eBook क्या है? इसके प्रकार? फायदे और उपयोग? पूरी जानकारी

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EBOOK Kya Hai? – What Is eBook In Hindi? दोस्तों अगर आप अपने mobile phone या computer पर online internet से पढ़ाई करते हो तो आप eBook के बारे में तो ज़रूर जानते ही होगे। और आज इस पोस्ट में हम ईबुक के बारे में डिटेल से जानिंगे की आख़िर eBook क्या है? उपयोग और फ़ायदे क्या हैं? कैसे बनाये? डाउनलोड कैसे करे? History of eBook & All about eBook In Hindi?

eBook क्या है? इसके प्रकार? फायदे और उपयोग? पूरी जानकारी

दोस्तों। यह युग इंटरनेट का है चीजें डिजिटल हो रही है, अब देखिए ना हमारी किताबों को पढ़ने का ही तरीका बदल चुका है। आज हम ट्रेन बस मेट्रो कहीं भी यात्रा कर रहे हो तब हम किताबें पढ़ सकते हैं अपने स्मार्टफोन के जरिए। दोस्तों यदि आप सोच रहे हैं कि मैं यहां कौन सी book की बात कर रहा हूं। तो आपको बता दूं कि मैं यहाँ e-Book के बारे में आप को समझाने की कोशिश कर रहा हूं।


दोस्तों आपने ई-book का नाम तो सुना ही होगा। या आपने ई-बुक का इस्तेमाल भी किया होगा। लेकिन कहीं सारी नए इंटरनेट यूजर या मोबाइल यूजर्स को ई-बुक के बारे में कोई जानकारी नहीं होती।

इसलिए मैंने सोचा क्यों ना आज के इस डिजिटल दौर में जब ई-बुक का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। तो क्यों ना अपने पाठकों को ई-बुक के बारे में पूर्ण एवं सटीक जानकारी दी जाए। इसलिए यदि आप जानना चाहते हैं कि Ebook क्या है? ebook का इस्तेमाल क्यों किया जाता है? इसके क्या फायदे हैं? और आप कैसे ई- बुक बना सकते हैं। तथा ebook सामान्य book से कैसे बेहतर है?

तो आज का यह लेख आपके लिए ही है क्योंकि यहां हम विस्तार पूर्वक इस लेख में ebook से संबंधित कई सारी जानकारियां प्राप्त करने जा रहे हैं। चलिए दोस्तों बिना देरी किये सबसे पहले जानते हैं कि eBook क्या है? इसके प्रकार? फायदे और उपयोग?


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eBook क्या है? (What is eBook in Hindi)

E-Book एक इलेक्ट्रॉनिक book होती है, जिसे e-book के नाम से भी जाना जाता है। सरल शब्दों में ebook की परिभाषा समझें तो एक ऐसी किताब जिसे कंप्यूटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से पढ़ा जा सके, वह ebook कहलाती है। वास्तव में ebook भी एक किताब ही होती है। परन्तु यह भौतिक book का डिजिटल version होता है, अतः इस book को कंप्यूटर, स्मार्टफोन, टेबलेट आदि की सहायता से पढ़ा जा सकता है।


आप इस इमेज के आधार पर समझ सकते हैं कि ebook भी सामान्य book की तरह ही दिखाई देती है। जिसमें text तथा image शामिल होती है।

दोस्तों आशा है अब आप समझ चुके होंगे कि ebook क्या होती है? अब हम जानते हैं कि ebook का क्या उपयोग है? आप निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर ebook की उपयोगिता को समझ सकते हैं।।

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eBook के फ़ायदे – Benefits Of eBook In Hindi

◆ Ebook काफी तेज गति से आपके पास पहुँचती है। मतलब आपको सिर्फ ebook की पेमेंट करनी है, ebook डाउनलोड करनी है और बस हो गया। आप ebook पढ़ना शुरू कर सकते हैं। दोस्तों आपके ebook के इस्तेमाल करने का मुख्य फ़ायदा यह होगा कि न तो अपनी जगह से उठना है और ना ही bookstore तक प्रिंटेड बुक को खरीदने के लिए अपना समय तथा ऊर्जा खर्च करने की आवश्यकता होगी। तो हैं ना सुविधाजनक।

