हार्ड डिस्क क्या है? (What is Hard Disk in Hindi)

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दोस्तों अपने computer, laptop में Data Store करने के लिए हार्ड डिस्क, हार्ड ड्राइव (HDD, SSD) का इस्तेमाल तो हम सभी करते है। लेकिन अगर आप हार्ड डिस्क, हार्ड ड्राइव के बारे में डिटेल से जानना चाहते हो तो आज इस पोस्ट में हम जानिंगे की हार्ड डिस्क क्या है? इसके प्रकार? फ़ायदे और All About Hard Disk In Hindi

हार्ड डिस्क क्या है? (What is Hard Disk in Hindi)

दोस्तो। यदि आप एक computer सब्जेक्ट के विद्यार्थी हैं या आप एक कंप्यूटर user हैं तो आपने hard डिस्क का नाम तो सुना ही होगा। है न क्योंकि नया कंप्यूटर लैपटॉप लेने से पूर्व हम कंप्यूटर की रैम, और हार्ड डिस्क के बारे में जरूर पूछते हैं। दोस्तो हम ram के बारे में हम पहले ही विस्तारपूर्वक जान चुके हैं।


इसलिए आज के इस लेख में हम हार्ड डिस्क के बारे में जानेंगे की हार्ड डिस्क क्या है? इसके कितने प्रकार हैं? ssd और hdd ड्राइव क्या होती हैं? तथा हार्ड डिस्क के क्या क्या फ़ायदे हैं? आदि चीजों के बार में विस्तारपूर्वक इस लेख में जानेंगे जो किसी कंप्यूटर यूजर के लिये जानना बेहद आवश्यक है।

दोस्तो hard डिस्क कंप्यूटर के सबसे महत्वपूर्ण भागों में से एक होती है क्योंकि इसमें हमारे images, video, document तथा अन्य पर्सनल डाटा स्टोर होता है। इस स्तिथि में यदि hard डिस्क के बारे में यदि पूर्ण एवं सही जानकारी हो तो हम अपनी आवश्यकता के मुताबिक सही हार्ड डिस्क का चुनाव कर सकते हैं। दोस्तों पिछले पोस्ट में मैंने आपको बताया था की माउस क्या है? और कीबोर्ड (Keyboard) क्या है? और आज इस पोस्ट में हम जानिंगे की Hard Disk, हार्ड ड्राइव (HDD, SSD) क्या है?

अतः दोस्तो यदि आप hard डिस्क के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आज के इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।चलिये बिना समय गवाये अब हम जानते हैं की हार्ड डिस्क क्या है? इसके प्रकार और कैसे काम करता है? (Hard Disk in Hindi)


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हार्ड डिस्क क्या है? (What is Hard Disk in Hindi)

हार्ड डिस्क को हार्ड ड्राइव, हार्ड डिस्क ड्राइव आदि नामों से जाना जाता है। यह एकइलेक्ट्रो मकैनिकल डेटा स्टोरेज डिवाइस होती है। यह एक नॉन-वोलेटाइल मेमोरी होती है। अर्थात power ऑफ होने के बावजूद सभी डेटा हार्ड डिस्क में store रहता है। तथा हार्ड डिस्क एक सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस होता है जबकि ram (random access memory) एक प्राइमरी मेमोरी डिवाइस होती है।


यह system मेमोरी से भिन्न होती है। यह एक मुख्य ड्राइव होती है जिसमें आपका सभी डेटा स्टोर होता है। इसलिये कई यूज़र्स hard डिस्क का सभी डेटा कॉपी करके रखते हैं जिससे हार्ड ड्राइव खराब होने की स्तिथि में उन्हें समस्या उत्पन्न न हो।

hard disk को कई सारा डेटा स्टोर करती है जिसे तेजी से यूजर द्वारा एक्सेस किया जाता है। वर्तमान समय में लगभग सभी नए कंप्यूटर में हार्ड डिस्क लगी होती है जिसमें खरबों bytes का डेटा किया जा सकता है। hard disk के अलग-अलग प्रकार हैं तथा हम अपने बजट अनुसार किसी हार्ड डिस्क को अपने कंप्यूटर में इनस्टॉल कर सकते हैं। चलिये जानते हैं hard डिस्क कितने प्रकार की होती है।

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हार्ड डिस्क क्या है? यह जानने के बाद चलिए अब जानते हैं हार्ड डिस्क के प्रकार के बारे में।

हार्ड डिस्क के प्रकार – Types Of Hard Disk In Hindi

hard डिस्क मुख्यतः दो प्रकार की होती है।.

