लिब्रे ऑफिस क्या है? (What is LibreOffice in Hindi)

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आपने एमएस ऑफिस के बारे में सुना ही होगा या फिर आपने इसका इस्तेमाल भी किया होगा। एमएस ऑफिस के पॉपुलर टूल ms word का इस्तेमाल कर माध्यम से हम दस्तावेज बना सकते हैं और उसकी एडिटिंग कर सकते हैं। इस आर्टिकल में आपको जानकारी प्राप्त होगी कि, “लिब्रे ऑफिस क्या है” और “लिब्रे ऑफिस डाउनलोड कैसे करें” तथा “लिब्रे ऑफिस की विशेषताएं क्या है।”

लिब्रे ऑफिस क्या है? (What is LibreOffice in Hindi)


ठीक यही काम करने के लिए एक शानदार ऑफिस सूट का इस्तेमाल दुनिया भर में करोड़ों लोगों के द्वारा किया जा रहा है। इस ऑफिसेसूट का नाम लिब्रे ऑफिस है, जिसके बारे में इंडियन लोगों को कम ही पता है।

ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसके बारे में हिंदी भाषा में कम ही आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध है। इसलिए हमने लिब्रे ऑफिस की जानकारी देने के लिए खास तौर पर लिब्रे ऑफिस की पूरी जानकारी आपको उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया हुआ है और इसीलिए यह आर्टिकल लिखा गया है। 

अनुक्रम

लिब्रे ऑफिस क्या है? (What is LibreOffice in Hindi)

डॉक्यूमेंट फाउंडेशन के द्वारा साल 2011 में 25 जनवरी के दिन रिलीज किया गया लिब्रे ऑफिस एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर सूट है, जिसका इस्तेमाल बिल्कुल मुफ्त में किया जा सकता है। लिब्रे ऑफिस ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर का निर्माण करने के लिए सी प्लस प्लस, एक्सएमएल और जावा लैंग्वेज का इस्तेमाल किया गया है।


लिब्रे ऑफिस सॉफ्टवेयर के माध्यम से आप वर्ड प्रोसेसिंग प्रोग्राम का निर्माण कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आप स्प्रेडशीट बनाना चाहते हैं या फिर आप स्प्रेडशीट में एडिटिंग करना चाहते हैं तो ऐसा भी आप इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से कर सकते हैं। 

लिब्रे ऑफिस आपको स्लाइड कार्यक्रम, डायग्राम और ड्राइंग बनाने की भी सुविधा प्रदान करता है। इसके अलावा यह आपको गणित से संबंधित कैलकुलेशन करने की सुविधा भी देता है। लिब्रे ऑफिस तकरीबन 115 अलगअलग भाषाओं में उपलब्ध है। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि, दुनिया में व्यापक तौर पर लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल किया जाता है।

लिब्रे ऑफिस ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम, विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम, विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम, एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम, आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम, आईपैड ऑपरेटिंग सिस्टम, क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम, पीपीटी ऑपरेटिंग सिस्टम, सोलारिस इत्यादि ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। 


लिब्रे ऑफिस का इतिहास (History of LibreOffice in Hindi)

डॉक्यूमेंट फाउंडेशन के द्वारा सर्वप्रथम साल 2010 में 28 सितंबर के दिन बीटा वर्जन के तौर पर लिब्रे ऑफिस को रिलीज किया गया था और इसका पहला स्टेबल वर्जन साल 2011 में 25 जनवरी के दिन डॉक्यूमेंट फाउंडेशन के द्वारा लांच किया गया था। 

लिब्रे ऑफिस में आपको वर्ड प्रोसेसर, स्प्रेडशीट एडिटर, प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर, डेटाबेस मैनेजमेंट, वेक्टर ग्राफिक्स एडिटर, मैथमेटिकल फार्मूला क्रिएशन और एडिटिंग जैसी विशेषताएं मिलती है। यदि आप लिब्रे ऑफिस की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर और जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप लिब्रे ऑफिस की आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के लिए libreoffice.org लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। 

यदि आप लिब्रे ऑफिस राइटर के द्वारा कोई चीज बनाते हैं तो उसका एक्सटेंशन .odt रहेगा और अगर आप लिब्रे ऑफिस के अन्य प्रोग्राम के द्वारा कोई चीज बनाते हैं तो उसका एक्सटेंशन.odf होता है।


