एक सम्पूर्ण कंप्यूटर बनाने के लिए कंप्यूटर के हर Part को बारीकी से जोड़ा जाता है इस प्रक्रिया को असेंबलिंग भी कहा जाता है। यूं तो कंप्यूटर सभी भाग बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं लेकिन इन सभी भागों में Microprocessor की गिनती टू पर होती है, इसे मॉडर्न डिजिटल टेक्नोलॉजी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। आज हम इस पेज पर माइक्रोप्रोसेसर की पूरी जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। पेज पर आपको जानने का मौका मिलेगा की “माइक्रोप्रोसेसर क्या है” और “माइक्रोप्रोसेसर कैसे काम करता है” तथा “माइक्रोप्रोसेसर की विशेषताएं क्या है।”
Microprocessor कंप्यूटर के लिए इतना खास है की बिना इसके कंप्यूटर अपने कुछ महत्वपूर्ण ऑपरेशन को शायद ही अंजाम दे सके। माइक्रोप्रोसेसर को आज के जमाने में दुनिया में गैजेट और डिवाइस का हृदय माना जाता है।
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माइक्रोप्रोसेसर क्या है? (What is Microprocessor in Hindi)
माइक्रोप्रोसेसर को आप एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस समझ सकते हैं जो कि सिलिकॉन चिप पर आधारित होता है। Microprocessor कंप्यूटर के अलावा दूसरे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में भी उपलब्ध होता है। यह लगातार इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में कैलकुलेशन करने का काम, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को कंट्रोल करने का काम करता है।
माइक्रोप्रोसेसर को आप एक इंटीग्रेटेड सर्किट भी समझ सकते हैं क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में ट्रांजिस्टर और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट एक ही चिप पर सेट होते हैं। माइक्रोप्रोसेसर के द्वारा ट्रांजिस्टर और गेट का नेटवर्क कैलकुलेशन करने के लिए और लगातार अलग-अलग काम को पूरा करने की कैपेसिटी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को प्रदान की जाती है
यहां पर हम आपको अवगत करवा देना चाहते हैं कि कंप्यूटर के दिमाग के तौर पर माइक्रोप्रोसेसर वर्क करता है। यही वजह है कि माइक्रोप्रोसेसर को सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट अथवा कंप्यूटर प्रोसेसर के नाम से भी जानते हैं। Microprocessor इनपुट डिवाइस के माध्यम से जब कोई डाटा या फिर इंस्ट्रक्शन दिया जाता है तो उसे ग्रहण करने का काम करता है।
इसके अलावा Logical Operation की प्रोसेसिंग करने का काम भी इसके द्वारा ही किया जाता है तथा कैलकुलेशन करने का काम और रिजल्ट को यूज़र तक पहुंचाने का काम भी माइक्रोप्रोसेसर की वजह से ही संभव हो पाता है।
अगर कभी कोई व्यक्ति आपसे सवाल पूछे कि कंप्यूटर का दिमाग किसे कहते हैं तो आप उसे जवाब के तौर पर माइक्रोप्रोसेसर ( Mind Of Computer ) बता सकते हैं।
माइक्रोप्रोसेसर की परिभाषा क्या है?