  1. HDD
  2. SSD

Hard disk drive (HDD) यह एक rotating डिस्क है जो कार्य करते समय घूमती है। HDD मैग्नेटिक स्टोरेज का इस्तेमाल करती है दूसरी ओर solid state drives में कोई मैकेनिकल पार्ट नहीं होते अर्थात इसमें कोई मैकेनिकल पार्ट्स घूमता नहीं है तथा यह फ्लैश मेमोरी का इस्तेमाल करते हैं। जैसा कि फ्लैश मेमोरी के प्रकार में पाया जाता है।


यदि आप डेस्कटॉप कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं तो संभावना है कि आप हार्ड डिस्क ड्राइव का इस्तेमाल करते होंगे। क्योंकि सॉलि़ड स्टेट ड्राइव हार्ड डिस्क ड्राइव की तुलना में कई गुना महंगी होती है। तथा महंगे लैपटॉप के लिए यह बेहतर मानी जाती हैं।

दोस्तों कंप्यूटर में दो प्रकार की हार्ड डिस्क लगाई जा सकती है। पहला internal हार्ड ड्राइव तथा दूसरा यदि आपको स्टोरेज क्षमता बढ़ानी है तो आप external हार्ड ड्राइव को अपने कंप्यूटर से कनेक्ट कर सकते हैं। प्रत्येक कंप्यूटर में एक इंटरनल hard drive जरूर होती है जो डाटा तथा सॉफ्टवेयर को save रखती है।

यदि आप windows ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर है तो C ड्राइव को आमतौर पर इंटरनल हार्ड ड्राइव के नाम से जाना जाता है। दूसरी ओर Mac ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर इसे हार्ड ड्राइव के नाम से जानते हैं। दोस्तों किसी भी कंप्यूटर में यदि स्टोरेज क्षमता बढ़ानी हो तो आप अन्य इंटरनल हार्ड ड्राइव को कनेक्ट कर सकते हैं इसके अलावा आप एक्सटर्नल हार्ड डिस्क का उपयोग कर सकते है।

hard disk drive

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चलिए विस्तारपूर्वक जानते हैं इन दोनों डिस्क के बारे में।

1. Hard Disk Drive

कंप्यूटर के शुरुआती दिनों से ही हार्ड डिस्क ड्राइव का इस्तेमाल होता था तथा वर्तमान समय में भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। हार्ड डिस्क ड्राइव को कार्य करने के दौरान read only memory कंट्रोलर बोर्ड की जरूरत पड़ती है ताकि रीड/write heads (सिरे) को बताया जा सके की हार्ड डिस्क के platters के आगे कब तथा कहाँ घूमना है। हार्ड ड्राइव की डिस्क एकत्रित होकर एकसमान घूमते हैं

हार्ड डिस्क ड्राइव में read/write हेड्स actuator द्वारा कंट्रोल होता है जो magantically प्लेटर्स को read एंड write करने करते हैं। हार्ड डिस्क में कठोर disks होती है जो कि नॉन-मैग्नेटिक अर्थात गैर चुंबकीय पदार्थों से बनाई जाती है। यह मैग्नेटिक मैटेरियल के पतली परत के साथ लेपित (coated) होती है

HDD में इस पतली फिल्म को मैग्नेटाइज कर के डाटा को store किया जाता है एक हार्ड डिस्क आमतौर पर 72000 RPM यानि प्रति मिनट रोटेशन की गति से संचालित होती है। तथा आप आपने कंप्यूटर के टेक्निकल स्पेसिफिकेशन में यह संख्या देख सकते हैं। तथा hard डिस्क ड्राइव डिस्क घूमने के दौरान यह शोर उत्पन्न करती है परंतु वर्तमान समय में मॉडर्न हार्ड डिस्क ड्राइव काफी कम ध्वनि उत्पन्न करती है।

