री ऑपरेटर की आवश्यकता होती है। आप चाहें तो Fiverr.com, Freelancer.com, Upwork.com, Flexjobs.com, Truelancer जैसी फ्रीलांस वेबसाइट पर अपना अकाउंट बना सकते हैं और डाटा एंट्री का काम घर बैठे करके पैसा कमा सकते हैं।

डाटा एंट्री कोर्स की फीस:

अगर आपके द्वारा गवर्नमेंट संस्थान से डाटा एंट्री का कोर्स किया जा रहा है, तो आपको कम फीस और प्राइवेट संस्थान से इस कोर्स को किया जा रहा है, तो अधिक फीस भरने की आवश्यकता होती है, क्योंकि गवर्नमेंट संस्थान गवर्नमेंट के पैसे पर संचालित होते हैं और प्राइवेट संस्थान किसी व्यक्ति विशेष के पैसे पर संचालित होते हैं।

सामान्य तौर पर अगर देखा जाए तो गवर्नमेंट संस्थान में डाटा एंट्री का कोर्स करने के लिए आपको मुश्किल से मुश्किल 3000 से लेकर के ₹3500 तक की फीस भरने की आवश्यकता होती है। कई बार तो अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों की फीस भी माफ होती है।

वहीं प्राइवेट संस्थान से डाटा एंट्री का कोर्स करने के लिए आपको तकरीबन 7000 से लेकर ₹8000 तक की फीस जमा करनी होती है। हालांकि हम आपको यह भी बता देना चाहते हैं कि हर संस्थान में कोर्स की फीस अलग अलग हो सकती है। इसलिए किसी भी संस्थान में एडमिशन लेने के लिए जाए तो कोर्स फीस के बारे में पहले पता कर ले।

डाटा क्या है?

हमारे द्वारा अथवा किसी भी व्यक्ति के द्वारा कुछ इनपुट डिवाइस जैसे कि कीबोर्ड या फिर माउस की सहायता से कंप्यूटर में जो एंट्री की जाती है उसे ही डाटा के तौर पर जाना जाता है।

डाटा क्या है और इसके प्रकार? उसकी पूरी जानकारी यहाँ है।

अगर आसान भाषा में कहा जाए तो कीबोर्ड के माध्यम से हमारे द्वारा जब कुछ भी टाइपिंग की जाती है तो जो शब्द टाइप होते हैं, उसे ही डाटा कहा जाता है। यह शब्द अंको में भी होंगे तो भी उसे डाटा ही कहा जाएगा। इसी प्रकार से कंप्यूटर में अपलोड की गई कोई भी फोटो या फिर वीडियो डाटा ही कहलाता है।

डाटा एंट्री कैसे करते हैं?

आपको कस्टमर के द्वारा जो डाटा दिया जाता है, उसे आपको इंट्री करने की आवश्यकता होती है। जैसे कि अगर आपको कस्टमर के द्वारा कोई डाटा प्राप्त हुआ है, तो आपको उस डाटा को एमएस वर्ड, एक्सेल या फिर पीडीएफ में लिखने की आवश्यकता होती है। किसी भी कंपनी के द्वारा अपने डेटाबेस को अपडेट कराने के उद्देश्य से डाटा एंट्री का काम अलग-अलग वर्कर के द्वारा कराया जाता है।

Data Entry Kaise Karte Hai? उसकी पूरी जानकारी यहाँ है।

कंपनी के द्वारा अपने वर्कर को डाटा प्रदान किया जाता है। इसके बाद वर्कर को डाटा एंट्री करने की आवश्यकता होती है। डाटा एंट्री करने के लिए एमएस वर्ड, एमएस एक्सेल, गूगल शीट, गूगल डॉग और पीडीएफ और इसके अलावा अन्य कई सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा सकता है।

अगर आपको जो डाटा एंट्री का काम मिला है, वह स्कैनिंग वाला है, तो इसके अंतर्गत आपको दूसरे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके अलग-अलग प्रकार के दस्तावेज को स्कैन करने की आवश्यकता होती है और स्कैन करने के बाद उसे क्लाइंट के डेटाबेस में डालना होता है। इसके साथ ही आपको डाटा एंट्री के काम के तौर पर स्पेलिंग को भी चेक करना होता है।

