Digital Camera क्या है? कैसे काम करता है? इसके प्रकार एवं फायदे?

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आज हर कोई कैमरा और अन्य डिजिटल उपकरण का इस्तेमाल कर रहा है, इसलिए Digital Camera क्या है? कैसे काम करता है? इसके प्रकार एवं फायदे? के बारे मे जानना चाहिए। जिस प्रकार से समय बढ़ रहा है वैसे-वैसे टेक्नोलॉजी में भी बढ़ोतरी हो रही है और इसी प्रकार से पहले जहां ब्लैक एंड वाइट कैमरे मिलते थे वहीं अब कलर कैमरे भी मार्केट में आ चुके हैं, जिसमें पिक्चर क्वालिटी बहुत ही शानदार होती है।

Digital Camera क्या है? कैसे काम करता है? इसके प्रकार एवं फायदे?

आज के समय में लगभग सभी लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं जिसमें Digital Camera लगा हुआ होता है, उसी डिजिटल कैमरे की क्वालिटी को बढ़ाने के लिए नए-नए एक्सपेरिमेंट होते रहते हैं ताकि फोटो की क्वालिटी को और भी बेहतरीन किया जा सके।


इस आर्टिकल में हम आपको Digital Camera क्या है? कैसे काम करता है? इसके प्रकार एवं फायदे? के बारे में जानकारी देंगे साथ ही “डिजिटल कैमरा की पूरी जानकारी” भी आपको आर्टिकल में मिलेगी।


Digital Camera क्या है? (What is Digital Camera in Hindi)


एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जिसके माध्यम से डिजिटल तस्वीरें पैदा की जाती है उसे डिजिटल कैमरा कहा जाता है। डिजिटल कैमरा के द्वारा जो तस्वीर पैदा होती है उसे कंप्यूटर में स्टोर करके हम चाहे तो बड़ी ही आसानी से कंप्यूटर की स्क्रीन पर देख सकते हैं।

वीडियो को रिकॉर्ड करने के लिए अथवा फोटो को लेने के लिए इमेज सेंसर का इस्तेमाल डिजिटल कैमरा के द्वारा किया जाता है। इसे अन्य नाम के तहत डिजिकेम भी बुलाते हैं। डिजिटल कैमरा की जो भी फोटो होती है वह डिजिटल मेमोरी में सुरक्षित रहती है।


वर्तमान समय में बड़े पैमाने पर डिजिटल कैमरा का ही इस्तेमाल किया जा रहा है जिसकी मुख्य वजह है इसके द्वारा खींची गई फोटो की क्लेरिटी। वर्तमान समय में जितने भी डिजिटल डिवाइस आ रहे हैं उनमें पहले से ही डिजिटल कैमरा इनबिल्ट हो करके आ रहा है। और इसकी वजह से ही लोगों को फोटोग्राफी करने में काफी आनंद आ रहा है। वह हर पल को डिजिटल कैमरा के द्वारा ही कैप्चर करने का आनंद उठा रहे हैं।

Digital Camera क्या है? यह जानने के बाद चलिए अब डिजिटल कैमरा से जुड़ी वाक़ी की जानकारी देखते है।


Digital Camera का इतिहास?

साल 1975 का वह दौर था जब इस दुनिया में पहली बार डिजिटल कैमरे का आविष्कार स्टीवन सेशन के द्वारा किया गया था। स्टीवन ईस्टमैन कोडक एक इंजीनियर थे और उनके द्वारा कैमरे के अंदर चार्ज कपल डिवाइस इमेज सेंसर का उपयोग किया गया था।

इनके द्वारा जिस कैमरे का आविष्कार किया गया था उसका साइज ब्रेडबॉक्स के जितना था जो इमेज को खींचने में तकरीबन 23 सेकंड का समय लेता था। हालांकि इनके द्वारा जो कैमरा बनाया गया था वह सिर्फ ब्लैक एंड वाइट फोटो को ही कैप्चर कर पाता था। रंगीन फोटो को कैप्चर करना उसके बस की बात नहीं थी।