सामान्य शब्दों में कहें तो हार्ड डिस्क की आयु काफी लंबी होती है तथा इन्हें कई वर्षों तक बिना खराबी के चलाया जा सकता है क्योंकि यह बहुत मजबूत होते हैं। परंतु हालांकि हाकई बार फेल हो जाती है जिसका मुख्य कारण ड्राइव में head crash होना होता है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब ड्राइव की मैग्नेटिक हेड मैग्नेटिक फिल्म को खरोंचता (scratch करना) है।

आप की हार्ड डिस्क ड्राइव में मैकेनिकल समस्या उत्पन्न होती है तो आप इसकी scratching की ध्वनि सुन सकते हैं। दोस्तों कभी-कभी ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है जब हार्ड डिस्क ड्राइव में समस्याएं उत्पन्न होती है जिस वजह से हमारा सारा storage तथा हमारे पर्सनल डाटा को खोने का भय उत्पन्न होता है।

इसलिए कहा जाता है कि हार्ड डिस्क ड्राइव के डाटा को कॉपी कर लेना बेहतर निर्णय होता है।

2. Solid Straight Drive

हार्ड डिस्क ड्राइव की तुलना में solid स्टेट ड्राइव एक नई तकनीक तथा विकल्प है। हार्ड डिस्क ड्राइव की तरह ssd ड्राइव में मैकेनिकल मूविंग पार्ट नहीं होते। तथा यह डाटा को मैग्नेटिकली स्टोर करने की बजाय इलेक्ट्रॉनिक रूप में स्टोर करता है।

अधिकांश ssd ड्राइव फ़्लैश मेमोरी का उपयोग करते हैं। फ्लैश मेमोरी का इस्तेमाल डिजिटल कैमरा के मेमोरी कार्ड तथा यूएसबी फ्लैश ड्राइव में भी किया जाता है। दोस्तों चूँकि सॉलि़ड स्टेट ड्राइव में कोई moving पार्ट नहीं होते जिस वजह से यह ड्राइव फिजिकल शौक से डैमेज होने के लिए काफी कम संवेदनशील होती है।

सॉलि़ड स्टेट ड्राइव की मुख्य कमी यह है कि यह ड्राइव काफी महंगी होती है तथा आमतौर पर इनकी जगह हार्ड डिस्क ड्राइव का उपयोग होता है। इनकी कीमतें धीरे-धीरे कम होती जा रही है।

HDD Vs SSD in Hindi

दोस्तों अब हम यहां HDD तथा SSD ड्राइव के बीच तुलना करते हैं। जिससे आप इन दोनों के बीच विभिन्नताओं को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे।

Access Time

दोस्तों एक हार्ड डिस्क आमतौर पर डाटा को एक्सेस करने के लिए 5000 से 10000 माइक्रोसेकंड का समय लेती है। दूसरी ओर solid state drive मात्र 30 से 100 माइक्रो सेकंड का उपयोग करती है। जो कि हार्ड डिस्क की तुलना में लगभग 100 गुना ज्यादा फास्ट है फास्ट स्पीड का मतलब है कि प्रोग्राम तथा सॉफ्टवेयर बेहतर तरीके कार्य कर पाएंगे। जिससे कंप्यूटर की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाया जा सकता है।

Price

HHD ड्राइव की स्टोरेज क्षमता हार्ड डिस्क ड्राइव से काफी अधिक होती है। तथा जिस वजह से सॉलि़ड स्टेट ड्राइव युक्त कंप्यूटर में स्टोरेज क्षमता सैकड़ों (100) GB स्टोरेज तक ही होती है। हालांकि कंप्यूटर यूजर सॉलि़ड स्टेट ड्राइव के साथ एडिशनल (अन्य) डिस्क ड्राइव का इस्तेमाल कर स्टोरेज कैपेसिटी बढ़ा सकते हैं।