लिब्रे ऑफिस की विशेषताएं 

लिब्रे ऑफिस की विशेषताओं के बारे में आइए आगे पढ़ते हैं।

 Writer (वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर)

वर्ड प्रोसेसर होने के नाते आप इसका इस्तेमाल लेखन (राइटिं) से संबंधित कामो को कंप्लीट करने के लिए कर सकते हैं। आपको यहां पर माइक्रोसॉफ्ट वर्ड या फिर वर्डपरफेक्ट की तरह ही फंक्शनैलिटी और अच्छा फाइल सपोर्ट प्राप्त हो जाता है। इसका इस्तेमाल आप सामान्य टेक्स्ट को एडिट करने वाले एडिटर के तौर पर कर सकते हैं। इसके अलावा हम बताना चाहते हैं कि, आप यहां पर अपने दस्तावेज को पीडीएफ फाइल के फॉर्मेट में भी सुरक्षित कर सकते हैं।

 Calc (स्प्रेडशीट सॉफ्टवेयर)

जिस प्रकार से माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल एक स्प्रेडशीट प्रोग्राम है, उसी प्रकार से यह भी एक स्प्रेडशीट प्रोग्राम है। यदि आपको एकाउंटिंग से रिलेटेड कामों को करना है तो आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें विभिन्न प्रकार के बहुत ही शानदार विशेषताएं उपलब्ध होती है। इसकी एक खास बात यह है कि यह यूजर को इंफॉर्मेशन के आधार पर ऑटोमेटिक ग्राफ को डिफाइन करने की सुविधा देती है।


 Impress (प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर)

यह एक बहुत ही बढ़िया प्रेजेंटेशन प्रोग्राम है। जैसा ms-powerpoint दिखाई देता है, उसी से मिलता जुलता इसका भी लुक है। मुख्य तौर पर यूजर के द्वारा अगर स्लाइड का निर्माण किया जाना है तो ऐसी अवस्था में उसके द्वारा इंप्रेस का इस्तेमाल किया जाता है।

 इसमें आपको बहुत सारे एलिमेंट मिल जाते हैं। जैसे की क्लिप आर्ट, ड्रॉइंग, टेबल, चार्ट, टेक्स्ट, बुलेट इत्यादि। यही नहीं आप को इंप्रेस में  PPTX, ODP, SXI इत्यादि फाइल फॉर्मेट का सपोर्ट तो मिलता ही है, इसके अलावा अन्य कई फाइल फॉरमैट का सपोर्ट भी आपको यहां पर प्राप्त हो जाता है।

 Draw (वेक्टर ग्राफिक्स और फ्लोचार्ट)

अगर आप एक कॉम्प्लिकेटेड फिगर को बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको लिब्रे ऑफिस की उपरोक्त विशेषताओं के बारे में जानना चाहिए। आपको यहां पर माइक्रोसॉफ्ट पब्लिशर की तरह ही बहुत सारे शानदार फीचर मिलते हैं। बताना चाहते हैं की, ड्रॉ एक पीडीएफ फाइल एडिटर के तौर पर भी काम करता है।

 Math (फार्मूला एडिटर)

जब आप लिब्रे ऑफिस में गणित से संबंधित काम करते हैं, तब आपको मैथ की आवश्यकता होती है। इसका इस्तेमाल करके आप गणित से संबंधित फार्मूले का निर्माण कर सकते हैं या फिर गणित से संबंधित फार्मूले की एडिटिंग कर सकते हैं। आप मैथ फार्मूला एडिटर का इस्तेमाल टेक्स्ट डॉक्यूमेंट, स्प्रेडशीट, प्रेजेंटेशन और ड्राइंग इत्यादि में कर सकते हैं।

 Base (डेटाबेस डेवलपमेंट टूल)

यह एक डाटाबेस मैनेजमेंट प्रोग्राम होता है, जो माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस की तरह ही अपने काम को अंजाम देता है। आप बेस का इस्तेमाल लिब्रे ऑफिस में डेटाबेस को तैयार करने के लिए और डेटाबेस को मैनेज करने के लिए कर सकते हैं। इसके माध्यम से आप छोटे एंबेडेड डेटाबेस को क्रिएट कर सकते हैं।

कंप्यूटर में लिब्रे ऑफिस डाउनलोड कैसे करें?