इसके बाद जब साल 1988 आया तो एक अन्य कैमरा लॉन्च हुआ जिसका नाम Fujix DS – 1P था हालांकि इस कैमरे की फूटी किस्मत थी कि यह कैमरा कभी भी मार्केट में लांच ही नहीं हो पाया और ना ही इसकी बिक्री हुई।

इसके बाद आगे बढ़ते हुए कोडक कंपनी ने अपना डिजिटल कैमरा बनाया जो कि साल 1991 में आया था, जिसे डीएसएलआर का नाम दिया गया। इसके बाद कैमरा मैन्युफैक्चरिंग करने वाली विभिन्न कंपनियों के द्वारा डिजिटल कैमरा बनाने की स्टार्टिंग की गई। साल 1995 में लांच हुआ रिचो आरडीसी एक पहला ऐसा डिजिटल कैमरा था जिसके अंदर डेडीकेटेड मूवी मोड था परंतु इसमें भी एक कमी रह गई थी। वह यह थी कि इसकी जो वीडियो रिकॉर्डिंग करने की कैपेसिटी थी वह लिमिटेड थी और इसका दाम भी अधिक था।

इसके बाद टेक्नोलॉजी का जैसे जैसे विकास होता गया वैसे वैसे फोन के अंदर भी कंपनियों ने कैमरा लगाना स्टार्ट कर दिया और इस प्रकार से साल 1999 में पहला ऐसा कैमरा फोन लांच हुआ जिसमें कैमरा था। उस कैमरा फोन का नाम Kyocera Visual Phone VP – 210 था जिसमें 0.11 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया था।

साल 2000 में सैमसंग कंपनी ने एक कैमरे वाला फोन बनाया जिसका नाम Samsung SCH-V200 था। इसके अलावा शार्प कंपनी ने भी फोन बनाया जिसका नाम VP 210था। इसके पश्चात एडवांस कैमरे फोन के अंदर दिए जाने लगे और फिर जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता गया वैसे-वैसे स्मार्टफोन के अंदर हाई क्वालिटी के कैमरे दिए जाने लगे और उनके मेगापिक्सल भी पहले के मुकाबले अधिक होने लगे।

Digital Camera कैसे काम करता है?

अगर आप डिजिटल कैमरे को देखेंगे तो यह नॉर्मल फिल्म कैमरे की तरह ही दिखाई देंगे परंतु इनके काम करने का तरीका बिल्कुल ही अलग है।

डिजिटल कैमरा के द्वारा जब आप किसी फोटो को क्लिक करने के लिए बटन दबाते हैं तो तुरंत ही aperture ओपन हो जाता है और फिर लेंस के जरिए डिजिटल कैमरा के सामने से एक लाइट गुजरती है। अभी तक यह नॉर्मल कैमरा ही होता है परंतु यहां से थोड़ा बदलाव होता है।

डिजिटल कैमरा में किसी भी प्रकार की फिल्म नहीं होती है बल्कि इसकी जगह पर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जो उन किरणों को कैप्चर करता है जो आने वाली होती हैं और उन्हें इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल में कन्वर्ट कर देता है। इसमें लाइट डिटेक्टर दो तरह से होता है या तो लाइट डिटेकटर चार्ज कपल डिवाइस से होता है या फिर सीएमओएस इमेज सेंसर से होता है।

डिजिटल कैमरे में जो लेंस होता है उसे जूम करने वाली चीजो से लाइट आती है और आने वाली फोटो इमेज सेंसर के ऊपर हिट होती है जो उसे बहुत सारे पिक्सेल में डिवाइड कर देता है। वही सेंसर हर पिक्सेल के कलर और चमक को नापता है और उसे एक संख्या के तौर पर स्टोर कर देता है।

डिजिटल कैमरा के भाग?

