आज हम इस पेज पर आईटी के बारे में चर्चा करने वाले हैं। टेक्नोलॉजी इंसानों के जीवन का प्रमुख भाग बन चुकी है। हमारे द्वारा दैनिक तौर पर जो काम किए जाते हैं उसमें से कई काम टेक्नोलॉजी की वजह से ही संभव हो पाते हैं। इसलिए हर व्यक्ति को आईटी के बारे में जानना जरूरी है। चलिए आगे बढ़ते हैं और आर्टिकल में जानते हैं कि “आईटी (IT) क्या है” और “आईटी का फुल फॉर्म क्या है” तथा “आईटी का इस्तेमाल कहां कहां होता है” और “आईटी कोर्स क्या है।”
इस प्रकार से हम आज जो कुछ भी बदलाव देख पा रहे हैं, वह टेक्नोलॉजी अर्थात आईटी की वजह से ही संभव हो पाया है। वर्तमान के समय में टेक्नोलॉजी का महत्व काफी ज्यादा बढ़ गया है। वर्तमान के समय में इंसानों के द्वारा कंप्यूटर, इंटरनेट, वेबसाइट और ईमेल, ईकॉमर्स का अविष्कार कर लिया गया है। इस आर्टिकल में हमने आईटी (इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी) से सम्बंधित पूरी जानकारी देने की कोशिश की है इसलिए बेहतर जानकारी प्राप्त करने के लिए इसे अंत तक पढ़े।
- टेक्नोलॉजी क्या है? इसके प्रकार, फायदे एवं नुक्सान
- कंप्यूटर साइंस क्या है? (What is Computer Science in Hindi)
आईटी का फुल फॉर्म क्या है?
[ IT: INFORMATION TECHNOLOGY ]
कंप्यूटर की फिल्ड में आईटी का फुल फॉर्म इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी होता है जबकि इसे हिंदी भाषा में सूचना प्रौद्योगिकी कहा जाता है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल इंफॉर्मेशन का मैनेजमेंट करने के लिए करती है।
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी अर्थात सूचना प्रौद्योगिकी इंफॉर्मेशन को सुरक्षित रूप से प्रोसेस, कन्वर्ट, ट्रांसमिट, प्रोटेक्ट, स्टोर और रिट्रीव करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करती है।
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के साथ डील करती है। किसी इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट में फिजिकल हार्डवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम, डाटाबेस, स्टोरेज और सर्वर इत्यादि शामिल होते हैं।
आईटी (IT) क्या है? (What is Information Technology in Hindi)
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक ऐसा क्षेत्र होता है, जिसके तहत कंप्यूटर और कंप्यूटर पर निर्भर सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन हार्डवेयर का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक डाटा बनाने, प्रोसेस और इलेक्ट्रॉनिक डाटा को सुरक्षित बनाने के लिए तथा आईटी डाटा को एक्सचेंज करने के लिए किया जाता है।
सरल भाषा में अगर इसी बात को समझाया जाए तो इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के तहत टेलीकम्युनिकेशन और कंप्यूटर जैसे सिस्टम की स्टडी की जाती है साथ ही डिजाइनिंग, डेवलपमेंट और मैनेजमेंट भी किया जाता है।
पहले जब इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का विस्तार ज्यादा नहीं हुआ था, तब बहुत कम ही लोग इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के बारे में जानते थे, क्योंकि पहले के समय में अधिकतर जगह पर इंफॉर्मेशन का स्टोरेज और आदान-प्रदान कंप्यूटर के बिना ही होता था। इसलिए इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के बारे में सिर्फ ऐसे ही लोग जानकारी रख पाते थे जो किसी बड़े संस्थान में काम करते थे।
परंतु पिछले कुछ सालों से सामान्य लोग भी इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के बारे में जानने लगे हैं, क्योंकि वर्तमान के समय में कंप्यूटर और इंटरनेट लगभग अधिकतर जगह उपलब्ध हो गए हैं। इसलिए इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी शब्द से भी अधिकतर लोग परिचित हो गए हैं। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के द्वारा वर्तमान के समय में वर्ल्ड को इंटरनेट सॉफ्टवेयर और अलग-अलग हार्डवेयर के जरिए कनेक्ट कर दिया गया है।
कंप्यूटिंग और बिजनेस के फील्ड में बड़े पैमाने पर इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी जैसे शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। आपको यह भी जानना अति आवश्यक है कि कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी से जो भी चीजें संबंधित होती है, वह सभी इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के अंतर्गत ही आती है।
जैसे कि इंटरनेट, नेटवर्किंग, डाटा मैनेजमेंट, सॉफ्टवेयर, इंटरनेट वेबसाइट, सर्वर, डाटाबेस इत्यादि। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी फील्ड के अंदर ही किसी बिजनेस या फिर उद्योग के अंतर्गत टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर से संबंधित जो काम होते हैं, वह अंजाम दिए जाते हैं।
आईटी (IT) का उपयोग कहां होता है?