सामान्य तौर पर देखा जाए तो माइक्रोप्रोसेसर को Microchip के नाम से भी जानते हैं। यह एक ऐसा छोटा सा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जो कंप्यूटर तथा दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में संचालन के लिए डिवेलप किया गया होता है।
माइक्रोप्रोसेसर डेवलपमेंट का श्रेय इंटेल कंपनी को दिया जाता है। इनके द्वारा साल 1971 में 4 बिट माइक्रोप्रोसेसर 4004 को लॉन्च करने का काम किया गया था। सामान्य तौर पर इंटीग्रेटेड चिप अर्थात Silicon Chip में माइक्रोप्रोसेसर को इंस्टॉल किया जाता है। यह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मशीन लैंग्वेज का एनालिसिस करता है और अप्लाई हुए प्रोग्राम को चलाने की कैपेसिटी देता है।
माइक्रोप्रोसेसर का इतिहास (History of Microprocessor in Hindi)
माइक्रोप्रोसेसर की हिस्ट्री बहुत ही बड़ी है और इसका डेवलपमेंट भी एक साथ नहीं हुआ बल्कि लंबे समय के अंतराल में हुआ। साल 1971 में Intel कंपनी के द्वारा intel 4004 नाम का पहला माइक्रोप्रोसेसर बना करके तैयार किया गया। बता देना चाहते हैं कि इंटेल 4004, 4 Bit का माइक्रोप्रोसेसर था और मुख्य तौर पर गणित से संबंधित कैलकुलेशन को पूर्ण करने के लिए इसे डिवेलप किया गया था।
इंटेल कंपनी के द्वारा एक साल बाद ही अर्थात साल 1972 में Intel 8008 और साल 1974 में Intel 8080 को भी लॉन्च कर दिया गया है, जो कि 8 Bit वाले माइक्रोप्रोसेसर थे और जब इन्हें लांच किया गया।
तब धीरे-धीरे इनका इस्तेमाल कंप्यूटर में होने लगा और 1980 के आसपास तक तो बड़े पैमाने पर कंप्यूटर में इंटेल के द्वारा बनाए गए माइक्रोप्रोसेसर का इस्तेमाल किया जाने लगा क्योंकि यह माइक्रोप्रोसेसर बहुत ही तेजी से कैलकुलेशन करने की कैपेसिटी रखते थे।
इंटेल के द्वारा माइक्रोप्रोसेसर का निर्माण अभी खत्म नहीं हुआ था। इंटेल ने साल 1978 में एक और माइक्रोप्रोसेसर को लॉन्च कर दिया जिसका नाम इंटेल 8086 था। इसके पहले जो माइक्रोप्रोसेसर लांच हुए थे, उसकी तुलना में इंटेल 8086 माइक्रोप्रोसेसर 18 Bit का माइक्रोप्रोसेसर था।
इस माइक्रोप्रोसेसर ने पर्सनल कंप्यूटर के डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। इसके पश्चात जैसे-जैसे समय गुजरता गया, वैसे वैसे अलग-अलग कंपनी के द्वारा 32 Bit ओर 64 Bit के माइक्रोप्रोसेसर भी मार्केट में लांच किए गए।
अभी के समय में बहुत सारे इंडियन कंपनी के द्वारा भी माइक्रोप्रोसेसर बनाए जा रहे हैं और दुनिया की अन्य कंपनियों के द्वारा भी अलग-अलग क्वालिटी वाले माइक्रोप्रोसेसर का निर्माण किया जा रहा है।
माइक्रोप्रोसेसर कैसे काम करता है?
कंप्यूटर के साथ ही साथ अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में माइक्रोप्रोसेसर सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट अर्थात CPU के तौर पर काम करता है। माइक्रोप्रोसेसर को जो भी इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल प्राप्त होते हैं यह उसे ग्रहण करने का काम करता है और फिर प्राप्त हुए इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल का एनालिसिस करता है ताकि यूज़र को जरूरी रिजल्ट हासिल करने में सहायता प्राप्त हो सके।