डाटा एंट्री जॉब से संबंधित आवश्यक बातें

  • डाटा एंट्री की नौकरी पाने के लिए आपको लगातार टाइपिंग करने की प्रैक्टिस करते रहना चाहिए। आपको यह प्रैक्टिस हिंदी और अंग्रेजी भाषा में भी करना चाहिए। हालांकि प्राथमिकता आपको अंग्रेजी भाषा को ही देनी चाहिए।
  • टाइपिंग करने के दरमियान आपको यह भी प्रयास करना चाहिए कि आप जो टाइप कर रहे हैं वह सही सही टाइप हो और उसमें ज्यादा गलतियां ना हो या फिर गलतियां हो ही ना।
  • जब आप डाटा एंट्री की नौकरी के लिए आवेदन करें तब आपको अपने बायोडाटा में अपने टाइपिंग स्पीड का उल्लेख अवश्य ही करना चाहिए, क्योंकि जितनी अधिक आपकी टाइपिंग स्पीड रहेगी, उतना ही ज्यादा चांस आपको नौकरी मिलने का रहेगा।

डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए कोर्स

डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए आपको किसी भी प्रकार के स्पेशल कोर्स को करने की आवश्यकता नहीं होती है। अगर आपको डाटा एंट्री करना आता है तो आप आसानी से डाटा एंट्री का काम कर सकते हैं।

हालांकि अगर आप कोर्स कर लेते हैं तो आपको इस फील्ड में पारंगत प्राप्त हो जाती है, जिसकी वजह से आपके आगे बढ़ने के चांस काफी ज्यादा होते हैं। नीचे हमने आपको डाटा एंट्री सीखने के कुछ बेहतरीन कोर्स के नाम बताए हुए हैं, जिन्हें आप गवर्नमेंट या प्राइवेट संस्था से कर सकते हैं।

  • सर्टिफिकेट इन मॉडर्न ऑफिस
  • मैनेजमेंट एंड सीक्रेटरियल प्रैक्टिस
  • सर्टिफिकेट इन ऑफिस असिस्टेंट कम कंप्यूटर ऑपरेटर
  • सर्टिफिकेट इन डाटा एंट्री ऑपरेटर
  • आईटीआई डाटा एंट्री एंड ऑफिस ऑटोमेशन कोर्स
  • डिप्लोमा इन ऑफिस मैनेजमेंट एंड सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस टाइपिंग कोर्स
  • इंटरनेट टेक्नोलॉजी कोर्स

डाटा एंट्री कोर्स हेतु दुनिया के टॉप इंस्टिट्यूट

नीचे दुनिया भर के कुछ ऐसे कॉलेज के नाम बताए जा रहे हैं, जहां से आप डाटा एंट्री का कोर्स कर सकते हैं।

  • डर्बी विश्वविद्यालय
  • केंटो विश्वविद्यालय
  • मिडलसेक्स विश्वविद्यालय
  • हडर्सफ़ील्ड विश्वविद्यालय
  • ऑकलैंड विश्वविद्यालय
  • हर्टफोर्डशायर विश्वविद्यालय
  • बेडफोर्डशायर विश्वविद्याल
  • मोनाश विश्वविद्यालय
  • पश्चिमी सिडनी विश्वविद्यालय
  • दक्षिण ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय
  • प्रौद्योगिकी के वाइकाटो संस्थान

डाटा एंट्री कोर्स हेतु इंडिया के टॉप इंस्टिट्यूट

आपके सामने नीचे हमने हमारे भारत देश में मौजूद कुछ ऐसे इंस्टिट्यूट के नाम बताए हुए हैं, जहां से आप डाटा एंट्री का कोर्स कर सकते हैं।

  • सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई
  • एएसएम कॉलेज ऑफ साइंस, पुणे
  • लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर
  • भारतीय अकादमी डिग्री कॉलेज, बैंगलोर
  • एमिटी यूनिवर्सिटी,मुंबई
  • देवभूमि इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, देहरादून
  • अरिहंत संस्थान समूह, पुणे
  • आरआईएमटी विश्वविद्यालय, पंजाब
  • गार्डन सिटी विश्वविद्यालय, बैंगलोर
  • जय हिंद कॉलेज, मुंबई