यदि हम हार्ड डिस्क ड्राइव की बात करें तो इसके स्टोरेज क्षमता काफी अधिक पाई जाती है। क्योंकि यह हार्ड डिस्क ड्राइव सस्ती होती है तथा आज भी अधिकतर कंप्यूटर में इसका इस्तेमाल होता है।

Reliability

दोस्तों जैसा कि आपने अभी जाना है SSD ड्राइव में मूविंग पार्ट्स नहीं होते जिस वजह से यह डाटा स्टोर करने के लिए फ्लैश मेमोरी का इस्तेमाल करता है। जो की हार्ड डिस्क ड्राइव की तुलना में बेहतर परफॉर्मेंस तथा विश्वसनीयता प्रदान करता है।

हार्ड डिस्क ड्राइव में मूविंग पार्ट्स होते हैं तथा मैग्नेटिक प्लेटर्स पाए जाते हैं इसका मतलब है कि जितना अधिक डाटा store करते हैं उतने disk फेल होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।

Capacity

हालांकि ऐसा नहीं है कि सॉलि़ड स्टेट ड्राइव की क्षमता काफी कम होती है इसे भी आप 1TB (टेराबाइट) तक स्टोरेज बढ़ा सकते हैं।

परंतु इनकी कीमत काफी अधिक होने के कारण अधिकतर लोग इसका खर्चा नहीं उठा पाते दूसरी ओर हार्ड डिस्क ड्राइव की बात करें तो यहां 1tb हार्ड डिस्क काफी सस्ते दाम पर किफायती दाम पर मिल जाती है जिस वजह से अधिकतर यूजर Hard डिस्क ड्राइव का इस्तेमाल करते हैं।

Power

दोस्तों सबसे खास बात यह है HDD की तुलना में SSD कम पावर उपभोग करता है, जिसका मतलब है कम एनर्जी तथा अधिक पावर सेविंग होती है।

यह विशेषकर लैपटॉप की बैटरी की बचत कर डिवाइस की बैटरी लाइफ बढ़ाता है हार्ड डिस्क ड्राइव में मूविंग पार्ट्स होते हैं। प्लेटर्स को स्पिन करने के लिए अन्य पार्ट्स move करते हैं जिस वजह से ssd की तुलना में हार्ड डिस्क अधिक बिजली का उपभोग करता है।

दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं SSD में कोई moving पार्ट नहीं होता तो इसमें ध्वनि उत्पन्न होने के अवसर नहीं रहते। platters के घूमने तथा Read & write हेड्स के घूमने की वजह से hard डिस्क ड्राइव कभी-कभी कंप्यूटर के सबसे ध्वनि उत्पन्न करने वाले भागों में से एक बन जाती है। दोस्तों ऊपर हार्ड डिस्क तथा सॉलि़ड स्टेट ड्राइव की तुलना को तथा उनकी विशेषताओं को समझने के बाद आप जान चुके होंगे कि कौन सी ड्राइव आपके लिए बेहतर साबित होगी।

हार्ड डिस्क क्या-क्या स्टोर कर सकती है?

एक Hard Disk images, video, Docs, files etc को स्टोर कर सकता है। अर्थात एक HARD Disk सभी तरह के डाटा को Store करने में सक्षम होती है।

इसलिए Hard disk में हम कंप्यूटर में Download की गई किसी भी फाइल या create की गई फाइल को Store कर पाते है। और आप यह भी जानते ही होंगे कि एक Hard disk हमारे कंप्यूटर सिस्टम के लिए महत्वपूर्ण स्टोरेज डिवाइस होती है जिसमें हमारे ऑपरेटिंग सिस्टम और कंप्यूटर के अन्य सॉफ्टवेयर store होते हैं।

Hard disk के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद अब हम आइए इसके फायदे और नुकसान दोनों की चर्चा करते हैं ताकि आप Hard disk को और अधिक बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। हार्ड डिस्क क्या है? और उसके प्रकार जानने के बाद चलिए हार्ड डिस्क के फ़ायदे और नुक़सान के बारे में जानते हैं।

हार्ड डिस्क के फायदे?