◆ ebook का इस्तेमाल करना पर्यावरण के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। क्योंकि ebook के इस्तेमाल से कागज के पेजों का निर्माण करने के लिए किये जाने वाले पेडों के कटाव में कमी आयी है

◆ यदि आपके एकाउंट में book खरीदने के लिए बैलेंस है तो आपको सिर्फ इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता है। तथा आप कहीं भी कभी भी ई-बुक को खरीद सकते हैं तथा डाउनलोड करने के बाद पढ़ सकते हैं। अतः ebook के इस्तेमाल से आपको तेजी से जानकारियां मिल जाती हैं।


◆ कभी-कभी ई-बुक्स को खरीदने में आपको बोनस/ डिस्काउंट प्राप्त होता है। परंतु दूसरी ओर यदि आप प्रिंटेड बुक खरीदते हैं तो आपको आमतौर पर डिस्काउंट नहीं मिलते हैं। अतः ebook खरीदना एक ग्राहक के तौर पर आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

◆ ईबुक को स्टोर करने के लिए किसी डेस्क, टेबल की आवश्यकता नहीं होती। आपको किसी लाइब्रेरी या room में इन्हें स्टोर करना नहीं पड़ता। आप हजारों ई-बुक्स को अपने कंप्यूटर या अन्य ई-reader डिवाइस में स्टोर कर जब चाहे तब book पढ़ना शुरू कर सकते हैं।

◆ यह पोर्टेबल होते हैं अर्थात इन्हें एक जगह से दूसरी जगह आसानी से ले जाया जा सकता है। आप हजारों ई-बुक्स को एक CD में, या लैपटॉप मोबाइल आदि डिवाइस में स्टोर कर सकते हैं। तथा कहीं भी ले जा कर उनका उपयोग कर सकते हैं। मतलब आप को भारी-भरकम वजन उठाने की आवश्यकता नहीं होती।

सबसे बड़ा फायदा यह है की क्या आप हजारों बुक्स को अपने साथ ले जा सकते हैं? साथ ही इन्हें शेयर किया जा सकता है। आप ebook को अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ आसानी से शेयर भी कर सकते हैं। जबकि यदि आपको सामान्य बुक/प्रिंटेड book शेयर करनी होती है तो आपके पास अपनी पूरी book ही दूसरे व्यक्ति को देनी पड़ती है। आप उस book का इस्तेमाल नही कर सकते।

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क्या eBook PDF File होती है?

दोस्तों यह आवश्यक नहीं है कि ई-book सिर्फ पीडीएफ फॉर्मेट में ही उपलब्ध हो क्योंकि ई-book का अर्थ होता है। इलेक्ट्रॉनिक बुक और जब भी आप इंटरनेट पर सर्च करते हैं new ebook download करने के बारे में तो काफी ज्यादा chance होते हैं कि आपको PDF फॉर्मेट में ही बुक डाउनलोड करने को मिले।

अतः हम कह सकते हैं कि e-book के लिए पीडीएफ फॉरमेट का सबसे अधिक इस्तेमाल होता है। यहां आपको प जानना जरूरी है कि .PDf (पोर्टेबल डॉक्युमेंट फॉरमैट) डाक्यूमेंट्स को read करने में सहायक होता है। जिसे adobe reader द्वारा विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम में इस्तेमाल करने के लिए बनाया गया है।

आप यदि ई-बुक के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप यहां से ebook पढ़ सकते हैं।

eBook कैसे बनाये? – How To Create eBook In Hindi

दोस्तों अब सवाल आता है कि ई-बुक को कैसे create किया जाता है? हम आपको यहां पर कुछ स्टेप बता रहे हैं। जिनकी इस्तेमाल कर आप घर बैठे e-book बना सकते है।

अपनी टारगेट ऑडियंस के बारे में रिसर्च करें। दोस्तो आप जिन लोगों के लिए e-book बनाना चाहते हैं। उन लोगों के बारे में रिसर्च कीजिए कि उनकी उम्र, उनकी भाषा तथा उनकी रुचि किस चीज में है।