आईटी का उपयोग कौन-कौन से क्षेत्र में हो रहा है नीचे आपको इसकी जानकारी प्रोवाइड करवाई गई है।
इंटरटेनमेंट में आईटी का उपयोग
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की वजह से ही वर्तमान में हम फिल्म और म्यूजिक को इंटरनेट की सहायता से आसानी से देख पा रहे हैं, जिससे हमारा मनोरंजन हो रहा है। इसके अलावा ऐसे बहुत सारे एंटरटेनमेंट टूल भी है जिनका निर्माण इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के द्वारा किया गया है, जैसे कि स्ट्रीमिंग डिवाइस और वीडियो गेम इत्यादि।
सिक्योरिटी के लिए आईटी का उपयोग
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी ने सिक्योरिटी प्रदान करने का काम भी किया है। जब किसी व्यक्ति के द्वारा ऑनलाइन पोर्टल की सहायता से अपने बैंक अकाउंट की इंफॉर्मेशन को देखा जाता है, तो ऐसे समय के दरमियान इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इस बात को सुनिश्चित करने का काम करती है कि जिस व्यक्ति का अकाउंट है सिर्फ वही व्यक्ति अपने अकाउंट की इंफॉर्मेशन को देख सकें।
दूसरा कोई उसके अकाउंट की इंफॉर्मेशन को ना देख सके। इसके अलावा बता देना चाहते हैं कि एग्रीकल्चर, हेल्थ स्पेस, साइंस और सेटेलाइट सिस्टम को भी तगड़ा करने में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है और आगे भी करता रहेगा।
विभिन्न क्षेत्रों में आईटी का उपयोग
आज के समय में हमें जो रेडियो, स्मार्टफोन, इंटरनेट और कंप्यूटर जैसे कई साधन हासिल हो पा रहे हैं, यह सभी इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की ही देन है। इसके अलावा इंटरटेनमेंट, बिजनेस, हेल्थ, एजुकेशन तथा टेलीकम्युनिकेशन जैसे क्षेत्र भी इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से काफी अधिक प्रभावित हुए हैं।
बिजनेस में आईटी का उपयोग
वर्तमान के समय में एक शानदार कम्युनिकेशन से ले करके ऑनलाइन पैसे का ट्रांजैक्शन करने के लिए तथा अन्य कई इंपॉर्टेंट विकल्पों के लिए हमें इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी को अपनाना पड़ रहा है। बिजनेस को तरक्की के रास्ते पर आगे ले जाने के लिए ऑनलाइन एडवर्टाइजमेंट के माध्यम से घर बैठे बैठे ही अधिक से अधिक कस्टमर तक इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की वजह से ही पहुंच पाना संभव हो रहा है।
आज बड़े पैमाने पर इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बड़ी-बड़ी कंपनियों के द्वारा किया जा रहा है ताकि वह अपने बिजनेस को तेजी से आगे बढ़ा सके और अपने कस्टमर को बेहतरीन से बेहतरीन सर्विस उपलब्ध करवा सके।
एजुकेशन में आईटी का उपयोग
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी से एजुकेशन का क्षेत्र भी अछूता नहीं रहा है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की वजह से ही आज विद्यार्थी घर बैठे एजुकेशन हासिल कर पा रहे हैं। इसके लिए वह ऑनलाइन वीडियो और e-book का सहारा ले रहे हैं। इसके अलावा भी ऐसी कई अन्य ऑनलाइन स्टडी एप्लीकेशन है जिस पर तमाम सब्जेक्ट से संबंधित इंफॉर्मेशन उपलब्ध होती है।
टेलीकम्युनिकेशन में आईटी का उपयोग
टेलीकम्युनिकेशन की फील्ड में भी इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने काफी नई सर्विस के आने के द्वार ओपन कर दिए हैं। कंप्यूटर में ईमेल के माध्यम से कम्युनिकेशन के लिए टेलीफोन नेटवर्क का यूज़ होता है। इसके अलावा बता दे कि टेलीफोन और इंटरनेट पर सर्विस को आईटी का इस्तेमाल करके ही एक ही फोन के अंदर लाया जाना संभव हो पाया है।
आईटी कोर्स क्या है?
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के बारे में सिखाने के लिए और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की स्टडी करवाने के लिए विभिन्न इंस्टिट्यूट और संस्थानों के द्वारा आईटी कोर्स ऑफर किया जाता है।
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के कोर्स में सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन और कंप्यूटर हार्डवेयर का इस्तेमाल करके इंफॉर्मेशन को किस प्रकार से स्टोर करते हैं, कैसे इंफॉर्मेशन को प्रोटेक्ट करते हैं, इंफॉर्मेशन की प्रोसेसिंग कैसे करते हैं, इंफॉर्मेशन को ट्रांसमिट कैसे किया जाता है तथा इंफॉर्मेशन को कैसे सुरक्षित बनाते हैं, इसके बारे में सिखाया जाता है। यहीं नहीं इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के कोर्स में एप्लीकेशन को इंस्टॉल करने से लेकर के डेटाबेस के डेवलपमेंट के बारे में भी सिखाया जाता है।
आईटी कोर्स के प्रकार
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कोर्स के मुख्य तौर पर तीन प्रकार होते हैं, जिनकी जानकारी नीचे दी गई है।
#1 आईटी डिग्री कोर्स
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में डिग्री कोर्स 3 साल से लेकर के 4 साल तक का होता है। हमारे देश में कई टॉप यूनिवर्सिटी और कॉलेज के द्वारा इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी डिग्री कोर्स को विद्यार्थियों के लिए ऑफर किया जाता है। ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने 12वीं क्लास को पास कर लिया है, वह इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की डिग्री कोर्स में एडमिशन पाने हेतु जरूरी प्रक्रिया कर सकते हैं।
अलग-अलग कॉलेज में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी डिग्री कोर्स की फीस अलग-अलग होती है। हालांकि प्राइवेट कॉलेज की तुलना में गवर्नमेंट कॉलेज में इस कोर्स की फीस कम ही होती है। आंकड़े के अनुसार इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के डिग्री कोर्स की फीस ₹50000 से लेकर के ढाई लाख रुपए सालाना हो सकती है। इस कोर्स को अलग-अलग भागों में डिवाइड किया गया है। इसलिए आप अपनी इच्छा के मुताबिक कोर्स का सिलेक्शन कर सकते हैं।
आईटी में डिग्री कोर्स के नाम निम्नानुसार है।
- BSc (Computer Science)
- BTech
- Mtech
- BCA
- MCA
- ME
- M.Sc
- PGDCA
#2 आईटी डिप्लोमा कोर्स
जिन विद्यार्थियों के द्वारा 12वीं क्लास को पास कर लिया गया है, वह विद्यार्थी चाहे तो इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का डिप्लोमा कोर्स 1 साल से लेकर के 2 साल का होता है। आपको डिप्लोमा कोर्स में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के बारे में विस्तार से स्टडी करवाई जाती है। गवर्नमेंट और प्राइवेट कॉलेज से इस कोर्स को किया जा सकता है। कोर्स की फीस सालाना तौर पर ₹10000 से लेकर के ₹50000 के आसपास में हो सकती है।
आईटी में डिप्लोमा कोर्स के नाम निम्नानुसार हैं।
- Diploma in Information Technology & multimedia
- Web Designing
- DCA
- Animation & Graphics
#3 आईटी सर्टिफिकेट कोर्स
12वीं क्लास को पास करने के बाद इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के सर्टिफिकेट कोर्स में भी एडमिशन लिया जा सकता है। इस कोर्स की फीस 10,000 से लेकर के 15000 सालाना हो सकती है। कोर्स पूरा करने के बाद आपको विभिन्न क्षेत्र में नौकरी प्राप्त हो सकती है। आईटी सर्टिफिकेट कोर्स की अवधि 1 साल के आसपास तक होती है।
आईटी में सर्टिफिकेट कोर्स के नाम निम्नानुसार हैं।
- Programmer
- Web developer
- IT Security
- Network Engineer
- Software Engineer
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आईटी (IT) में कैरियर
भारतीय लड़के और लड़कियों को इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी काफी ज्यादा पसंद आ रही है। यही कारण है कि इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में बड़े पैमाने पर विस्तार हो रहा है। अगर आप ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी में काफी ज्यादा इंटरेस्ट है, तो आप अपना कैरियर बनाने के लिए इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं।