हमारे द्वारा आपको नीचे आसान शब्दों में कंप्यूटर में लिब्रे ऑफिस डाउनलोड करने की और साथ ही साथ लिब्रे ऑफिस इंस्टॉलिंग की प्रक्रिया बताई हुई है।

1: अपने कंप्यूटर में लिब्रे ऑफिस डाउनलोड करने के लिए ब्राउज़र में libreoffice.org सर्च करें, ऐसा करने से आप लिब्रे ऑफिस की आधिकारिक वेबसाइट पर चले जाते हैं।

2: आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर ही आपको डाउनलोड नाउ वाली बटन मिल जाती है। इस बटन पर आपको लिब्रे ऑफिस को डाउनलोड करने के लिए क्लिक करना होता है।

3: अब आपको अपने कंप्यूटर सिस्टम का सिलेक्शन करने के लिए ड्रॉपडाउन आइकन पर क्लिक करना होता है इसके बाद फिर से आपको डाउनलोड बटन पर क्लिक कर देना होता है। 

4: लिब्रे ऑफिस डाउनलोड हो जाने के पश्चात आपको लिब्रे ऑफिस फाइल पर डबल क्लिक करना होता है जिसके तहत आपको रन बटन पर क्लिक करना होता है।

इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद आपको फिनिश बटन पर क्लिक कर देना होता है। इस प्रकार से आप उपरोक्त प्रक्रिया का पालन करते हुए अपने कंप्यूटर में सरलता से लिब्रे ऑफिस डाउनलोड कर सकते हैं इस्तेमाल कर सकते हैं।

लिब्रे ऑफिस के फायदे 

आईए आर्टिकल में आगे बढ़ते हुए जानते हैं कि आखिर लिब्रे ऑफिस के एडवांटेज क्या है या फिर लिब्रे ऑफिस का लाभ क्या है।

  • लिब्रे ऑफिस के निर्माण कर्ताओं के द्वारा इसे इस्तेमाल करने के लिए फ्री किया गया है और यही इसका सबसे बड़ा एडवांटेज हमारी नजरों में माना जा रहा है अर्थात आप मुफ्त में लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे डाउनलोड और इंस्टॉल करना भी बिल्कुल फ्री है।
  • लिब्रे ऑफिस में जो विशेषताएं मौजूद है उस के माध्यम से आप अलगअलग दस्तावेज को अलगअलग प्रसिद्ध फॉर्मेट में इंपोर्ट कर सकते हैं और उसे एक्सपोर्ट भी कर सकते हैं।
  • माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस से अगर इसकी तुलना की जाए तो माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस का इस्तेमाल करना थोड़ा सा जटिल होता है परंतु इसका इस्तेमाल करना बहुत ही सरल होता है, क्योंकि लिब्रे ऑफिस के डेवलपर के द्वारा इसके इंटरफ़ेस को बहुत ही क्लीन और आसान बनाया गया है।
  • एमएस ऑफिस में जो दस्तावेज आप ओपन कर सकते हैं या फिर एडिट कर सकते हैं, आप वह सभी दस्तावेज लिब्रे ऑफिस में भी एडिट कर सकते हैं या फिर ओपन कर सकते हैं।
  • यहां पर किसी भी दस्तावेज का निर्माण करने के पश्चात आपको लिब्रे ऑफिस यह सुविधा देता है कि, आप अपने दस्तावेज में पासवर्ड लगा सके, ताकि बिना आपकी परमिशन के कोई भी दस्तावेज को ओपन ना कर सकें। दस्तावेज पासवर्ड इंटर करने के बाद ही ओपन होगा।
  • यदि आप लिब्रे ऑफिस की कैपेसिटी को बढ़ाना चाहते हैं तो लिब्रे ऑफिस फ्री प्लगइन जैसे कि लैंग्वेज प्लगइन, डिक्शनरी प्लगइन और फॉर्मेटिक तथा दूसरे कई प्रकार के प्लगइन का इस्तेमाल करने की स्वतंत्रता आपको देता है।
  • इंडस्ट्री की जो भी आवश्यकताएं हैं वह लिब्रे ऑफिस के द्वारा पूरा किया जा रहा है
  • लिब्रे ऑफिस में आपको स्प्रेडशीट प्रोग्राम मिल जाता है जिसका इस्तेमाल करके आप एमएस एक्सेल के सभी फार्मूले का आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • यदि आप किसी दस्तावेज को पीडीएफ फॉर्मेट में कन्वर्ट करना चाहते हैं या फिर पीडीएफ फॉर्मेट में दस्तावेज का निर्माण करना चाहते हैं तो यह सुविधा लिब्रे ऑफिस आपको देता है।
  • यदि आपके पास विंडोज, लिनक्स या फिर मैकिनटोश ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाला कंप्यूटर, डेस्कटॉप मौजूद है तो आप आसानी से अपने कंप्यूटर पर लिब्रे ऑफिस सूट को डाउनलोड और इंस्टॉल कर सकते हैं।
  • लिब्रे ऑफिस का एक फायदा हमें यह भी अच्छा लगा ककी अगर आप इसमें कोई स्पेलिंग टाइप कर रहे हैं और वह गलत हो जा रही है तो यह ऑटो करैक्ट सिस्टम के माध्यम से उसे सही कर देता है। यानी कि इसके माध्यम से तैयार किए गए दस्तावेज में स्पेलिंग की गलती होने की संभावना बहुत ही कम होती है।