अभी तक आप इस बात की जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे कि डिजिटल कैमरा क्या होता है? आइए अब हम जान लेते हैं कि डिजिटल कैमरा के प्रमुख भाग क्या है।

यूएसबी पोर्ट: इसमें यूएसबी केबल को लगाया जाता है।

फाइल सेव्ड एलईडी: यह एलईडी इस बात को दर्शाती है कि फोटो को मेमोरी कार्ड में सुरक्षित कर लिया गया है।

पावर स्विच: कैमरे को स्टार्ट करने के लिए अथवा कैमरे को बंद करने के लिए इस बटन का इस्तेमाल होता है।

माइक्रोफोन: यह वीडियो रिकॉर्डिंग क्लिप के लिए ऑडियो को रिकॉर्ड करता है।

पिक्चर रिव्यू: आपने जो फोटो क्लिक की है उसका रिव्यू करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक फ्लैश: फोटो या फिर वीडियो में एक्स्ट्रा लाइट को शामिल करने के लिए इसका इस्तेमाल होता है।

जूम लेंस एंड कंट्रोल: इसके द्वारा फोटो के आकार को घटा सकते हैं और बढ़ा सकते हैं।

बैटरी कंपार्टमेंट: कैमरे को पावर देने के लिए जो बैटरी होती है वह इसमें होती है।

शटर बटन: किसी फोटो को क्लिक करने के लिए इस बटन को दबाने की आवश्यकता होती है।

शूटिंग मोड डायल: अलग-अलग शूटिंग मोड को चेंज करने के लिए साथ ही एक्स्पोज़र ऑप्शन को एडजस्ट करने के लिए इस बटन का इस्तेमाल होता है।

करसर पैड: इसका इस्तेमाल मेनू पैड को नेविगेट करने के लिए होता है।

इंडिकेटर एलईडी: कैमरे की स्तिथि को दर्शाने के लिए इसे कैमरे में लगाया जाता है।

एलसीडी पैनल: कैमरे का जो डिस्प्ले होता है उसे ही एलसीडी पैनल कहते हैं।

कंट्रोल बटन: कैमरे में जो अलग-अलग सेटिंग होती है उन्हें एडजेस्ट करने के लिए कंट्रोल बटन का इस्तेमाल किया जाता है।

मेमोरी कार्ड स्लॉट: इसमें डिजिटल मेमोरी कार्ड को डाला जाता है।

Digital Camera के प्रकार?

देखा जाए तो डिजिटल कैमरा को उनके उपयोग, फोकस और कीमतों के आधार पर अलग-अलग बांटा गया है। नीचे हमने डिजिटल कैमरा के टोटल 6 प्रकारों का वर्णन किया हुआ है।

1: कॉम्पैक्ट डिजिटल कैमरा

बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाने वाला यह बहुत ही सरल कैमरा है। इसे अन्य नाम के तौर पर प्वाइंट एंड शूट कैमरा भी कहते हैं। कंपैक्ट डिजिटल कैमरे का इस्तेमाल सामान्य उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किया जाता है। मार्केट में मौजूद दूसरे कैमरे की तुलना में इसकी कीमत कम होती है और यही वजह है कि इसके द्वारा जब आप फोटो क्लिक करते हैं तो उसकी क्वालिटी कुछ ज्यादा खास नहीं होती है।

इसके द्वारा खींची गई फोटो को आप जेपीईजी फॉरमैट में कंप्यूटर में सुरक्षित रख सकते हैं। फोटो को क्लिक करने से पहले आपको इसमें लाइव प्रीव्यू देखने का मौका मिलता है। इस कैमरे में आपको लो पावर फ्लैश मिलती है। इसके द्वारा आप अंधेरे में फोटो क्लिक कर सकते हैं।

इसकी साइज छोटी होती है। इसलिए आप इसे आसानी से कहीं पर भी ले कर के आ और जा सकते हैं। आपको इस कैमरे में ऑटोफोकस और क्लोज फोकस मिलता है। इसमें आप फोटो को जूम भी कर सकते हैं।