क्योंकि आखिर में ebook को पढ़ना उन्हीं को ही है। अगर book उनके मतलब की नहीं होगी तो शायद वो आपकी बुक को ना पड़े। इसलिए ऑडियंस के बारे में रिसर्च करना बेहद जरूरी है। अगले step में यह सुनिश्चित कर लें। कि आपके पास एक अच्छा एडिटिंग प्रोग्राम है क्योंकि एक आकर्षित book cover आपकी ई-बुक सेल्स को बढ़ा सकता है।

साथ ही यूजर्स को मजेदार तरीके से book के कंटेंट को समझने में मदद करेग। अब जब आप अपनी ई-बुक तैयार कर ले। तो उसके बाद आप इस बुक को स्वयं पढ़िए तथा अपने दोस्तों को वह पढ़ने को कहिए कि क्या इसमें कोई कमी लग रही है? ई बुक में images, ग्राफिक्स का इस्तेमाल करें ताकि आप जो चीज़ पाठकों को समझाना चाह रहे हैं वह उन्हें अच्छे से समझ में आए। तथा ई-book में cover आर्ट जरूर लगाएं।

अब आप इसे जहां sell करना चाहते हैं वहां अपलोड कीजिए। यदि आप इसे अपनी अपनी वेबसाइट के पाठकों के लिए sell करना चाहते हैं तो वहां अपनी वेबसाइट में अपलोड कीजिए।

अब अंत में आप अपनी शानदार ई-बुक का प्रचार करना शुरू कीजिए। क्योंकि जितने अधिक लोगों तक आपकी ई- बुक पहुँचेगी उतने अधिक book को खरीदने के chance बढ़ जाएंगे।

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ई – बुक का भविष्य कैसा है? Future Of eBook In Hindi

दोस्तों यदि हम हम अपने देश की बात करें तो यहां इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़ रही है। तथा आए दिन स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या भी बढ़ रही है। तो ऐसी स्थिति में लोगों के लिए ई-बुक को पढ़ना तथा शेयर करना न सिर्फ मजेदार है बल्कि सुविधाजनक भी है।

वे कहीं भी यात्रा करते समय ई-बुक का इस्तेमाल अपने स्मार्टफोन लैपटॉप के जरिए कर पा रहे हैं। और यदि हम बात करें आज से दो-तीन दशक पहले की तो book को पढ़ना तब भी फायदेमंद था। परंतु एक जो विशेष बात है. ebook के आने से हुई वह है portability इसके आने से यूजर्स सैकड़ों ई-books को कहीं भी ले जा सकते अपने स्मार्टफोन या लैपटॉप डिवाइस पर।

तथा विश्व भर में ही ई-बुक का trend चल रहा है और आप भविष्य में भी उम्मीद है कि ई-बुक यूजर्स की संख्या बढ़ती ही जाएगी। दोस्तों चलिये हम एक बार जान लेते हैं कि यह बुक सामान्य बुक के मुकाबले से कैसे अलग है?

Difference Between eBook & Normal Books In Hindi?

दोस्तों सबसे पहली बात हमारा यहां समझना जरूरी है कि कहीं सारी प्रिंटेड बुक्स मतलब सामान्य बुक्स का वजन काफी ज्यादा होता है। इसलिए वह अधिक स्थान घेरती है तथा प्रिंटेड books को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना आसान नहीं रहता। परंतु दूसरी ओर बात की जाए ebooks की तो आप हजारों जिसकी e-books को एक जगह से दूसरी जगह ले जा सकते हैं।

सामान्य बुक्स की तुलना में e-books का दाम कम होता है। क्योंकि यहां पब्लिशर मैन्युफैक्चर को e-book को बनाने के लिए किसी hand use मेटेरियल, रिसोर्सेज का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता। सामान्य बुक की तुलना में ई-बुक के खराब होने अर्थात pages फटने के अवस नहीं होते हैं।

ebook में प्राइवेसी सुविधा होती है, आप अपने डिवाइस में जिस ई-बुक को ओपन करते हैं। उसका पता दूसरा व्यक्ति नहीं लगा सकता है कि आप क्या पढ़ रहे हैं? इसकी साथ ही आप ई-बुक्स में पासवर्ड add कर सकते हैं जिससे आपके अलावा कोई भी व्यक्ति आपकी ई-बुक को नहीं पढ़ नहीं सकता। जबकि प्रिंटेड बुक में ऐसा नहीं होता कोई भी व्यक्ति आपकी ई-बुक को देख कर उसे पढ़ सकता है।

e-books बनाना अब कोई कठिन कार्य नहीं क्योंकि आजकल विभिन्न सॉफ्टवेयर,  online, ऑफलाइन tools अवेलेबल है। जिनकी मदद से ebook तैयार की जा सकती है, example के लिए आप MS word में भी चाहे तो Ebook बना सकते हैं और उसे पब्लिश कर सकते हैं।