लिब्रे ऑफिस के नुकसान 

ऊपर आपने लिब्रे ऑफिस के फायदे तो जान लिया परंतु अभी तक आपने लिब्रे ऑफिस के कुछ नुकसान के बारे में नहीं जाना हुआ है। इसके बारे में भी जानना आपके लिए जरूरी है। आइए आगे बढ़कर जानते हैं कि, लिब्रे ऑफिस के डिसएडवांटेज क्या है।

  • लिब्रे ऑफिस के फीचर लिमिटेड ही है और इसके जो अपडेट है वह भी सही प्रकार से अपने काम को अंजाम नहीं दे पाते हैं।
  • लिब्रे ऑफिस के द्वारा एक्सल मैक्रोस को सपोर्ट नहीं किया जाता है।
  • भले ही लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल एमएस ऑफिस की तुलना में करना आसान है परंतु एमएस ऑफिस में आपको जो फीचर मिलते हैं वह सभी फीचर आपको लिब्रे ऑफिस में प्राप्त नहीं हो पाते हैं। यानी कि फीचर के मामले में लिब्रे ऑफिस से एमएस ऑफिस एक कदम आगे हैं।
  • हमें लिब्रे ऑफिस की एक कमी यह भी दिखाई दी कि अगर आप इसमें डाटा का एक लाख रो दर्ज करते हैं तो कभीकभी यह Crash भी हो जाता है।
  • डिजाइन के मामले में एमएस ऑफिस से लिब्रे ऑफिस कमतर ही है।

लिब्रे ऑफिस शॉर्टकट कुंजियाँ

लिब्रे ऑफिस पर शॉर्टकट बटन का इस्तेमाल करने से आप अपने काम को जल्दी से पूरा कर सकते हैं या फिर इच्छित ऑप्शन पर जल्दी से पहुंच सकते हैं।

shortcut keyfunction
F2 Formula Bar
Ctrl+F2 Insert Fields
F3 Complete AutoText
Ctrl+F3 Edit AutoText
F4  Open Data Source View
Shift+F4 Select next frame
F5 Navigator on/off
Ctrl+Shift+F5 Navigator on, go to page number
F7 Spellcheck
Ctrl+F7 Thesaurus
F8  Extension mode
Ctrl+F8 Field shadings on / off
Shift+F8 Additional selection mode
Ctrl+Shift+F8 Block selection mode
F9 Update fields
Ctrl+F9 Show fields
Shift+F9 Calculate Table
Ctrl+Shift+F9 Update Input Fields and Input Lists
Ctrl+F10 Nonprinting Characters on/off
F11 Styles and Formatting window on/off
Shift+F11  Create Style
Ctrl+F11 Sets focus to Apply Style box
Ctrl+Shift+F11 Update Style
F12 Numbering on
Ctrl+F12  Insert or edit Table
Shift+F12  Bullets on
Ctrl+Shift+F12 Numbering / Bullets off
Alt+Arrow Keys Move object.
Alt+Ctrl+Arrow Keys Resizes by moving lower right corner.
Alt+Ctrl+Shift+Arrow Keys Resizes by moving top left corner.
Ctrl+Tab Selects the anchor of an object.