2: ब्रिज कैमरा

इनकी जो बनावट होती है वह कुछ हद तक डीएसएलआर से मिलती जुलती है। इस कैमरे की गिनती हाई लेवल के डिजिटल कैमरे में होती है।

इस कैमरे में लेंस निश्चित होता है साथ ही जो इमेज सेंसर होता है वह छोटा होता है। इसमें भी आपको फोटो को कैप्चर करने से पहले लाइव प्रीव्यू देखने का ऑप्शन प्राप्त होता है।

इसमें इमेज को कंप्रेस जेपीईजी फॉरमैट में स्टोर कर सकते हैं। वही आप मैनुअल फोकस और ऑटोफोकस का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि इस कैमरे के काम करने की स्पीड ज्यादा अधिक नहीं होती है।

3: डीएसएलआर कैमरा

डीएसएलआर कैमरा का पूरा नाम डिजिटल single-lens रिफ्लेक्स कैमरा होता है और यह बहुत ही अच्छी क्वालिटी का साथ ही हाई लेवल का कैमरा होता है, जो single-lens मेथड का इस्तेमाल करता है। इस कैमरे में आप लाइव प्रीव्यू देख सकते हैं।

अगर रोशनी कम है तब भी आप बढ़िया क्वालिटी की फोटो कैप्चर कर सकते हैं। ऑटोफोकस का इस्तेमाल कर सकते हैं। सिचुएशन के हिसाब से फोटोग्राफर लेंस का सिलेक्शन कर सकता है।

4: इलेक्ट्रॉनिक व्यू फाइंडर

अगर इसकी तुलना डीएसएलआर से करी जाए तो यह ज्यादा Compact और आसान होता है। इस प्रकार के कैमरे में फोटो को खींचने से पहले आप प्रीव्यू भी देख सकते हैं और फिर उसी के हिसाब से आप फोकस की एडजस्टिंग कर सकते हैं।

5: डिजिटल रेंजफाइंडर

यह एक बहुत ही विशेष प्रकार का फिल्म कैमरा होता है और इसका इस्तेमाल किसी फोटो को दूर से कैप्चर करने के लिए किया जाता है। इसलिए इसे फिल्म डिजिटल कैमरा भी कहा जाता है।

6: लाइन स्कैन कैमरा

अगर किसी व्यक्ति को तेज स्पीड के साथ इमेज रेजोल्यूशन को कैप्चर करना है तो उसके लिए सबसे बढ़िया कैमरा लाइट स्कैन कैमरा होता है। इसमें मेट्रिक्स सिस्टम नहीं होता है बल्कि उसकी जगह पर इमेज सेंसर के एक पिक्सेल का इस्तेमाल होता है।

Digital Camera का उपयोग?

डिजिटल कैमरे का इस्तेमाल आज के समय में एक ही नहीं बल्कि विभिन्न प्रकार के अलग-अलग कामों के लिए किया जा रहा है। नीचे कुछ ऐसे ही कामों की चर्चा हमने की है।

  • अगर आपको किसी जगह की फोटो लेनी है या फिर अपने दोस्तों अथवा अपने परिवार वालों की फोटो लेनी है तो इसके लिए आप डिजिटल कैमरे का इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने यादगार लम्हों को मेमोरी में स्टोर करके रख सकते हैं।
  • बिजनेस कार्ड को क्रिएट करने के लिए डिजिटल कैमरे का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • इसके द्वारा आप अपनी खुद की फोटो को खींच सकते हैं और उसे अपने बिजनेस कार्ड में लगा सकते हैं।
  • दांतो से संबंधित प्रॉब्लम की ट्रीटमेंट के लिए भी डिजिटल कैमरे का इस्तेमाल किया जा रहा है।
  • डिजिटल कैमरा आपको किसी भी चीज की हाई क्वालिटी की फोटो खींचने का मौका देता है, जिसकी वजह से आपको शानदार फोटो प्राप्त होती है।
  • अगर आप किसी मीटिंग को रिकॉर्ड करना चाहते हैं या फिर आप किसी सेमिनार को रिकॉर्ड करना चाहते हैं तो इसके लिए भी डिजिटल कैमरे का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • शादी के लम्हों को यादगार बनाने के लिए अथवा उन्हें कैप्चर करने के लिए डिजिटल कैमरे का इस्तेमाल होता है।
  • डिजिटल कैमरे के द्वारा कम्युनिकेशन भी स्थापित किया जाता है जैसे कि वीडियो कॉल, लाइव क्लास इत्यादि।