आप इसमें कैरियर बनाने के लिए अपने इंटरेस्ट के हिसाब से सर्टिफिकेट अथवा डिप्लोमा और डिग्री कोर्स में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद और कोर्स का सर्टिफिकेट हासिल कर लेने के पश्चात आप अपनी योग्यता के आधार पर नौकरी प्राप्त करने का प्रयास कर सकते हैं।
आप चाहें तो कोर्स को पूरा करने के बाद गवर्नमेंट नौकरी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। भारत के अलावा विदेशों में भी आईटी के क्षेत्र में रोजगार के काफी अवसर है।
आईटी (IT) के क्षेत्र में पोस्ट
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक बहुत बड़ा क्षेत्र है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में टेक्निकल कौशल रखने वाले अथवा इंफॉर्मेशन वाले विद्यार्थियों को अलग-अलग नौकरी के अवसर उपलब्ध करवाए जाते हैं।
अगर किसी विद्यार्थी के द्वारा इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर ली गई है तो वह बहुत ही अच्छी सैलरी पर नौकरी हासिल कर सकता है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की फील्ड के कुछ महत्वपूर्ण पोस्ट के नाम निम्नानुसार है।
- वेब डेवलपर
- प्रोग्रामर
- कंप्यूटर सिस्टम एनालिस्ट
- आईटी सिक्योरिटी
- नेटवर्क इंजीनियर
- सॉफ्टवेयर इंजीनियर
- एप्लीकेशन एनालिस्ट
- एप्लीकेशन डेवलपर
- बिजनेस एनालिस्ट
- साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट
- डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर
- आईटी कंसलटेंट
- आईटी सेल्स प्रोफेशनल
- आईटी टेक्निकल सपोर्ट ऑफिसर
- मशीन लर्निंग इंजीनियर
- सॉफ्टवेयर टेस्टर
आईटी (IT) के प्रकार (Types of Information Technology in Hindi)
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी अर्थात सूचना प्रौद्योगिकी एक व्यापक शब्द है जिसमें कम्युनिकेशन करने, डाटा को ट्रांसफर करने, डाटा को प्रोसेस करने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग शामिल है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के कुछ प्रमुख प्रकारों के नाम नीचे दिए गए हैं।
- एनालिटिक्स
- ऑटोमेशन
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- क्लाउड कंप्यूटिंग
- कम्युनिकेशन
- साइबर सिक्योरिटी
- डाटाबेस मैनेजमेंट
- इंफ्रास्ट्रक्चर
- internet-of-things
- मशीन लर्निंग
- मेंटेनेंस एंड रिपेयर नेटवर्क
- रोबोटिक्स
- सॉफ्टवेयर/एप्लीकेशन डेवलपमेंट इत्यादि।
आईटी (IT) कंपनी क्या होती है?
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी से संबंधित कामकाज जिस कंपनी में किया जाता है, उसे ही आईटी कंपनी कहा जाता है। इस प्रकार की कंपनी में आईटी क्षेत्र के अंतर्गत कंप्यूटर पर आधारित कम्युनिकेशन सिस्टम जैसे कि सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन अथवा कंप्यूटर हार्डवेयर से काम करवाना, स्टडी करना, मैनेजमेंट करना, सिक्योरिटी करना तथा डेवलपमेंट से संबंधित सभी कामों को किया जाता है अथवा करवाया जाता है।
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनी के द्वारा अधिकतर आईटी सर्विस प्रदान की जाती है या फिर आईटी से संबंधित आइटम का निर्माण किया जाता है। इस प्रकार की कंपनी को सामान्य भाषा में लोग सॉफ्टवेयर कंपनी के नाम से जानते हैं। हमारे भारत देश में मौजूद टॉप आईटी कंपनी के तौर पर टीसीएस, इंफोसिस इत्यादि का नाम लिया जाता है।
आईटी (IT) एक्सपर्ट क्या करते हैं?
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बड़े कंप्यूटर सिस्टम को तैयार करने से लेकर को डाटा सुरक्षित करने तक और नेटवर्क के मैनेजमेंट से संबंधित बहुत सारे काम होते हैं। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्सपोर्ट के द्वारा किसी इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनी, संस्था या फिर बिजनेस में नौकरी की जाती है।
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट नेटवर्क कंप्यूटर और आईटी सिस्टम को संभालने का काम करते हैं और उनमें सहायता प्रदान करने का काम भी करते हैं। इसके अलावा अगर किसी भी प्रकार की कोई भी प्रॉब्लम उत्पन्न हो रही है तो उस प्रॉब्लम का निवारण कैसे होगा, इसके बारे में राय सलाह करते हैं।
ऐसे कई आईटी एक्सपर्ट होते हैं, जो लगातार सिस्टम की देखरेख करते हैं और कोई भी प्रॉब्लम आने पर उसका सलूशन निकालने का प्रयास करते हैं, ताकि सही प्रकार से नेटवर्क और सिस्टम चल सके। इसके अलावा आईटी सेक्टर में ऐसे लोग भी होते हैं, जो आईटी डिपार्टमेंट का मैनेजमेंट करने और नए डिवाइस को खरीदने का डिसीजन भी लेते हैं। इसी प्रकार के बहुत सारे काम इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में होते हैं।
आईटी (IT) के फायदे
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के एडवांटेज की जानकारी नीचे दी गई है।
- शासन और नीति निर्माण में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी काफी काम की साबित हो रही है।
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का ही प्रभाव है कि हमारा भारत देश तेजी से आर्थिक डेवलपमेंट के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
- भारत के दुर्गम स्थानों पर भी विकास की लहर इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के वजह से ही पहुंच पा रही है
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी पुलिस के लिए भी काम की साबित हो रही है, क्योंकि पुलिस इसके द्वारा अपराधियों की धरपकड़ करने में सफल हो रही है।
- भारत की न्यायपालिका और दूसरी प्रशासनिक सर्विस भी काम को सरल बनाने के लिए तथा तेज काम करने के लिए इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की सहायता ले रही है।
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के डेवलपमेंट ने एजुकेशन प्रणाली को बहुत ही आसान और सरल कर दिया है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की वजह से ही अब दूरदराज के इलाके में भी बच्चों को एजुकेशन प्राप्त हो पा रही है और साथ ही साथ बुजुर्ग लोग भी एजुकेशन का लाभ उठा पा रहे हैं।
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की वजह से ही बड़े पैमाने पर ई गवर्नेंस का प्रचार प्रसार हो पा रहा है।
- सामान्य लोगों के लिए भी इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी बहुत ही फायदेमंद साबित हो रही है, क्योंकि वह इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की वजह से ही अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर पा रहे हैं और ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करवा पाने में सक्षम हो रहे हैं जो उनके अधिकारों का उल्लंघन करने का काम करता है।
आईटी (IT) के नुकसान
आईटी से पड़ने वाले दुष्प्रभाव नीचे दिए गए हैं।
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की वजह से कई बच्चों पर काफी खराब असर भी पड़ रहा है और वह गलत रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं जिससे उनकी जिंदगी भी बर्बाद हो रही है।
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कुछ लोग दूसरे व्यक्ति को बदनाम करने के लिए या फिर दूसरे व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी करने के लिए कर रहे हैं। जैसे कि किसी व्यक्ति की फोटो को वायरल करना या फिर किसी व्यक्ति के बैंक एकाउंट को हैक करना अथवा सोशल मीडिया अकाउंट को हैक करना।
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का सबसे अधिक दुरूपयोग हैकर के द्वारा किया जाता है।
आईटी (IT) करने के बाद कौन सी जॉब मिलती है?
