Loan Settlement Kaise Kare In Hindi! अगर आपने किसी बैंक या वित्तीय संस्था से लोन लिया है और आप अपने लोन का सेटलमेंट करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल में हम आपको लोन सेटेलमेंट कैसे करें? इस विषय पर पूरी जानकारी देने वाले हैं।
जब आप किसी लोन को चुकाने में सक्षम नहीं होते तो ऐसे में लोन सेटेलमेंट एक ऐसा कारगर तरीका होता है जिसमें बैंक और आपकी मंजूरी से आप किसी लोन को निपटा पाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं लोन सेटेलमेंट आपको कुछ समय के लिए तो राहत दे सकते हैं लेकिन अगर आप फ्यूचर में कभी लोन लेते हैं तो आपके लिए लोन settlement बड़ी समस्या साबित हो सकता है।
- शेयर मार्केट क्या है – What Is Share Market In Hindi
- म्यूच्यूअल फण्ड क्या है? – What Is Mutual Fund In Hindi
तो लोन सेटेलमेंट को बारीकी से समझने के लिए और इससे जुड़ी पूरी जानकारी के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें, आइए सबसे पहले जानते हैं।
अनुक्रम
लोन सेटेलमेंट क्या है? क्यों किया जाता है?
जब बैंक से लोन लेने वाला व्यक्ति, संस्था उसे चुकाने में असमर्थ होती हैं तो ऐसी स्थिति में बैंक के पास एक अंतिम विकल्प होता है लोन स्टेटमेंट जिसके माध्यम से वह लोन लेने वाली कंपनी या व्यक्ति के साथ एक समझौता करती हैं। इस समझौते के पीछे बैंक का मुख्य उद्देश्य लोन की बकाया राशि को प्राप्त करना होता है, ताकि दिए गए लोन पर अधिक नुकसान ना हो!
उदाहरण के लिए आपने बैंक से 1 लाख का लोन लिया है और 90 दिनों से आप उस लोन की कोई भी किस्त नहीं चुका पाते हैं तो ऐसी स्थिति में बैंक आपसे पैसा लेने की तमाम कोशिशें करता है, रिकवरी एजेंट की भी सहायता लेता है आपको कॉल कर करके परेशान करता है।
लेकिन इसके बावजूद भी वह पैसे आप चुकाने में असमर्थ हैं। तो बैंक आपको एक विकल्प देता है “सेटलमेंट का” जिसके तहत वह कहता है कि आप और हम एक समझौता करते हैं। जिसमें आप अधिक से अधिक लोन की बकाया राशि को चुकाने की कोशिश करें, जितना हम से हो सकता है हम इतनी कोशिश करेंगे।
अतः मान लीजिए आप 1 लाख लोन की जगह सिर्फ 50,000 ही चुकाने में असमर्थ हैं तो बैंक इस राशि को और बढ़ाने की कोशिश करेगा बैंक आपको 60 या 70 हजार चुकाने के लिए कह सकता है।
इस तरह जब अंत में आपके बीच एक समझौता हो जाता है तो उसे ही लोन सेटेलमेंट कहा जाता है। एक बार लोन सेटेलमेंट होने के बाद बैंक आपको कभी भी लोन की बकाया राशि चुकाने के लिए नहीं कहेगा क्योंकि आपके बीच एक एग्रीमेंट साइन हो जाता है। बैंक द्वारा लोन सेटेलमेंट कई तरह के लोन पर किया जाता है। जैसे गोल्ड लोन, पर्सनल लोन, बिजनेस लोन इत्यादि
तो संक्षेप में कहें तो पैसे ना होने की स्थिति में लोन चुकाने के लिए सेटलमेंट एक कारगर तरीका है।
Loan Settlement Kaise Kare?