बता देना चाहते हैं कि माइक्रोप्रोसेसर में बहुत सारे महत्वपूर्ण घटक जैसे कि अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट, कंट्रोल यूनिट, रजिस्टर, कैश मेमोरी इत्यादि उपलब्ध होती है। यह सभी घटक यूजर के द्वारा जो काम दिए जाते हैं उसे ऑपरेट करने में और सफलतापूर्वक उसे पूरा करने में सहायक साबित होते हैं।
माइक्रोप्रोसेसर का मुख्य काम
माइक्रोप्रोसेसर के द्वारा वैसे तो बहुत सारे काम किए जाते हैं परंतु मुख्य तौर पर यह कंप्यूटर तथा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में डाटा प्रोसेसिंग करने का काम करता है। माइक्रोप्रोसेसर के द्वारा कैलकुलेशन से संबंधित कामों को संचालित किया जाता है और उन्हें एग्जीक्यूट किया जाता है।
इसके अलावा इसके द्वारा जो Digital Signal प्राप्त होते हैं, उन्हें प्राइमरी कंपोनेंट में डिवाइड किया जाता है और फिर उस पर प्रोसेसिंग भी की जाती है।
माइक्रोप्रोसेसर का इस्तेमाल अलग-अलग डिवाइस जैसे कि कंप्यूटर, मोबाइल फोन, टेबलेट, स्मार्टफोन, नेटवर्किंग डिवाइस, गेम कंसोल, इंडस्ट्रियल कंट्रोल सिस्टम, ऑटोमेशन यूनिट, मेडिकल डिवाइस इत्यादि में होता है।
इन डिवाइस में माइक्रोप्रोसेसर के द्वारा Data Processing की जाती है। इसके अलावा कैलकुलेशन भी की जाती है साथ ही यही इनपुट और आउटपुट को भी संचालित करता है और यूजर के द्वारा जो Instruction दिए जाते हैं, उसका पालन करता है।
कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के बीच सामंजस्य बिठाने का काम भी माइक्रोप्रोसेसर ही करना होता है। इसके साथ ही साथ यह कंप्यूटर के साथ कनेक्ट हुए अलग-अलग डिवाइस को कंट्रोल करता है और अलग-अलग प्रोसेस को सीरीज के हिसाब से तय करने का काम करता है।
माइक्रोप्रोसेसर के घटक
कंट्रोल यूनिट, एएलयू, मेमोरी रजिस्टर इत्यादि माइक्रोप्रोसेसर के घटक हैं। आइए माइक्रोप्रोसेसर के घटक की जानकारी विस्तार से प्राप्त करते हैं।
कंट्रोल यूनिट
माइक्रोप्रोसेसर के महत्वपूर्ण घटक में कंट्रोल यूनिट की गिनती होती है। कंट्रोल यूनिट ही वह घटक है जो कंप्यूटर के साथ कनेक्टेड हार्डवेयर और कंप्यूटर के साथ जुड़े हुए सॉफ्टवेयर के बीच तालमेल बिठाने का काम करता है और यही वह महत्वपूर्ण घटक है जिसके द्वारा सभी महत्वपूर्ण काम पर नियंत्रण बना करके रखा जाता है।
बता दें कि प्रोफेसर के द्वारा जो काम किए जाने वाले होते हैं उन सभी कामों की एक लिस्ट कंट्रोल यूनिट में मौजूद होती है। किसी जगह पर अगर आपसे यह सवाल किया जाए कि कंप्यूटर का नर्व सिस्टम किसे कहते हैं, तो आप कंट्रोल यूनिट का नाम ले सकते हैं।
कंट्रोल यूनिट के द्वारा ही कंप्यूटर के सभी इनपुट डिवाइस के साथ ही साथ आउटपुट डिवाइस को कंट्रोल करने का काम किया जाता है। इसके अलावा यह अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट के द्वारा जो काम किए जाते हैं उसे भी मैनेज करता है साथ ही जो प्राइमरी मेमोरी होती है उससे डाटा हासिल करता है और फिर उसे टेंपरेरी तौर पर स्टोर करने का काम करता है।
इसके अलावा सॉफ्टवेयर को हार्डवेयर के साथ या फिर हार्डवेयर को सॉफ्टवेयर के साथ जोड़ने का काम कंट्रोल यूनिट जैसा घटक करता है। इसका काम यहीं पर खत्म नहीं होता है। कंट्रोल यूनिट इंस्ट्रक्शन को रीड कर लेता है और फिर उसे कंप्लीट करने के लिए परमिशन देता है।
एएलयू
एएलयू का पूरा मतलब अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट होता है, जिसे ऐयू और एलयू इस प्रकार से 2 भाग में डिवाइड किया गया है।