Digital Camera के फायदे?

नीचे हमने आपको डिजिटल कैमरा के लाभ अथवा डिजिटल कैमरा के एडवांटेज की जानकारी दी है।

  • आपने डिजिटल कैमरे की सहायता से जो फोटो क्लिक की है या फिर जो भी वीडियो बनाए हुए हैं उसे आप बहुत ही आसानी से अपने कंप्यूटर में ट्रांसफर कर सकते हैं और सुरक्षित कर सकते हैं।
  • डिजिटल कैमरे के द्वारा जो वीडियो रिकॉर्ड किए जाते हैं वह भी बहुत ही हाई क्वालिटी के होते हैं ऐसे लगता है जैसे 3D वीडियो चल रहा है।
  • किसी फोटो को लेने के दरमियान अगर आप जूम करते हैं तो फोटो का पिक्सेल नहीं फटता है यानी की फोटो साफ आती है।
  • मोबाइल में भी आप डिजिटल कैमरे का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • पहले के कैमरे की तुलना में वर्तमान के समय में जो डिजिटल कैमरा आ रहा है उसमें फोटो लिमिट की कोई भी परेशानी नहीं होती है।
  • डिजिटल कैमरे से जो फोटो खींची जाती है वह हाई क्वालिटी की होती है अर्थात उस फोटो में सभी चीजें बहुत ही बढ़िया और बेहतरीन तरीके से दिखाई देती है।

Digital Camera के नुकसान?

डिजिटल कैमरा की हानि क्या है अथवा डिजिटल कैमरा के डिसएडवांटेज क्या है, आइए जानते हैं।

  • अगर आपको डिजिटल कैमरा इस्तेमाल करना है तो इसके लिए आपको कंप्यूटर की थोड़ी बहुत जानकारी अवश्य होनी चाहिए।
  • डिजिटल कैमरा में स्टोरेज काफी अधिक होता है यही वजह है कि इसमें खींची गई फोटो का मैनेजमेंट करना थोड़ा सा कठिन हो जाता है।
  • जो लोग अनाड़ी होते हैं वह शुरुआत में डिजिटल कैमरे को चलाने में कई समस्याओं का सामना करते हैं क्योंकि इसमें बहुत सारे फंक्शन होते हैं।
  • डिजिटल कैमरे को अधिक बैटरी पावर की आवश्यकता होती है।
  • डिजिटल कैमरे का एक डिसएडवांटेज यह है कि यह थोड़ा सा महंगा आता है। इसलिए हर कोई इसे खरीदने से बचता है।

डिजिटल कैमरा का प्रयोग कैसे करते है?