लोन सेटेलमेंट की प्रक्रिया विभिन्न बैंक में अलग अलग होती है क्योंकि यह बैंक पर निर्भर करता है कि वह लोन लेने वाले व्यक्ति या संस्था से किस तरह लोन settlement करता है।
परंतु लोन सेटेलमेंट में एक बात निश्चित होती है कि बैंक लोन लेने वाले व्यक्ति से अधिक से अधिक पैसे वसूलने की कोशिश करता है ताकि उसे लोन देने पर हुआ नुकसान कम से कम हो।
हालांकि लोन settlement में लोन की रकम निश्चित नहीं होती। क्योंकि ग्राहक के पास पैसे ना होने की स्थिति में अपने नुकसान में कमी लाने के लिए बैंक ग्राहक से अधिक से अधिक रकम वसूलने की कोशिश करेगा।
लोन सेटेलमेंट के लिए ध्यान रखने योग्य बातें:-
जब भी आप लोन सेटेलमेंट करते हैं तो इससे आपको भविष्य में नुकसान ना हो उसके लिए ध्यान रखने योग्य बातें निम्नलिखित हैं।अगर आप किसी एप्लीकेशन या बैंक से लोन लेते हैं तो लोन सेटेलमेंट करवाने की स्थिति में एक एफिडेविट बनाए ” जिसमें इस बात की पुष्टि करें की इस लोन सेटेलमेंट के बाद बैंक आपकी किसी अन्य प्रॉपर्टी पर कब्जा नहीं करेंगे “
दूसरा वह आपकी सिविल Report नहीं करेगी, ताकि आपका सिविल स्कोर डाउन न हो! क्योंकि यह कंपनियां आपसे किसी भी हाल में अपने नुकसान की भरपाई के लिए लोन सेटेलमेंट करवाना चाहेंगी तो अगर आप एफिडेविट बनवाकर कंपनी से उपरोक्त मंजूरी ले लेते हैं ऐसे में लोन सेटेलमेंट होने पर आप भविष्य में इसके नुकसान से बच सकते हैं।
आज कई ऐसे mobile Apps आ चुकी हैं, जो आपको लोन प्रोवाइड करवाने के बाद लोन सेटेलमेंट का ऑफर देती हैं और आप लोन सेटेलमेंट कर लेते हैं तो आपकी सिविल स्कोर पर इसका नुकसान देखने को मिलता है। इसलिए बेहतर है कि आप लोन सेटेलमेंट के समय एक एफिडेविट बनवा कर इस बात की पुष्टि कर ले।
- इंटरनेट बैंकिंग क्या है – What Is Net Banking In Hindi
- IFSC कोड क्या है किसी भी Bank का IFSC Code कैसे निकाले
क्या लोन सेटेलमेंट के बाद लोन मिलेगा?
जी हां किसी वित्तीय संस्था या फिर बैंक से लोन लेने के बाद अगर आपने लोन सेटेलमेंट किया है तो भी आपको आगे फ्यूचर में लोन मिलेगा। बशर्तें आपका सिविल स्कोर अच्छा होना चाहिए क्योंकि अगर यह डाउन रहता है तो ऐसी स्थिति में कोई भी बैंक या वित्तीय संस्था आपको लोन देने में आसानी से मंजूर नहीं होगी।
ध्यान दें लोन सेटलमेंट के बाद जिस कंपनी से पहले आपने लोन सेटेलमेंट किया है उसी से लोन लेने में आपको दिक्कत हो सकती है।
सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए?
सिबिल स्कोर 3 अंकों से मिलकर बना होता है जो आपकी क्रेडिट समरी को दर्शाता है यह स्कोर जितना अधिक हो उतना फायदेमंद होता है। अगर आपका सिविल इसकोर 750 से कम है इसका मतलब है कि आपको लोन मिलने की संभावनाएं काफी कम है।
सिविल स्कोर अच्छा होने पर आप किसी बैंक या वित्तीय संस्था से लोन के लिए रिक्वेस्ट करते हैं तो आपकी एप्लीकेशन अप्रूव करने के काफी चांसेस होते हैं। अपने सिविल स्कोर को बेहतर करने के लिए आप यदि कभी भी लोन लेते हैं तो समय पर EMI चकाइएं और लोन सेटेलमेंट के कारण सिबिल स्कोर कम होने की स्थिति से बचें।
साथियों बहरहाल आज आपने इस आर्टिकल में जाना लोन सेटेलमेंट कैसे करें? हमें आशा है यह आर्टिकल आपको पसंद आए होगा, तो इसे शेयर भी कर दें।
यह भी पढ़े:
- बचत खाता (Saving Account) क्या है?
- चालू खाता (Current Account) क्या है?
- डीमैट अकाउंट क्या है और कैसे खोलें – What Is Demat Account In Hindi
- ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और कैसे खोलें – What Is Trading Account In Hindi
Hope की आपको Loan Settlement Kaise Kare In Hindi? का यह पोस्ट पसंद आया होगा, और हेल्पफ़ुल लगा होगा।
अगर आपके पास इस पोस्ट से रिलेटेड कोई सवाल है तो नीचे कमेंट करे. और अगर पोस्ट पसंद आया हो तो सोशल मीडिया पर शेयर भी कर दे.
Mujhe bank ne one tym settlement ka offer diya aur call k through bataya ki aap ese 3 bar me de sakte hai.. Kya yeh ho sakta hai
Ha ho sakta hai.