Convenient

कंप्यूटर के अचानक खराब होने या बिजली चले जाने की स्थिति में भी आपने हार्ड डिस्क में जो डाटा स्टोर किया हुआ है वह डिलीट नहीं होगा। अर्थात आप Hard disk को किसी दूसरे PC में अटैच करके भी अपने डाटा को एक्सेस कर पाएंगे।

Lightweight

हार्ड डिस्क में काफी ज्यादा स्टोरेज मिलता है। यह लाइटवेट भी होती है और कंप्यूटर में अधिक स्थान नहीं घेरती। इसी वजह से इसका इस्तेमाल डेस्कटॉप के साथ साथ लैपटॉप में भी होता है।

Store Any Kind of Data

इसमें किसी भी प्रकार के डाटा को स्टोर करने में सक्षम होती है। आप zip format से लेकर किसी भी अन्य प्रकार के डाटा को हार्ड डिस्क में आराम से Store कर सकते हैं। और उस डाटा को शेयर भी कर सकते हैं।

Store Important Data

एक हार्ड डिस्क आपके कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम की सभी फाइल्स एवं डाटा को स्टोर करने में सक्षम होती है। साथ ही कंप्यूटर में जितने भी सॉफ्टवेयर मौजूद हैं उन्हें भी हार्ड डिस्क स्टोर करने योग्य होती है।

Portable

जरूरत पड़ने पर हार्ड डिस्क को कहीं भी ले जाया जा सकता है। किसी भी कारणवश यदि आपको हार्ड डिस्क की आवश्यकता किसी दूसरे PC में पढ़ रही है तो आप आसानी से एक हाथ में carry कर इसको ले जा सकते हैं।

Long Lasting

क्योंकि इसमें हमारे PC का महत्वपूर्ण डाटा स्टोर होता है। इसलिए इसे काफी स्ट्रांग बनाया गया है यही वजह है कि hard disk सालों तक बिना परेशानी के चलाई जा सकती है। जी हां आपका कंप्यूटर सिस्टम काफी समय से on नहीं भी किया है तब भी आपके इंपॉर्टेंट डाटा पहले की तरह store होगा।

High Performance

आज के समय में हमें अधिकतर कंप्यूटर्स में अधिक कैपेसिटी की हार्ड ड्राइव देखने को मिल जाती हैं क्योंकि hard disk की परफॉर्मेंस फास्ट होती है इसलिए ज्यादातर कंप्यूटर में इसका इस्तेमाल होता है।

More Storage Than SSD

इसके अलावा हार्ड डिस्क इस्तेमाल करने का एक फायदा यह है कि SSD ड्राइव की तुलना में कम खर्चे में अधिक storage प्रदान करता है। साथ ही dvd से बेहतर speed प्रदान करता है।

हार्ड डिस्क से होने वाले नुकसान?

Hard Disk Crash/Damage

क्योंकि आपके कंप्यूटर का ऑपरेटिंग सिस्टम भी Hard Drive में इंस्टॉल होता है तो ऐसी स्थिति में यदि हार्ड ड्राइव क्रैश हो जाती है, तो आपका कंप्यूटर काम करना बंद कर देगा। यदि डिस्क डैमेज हो जाती है तो आपका जो भी महत्वपूर्ण डाटा कंप्यूटर में स्टोर किया गया है वह भी आप खो देंगे।

Recovery Hard

दोस्तों हार्ड डिस्क फेल होने की स्थिति में आपका जो डाटा है कई बार वह Recover नहीं हो पाता। तो इसलिए हार्ड डिस्क का उपयोग करने का एक बड़ा रिस्क है यह है कि इसमें डाटा के Recover होने की संभावनाएं कम होती हैं।।

Virus Effect

कई बार देखा गया है हार्ड डिस्क में वायरस आ जाने या लोड अधिक पड़ने की वजह से फेल हो जाती है तो ऐसी स्थिति में आपका कंप्यूटर भी अचानक बंद हो जाता है।

Expensive

हार्ड डिस्क महंगी होती है। इसलिए कई यूजर्स अपने कंप्यूटर में स्टोरेज के लिए कम हार्ड डिस्क का उपयोग करते हैं। एग्जांपल के लिए मार्केट में 1TB हार्ड डिस्क का दाम 3 से ₹4000 है।

Slow

सॉलि़ड स्टेट ड्राइव (SSD) की तुलना में हार्ड डिस्क slow होती है माना जाता है SSD ड्राइव हार्ड डिस्क ड्राइव की तुलना में 5 से 10 गुना तक अधिक faster होती है।

Hard Disk का Size कितना होता है?