डाटा एंट्री कोर्स में आवेदन की प्रक्रिया

  • डाटा एंट्री कोर्स में एडमिशन पाने के लिए सबसे पहले आपके द्वारा जिस यूनिवर्सिटी का सिलेक्शन किया गया है, आपको उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जा करके अपना अकाउंट पंजीकृत कर लेना है।
  • अपना पंजीकरण करने के पश्चात आपको एक यूजरनेम और पासवर्ड प्राप्त हो जाता है, जिसके द्वारा आप को वेबसाइट में लॉगिन हो जाना है।
  • वेबसाइट में लॉगिन हो जाने के बाद आपके द्वारा चुने गए कोर्स का सिलेक्शन आपको करना है।
  • अब आपको अपनी एजुकेशन क्वालिफिकेशन, वर्ग इत्यादि की जानकारियों के साथ एप्लीकेशन फॉर्म को भर देना है।
  • अब आपको एप्लीकेशन फॉर्म को ऑनलाइन जमा करना है, साथ ही एप्लीकेशन फीस को भी जमा कर देना है।

इस प्रकार से डाटा एंट्री के कोर्स में आवेदन किया जा सकता है।

बेस्ट डाटा एंट्री जॉब

आपके द्वारा इंटरनेट पर जब डाटा एंट्री का काम सर्च किया जाता है, तो आपको बहुत सारे काम मिल जाते है, परंतु उनमें से सबसे अच्छा और आसान काम कौन सा होगा, इसके बारे में आपको जानकारी नहीं होगी। इसलिए नीचे हम आपको कुछ ऐसे आसान काम के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

कैप्चा एंट्री जॉब

इस प्रकार की डाटा एंट्री की जॉब में आपको सबसे पहले कैप्चा देने वाली वेबसाइट पर जा करके अपना अकाउंट बनाना होता है। इसके बाद आपको वहां पर अलग-अलग कैप्चा मिलते हैं जिन्हें आप को सॉल्व करने की आवश्यकता होती है।

अगर आपके द्वारा 1000 को सॉल्व कर लिया जाता है, तो आपको इसके बदले में ₹100 से लेकर ₹300 तक प्राप्त हो जाते हैं। इस प्रकार से अगर आपके टाइपिंग की स्पीड अच्छी है तो आप 1 ही घंटे में आसानी से ₹300 तक की इनकम कर सकते हैं।

मेडिकल कोडिंग

मेडिकल कोडिंग के काम के तहत आपको अलग-अलग प्रकार के कोड को एंटर करना होता है और उसे वर्ड दस्तावेज में सेव करने की आवश्यकता होती है। इस प्रकार के काम में जो प्रोडक्ट होते हैं वह अलग अलग टाइप के होते हैं और उन सभी आइटम के कोड भी अलग-अलग होते हैं। इसलिए आपको सावधानी पूर्वक ऐसे काम को करने की आवश्यकता होती है।

पेरोल डाटा एंट्री ऑपरेटर

इसमें आपको अलग-अलग कंपनियों की लिस्ट बना करके तैयार करना होता है, जिसमें कर्मचारी की सभी इंफॉर्मेशन होती है। जैसे कि कर्मचारी की सैलरी और उसका एड्रेस इत्यादि।

ईमेल प्रोसेसिंग

इस काम के लिए आपको इंटरनेट पर भरोसेमंद वेबसाइट को सर्च करना होता है, जो आपको इमेज प्रोसेसिंग करने का मौका दें। इसके लिए आपको ऐसी वेबसाइट पर जाकर के अकाउंट बनाना होता है और वहां पर जो ईमेल मिलते हैं, आपको उसे पढ़ना होता है, जिसके बदले में आपको पैसा मिलता है।

बेसिक टाइपिंग जॉब

बेसिक टाइपिंग नौकरी में आपको वर्ड डॉक्यूमेंट और एक्सल स्प्रेडशीट का इस्तेमाल करना होता है और इसी में टाइपिंग करने की आवश्यकता होती है।