लिब्रे ऑफिस और एमएस ऑफिस में अंतर 

लिब्रे ऑफिस और एमएस ऑफिस में डिफरेंस की जानकारी आगे आपको उपलब्ध कराई गई है।

  •  ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर होने के नाते लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल बिल्कुल मुफ्त में किया जा सकता है, वहीं दूसरी तरफ एमएस ऑफिस का इस्तेमाल करने के लिए आपको हर महीने कुछ पैसे देना होता है या फिर सालाना तौर पर पैसा देना होता है। हालांकि आप फ्री में भी एमएस ऑफिस का इस्तेमाल कुछ टाइम के लिए कर सकते हैं।
  •  लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल आप प्रमुख ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले कंप्यूटर में कर सकते हैं परंतु एमएस ऑफिस का इस्तेमाल आप एप्पल और विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले कंप्यूटर में कर सकते हैं।
  •  लिब्रे ऑफिस के द्वारा बनाया गया फ़ाइल का आकार काफी छोटा होता है। इसलिए फाइल लोड करने में बहुत ही कम समय लगता है, वहीं दूसरी तरफ एमएस ऑफिस में फाइल का आकार काफी बड़ा होता है। हालांकि इसके बावजूद उसे डाउनलोड कर सकते हैं परंतु डाउनलोड होने में समय अधिक लगता है।
  •  लिब्रे ऑफिस में समयसमय पर आपको अपडेट प्राप्त होता रहता है, वही एमएस ऑफिस में अपडेट बहुत कम ही मिलते हैं।

ओडीएफ क्या है?

लिब्रे ऑफिस के द्वारा ओडीएफ अर्थात ओपन डॉक्युमेंट फॉरमैट का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक पूरी तरह से ओपन और आईएसओ सर्टिफाइड फाइल का फॉर्मेट है, जो आपको डाटा तक हमेशा के लिए पहुंचने की गारंटी प्रदान करता है। फिर चाहे आपके द्वारा भले ही अपने डॉक्यूमेंट को पासवर्ड से सुरक्षित बनाया गया हो। 

ओडीएफ सर्टिफाइड एक्सटेंशन है, इसलिए दूसरे ऑफिस सॉफ्टवेयर भी इसे सपोर्ट करते हैं। ओडीएफ का इस्तेमाल करके आप इस बात को सुनिश्चित कर सकते हैं कि, आपका डाटा लाइसेंस फीस के बिना अलगअलग कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम के बीच ट्रांसफर किया जा सकता है।

लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल कौन करता है?

दुनिया भर के अलगअलग देशों में रहने वाले करोड़ों लोगों के द्वारा लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल अपने दैनिक जीवन में किया जाता है। इसका इस्तेमाल लोग अपने घरों में, बिजनेस में, चैरिटी में करते हैं। इसके अलावा विभिन्न गवर्नमेंट डिपार्टमेंट में भी लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल होता है।

बता दें फ्रांस का inter-ministerial वर्किंग ग्रुप अपने तकरीबन 500000 से भी अधिक पर्सनल कंप्यूटर पर लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल करता है। इसके अलावा स्पेनिश ऑटोनॉमस रीजन अपने 120000 से भी अधिक पर्सनल कंप्यूटर में लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल करता है। यही नहीं इटली का मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस डिपार्टमेंट अपने कई कंप्यूटर में लिब्रे ऑफिस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करता है।

लिब्रे ऑफिस के गुण 

लिब्रे ऑफिस के गुणों की चर्चा आगे हमने की है।

 Auto Correct

लिब्रे ऑफिस राइटर में टाइपिंग करने के दरमियान हमारे द्वारा टाइपिंग में जो गलतियां होती हैं, उसे यह सही कर देता है। आप टाइपिंग किए गए शब्द में जब चाहे तब बदलाव कर सकते हैं या उसे डिलीट कर सकते हैं। जल्दी से टाइपिंग हो जाने की वजह से यहां पर टाइपिंग करने पर आपके काफी समय की बचत होती है।

 तेजी

लिब्रे ऑफिस राइटर में आप बहुत ही तेज गति से किसी भी भाषा में टाइपिंग कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको उस भाषा की जानकारी होनी चाहिए और आपको टाइपिंग करने का अच्छा एक्सपीरियंस होना चाहिए। टाइपिंग करने के दरमियान अगर आपसे कोई शब्द गलत टाइप हो जाता है, तो लेबर ऑफिस राइटर उसे अपने आप सही कर देता है, क्योंकि इसमें ऑटोकरेक्ट की सुविधा पहले से ही इनबिल्ट हो करके आती है। 