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के अंतर्गत डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स होते हैं। अब आपको कौन सी नौकरी मिलेगी यह डिपेंड करता है कि आपने डिग्री कोर्स किया हुआ है अथवा डिप्लोमा या फिर सर्टिफिकेट कोर्स किया हुआ है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अलग-अलग प्रकार के पद होते हैं और इसीलिए अलग-अलग प्रकार के पद के लिए योग्यताएं भी अलग-अलग होती है।
आपको इस क्षेत्र में इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी एनालिस्ट, सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेटर, सॉफ्टवेयर डेवलपर, साइबर पॉलिसी एनालिस्ट जैसे पदो को नौकरी प्राप्त हो सकती है। इसके अलावा भी अन्य कई पदों की जानकारी आपको इसी आर्टिकल में दी गई है, जो आपको आईटी करने के बाद हासिल हो सकते हैं।
पुस्तकालयों में आईटी का उपयोग कैसे किया जाता है?
वर्तमान के समय में अधिकतर लाइब्रेरी में बड़े पैमाने पर इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। लाइब्रेरी में जो पुस्तके मौजूद होती है, उस पर एक बारकोड छपा हुआ होता है। बारकोड में उस किताब की सारी जानकारी उपलब्ध होती है जिस किताब पर बारकोड लगा हुआ होता है।
जैसे की किताब का नाम क्या है, किताब को किसने लिखा हुआ है और वह किताब किस जगह पर रखी हुई है इत्यादि। इसके अलावा लाइब्रेरी में विद्यार्थियों के पुस्तक लेने तथा उसे वापस करने का रिकॉर्ड भी ऑनलाइन सुरक्षित रखने के लिए इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है।
आईटी (IT) इंजीनियरिंग क्या है?
आईटी की फील्ड में इंजीनियरिंग एक बहुत ही फैसला हुआ आस्पेक्ट है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग के अंतर्गत कंप्यूटर सिस्टम के हार्डवेयर से लेकर के कंप्यूटर सिस्टम के सॉफ्टवेयर की सभी जानकारियां उपलब्ध होती हैं।
एक बेहतरीन आईटी प्रोफेशनल कंप्यूटर सिस्टम को डिजाइन कर सकता है और साथ ही साथ आईटी प्रोफेशनल कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के डिजाइन और उसकी प्रॉब्लम से रूबरू होने का काम भी करता है, जिसके लिए बहुत ही तगड़े कौशल की आवश्यकता होती है। इनमें शामिल कोर्स में मुख्य तौर पर आपको सॉफ्टवेयर डिजाइन और डेवलपमेंट के बारे में बताया और पढ़ाया जाता है और साथ ही साथ आपको हार्डवेयर की सामान्य नॉलेज को भी सिखाया जाता है।
आईटी (IT) इंजीनियर कौन होते हैं?
ऐसे व्यक्ति जो इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के बारे में गहराई से जानते हैं, उन्हें आईटी इंजीनियर कहा जाता है। आईटी इंजीनियर के द्वारा जिस कंपनी में काम किया जाता है, उस कंपनी के लिए कंप्यूटर सिस्टम को डिजाइन करने का काम किया जाता है साथ ही उसके मेंटेनेंस और उसके इंस्टॉलेशन की जिम्मेदारी भी देखी जाती है।
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इंजीनियर के द्वारा ही कंपनी के सिस्टम, सॉफ्टवेयर और नेटवर्क सिस्टम की टेस्टिंग, कंफीग्रिंग तथा प्रॉब्लम को समझा जाता है और कैसे उसे सही करना है अथवा उसका समाधान निकालना है, इसके बारे में विचार विमर्श करता है।
यही नहीं एक आईटी इंजीनियर के द्वारा दूसरे स्टाफ मेंबर को भी ट्रेनिंग प्रदान की जाती है और जो मुख्य प्रोजेक्ट है उसके मैनेजमेंट की जिम्मेदारी भी कंपनी के द्वारा आईटी इंजीनियर को प्रदान की जाती है। जो आईटी कंपनी होती है उन्हें अपनी आईटी कंपनी को बेहतरीन तरीके से चलाने के लिए आईटी इंजीनियर की जरूरत होती है। आईटी इंजीनियर के अंतर्गत अन्य स्टाफ भी काम करते हैं।
आईटी (IT) कोर्स करने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटी
अगर आप विदेश के किसी यूनिवर्सिटी से इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का कोर्स करना चाहते हैं तो नीचे आपको टॉप विदेशी यूनिवर्सिटी की लिस्ट दी गई है।
- मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- ETH ज़ुरिक
- द यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबॉर्न
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोरंटो
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफोर्निया(लॉस एंजल्स)
- यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी – कैलटेक
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले
- प्रिंसटन विश्वविद्यालय
- यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो
- जॉन्स हापकिंस यूनिवर्सिटी
- कोलंबिया यूनिवर्सिटी
- ड्यूक यूनिवर्सिटी
- कॉर्नेल यूनिवर्सिटी
आईटी (IT) कोर्स करने के लिए भारत में मौजूद यूनिवर्सिटी
इनफॉरमेशन एंड टेक्नोलॉजी में इंजीनियरिंग का कोर्स करने के लिए जो टॉप यूनिवर्सिटी इंडिया मौजूद है, उनकी लिस्ट निम्नानुसार है।
- MIT मणिपाल- मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- VIT वेल्लोर-वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- COEP पुणे-कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग
- SRM यूनिवर्सिटी चेन्नई-SRM इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी
- DSCE बैंगलोर- दयानंद सागर कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग
- RVCE बैंगलोर-RV कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग
- MSU बड़ोदा- महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ़ बड़ोदा
- PSG टेक कोइम्बटोर-PSG कॉलेज ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- MSRIT बैंगलोर-रमईया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- DTU दिल्ली-दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी
- LDCE अहमदाबाद-LD कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग
- LPU जलंधर-लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, मद्रास
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, बॉम्बे
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, दिल्ली
- जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
- कोलकाता यूनिवर्सिटी
- मणिपाल एकेडमी ऑफ़ हाईयर एजूकेशन
- बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस
- दिल्ली यूनिवर्सिटी
- होमी भाभा नेशनल यूनिवर्सिटी
- केरला यूनिवर्सिटी
- महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी
- गुजरात यूनिवर्सिटी
- अमिता विश्वविद्यापीठ
आईटी (IT) कोर्स में एडमिशन हेतु एंट्रेंस एग्जाम
अगर आप किसी भी इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के इंजीनियरिंग के कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको अलग-अलग एंट्रेंस एग्जाम को देने की आवश्यकता हो सकती है।
एंट्रेंस एग्जाम को पास करने के बाद ही आपको कोर्स में एडमिशन मिल जाएगा अन्यथा नहीं। नीचे कुछ प्रमुख ऐसी एंट्रेंस एग्जाम की लिस्ट आपको दी गई है, जो आईटी के इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन पाने के लिए देना जरूरी होता है।
- WBJEE JECA
- BVP B-CAT
- MAH MCA CET
- JEE Main
- NIMCET
- JEE Advanced
- GATE
- ACT
- GMAT
- GRE
- MHT CET
- COMEDK
आईटी (IT) कोर्स करने के बाद नौकरी कहां मिलेगी?