अगर आप डिजिटल कैमरे का सही प्रकार से इस्तेमाल करना सीख जाएंगे तभी आप इसके द्वारा बेहतरीन क्वालिटी की फोटो कैप्चर कर सकेंगे या फिर वीडियो बना सकेंगे, क्योंकि डिजिटल कैमरे में अलग-अलग प्रकार की सेटिंग मौजूद होती है जिसके अंतर्गत आपको रेजोल्यूशन, माइक्रो मोड, फ्लैश, एक्सपोजर इत्यादि की जानकारी होनी चाहिए।

अगर आपको इन सभी ऑप्शन की जानकारी नहीं है तो आप अच्छी फोटो नहीं क्लिक कर सकेंगे। इसके साथ ही जब आप डिजिटल कैमरे की खरीदारी करें तो इस बात का भी ध्यान रखें कि उसका साइज इतना हो ताकि आप आसानी से उसे पकड़ सके अथवा ऑपरेट कर सके।

डिजिटल कैमरे के द्वारा जब आप फोटो कैप्चर करे तो उसके पहले आपको फ्लैश का भी ध्यान रखना है और उसी के हिसाब से आपको डिजिटल कैमरे की सेटिंग करनी है। आप चाहे तो फोटो मोड को भी सिलेक्ट कर सकते हैं।

ऐसा करने पर फ्लैश अपने आप ही सेट हो जाता है साथ ही जब आप फोटो कैप्चर करें तो आपको अपने हाथ हिलाने नहीं चाहिए। ऐसा करने पर फोटो सही से नहीं क्लिक हो सकेगी बल्कि आपको अधिक से अधिक स्थिर रहने का प्रयास करना चाहिए तभी आप बढ़िया फोटो ले सकेंगे।

फिल्म कैमरा और डिजिटल कैमरा में अंतर

फिल्म कैमरा और डिजिटल कैमरा में क्या अंतर है, आइए जानते हैं।

  • डिजिटल कैमरे की कंपैरिजन में जो फिल्म कैमरा होता है उसकी बैटरी लाइव काफी अधिक होती है।
  • केमिकल फिल्म का यूज़ फिल्म कैमरे में और डिजिटल सेंसर का यूज़ डिजिटल कैमरे में होता है।
  • फिल्म कैमरे में सिर्फ निश्चित मात्रा में ही फोटो को स्टोर करके रख सकते हैं। वही डिजिटल कैमरे में मेमोरी कार्ड के हिसाब से अनलिमिटेड फोटो की स्टोरिंग की जा सकती है।
  • अगर आपके पास फिल्म कैमरा है तो उसके द्वारा आप सिर्फ फोटो को कैप्चर कर सकते हैं परंतु अगर आपके पास डिजिटल कैमरा मौजूद है तो आप फोटो तो ले ही सकते हैं वही आप उसके द्वारा वीडियो को रिकॉर्ड भी कर सकते हैं।

तो दोस्तों उम्मीद है की अब आपको डिजिटल कैमरा से जुड़ी पूरी जानकारी मिल चुकी होगी, और आप जान गये होगा की Digital Camera क्या है? कैसे काम करता है? इसके प्रकार एवं फायदे? के बारे में।

FAQ:

डिजिटल कैमरा का आविष्कार किसने किया?

स्टीव सेशन

डिजिटल कैमरा कौन सा डिवाइस है?

इनपुट डिवाइस

डिजिटल कैमरा कितने प्रकार के होते हैं?

मुख्य तौर पर छह प्रकार

डिजिटल कैमरा क्या होता है?

डिजिटल फॉर्मेट में फोटो और वीडियो लेने वाला डिवाइस

डिजिटल कैमरा का आविष्कार कब हुआ था?

1975

इस लेख मे हमने आपको बताया की Digital Camera क्या है और कैसे काम करता है? इस लेख मे Digital Camera के प्रयोग और इसके इतिहास के बारे मे भी अच्छे से बताया गया है।

Hope अब आपको digital camera kya hai? समझ आ गया होगा, और आप जान गये होगे की Digital Camera क्या है? कैसे काम करता है? इसके प्रकार एवं फायदे? से जुड़े सारे सवाल के जवाब मिल गए होंगे। 

अगर आपके पास कोई सवाल है, तो आप नीचे कमेंट में पूछ सकते हो. और अगर आपको यह पोस्ट हेल्पफुल लगा हो तो इसको सोशल मीडिया पर अपने अपने दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते हो.

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