बेसिक टाइपिंग जॉब में किसी प्रकार की तेज टाइपिंग स्पीड की आवश्यकता नहीं होती है। अगर आप 1 मिनट में 30 शब्द की टाइपिंग कर लेते हैं, तो आप आसानी से इस प्रकार के काम को कर सकते हैं और अच्छा पैसा कमा सकते हैं।

सर्वे फॉर्म भरें

अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग करवाने के लिए विभिन्न कंपनियों के द्वारा ऑनलाइन सर्वे करवाया जाता है, जिसके अंतर्गत एक फॉर्म दिया जाता है, जिसमें कुछ आसान से सवाल होते हैं जिनका जवाब यूजर को देने की आवश्यकता होती है।

आपको इस प्रकार के काम के अंतर्गत सर्वे के अंतर्गत जो सवाल मिला है उसका जवाब देना होता है, जिसके बदले में कंपनी के द्वारा आपको पैसा दिया जाता है। हालांकि वर्तमान के समय में इस प्रकार का डाटा एंट्री का काम हमारे देश में ज्यादा चलन में नहीं है।

कॉपी पेस्ट

इस प्रकार के काम में आपको वर्ड एक्सेल से कुछ कंटेंट उपलब्ध करवाया जाता है और फिर आपको उसी के जैसा ही फाइल या फिर दस्तावेज का निर्माण करना होता है। इस प्रकार के मटेरियल को समझने के लिए आपको इंग्लिश भाषा की जानकारी होना आवश्यक होता है।

FAQ:

डाटा एंट्री ऑपरेटर की सैलरी कितनी होती है?

शुरुआत में डाटा एंट्री ऑपरेटर को प्राइवेट सेक्टर में 11000 से 12000 और गवर्नमेंट सेक्टर में 20000 से 25000 की सैलरी मिलती है।

डाटा एंट्री का कोर्स कितने दिन का होता है?

डाटा एंट्री का कोर्स 3 से लेकर 12 महीने का होता है।

डाटा एंट्री का काम कैसे किया जाता है?

इसके अंतर्गत आपको डाटा की टाइपिंग करनी होती है।

डाटा एंट्री जॉब क्या होती है?

डाटा एंट्री जॉब में आपको जो जानकारी दी गई है, उसे डाटा के तौर पर स्टोर करना होता है।

आज के हमारे इस आर्टिकल में हमने आपको डाटा एंट्री के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान की है, हमारे इस आर्टिकल में हमने आपको बताया है कि डाटा एंट्री क्या है?, डाटा एंट्री के प्रकार कौन-कौन से है?, आप डाटा एंट्री ऑपरेटर कैसे बन सकते हैं?, इसके अलावा इस आर्टिकल में हमने आपको कुछ और भी जानकारियां डाटा एंट्री के बारे में प्रदान की हैं कि डाटा एंट्री जॉब कैसे पाएं?, डाटा एंट्री कोर्स की कितनी फीस होती है? और डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए कौन-कौन से कोर्स हमें करने चाहिए?

यदि आपने हमारे आर्टिकल अच्छी तरह से पूरा पढ़ लिया है तो अब आपको डाटा एंट्री के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो चुकी है, यदि आपको हमारे आर्टिकल से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है तो आप इसे अपने दोस्तों में शेयर कर सकते हैं ताकि वह भी इस जानकारी का फायदा उठा सकें।

यदि आपका कोई सवाल यह सुझाव है हमारे इस आर्टिकल को लेकर तो आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमें बता सकते हैं, हम आपके सवालों का जवाब अवश्य देंगे, ऐसे ही जानकारी भरे ब्लॉग पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग से जुड़े रहें।

45 COMMENTS

  1. Sai mene 12th rsos se ki he kya me data entry job kar sakta ho privet bank me 12th me mere art subject thi osme me ri subject jese ki hindi ,environmental science ,geography painting, Sanskriti, kya me in subject se data entry job lag sakta hun ya nahin reply sir please

  2. hindi me data entry karne ke liye devnagari font jaroori hai yaa mangal font se bhi ho sakta hai sir thoda bataye kyoki ham mangal font par achha kam kar lete hai

  3. Ms Excel,Ms word, PowerPoint,tally erp 9, internet course completed.2nd year graduation Kar rahi hu BSC me .kya data entry job mil sakti hai? please reply

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