इसके अंतर्गत एयू वाले भाग में जोड़ना, घटाना, गुणा, भाग करना इत्यादि काम पूरे होते हैं, वही एलयू वाले भाग में लॉजिकल से संबंधित काम जैसे कि छोटा, बड़ा, इत्यादि होते हैं। इस प्रकार से अर्थ मैजिक लॉजिक यूनिट अंकगणित कैलकुलेशन के साथ ही साथ कंपैरिजन करने का काम करता है।
मेमोरी रजिस्टर
मेमोरी रजिस्टर को हिंदी भाषा में निर्देशांक पत्र कहा जाता है। यह इंस्ट्रक्शन रजिस्टर के तौर पर इस्तेमाल होते हैं। मेमोरी रजिस्टर में कंप्यूटर मशीन लैंग्वेज में दिए गए इंस्ट्रक्शन स्टोर होते हैं।
मेमोरी रजिस्टर का इस्तेमाल कंप्यूटर प्रोसेसर के द्वारा कैलकुलेशन करने के लिए किया जाता है। बता देना चाहते हैं कि मेमोरी रजिस्टर में इतनी कैपेसिटी होती है की यह डाटा को एक जगह से दूसरी जगह पर ट्रांसफर कर सके। डाटा को पढ़ने में और लिखने की प्रक्रिया में मेमोरी रजिस्टर बहुत ही सहायक साबित होते हैं।
माइक्रोप्रोसेसर की विशेषताएं
आइए नीचे आपको माइक्रोप्रोसेसर की विशेषताएं अर्थात माइक्रोप्रोसेसर की क्वालिटी की जानकारी प्रदान करते हैं।
काम की स्पीड
इसकी पहली और प्रमुख विशेषता यह है कि इसके काम करने की जो स्पीड है वह बहुत ही फास्ट है। अपनी फास्ट स्पीड की वजह से ही कंप्यूटर और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को इसके द्वारा बहुत ही कम टाइम में अलग-अलग काम को प्रोसेस करने की कैपेसिटी प्रदान की जाती है, जिसकी वजह से कंप्यूटर या फिर अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर किए जाने वाले काम जल्दी से पूरे हो जाते हैं।
बिजली की खपत कम
बिजली की खपत के मामले में माइक्रोप्रोसेसर बहुत ही अच्छा माना जाता है। यह कम इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल करता है और इसके बावजूद अच्छी तरह से अपना काम करता है। क्योंकि माइक्रोप्रोसेसर में कम इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल करने वाले टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया होता है। यही वजह है कि इसके द्वारा इलेक्ट्रिकल ऊर्जा का इस्तेमाल बहुत ही कम होता है।
प्रोसेसिंग कैपेसिटी
आज के आधुनिक जमाने में जितने भी इलेक्ट्रिकल डिवाइस या फिर कंप्यूटर बनाए जा रहे हैं, उन सभी में डिवाइस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के द्वारा हाई क्वालिटी के माइक्रोप्रोसेसर का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिनकी प्रोसेसिंग करने की स्पीड बहुत ही तगड़ी होती है। अपनी बेहतरीन प्रोसेसिंग स्पीड की वजह से ही आधुनिक माइक्रोप्रोसेसर बड़े से बड़े और मुश्किल से मुश्किल काम को बहुत ही आसानी से प्रोसेस कर पाते हैं।
इंटरनल रजिस्टर
माइक्रोप्रोसेसर बनाने वाली कंपनी के द्वारा इसमें इंटरनल रजिस्टर दिया जाता है। यह वही रजिस्टर होते हैं जो प्रोसेसिंग काम को मैनेज करने के लिए इस्तेमाल में लिए जाते हैं। इंटरनल रजिस्टर में डाटा और इंस्ट्रक्शन स्टोर होते हैं। इन्हीं डाटा और डिस्ट्रक्शन का इस्तेमाल अलग-अलग प्रकार के प्रोसेसिंग से संबंधित कामों को अंजाम देने के लिए किया जाता है।
एलयू (ALU)
अंकगणित और लॉजिकल ऑपरेशन को सही प्रकार से अंजाम देने के लिए माइक्रोप्रोसेसर में अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट दिया जाता है।
रजिस्टर