अगर आप एक इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इंजीनियर है तो नौकरी पाने के लिए दुनिया भर में आपके सामने कई ऑप्शन उपलब्ध है। हालांकि अगर सबसे बेहतरीन रिक्रूटमेंट एरिया की बात की जाए तो एक इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इंजीनियर को निम्न कंपनियों में या फिर फील्ड में नौकरी पाने का प्रयास करना चाहिए।
- एरोनॉटिकल मिलिट्री फील्ड
- कॉर्पोरेट बिज़नेस
- मोबाइल कम्युनिकेशन्स
- IT इंडस्ट्री
- टेलीकम्यूनिकेशन
- इंटरनेट टेक्नोलॉजी कंपनीज़
- पॉवर इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री
- MNCs
- रिसर्च एंड डेवलपमेंट लेबोरेटरीज़
- डिफेंस आर्गेनाईजेशन
- टेक्सास इंडस्ट्रीज
आईटी (IT) कोर्स करने के बाद सैलरी
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स होते हैं। इसलिए जिस व्यक्ति के द्वारा जैसा कोर्स किया गया होता है, उसे उसी प्रकार से नौकरी मिलती है और नौकरी के हिसाब से ही उसकी तनख्वाह तय होती है। इसलिए आईटी कोर्स करने के बाद आपको कितनी तनख्वाह मिलेगी, यह डिपेंड करता है कि आपको कौन से पद पर नौकरी मिली हुई है और कंपनी कैसी है।
अगर आप किसी मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी प्राप्त करने में सफल होते हैं, तो आपको आपके पद के हिसाब से अच्छी सैलरी मिलेगी। हालांकि हमने देखा है कि एक आईटी इंजीनियर की सैलरी काफी अच्छी होती है। आंकड़े के अनुसार आईटी इंजीनियर को हमारे भारत देश में शुरुआत में हर महीने कम से कम 20000 से लेकर ₹40000 की तनख्वाह मिलती है।
वही दिल्ली और बेंगलुरु जैसे शहरों में तो यही तनख्वाह हर महीने शुरुआत में ही 40 से लेकर के ₹45000 के आसपास में होती है। विदेशों में एक आईटी इंजीनियर को हर महीने शुरुआत में 80000 से लेकर के ₹100000 की तनख्वाह प्राप्त हो सकती है।
अगर कोई इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंजीनियर गूगल जैसी कंपनी में नौकरी पाने में सफल होता है तो उसकी सालाना तनख्वाह 1 करोड़ से भी अधिक हो सकती है। Glassdoor के अनुसार आईटी इंजीनियर को अमेरिका में सालाना तौर पर शुरुआत में 62 लाख ₹65000 की तनख्वाह मिलती है और यूनाइटेड किंगडम में ₹341000 की तनख्वाह मिलती है।
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आईटी (IT) प्रोजेक्ट क्या है?
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी अर्थात आईटी प्रोजेक्ट एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो आईटी इन्फ्राट्रक्चर के साथ डील करता है। इसके अलावा आईटी प्रोजेक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम और कंप्यूटर के साथ भी डील करता है।
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट में वेब डेवलपमेंट, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट, नेटवर्क कंफीग्रेशन, सॉफ्टवेयर इंप्लीमेंटेशन, हार्डवेयर इंस्टॉलेशन, डेटाबेस मैनेजमेंट और आईटी इमरजेंसी रिकवरी जैसी चीजें शामिल होती हैं।
आईटी प्रोजेक्ट 6 चरणों में पूरा होता है, जिसमें शुरुआत इंटीएशन से होती है, उसके बाद डेफिनेशन, डिजाइन, डेवलपमेंट, इंप्लीमेंटेशन और फॉलोअप जैसी प्रक्रियाओं को पूरा किया जाता है।
आईटी (IT) सेक्टर क्या है?