अतः आप कुछ समय देकर Ebook बनाना स्वयं सीख सकते हैं। Ebook के लिए जो content है वह बेहद आवश्यक होता है, आप किस विषय पर लिखना चाहते हैं? क्या आप अपने बिजनेस के लिए लिखना चाहते हैं? आप किस भाषा में लिखेंगे आप क्या क्या अपनी ebook मे टॉपिक्स cover करेंगे। इत्यादि की प्लानिंग पहले ही करनी जरूरी होती है।

eBook के नुकसान?

Costly

यदि आप Ebooks पढ़ते हैं, तो आप जानते होंगे हमें कई सारी books फ्री में भी मिल जाती हैं। परंतु सच्चाई यह भी है कि कुछ ebooks का काफी costly होती हैं जिनकि कीमत physical बुक्स से भी ज्यादा होती है। अतः एक बड़ा नुकसान यह है कि हमें किसी ebook का ज्यादा प्राइस भी देखने को मिल जाता है।

Eyes Pain

फिजिकल बुक्स को हम कई घंटों तक आसानी से पढ़ सकते हैं। परंतु किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को लगातार पढ़ना आंखों के लिए अच्छे संकेत नहीं होते। जहां तक बात है health issue की तो फिजिकल बुक्स में ऐसी कोई दिक्कत नहीं होती। लेकिन वही ebook reader डिवाइस से सिर में दर्द, आंखों में दर्द जैसी परेशानी लॉन्ग टर्म में होने की संभावनाएं होती हैं।

दोस्तों हालांकि ebook विभिन्न devices को सपोर्ट करती है। फिर भी यदि आप ebook का अधिक इस्तेमाल करते हैं, तो आपको एक स्पेशल डिवाइस जैसे amazon kindle का उपयोग करना ही होगा। जिसमें सारी बुक्स को आप स्टोर कर सके। तथा उन्हें read कर सकें। लेकिन वहीं दूसरी तरफ traditional बुक्स को देखें तो इसमें ना तो हमें पढ़ने के लिए किसी डिवाइस की आवश्यकता है न ही चार्जर की।

Lost Issue

यदि आपने कई सारी ebooks खरीदी हुई है, और अपने कंप्यूटर पर स्टोर की हैं। और दुर्भाग्यवश आपके कंप्यूटर पर वायरस आ जाता है। तो ऐसी स्थिति में आपको न सिर्फ कंप्यूटर का महत्वपूर्ण डाटा बल्कि अपने सभी डिजिटल प्रोडक्ट्स जिनमें ebooks है, वह भी आपको खोना पड़ेगा। और दूसरा नुकसान यह है कि कभी-कभी गलती से फाइल फोल्डर डिलीट होने की स्थिति में आप e-books खो सकते हैं।

Problem for Publishers

आप चाहे तो फिजिकल बुक्स की भांति ebooks बनाने में कितना ही अपना समय खर्च ना कर दे। कुछ ऐसे यूजर  इंटरनेट पर जरूर हैं जो आपकी बुक को फ्री में किसी टॉरेंट साइट पर या कहीं और upload कर सकते हैं, जिससे आपको अपनी मेहनत से नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए आज भी कई सारे ऑथर्स, पब्लिशर e-books को पब्लिश करने से पहले सोचते हैं।