बता देना चाहते हैं कि माइक्रोप्रोसेसर में रजिस्टर भी अवेलेबल होते हैं। रजिस्टर के द्वारा इंटरनल मैसेज और इंटरनेट डाटा को स्टोर किया जाता है, जिसका इस्तेमाल लॉजिकल और अंकगणितीय ऑपरेशन के लिए होता है।
कैश मेमोरी
माइक्रोप्रोसेसर में कैस मेमोरी भी प्राप्त हो जाती है जो काफी तेज गति के साथ काम करने वाली मेमोरी होती है। कैश मेमोरी में ही प्रोसेसर के पास के जो डाटा और इंस्ट्रक्शन होते हैं, वह स्टोर किए जाते हैं।
इनपुट-आउटपुट पोर्ट
माइक्रोप्रोसेसर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के द्वारा इसमें इनपुट और आउटपुट पोर्ट भी उपलब्ध करवाया जाता है। यह इसलिए दिया जाता है ताकि अलग-अलग इनपुट तथा आउटपुट डिवाइस का संचालन सही प्रकार से किया जा सके। इनपुट आउटपुट पोर्ट के माध्यम से हम इनपुट और आउटपुट डिवाइस को कंप्यूटर के साथ कनेक्ट कर पाते हैं।
माइक्रोप्रोसेसर के प्रकार (Types of Microprocessor in Hindi)
काफी लोग समझते हैं कि माइक्रोप्रोसेसर का सिर्फ एक ही प्रकार होता है परंतु आप गलत है। माइक्रोप्रोसेसर के भी अलग-अलग प्रकार होते हैं। अगर आप माइक्रोप्रोसेसर के डिफरेंट टाइप्स के बारे में जानना चाहते हैं, तो आगे पढ़ें।
Intel x86
इंटेल कंपनी के द्वारा डेवलपमेंट किए गए इस माइक्रोप्रोसेसर का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है, साथ ही यह बहुत ही पॉपुलर माइक्रोप्रोसेसर है। देखा जाए तो अधिकतर इसका इस्तेमाल लैपटॉप, पर्सनल कंप्यूटर और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में किया जाता है। इसके अंतर्गत Intel 8086, 80286, 80386, 80486, Pentium, Core और अन्य कई वर्जन आते हैं।
ARM
उपरोक्त शब्द का पूरा मतलब एडवांस रिश्क मशीन होता है। एआरएम होल्डिंग कंपनी के द्वारा एडवांस रिस्क मशीन का निर्माण किया गया है। इसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर टेबलेट, मोबाइल डिवाइस, स्मार्टफोन, सेंसर, internet-of-things और दूसरे डिवाइस में होता है। कॉर्टेक्स सीरीज के जो मुख्य माइक्रोप्रोसेसर होते हैं, उसमें एडवांस रिस्क मशीन की गिनती होती है।
MIPS
एमआईपीएस का पूरा मतलब माइक्रोप्रोसेसर विदाउट इंटरलॉक पाइपलाइन स्टेज होता है। यह भी माइक्रोप्रोसेसर का एक बहुत ही प्रमुख प्रकार है, जिसका डेवलपमेंट करने का काम एमआईपीएस टेक्नोलॉजी नाम की कंपनी के द्वारा किया गया है। इंटरनेट राउटर, डिजिटल सेट टॉप बॉक्स, एंबेडेड सिस्टम और हाई क्वालिटी के जो कंप्यूटर होते हैं, उसका निर्माण करने में MIPS का इस्तेमाल किया जाता है।
PowerPC
पावर पीसी को रिड्यूस इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटिंग पर आधारित माइक्रोप्रोसेसर कहा जाता है। इसका निर्माण करने के पीछे आईबीएम, एप्पल और मोटरोला कंपनी जिम्मेदार है। इन तीनों ही कंपनियों के द्वारा मिलकर के पावरपीसी माइक्रोप्रोसेसर को बनाया गया है।
और आप यह बात अच्छी तरह से जानते हैं कि आईबीएम, एप्पल और मोटरोला कंपनी कितनी लोकप्रिय टेक्नोलॉजी कंपनी है। पहले के समय में मुख्य तौर पर एप्पल मैकिनटोश कंप्यूटर में इसका इस्तेमाल होता था परंतु आज के समय में पावरपीसी माइक्रोप्रोसेसर का इस्तेमाल अलग-अलग सरवर और अलग-अलग प्रकार के एंबेडेड सिस्टम में भी होता है।
माइक्रोप्रोसेसर का कोर
हम आपको बता देना चाहते हैं कि माइक्रोप्रोसेसर का जो कोर है वह एक टेक्निकल शब्द है, जो कंप्यूटर का जो प्रोसेसर होता है, उसकी कैपेसिटी को दर्शाने के लिए इस्तेमाल में लिया जाता है।