आईटी सेक्टर और आईटी कंपनी इन दोनों को आपको एक ही समझना चाहिए। आईटी सेक्टर अर्थात आईटी कंपनी के अंतर्गत सभी सॉफ्टवेयर, वेबसाइट, इंटरनेट की लैंग्वेज, एप्लीकेशन, डिजिटल सिक्योरिटी इत्यादि की स्टडी की जाती है, साथ ही कंप्यूटर से संबंधित अन्य कई कामों को भी किया जाता है। सामान्य तौर पर आईटी कंपनी सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन और सीआरएम इत्यादि सॉफ्टवेयर का निर्माण करती है।
अगर हम गूगल की बात करें तो गूगल एक इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनी ही है जिसके पास बहुत सारे खुद के टूल और सॉफ्टवेयर उपलब्ध है। इसी प्रकार से मोबाइल कॉलर आईडी आइडेंटिफिकेशन सॉफ्टवेयर ट्रूकॉलर भी एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसका निर्माण किसी आईटी कंपनी के द्वारा ही किया गया है जो कि आईटी सेक्टर के तहत ही आता है।
भारत की सबसे बड़ी आईटी (IT) कंपनी
नीचे हम आपको भारत की टॉप सबसे बड़ी 10 आईटी कंपनी के नाम बता रहे हैं और उनकी थोड़ी सी जानकारी भी प्रदान कर रहे हैं।
Tata Consultancy Services
टाटा कंसलटेंसी सर्विस को संक्षेप में टीसीएस कहा जाता है, जो कि हमारे भारत देश की आईटी की अग्रणी कंपनी है। इसका मार्केट केपीटलाइजेशन तकरीबन 11.47 लाख करोड़ का है। इसका हेड क्वार्टर भारत देश के मुंबई शहर में मौजूद है। टाटा कंसलटेंसी सर्विस को साल 2020 में दुनिया की सबसे मूल्यवान आईटी कंपनी का दर्जा दिया गया था।
Infosys
इंफोसिस के मालिक नारायण मूर्ति है, जिन्होंने 1981 में इस कंपनी को स्थापित किया था। वर्तमान में दुनिया के 46 देशों में इंफोसिस कंपनी काम कर रही है। इंफोसिस कंपनी के द्वारा कंसलटिंग, इंटीग्रेटेड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म, डिजिटल मार्केटिंग, इंजीनियरिंग सर्विस, ग्लोबल बैंकिंग प्लेटफॉर्म, एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म, डाटा एनालिसिस, ब्लॉकचेन, एप्लीकेशन डेवलपमेंट, साइबर सिक्योरिटी जैसी सर्विस दी जाती है। इंफोसिस भी देश की अग्रणी आईटी कंपनी है।
Wipro
1945 में मोहम्मद प्रेम जी के द्वारा विप्रो कंपनी की स्थापना की गई थी, जिसका पूरा नाम वेस्टर्न इंडिया पाल्म रिफाइंड ऑयल लिमिटेड है। शुरुआत में यह कंपनी रिफाइनरी और सब्जी के लिए तेल बनाने का काम करती थी।
हालांकि आगे चलकर के यह कंपनी आईटी की फील्ड में आ गई और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सॉफ्टवेयर बनाने पर कंपनी के द्वारा फोकस किया जाने लगा। विप्रो के अंतर्गत एनालिटिक्स, कंसल्टिंग , इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज , ऍप्लिकेशन्स , साइबर सिक्योरिटी , बिग डाटा , ब्लॉकचैन, क्लाउड सर्विसेज इत्यादि सर्विस और सॉफ्टवेयर आते हैं।
HCL Technologies
1976 में एचसीएल टेक्नोलॉजी कंपनी की स्थापना शिव नादर के द्वारा की गई थी, जिसका हैडक्वाटर वर्तमान में उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर में मौजूद है। यह कंपनी सबसे ज्यादा पैसा सर्विस फील्ड से कमाती है।
कंपनी का ऑफिस दुनिया के 45 देशों में मौजूद हैं। एचसीएल के द्वारा साल 2020 में 16 जून के दिन श्रीलंका में भी अपना ऑफिस खोला गया था, जिसकी वजह से वहां के तकरीबन 1500 लोगों को रोजगार मिला था।
Tech Mahindra
1986 में आनंद महिंद्रा के द्वारा टेक महिंद्रा ग्रुप की स्थापना की गई थी, जो कि हमारे देश की अग्रणी आईटी सॉल्यूशन और बिजनेस प्रोसेस कंपनी मानी जाती है। वर्तमान में दुनिया के 90 देशों में इसके ऑफिस मौजूद है।
टेक महिंद्रा सबसे ज्यादा पैसा अमेरिका और यूरोप जैसे देशों से कमाता है। टेक महिंद्रा के द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर एंड क्लाउड सर्विस, डाटा एनालिटिक्स, बिज़नेस प्रोसेस सर्विस , नेटवर्क सर्विस, टेस्टिंग सर्विस, ऑटोमेशन सर्विसेज , डिजिटल सप्लाई चैन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी जैसी सर्विस दी जाती है।
L&T Infotech
भारत में और दुनिया में आईटी की फील्ड में एलएनटीइन्फोटेक ने भी काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया हुआ है। इस कंपनी की स्थापना 1996 में की गई थी। कंपनी के द्वारा मुख्य तौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा एनालिटिक्स, डिजिटल सर्विस, एप्लीकेशन मैनेजमेंट, क्लाउड सर्विस और दूसरी आईटी सर्विस दी जाती है।
इस कंपनी का ऑफिस इंडिया, नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका, यूरोप, एशिया पेसिफिक, अफ्रीका और मिडल ईस्ट जैसे कई देशों में मौजूद है। एलएनटी कंपनी का मार्केट कैपिटलाईजेशन 1.12 लाख करोड़ है।
Mindtree Limited
10 आईटी इंजीनियर के द्वारा मिलकर के 1999 में अगस्त के महीने में माइंडद्री लिमिटेड कंसलटिंग सर्विस की शुरुआत की गई थी। साल 2006 में यह कंपनी पब्लिक कंपनी बन गई और 2007 में इसकी एंट्री शेयर मार्केट में भी हो गई। कंपनी के द्वारा 2012 में अपना पहला इंटरनेशनल डिलीवरी सेंटर फ्लोरिडा शहर में खोला गया, जो कि अमेरिका में मौजूद है।
वर्तमान के समय में यह कंपनी 50 से भी अधिक देशों में काम कर रही है। एलएनटी कंपनी के द्वारा 2019 के जून के महीने में इसे खरीद लिया गया। यह कंपनी डिजिटल मार्केटिंग एंड eCommerce , कंसल्टिंग, डाटा & इंटेलिजेंस, क्लाउड सर्विस, ऑटोमेशन सर्विसेज जैसी सर्विस देती है।
Mphasis Limited
उपरोक्त कंपनी की शुरुआत साल 2000 में की गई थी। वर्तमान में कंपनी का हेड क्वार्टर कर्नाटक के बेंगलुरु शहर में मौजूद है। कंपनी के द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी, एप्लीकेशन मैनेजमेंट सर्विस, एप्लीकेशन आउटसोर्सिंग सर्विस इत्यादि के काम हैंडल किए जाते हैं।
कंपनी को सबसे ज्यादा पैसा फाइनेंस सर्विस, लॉजिस्टिक तथा टेक्नोलॉजी और टेलीकॉम इंडस्ट्री से हासिल होता है।
Oracle Financial Services
साल 1990 में उपरोक्त कंपनी की स्थापना हमारे भारत देश के मुंबई शहर में Oracle Financial Services Software Limited के द्वारा की गई थी। उपरोक्त कंपनी के द्वारा आईटी की सर्विस तो दी ही जाती है। इसके अलावा हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी और एप्लीकेशन की सर्विस भी प्रदान की जाती है।
Coforge Ltd.