Formating

अपने दस्तावेज को सुंदर बनाने के लिए लिब्रे ऑफिस के द्वारा आपको विभिन्न प्रकार के फॉर्मेटिंग टूल प्रदान किए जाते हैं जिनका इस्तेमाल अपनी आवश्यकता के अनुसार किया जा सकता है। आपको यहां पर bold, italic, underline, subscript, superscript, special symbol जैसे बढ़िया फॉर्मेटिंग टूल्स मिल जाते हैं।

Mail Merge 

लिब्रे ऑफिस राइटर के द्वारा आपको मेल मर्ज नाम की एक सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। आप इस सुविधा का इस्तेमाल करके ऐसे लेटर को बड़ी संख्या में प्रिंट कर सकते हैं जिसमें शब्द तो एक जैसे ही होते हैं परंतु कुछ इंफॉर्मेशन जैसे कि लेटर होल्डर नेम और उसका एड्रेस इत्यादि डिफरेंट होता है।

लिब्रे ऑफिस के वर्जन

लिब्रे ऑफिस के वर्जन अर्थात संस्करण की जानकारी आपको आगे दी गई हैं।

 Fresh

लिब्रे ऑफिस के सबसे लेटेस्ट वर्जन का नाम फ्रेश है, जिसके बारे में ऐसा कहा जा रहा है की डेवलपर के द्वारा इसमें लिब्रे ऑफिस के पहले के वर्जन के मुकाबले में अन्य सुविधाओं को भी शामिल किया गया है।

 Still

लिब्रे ऑफिस का स्टील वर्जन ऐसे लोगों को इस्तेमाल करने के लिए रिकमेंड किया जाता है जो स्थिरता को ज्यादा तवज्जो देते हैं। लिब्रे ऑफिस के द्वारा नए वर्जन हर 6 महीने में या फिर हर साल जनवरी या फरवरी अथवा जुलाई या फिर अगस्त के महीने में जारी किया जाता है।

लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल कैसे करें?

लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल कैसे करते हैं, इसे आर्टिकल के माध्यम से समझा पाना काफी मुश्किल है, क्योंकि लिब्रे ऑफिस में ऐसे बहुत सारे ऑप्शन होते हैं, जो dropdown-menu में आते हैं, जिसके बारे में अगर आर्टिकल में लिखा जाएगा तो आपको समझ में नहीं आएगा। 

इसलिए हमारी आपको सलाह है कि अगर आप लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो आपको यूट्यूब जैसे प्लेटफार्म का सहारा लेना चाहिए, क्योंकि यूट्यूब पर वीडियो फॉर्मेट में आपको अपनी आंखों के सामने लिब्रे ऑफिस के सभी ऑप्शन दिखाई देते हैं, जिसकी वजह से लिब्रे ऑफिस का इस्तेमाल करना आपके लिए आसान हो जाता है।

लिब्रे ऑफिस का फाइल फॉरमैट

लिब्रे ऑफिस के द्वारा बहुत सी फाइल फॉरमैट को सपोर्ट किया जाता है। लिब्रे ऑफिस के द्वारा जिन फाइल फॉरमैट को सपोर्ट किया जाता है, आप उस फाइल फॉर्मेट का निर्माण इसमें कर सकते हैं और उसे ओपन भी कर सकते हैं। लिब्रे ऑफिस निम्न फाइल फॉरमैट को सपोर्ट करता है।

123, CSV, DIF, DOC, DOCM, DOCX, DOT, DOTM, DOTX, DPS, DPT, ET, ETT, FODP, FODS, FODT, HTM, HTML, HWP, LWP, MML, ODB, ODF, ODG, ODM, ODP, ODS, ODT, OTG, OTH, OTP, OTS, OTT, POT, POTM, POTX, PPS, PPSX, PPT, PPTX, PUB, RTF, STC, STD, STI, STW, SVG, SVGZ, SXC, SXD, SXG, SXM, SXW, TXT, VDX, VSD, VSDM, VSDX, WB2, WK1, WKS, WPD, WPS, WPT, XHTML, XLC, XLK, XLM, XLS, XLSB, XLSX, XLT, XLTM, XLTX, XLW, XML

लिब्रे ऑफिस को अपडेट कैसे करें?