आज के समय में जो माइक्रोप्रोसेसर आ रहे हैं उनमें सामान्य तौर पर 1 से ज्यादा कोर अवेलेबल होते हैं। एक से ज्यादा कोर होने पर कंप्यूटर प्रोसेसर एक साथ अलग-अलग कामों को कर सकता है। Dual Core Processor, Quad Core Processor, Hexa Core Processor, Octa Core Processor, Deca Core Processor इत्यादि माइक्रोप्रोसेसर के प्रमुख कोर है।
Dual Core Processor
यह जो ड्यूल कोर प्रोसेसर होते हैं, इन्हें डबल कोर प्रोसेसर भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें टोटल 2 कोर प्रोसेसर का इस्तेमाल होता है। यही वजह है कि जिस कंप्यूटर में डबल कोर प्रोसेसर मौजूद होता है, वह कंप्यूटर सिंगल प्रोसेसर की तुलना में काफी अच्छे से और तेज गति के साथ काम करता है और सभी ऑपरेशन को फास्ट अंजाम देता है।
आपकी जानकारी के लिए बता देना चाहते हैं की dual-core प्रोसेसर में दो इंडिपेंडेंट प्रोसेसिंग यूनिट अवेलेबल होता है और हर प्रोसेसिंग यूनिट अर्थात कोर अपने काम को इंडिपेंडेंट रूप से ऑपरेट करता है, जिसकी वजह से ड्यूल कोर प्रोसेसर 2 वर्क को टाइम पूरा होने से पहले ही कंप्लीट करने की कैपेसिटी रखता है।
सामान्य तौर पर ड्यूल कोर प्रोसेसर कंप्यूटर, मोबाइल डिवाइस, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रोसेसर का इस्तेमाल गेमिंग, मल्टीमीडिया, वेब ब्राउजिंग और अन्य कामों के बेहतरीन प्रदर्शन के लिए किया जाता है।
Quad Core Processor
क्वॉड कोर प्रोसेसर डबल कोर प्रोसेसर की तुलना में और भी तेज और अच्छा काम करते हैं, क्योंकि इसमें 4 इंडिपेंडेंट यूनिट अर्थात कोर मौजूद होते हैं। इनके द्वारा सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट का जो इंस्ट्रक्शन होता है, उसे रीड किया जाता है और फिर उसे एग्जीक्यूट कर दिया जाता है।
हिंदी भाषा में क्वॉड कोर का मतलब 4 नेत्र होता है क्योंकि क्वॉड कोर प्रोसेसर 4 कम्युनिकेशन आई का ग्रुप होता है, जो इस प्रकार से कम्युनिकेशन करने की कैपेसिटी देता है कि क्वॉड कोर प्रोसेसर एक साथ एक से अधिक काम को कर सके, ताकि समय की बचत हो सके।
क्वॉड कोर प्रोसेसर को मल्टी कोर प्रोसेसर के नाम से भी पहचाना जाता है, क्योंकि इसमें बहुत सारे प्रोसेसर का ग्रुप होता है जो एक ही चीज पर इंटीग्रेटेड होते हैं। कंप्यूटर के प्रोसेसिंग की स्पीड को और कंप्यूटर की परफॉर्मेंस में सुधार लाने के लिए इन प्रोसेसर का इस्तेमाल होता है। क्वॉड कोर प्रोसेसर का इस्तेमाल वर्क स्टेशन, सरवर, गेमिंग डिवाइस इत्यादि में होता है।
Hexa Core Processor
इसमें कोर की संख्या 6 होती है और बता दें कि हेक्सा कोर प्रोसेसर को ही मल्टी कोर प्रोसेसर कहा जाता है। डबल कोर प्रोसेसर और क्वाड कोर प्रोसेसर से हेक्सा कोर प्रोसेसर की तुलना की जाए तो यह बहुत ही तगड़ा होता है और अपनी बेहतरीन कैपेसिटी की वजह से यह जल्दी से काम को पूरा करता है।
इस वाले प्रोसेसर की गिनती कंप्यूटर के मेन प्रोसेसिंग यूनिट में होती है। अगर आप हेक्सा कोर प्रोसेसर वाले कंप्यूटर पर या फिर लैपटॉप पर एक साथ 6 अलग-अलग प्रकार के कामों को करते हैं तो यह आसानी से कामों को पूरा कर लेता है।
हेक्सा कोर प्रोसेसर का इस्तेमाल अलग-अलग उपयोग के लिए जैसे कि मल्टीटास्किंग, ग्राफिक प्रोसेसिंग, वीडियो गेमिंग, वेब डेवलपमेंट और वर्क स्टेशन एप्लीकेशन के लिए होता है।