क्योंकि आज भी भारत जैसे अनेक विकासशील देशों में लोग भौतिक किताबों को पढ़ना ही ज्यादा प्रचार करते हैं। आज भी books के बारे में अधिक लोगों को जागरूकता नहीं है, साथ ही कहीं ऐसी बुक्स हैं जिनका ebook version अवेलेबल नहीं है इसलिए लिमिट में हमें ऐसी books मिलती हैं। ebook पर पब्लिशर का पूरा कंट्रोल होता है। अर्थात यदि पब्लिशर चाहे तो उस बुक को सभी डिवाइसेज से डिलीट भी कर सकता है।

eBook का इतिहास – History Of eBook In Hindi

Ebooks का इतिहास काफी पुराना है। माना जाता है वर्ष 1930 से ही असल में ebook बनाने की नींव शुरू हो चुकी थी। विकिपीडिया के अनुसार ई बुक का विचार राइटर Bob Brown को आया। जब उन्होंने उस समय पहली बार एक मूवी साउंड के साथ देखी वर्ष 1930 में ही उन्होंने अपनी इन्वेंशन के साथ एक बुक लिख डाली।

उन्होंने बुक में लिखा कि काश कोई मशीन होती जिस पर मैं यह बुक लिखता और उस बुक को पढ़ने के लिए उस मशीन को में कहीं पर भी ले जा पाता। दोस्तो खास बात यह रही कि उस टाइम ब्राउन द्वारा की गई यह कल्पना और उनके यह विचारों को हकीकत मिलने में लगभग 40 साल लग गए और वर्ष 1971 में Michael S. Hart  ने Project Gutenberg के लिए एक बुक लॉन्च की जो की पूरी तरह डिजिटलाइज्ड थी और यह दुनिया की पहली ebook बन गई।

दोस्तों आपको बता दें वर्ष 1971 इसलिए भी खास है। क्योंकि इसी वर्ष पहला ईमेल दो कंप्यूटर्स के बीच भेजा गया था यह दोनों ही मेनफ्रेम कंप्यूटर थे। और इस तरह धीरे-धीरे विभिन्न कंपनियां e-book को अपनाने लगी और वर्ष 1998 भी खास था क्योंकि इस वर्ष  इबुक के कुछ महत्वपूर्ण आयोजन हुए। इस वर्ष पहला डेडीकेटेड ई बुक रीडर मार्केट में लांच किया गया असल में उस साल दो ebook रीडर लांच की गई थी पहला रोबोट ebook तथा दूसरा soft book.

साथ ही इसी वर्ष से U लाइब्रेरी द्वारा लोगों को वेबसाइट्स के जरिए फ्री ebooks बांटने शुरू कर दिए। और एक और बड़ी खास बात यह है कि वर्ष 1998 में ही गूगल को found किया गया. दुनिया की जानी मानी कंपनी सोनी ने भी e-book के बदलाव को समझते हुए वर्ष 2004 में सोनी लाइब्रेरी रीडर को लांच किया और साल 2006 में खुद की सोनी ई रीडर को रिलीज किया।

दोस्तों ebook के इतिहास में सबसे परिवर्तनकारी वर्ष साल 2007 रहा। जब ऐमेज़ॉन किंडल इबुक को लांच कर दुनिया के Ebooks को पढ़ने के तरीके में बड़ा परिवर्तन लाने का काम किया गया। उसके बाद वर्ष 2010 तक आते-आते दुनिया के अनेक देशों में ebook के प्रति लोगों की दिलचस्पी बढ़ने लगी। और साल 2010 Apple ने आईपैड के साथ ibooks को रिलीज किया और उसका यह i बुक स्टोर लोगों को खूब पसंद आया और काफी ज्यादा sale हुई।

गूगल ने भी खुद के ही ebook स्टोर को लांच कर एक बड़ा स्टेप उठाया। और आज वर्ष 2020 में हम सभी ebook से परिचित हैं और इबुक का इस्तेमाल भी कर रहे हैं। तो दोस्तों इस तरह आपने आज के इस लेख में जाना कि क्या है ई- बुक क्या है? ई-बुक क्या-क्या फायदे होते हैं? तथा आप ebook कैसे बना सकते हैं। इसके अलावा आपने जाना की ebook सामान्य बुक के मुकाबले कैसे अलग है?

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उम्मीद है की अब आपको ebook के बारे बारे में पूरी जानकारी मिल चुकी होगी, और अब आप जान गये होगे की What Is eBook In Hindi: eBook क्या है और कैसे बनाये?

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