1981 में एनआईआईटी के नाम से उपरोक्त कंपनी की शुरुआत की गई थी, जिसका पूरा मतलब नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी होता है। बाद में इसके छोटे नाम का प्रचलन ज्यादा हुआ।
इस कंपनी के द्वारा अधिकतर डिजिटल सप्लाई चैन , आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस , क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर , डाटा मैनेजमेंट , एंटरप्राइज ऍप्लिकेशन्स जैसी सर्विस दी जाती है।
आईटी कोर्स में क्या सिखाया जाता है?
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के कोर्स के अंतर्गत इनफार्मेशन सिस्टम की स्टडी करवाई जाती है। इंफॉर्मेशन सिस्टम की स्टडी के तहत सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन और कंप्यूटर हार्डवेयर का इस्तेमाल करके इंफॉर्मेशन को स्टोर, प्रोटेक्ट, प्रोसेस, ट्रांसमीट और सिक्योर कैसे किया जाता है, इसके बारे में सिखाया जाता है।
हम सभी इस बात से भलीभांति परिचित हैं कि वर्तमान के समय में दुनिया कंप्यूटर पर ही डिपेंडेंट है और इसीलिए इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का भी काफी प्रचार प्रसार हो रहा है।
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की भूमिका क्या है?
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी बिजनेस में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है और हमारे वर्तमान के वर्क फोर्स के लिए एक आधार स्तंभ प्रदान करती है। कम्युनिकेशन से लेकर के डाटा मैनेजमेंट और ऑपरेशनल एफिशिएंसी के लिए इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के द्वारा विभिन्न बिजनेस फंक्शन और ड्राइव प्रोडक्टिविटी को सपोर्ट किया जाता है।
हमें इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की आवश्यकता क्यों है?
हम अपने पर्सनल और व्यवसायिक जिंदगी में जो कुछ भी करते हैं उसमें इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी बहुत कुछ संचालित करने का काम करती है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी हमारे कम्युनिकेशन, टेक्निकल इंप्रूवमेंट, स्थिरता और इंटरटेनमेंट का आधार माना जाता है।
दूसरे के साथ कनेक्ट होने के लिए और कम्युनिकेशन करने के लिए, मनपसंद गेम खेलने के लिए तथा मीडिया शेयर करने के लिए, ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए और सोशल होने के लिए हम व्यक्तिगत लेवल पर इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं।
कैरियर के नजरिए से देखा जाए तो इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी हमारे अधिकतर बिजनेस मैनेजमेंट के लिए काफी हद तक जिम्मेदार होती है और यह लगभग सभी इंडस्ट्री तक फैली हुई है। हेल्थ सेक्टर से लेकर के फूड्सर्विस तक तथा मैन्युफैक्चरिंग से लेकर के बिक्री तक और उससे आगे हम दूसरे से कनेक्ट होने के लिए, इंफॉर्मेशन को संग्रहित करने के लिए और इंफॉर्मेशन का मैनेजमेंट करने के लिए इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी पर निर्भर है।
आईटी कैरियर अपॉर्चुनिटी
साइबर स्टेट के 2020 के आंकड़े के अनुसार साल 2020 में दुनिया भर में टेक्नोलॉजी पर आधारित तकरीबन 12.1 मिलियन नौकरी उपलब्ध थी, जो वर्तमान के समय में और भी ज्यादा हो गई है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में कैरियर कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट से लेकर के नेटवर्किंग, कंप्यूटर रिपेयर, टेक्निकल सपोर्ट, साइबर सिक्योरिटी, क्लाउड कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा साइंस तथा इससे भी अधिक अलग-अलग क्षेत्रों में फैला हुआ है।
वर्तमान के समय में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी को एक महत्वपूर्ण बिजनेस माना जा रहा है, जो किसी इंस्टीट्यूट के लगभग सभी पहलुओं को प्रभावित करने का काम करता है।
आईटी (IT) डिपार्टमेंट क्या है?
आईटी से संबंधित काम करने वाले जितने भी संस्थान या फिर कंपनी है उन सभी में आईटी डिपार्टमेंट होता है, जिसे हिंदी में प्रौद्योगिकी विभाग कहा जाता है।
आईटी डिपार्टमेंट के द्वारा कंपनी में कंप्यूटर सिस्टम, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और डाटा प्रोसेसिंग तथा डिस्ट्रीब्यूटर से संबंधित नेटवर्क को संभालने का काम किया जाता है।
आईटी डिपार्टमेंट में 2 से 4 कर्मचारी भी हो सकते हैं या फिर इससे अधिक वर्कर भी हो सकते हैं। कई संगठन अपने डिपार्टमेंट को सूचना प्रणाली अथवा प्रबंधन सूचना प्रणाली के तौर पर संदर्भित करते हैं।
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी बनाम कंप्यूटर साइंस
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी अर्थात सूचना प्रौद्योगिकी कंप्यूटर साइंस की तुलना में एक बहुत ही बड़ा क्षेत्र है, क्योंकि यह सिर्फ हार्डवेयर और नेटवर्किंग से संबंधित नहीं है, बल्कि इसमें अन्य कई पहलू भी आते हैं।
जैसे-जैसे डाटा और टेक्नोलॉजी की आवश्यकताए बढ़ती है, वैसे वैसे इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में डाटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर और एंटरप्राइज बिग डाटा स्टोरेज एनवायरनमेंट के साथ-साथ कंप्यूटर और नेटवर्क शामिल होते जाते हैं।
मोटे मोटे तौर पर कहा जाए तो इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में पूरी व्यवसायिक कंप्यूटिंग दुनिया शामिल है, क्योंकि यह साइंस का एक क्षेत्र है। कंप्यूटर साइंस कम्प्यूटेशनल प्रोसेस की स्टडी पर केंद्रित है, स्पेशल रूप से वह मैथमेटिक एल्गोरिथ्म से संबंधित है। इन एल्गोरिदम का स्टडी करके कंप्यूटर वैज्ञानिक कंप्यूटर सिस्टम और प्रोग्राम में सुधार करते हैं।
सूचना प्रौद्योगिकी किसे कहते है?