लिब्रे ऑफिस को अपडेट करने के लिए सर्वप्रथम आपको लिब्रे ऑफिस को ओपन करना है और उसके बाद आपको टूल्स वाले ऑप्शन पर चले जाना है। इसके बाद आपको ऑप्शन वाले विकल्प पर क्लिक करना है। 

अब आपको यहां पर ऑनलाइन अपडेट वाला ऑप्शन मिलेगा, इसके नीचे आपको चेक अपडेट वाला ऑप्शन मिलता है, जिस पर आप क्लिक कर सकते हैं और यह जान सकते हैं कि अपडेट अवेलेबल है या नहीं। अगर अपडेट अवेलेबल है तो आप अपडेट नाउ बटन पर क्लिक करके लिब्रे ऑफिस को अपडेट कर सकते हैं।

लिब्रे ऑफिस फाइल को माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस फॉर्मेट में सेव कैसे करें?

यदि आपने लिब्रे ऑफिस फाइल में कोई फाइल बनाई हुई है और आप उसे माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस फॉर्मेट में सेव करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको लिब्रे ऑफिस में फाइल बनाने के पश्चात सेटिंग वाले आइकन पर क्लिक करना है, उसके बाद ऑप्शन वाले आइकन पर क्लिक करना है। अब आपको लोड अथवा सेव वाले ऑप्शन पर क्लिक करके जनरल वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है।

अब आप यहां पर अपने टेक्स्ट डॉक्यूमेंट, स्प्रेडशीट या फिर प्रेजेंटेशन के लिए प्रेफरड फॉर्मेट का चुनाव कर सकते हैं। फॉर्मेट का चुनाव करने के बाद आपको अप्लाई बटन पर क्लिक करना है और उसके बाद ओके बटन पर क्लिक कर देना है। इस प्रकार से लिब्रे ऑफिस माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस फॉर्मेट में सेव हो जाती है।

लिब्रे ऑफिस में फ्री में क्या मिलता है?

लिब्रे ऑफिस में आपको वर्ड प्रोसेसर मिलता है, जिसे राइटर कहा जाता है। इसके अलावा इसमें आपको स्प्रेडशीट एडिटर मिलता है, जिसे Calc कहा जाता है। इसमें आपको एक प्रेजेंटेशन एप्लीकेशन भी मिल जाती है जिसे इंप्रेस कहा जाता है और एक ड्राइंग प्रोग्राम भी मिल जाता है जिसे ड्रॉ कहा जाता है। 

यह सभी चीजें आपको बिल्कुल फ्री में मिलती है। रुकिए रुकिए अभी फ्री वाली चीजें खत्म नहीं हुई है। आपको लिब्रे ऑफिस में एक डेटाबेस प्रोग्राम भी मिलता है, जिसे बेस कहा जाता है और मैथ फार्मूला एडिटर भी मिलता है, जिसे मैथ कहते हैं। इस प्रकार से यह सभी चीजें फ्री टूल का एक बढ़िया सेट है।

FAQs:

लिब्रे ऑफिस राइटर का चित्र कैसे देखें

आप इंटरनेट पर लिब्रे ऑफिस राइटर का चित्र सर्च करके देख सकते हैं।

लिब्रे ऑफिस का दूसरा नाम क्या है?

लिब्रे ऑफिस का दूसरा नाम ओपन सोर्स फ्री ऑफिस सूट है।

लिब्रे ऑफिस कितने प्रकार के होते हैं?

लिब्रे ऑफिस से प्रकार के होते हैं जिनके नाम LibreOffice राइटर, लिब्रे ऑफिस कैल्क , लिब्रे ऑफिस इंप्रेस , LibreOffice बेस , लिब्रे ऑफिस ड्रा, LibreOffice मैथ है।

लिब्रे ऑफिस के जनक कौन है?

द डॉक्यूमेंट फाउंडेशन ही लिब्रे ऑफिस का जनक है।

लिब्रे ऑफिस क्या होता है समझाइए?

लिब्रे ऑफिस एक ओपन सोर्स ऑफिससूट है।

यह भी पढ़े:

Hope की आपको लिब्रे ऑफिस क्या है?, का यह पोस्ट पसंद आया होगा तथा आपके लिए हेल्पफुल भी रहा होगा।

यदि इस पोस्ट से सम्बंधित आपके मन में कोई सुझाव या विचार है तो निचे कमेन्ट में बताये तःथा पोस्ट पसंद आने पर अपने दोस्तों के साथ साझा अवश्य करे।

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हेलो दोस्तों, मेरा नाम अंकुर सिंह है और में New Delhi से हूँ। मैंने B.Tech (Computer Science) से ग्रेजुएशन किया है। और में इस ब्लॉग पर टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर, मोबाइल और इंटरनेट से जुड़े लेख लिखता हूँ।

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