Octa Core Processor
ऑक्टा कोर प्रोसेसर, हेक्सा कोर प्रोसेसर की तुलना में और भी पावरफुल और फास्ट काम करता है, क्योंकि इसमें मौजूद कोर की संख्या 8 होती है। ऑक्टा कोर प्रोसेसर में जो 8 प्रोसेसर होते हैं यह सभी इंडिपेंडेंट होते हैं।
ऑक्टा कोर प्रोसेसर का इस्तेमाल अलग-अलग उपकरण और सिस्टम में होता है, जैसे कि स्मार्टफोन, टेबलेट, कंप्यूटर, गेमिंग कंसोल, सर्वर, और इसके अलावा दूसरे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में भी इसका इस्तेमाल होता है।
Deca Core Processor
मोस्ट पावरफुल प्रोसेसर में डेका कोर प्रोसेसर को माना जाता है। इसकी प्रमुख वजह है कि डेका कोर प्रोसेसर में 10 सीपीयू कोर अवेलेबल होते हैं जिसके कारण डेका कोर प्रोसेसर इंस्ट्रक्शन को बहुत ही फास्टली रीड कर सकता है और उस पर आगे काम कर सकता है।
माइक्रोप्रोसेसर का कार्य सिद्धांत
चलिए अब नीचे माइक्रोप्रोसेसर का कार्य सिद्धांत अर्थात माइक्रोप्रोसेसर वर्किंग प्रिंसिपल की जानकारी प्राप्त करते हैं।
Fetch
किसी भी इनपुट डिवाइस से जब माइक्रोप्रोसेसर को कोई इंस्ट्रक्शन प्राप्त होता है तो वह इंस्ट्रक्शन सर्वप्रथम जाकर के मेमोरी यूनिट में स्टोर हो जाता है। इस प्रकार से यह जो प्रक्रिया होती है इसे फेचिंग प्रोसेस कहा जाता है।
वर्तमान के समय में जो एडवांस जनरेशन के माइक्रोप्रोसेसर है उसमें एक कैचे मेमोरी होती है जिसमें इंस्ट्रक्शन पहले से ही संग्रहित रहते हैं। इसकी वजह से टाइम की काफी बचत होती है और प्रोसेसर की जो प्रोसेसिंग स्पीड होती है, वह और भी फास्ट होती है।
Decode
मेमोरी यूनिट में जो भी इंस्ट्रक्शन संग्रहित होते हैं, उसे कंट्रोल यूनिट के द्वारा रीड किया जाता है और उसे समझा जाता है अर्थात उसका एनालिसिस किया जाता है और फिर इस प्रक्रिया को पूरा करने के पश्चात सभी इंस्ट्रक्शन को अर्थमैटिक और लॉजिकल में बांट दिया जाता है।
इसके पश्चात कंट्रोल यूनिट के द्वारा जो इंस्ट्रक्शन दिया गया है उसी के आधार पर अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट काम करता है। इस प्रकार से इस प्रोसेस को आप Decode Operation की प्रोसेस समझ सकते हैं।
Execution
उपरोक्त दोनों प्रक्रिया से होते हुए अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट में इंस्ट्रक्शन चला जाता है और फिर इंस्ट्रक्शन के आधार पर ही अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट काम को परफॉर्म करता है और फिर संबंधित रिजल्ट को मेमोरी यूनिट में सेंड करता है, जहां पर रिजल्ट जाकर के संग्रहित होते हैं।
Write Back
उपरोक्त तीनों प्रक्रिया हो जाने के पश्चात कंट्रोल यूनिट आउटपुट इंस्ट्रक्शन की सहायता से मेमोरी यूनिट में मौजूद रिजल्ट को दिखाने का काम डिवाइस की स्क्रीन पर करता है। यह प्रक्रिया राइट बैक प्रक्रिया कहलाती है।
कंप्यूटर में माइक्रोप्रोसेसर कहां होता है?
सभी कंप्यूटर, लैपटॉप, डेस्कटॉप यहां तक कि आपके स्मार्टफोन में भी माइक्रोप्रोसेसर मौजूद होता है। कंप्यूटर की बात की जाए तो कंप्यूटर में माइक्रोप्रोसेसर कंप्यूटर के मदरबोर्ड पर इंस्टॉल किया गया होता है अर्थात कंप्यूटर में माइक्रोप्रोसेसर कंप्यूटर के मदरबोर्ड पर सेट होता है, जिसका आकार बहुत ही छोटा होता है और यह एक माइक्रोचिप के तौर पर कंप्यूटर के मदरबोर्ड पर अटैच होता है।
माइक्रोप्रोसेसर कौन सी कंपनी बनाती है?