यदि आप मार्केट में हार्ड डिस्क लेने जाएंगे या आपने कंप्यूटर सिस्टम में ही मौजूद हार्ड डिस्क को देखें तो आपको हार्ड डिस्क का साइज अलग-अलग मिलेगा मार्केट में हार्ड डिस्क सामान्यतः 500GB से लेकर 1 TB तक की मिल जाती है। 

हालांकि जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी का विकास हुआ है हार्ड डिस्क का Storage लगातार बढ़ता गया है। क्योंकि पहले की हार्ड डिस्क को देखें तो वह केवल कुछ MB (Mega byte) डाटा को स्टोर करने में सक्षम होती थी।

लेकिन आज आसानी से सैकड़ों GB हार्ड डिस्क store कर लेती है। अतः इस तरह देखें तो आपको हार्ड डिस्क विभिन्न साइज में मार्केट में देखने को मिल जाएंगे और उसी के हिसाब से जिसका price ज्यादा होता है उतना ज्यादा हार्ड डिस्क में Storage मिलेगा उतनी अधिक उसकी price होगी।

Component of Hard Disk in Hindi

हार्ड डिस्क में मौजूद चार मुख्य कंपोनेंट की जानकारी नीचे दी गई है।

Platter

किसी भी हार्ड टाइम में प्लैटर सर्कुलर Disks होती हैं। जो एलुमिनियम ग्लास सेरेमिक के मिश्रण से बनी होती हैं तथा इसमें एक मैग्नेटिक Surface होता है जो किसी भी डाटा को परमानेंटली स्टोर करने का कार्य करता है।

इसलिए जब आप किसी ऐसी हार्ड ड्राइव को देखे जिसमें storage काफी ज्यादा हो तो उसमें अधिक प्लैटर का इस्तेमाल किया जाता है। अतः जो प्लैटर में डाटा स्टोर होता है उसे आसानी से find, store & organise किया जाता है। जिससे हमें कंप्यूटर इस्तेमाल करते समय डाटा सरलता पूर्वक प्राप्त हो जाता है।

Spinder

उसके बाद दूसरा मुख्य कंपोनेंट Spinder होता है। जोकि हार्ड ड्राइव को सही पोजीशन में रखने एवं प्लेयर्स को जरूरत पड़ने पर घुमाने का काम करता है। किसी हार्ड ड्राइव में Spinder का काम यह भी होता है कि वह हार्ड डिस्क में सभी प्लैटर्स को एक निश्चित दूरी पर बनाए रखता है ताकि वे आपस में टकरा ना सके।

The Read/Write Arm

किसी हार्ड डिस्क में रीड राइट आर्म रीड/राइट हैड की मूवमेंट को कंट्रोल करने में सहायक होता है। यह सुनिश्चित करता है डाटा के आधार पर heads सही पोजीशन में हो। ताकि डाटा को एक्सेस या रिटर्न किया जा सके। इसलिए इसे head arm या actuator Arm भी कहा जाता है

Actuator

किसी हार्ड डिस्क में लगा एक्चुएटर या small एक्चुएटर एक छोटी मोटर होती है। actuator का काम डिस्क ड्राइव के सर्किट बोर्ड से निर्देश लेना होता है ताकि वे रीड राइट आर्म की movement को कंट्रोल कर सके। संक्षेप में कहें तो actuator का काम यह देखना होता है कि हार्ड डिस्क में लगे read/राइट आर्म हमेशा सही place पर हैं या नहीं।

उम्मीद है की अब आपको हार्ड डिस्क क्या है? और हार्ड डिस्क से जुड़ी वाक़ी सभी जानकारी मिल चुकी होगी।

हार्ड डिस्क से जुड़े कुछ सवाल और उनके जवाब:

हार्ड डिस्क कौन सी मेमोरी है? 