वास्तव में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी को ही हिंदी में सूचना प्रौद्योगिकी के नाम से जाना और पहचाना जाता है। वर्तमान के समय में सूचना प्रौद्योगिकी का क्षेत्र पहले के मुकाबले काफी ज्यादा विस्तारित हो गया है। इसकी मुख्य वजह है कि सूचना प्रौद्योगिकी की वजह से लोगों के जीवन में कई पॉजिटिव बदलाव हुए हैं।
जहां पहले के समय में काफी कम लोग ही इसके बारे में जानते थे, वहीं घर-घर कंप्यूटर और इंटरनेट की उपलब्धता हो जाने की वजह से अब अधिकतर लोगों को इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी अर्थात सूचना प्रौद्योगिकी के बारे में जानकारी हो गई है। इस क्षेत्र के बारे में लोगों को परिचय करवाने का सबसे ज्यादा काम आईटी कंपनी और आईटी इंडस्ट्री के द्वारा किया गया।
आईटी (IT) कंपनी में जॉब कैसे पाये?
अगर आप आईटी की फील्ड में रुचि रखते हैं और आईटी की फील्ड में नौकरी पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कम से कम 12वीं क्लास को पास करने की आवश्यकता होगी, क्योंकि उसके बाद ही आप किसी भी कंप्यूटर के कोर्स को या फिर इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी से संबंधित डिग्री, डिप्लोमा अथवा सर्टिफिकेट कोर्स को कर सकेंगे।
जब आपके पास कोर्स का सर्टिफिकेट उपलब्ध हो जाता है तो उसके बाद आपको नौकरी के लिए आवेदन करना होता है। आप नौकरी पाने के लिए किसी मल्टीनेशनल कंपनी में आवेदन कर सकते हैं या फिर आईटी से संबंधित कामकाज करने वाली कंपनियों में भी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इंटरनेट पर आपको ऐसी बहुत सारी वेबसाइट प्राप्त हो जाएंगी, जहां से आप आईटी कंपनी में उपलब्ध नौकरी की जानकारी हासिल कर सकेंगे और साथ ही ऑनलाइन नौकरी के लिए अप्लाई भी कर सकेंगे।
आईटी (IT) इंजीनियर कैसे बने?
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इंजीनियर बनने के लिए सबसे पहले आपको बैचलर डिग्री इन कंप्यूटर को पूरा करने की आवश्यकता होती है। इसके लिए आप बी टेक इन कंप्यूटर साइंस, बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन, बीटेक इन इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी जैसे कोर्स को कर सकते हैं। इन कोर्स में आपको 12वीं क्लास को पास करने के पश्चात एडमिशन मिल जाएगा।
आईटी इंजीनियर बनने के लिए आपको प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सीखना भी काफी आवश्यक होता है। इसके लिए आपको सी लैंग्वेज, सी प्लस प्लस, जावा, जावास्क्रिप्ट, एसक्यूएल, पाइथन और रूबी जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सीखने की आवश्यकता होती है।
आईटी इंजीनियर बनने के लिए यह भी आवश्यक है कि आप अपने प्रोग्रामिंग लॉजिक को और भी अच्छा बनाएं क्योंकि जब किसी सॉफ्टवेयर इंजीनियर के द्वारा किसी एप्लीकेशन या फिर जब वेबसाइट का निर्माण किया जाता है तो उन्हें वेबसाइट का निर्माण करने के लिए अथवा एप्लीकेशन का निर्माण करने के लिए अपने लॉजिक का इस्तेमाल करना होता है।
जब आपको प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की जानकारी हो जाए तो उसके बाद आप कुछ अलग टाइप के और बेहतरीन सॉफ्टवेयर अथवा एप्लीकेशन या फिर वेबसाइट का निर्माण करना शुरू कर सकते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपका कोडिंग कौशल अच्छा होगा।
अगर आपके पास कंप्यूटर साइंस में बैचलर की डिग्री उपलब्ध है और आप प्रोग्रामिंग भाषाओं की जानकारी रखते हैं साथ ही आपको सॉफ्टवेयर बनाना आता है तो अब आपको इंटर्नशिप के लिए अप्लाई करने की आवश्यकता होती है। यहां पर हम बता देना चाहते हैं कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर अगर आप ज्यादा सैलरी हासिल करना चाहते हैं तो आपको मास्टर डिग्री हासिल करके किसी कंपनी में नौकरी पाने का प्रयास करना चाहिए।
FAQ:
आईटी का डिग्री कोर्स 3 से 4 साल, आईटी का डिप्लोमा कोर्स 1 से 2 साल और आईटी का सर्टिफिकेट कोर्स 1 साल का होता है।
आईटी इंजीनियर डाटा को इकट्ठा करता है, सूचना प्रदान करता है और स्टडी तथा डिजाइन से संबंधित कामों को करता है। इसके अलावा आईटी इंजीनियर के द्वारा कंप्यूटर टेक्नोलॉजी को डेवलपमेंट किया जाता है।
आईटी कंपनी में जॉब करने के लिए आईटी से संबंधित कोर्स करें और उसके बाद नौकरी के लिए अप्लाई करें।
आईटी में डिग्री कोर्स 3 से 4 साल, डिप्लोमा कोर्स 1 से 2 साल और सर्टिफिकेट कोर्स 1 साल का होता है।
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में इंफॉर्मेशन सिस्टम की स्टडी की जाती है।
इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कोर्स करने से आप गवर्नमेंट और प्राइवेट नौकरी में अप्लाई कर सकते हैं साथ ही विदेशों में नौकरी करने के लिए जा सकते हैं।
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Hope की आपको आईटी (IT) क्या है? (Information Technology in Hindi) का यह पोस्ट पसंद आया होगा और आपके लिए हेल्पफुल भी रहा होगा।
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अपने बहुत ही अच्छी जानकारी साँझा की है आपके इस पोस्ट को पढ़कर बहुत अच्छा लगा और इस ब्लॉग की यह खास बात है कि जो भी लिखा जाता है वो बहुत ही understandable होता है.
GauravJi Play store Mai Ek App Hai Jiska Naam Fake Call hai aur ise BitWarp Nai Banaya Hai. Uss App se Ham Fake Call kar sakte hai. Par Sirf Ek bar app plz iss ka ek unlimited trick nikaliye.😥
ok.
I hope everyone will benefit for this information
I hope everyone will benefit for this information, Thankyou
Aapne Information Technology Se Judi Janakri Bahut Hi Detail Me Batai Hai Bhai. Abhi Tak Jo Article Padhe Hai, In Sab Me Se Yah Janakri Achi Lagi.
Detail Me Janakari Share Karne Ke Liye Aapka Dhanywad.
thanks & keep visit.