Hard disk एक non-volatile Memory डिवाइस हैं इसे Hard Disk Drive के नाम से भी जाना जाता हैं। इसमें computer का हर तरह का डाटा‌ store रहता है। Hard disk कंप्यूटर की memory हैं।

हार्ड डिस्क कितने की आती है? 

मार्केट में हार्ड डिस्क अलग-अलग प्राइस में मिलती है। अलग-अलग क्वालिटी, आकार, फीचर, कंपनी के कारण उनके प्राइस में भिन्नता देखने को मिलती हैं। अगर आप Amazon app से हार्ड डिस्क खरीदते हैं तो वहां आपको हार्ड डिस्क ₹500 से मिलना शुरू होता हैं। सबसे अच्छा हार्ड डिस्क की बात करें तो Seagate 500GB SATA लैपटॉप हार्ड डिस्क हैं, इसकी कीमत ₹2,499 हैं।

कंप्यूटर सिस्टम में हार्ड डिस्क का क्या उद्देश्य है? 

कंप्यूटर सिस्टम में हार्ड डिस्क के उद्देश्य को सिर्फ इसके उपयोगिता से ही समझा जा सकता है। हार्ड डिस्क कंप्यूटर का मेमोरी डिवाइस है। हार्ड डिस्क में कंप्यूटर के सभी चीजें स्टोर रहती हैं। हार्ड डिस्क कंप्यूटर के किसी भी डाटा को हमेशा के लिए store करके रखता है। कंप्यूटर का Hard disk एक Permanent Storage device हैं।

हार्ड डिस्क क्या है इसकी क्या आवश्यकता है? 

हार्ड डिस्क एक ऐसा डिवाइस है जिसमें कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस किए गए इंफॉर्मेशन और डाटा को store करके रखा जाता है। हार्ड डिस्क एक तरह से कंप्यूटर के लिए human brain का काम करता है। हार्ड डिस्क कंप्यूटर का एक permanent secondary device हैं। 

खराब हार्ड डिस्क को कैसे ठीक करें? 

हार्ड डिस्क खराब हो जाने पर सबसे पहले बाहरी भाग को ध्यान से जांच कीजिए कि नुकसान हार्ड डिस्क के किस भाग में हुआ है। केबल को बदल कर देखिये हो सकता हैं कि खराबी हार्ड डिस्क में नहीं बल्कि केबल में हो।

अगर आप के पास पाटा हार्ड डिस्क के ड्राइव पिन सेटिंग्स को ठीक कीजिये। खराब हार्ड डिस्क को एक बार दूसरे PC में कनेक्ट करके देखिए।

डिस्केट की तुलना में हार्ड डिस्क क्या है? 

हार्ड डिस्क कंप्यूटर के हार्डवेयर सिस्टम का सबसे जरूरी हिस्सा होता है। हार्ड डिस्क का इस्तेमाल Data को store करने वाले डिवाइस के तौर पर किया जाता है। Hard Disk कंप्यूटर का processing device हैं, क्योंकि कंप्यूटर में प्रोसेस किए जाने वाले डाटा इसमें store किए जाते हैं और जरूरत पड़ने पर फिर retrieve किए जाते हैं। Hard disk कंप्यूटर के लिए इंसानी दिमाग के जैसा ही है।

उम्मीद है आज का यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगी जिसमें आपने जाना की हार्ड डिस्क क्या है? हार्ड इसके कितने प्रकार होते हैं? तथा सॉलि़ड स्टेट ड्राइव तथा हार्ड डिस्क ड्राइव का क्या काम होता है? तथा इनमें क्या-क्या फर्क होता है। 

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Hope की अब आपको हार्ड डिस्क, हार्ड ड्राइव (HDD, SSD) से जुड़ी पूरी जानकारी मिल चुकी होगी, और अब आप जान गये होगे की हार्ड डिस्क क्या है? इसके प्रकार? फ़ायदे और All About What Is Hard Disk In Hindi

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