माइक्रोप्रोसेसर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी तो बहुत सारी है परंतु टॉप माइक्रोप्रोसेसर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के नाम निम्नानुसार है, क्योंकि इनके द्वारा अच्छी क्वालिटी के माइक्रोप्रोसेसर बनाए जाते हैं, जो लंबे समय तक चलते हैं और जल्दी खराब भी नहीं होते है।
- Intel
- ADM
- Qualcomm
- NVIDA
- IBM
- Samsung
- Hewlett Packard (HP)
- Motorola
इसके अलावा भी अन्य बहुत सारी कंपनियां है, जिनके द्वारा प्रोसेसर अर्थात माइक्रोप्रोसेसर का निर्माण किया जाता है। उपरोक्त लिस्ट में से इंटेल और एएमडी कंपनी के द्वारा बनाए गए माइक्रोप्रोसेसर की डिमांड मार्केट में काफी ज्यादा होती है।
क्योंकि इन कंपनियों के द्वारा अच्छी क्वालिटी के प्रोसेसर बनाए जाते हैं और लगातार माइक्रोप्रोसेसर पर रिसर्च भी की जाती है। इसके अलावा इन कंपनी के द्वारा बनाए गए माइक्रोप्रोसेसर आसानी से लोगों को प्राप्त भी हो जाते हैं।
माइक्रोप्रोसेसर की क्लॉक स्पीड क्या है?
क्लॉक स्पीड की व्याख्या की जाए तो इसका मतलब यह होता है कि माइक्रोप्रोसेसर को किसी इंस्ट्रक्शन को तैयार करने में कितना टाइम लगता है। माइक्रोप्रोसेसर को किसी एक इंस्ट्रक्शन को तैयार करने में जो समय लगता है उसे ही क्लॉक स्पीड कहा जाता है, जिसे नापने के लिए गीगाहर्ट्ज नाम की मापक इकाई का इस्तेमाल होता है।
जिस माइक्रोप्रोसेसर की क्लॉक स्पीड जितनी अधिक होती है, उसे उतना ही बेहतरीन माइक्रोप्रोसेसर माना जाता है, क्योंकि अधिक क्लॉक स्पीड वाला माइक्रोप्रोसेसर जल्दी से इंस्ट्रक्शन बना लेता है और इसकी वजह से जल्दी से इनपुट प्राप्त होता है और यह सभी काम होने से सिस्टम की परफारमेंस भी तेज होती है।
माइक्रोप्रोसेसर की जनरेशन क्या है?
माइक्रोप्रोसेसर की जनरेशन को माइक्रोप्रोसेसर की पीढ़ी कहा जाता है। हर माइक्रोप्रोसेसर की जनरेशन में पहले की जनरेशन के मुकाबले में अन्य सुविधाएं होती है। जैसे कि इंटेल के द्वारा हर साल नई सुविधाओं को डालकर के माइक्रोप्रोसेसर को अपग्रेड किया जाता है। नीचे आपको इंटेल के अभी तक आ चुके माइक्रोप्रोसेसर की जनरेशन की लिस्ट दी जा रही है।
- Intel i3 1st generation
- Intel i3 2nd generation
- Intel i3 3rd generation
- Intel i3 4th generation
- Intel i3 5th generation
- Intel i3 6th generation
- Intel i3 7th generation
- Intel i5 1st generation
माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग
मदर बोर्ड पर माइक्रोचिप के तौर पर माइक्रोप्रोसेसर मौजूद होता है। माइक्रोप्रोसेसर का इस्तेमाल लैपटॉप, कंप्यूटर, मोबाइल और दूसरे तमाम प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में होता है।
अंकगणित तथा लॉजिकल कामों को पूरा करने के लिए माइक्रोप्रोसेसर को डिजाइन किया गया है। हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर में जो कम्युनिकेशन होता है उसे कंट्रोल करने के लिए माइक्रोप्रोसेसर बहुत ही काम का साबित होता है।
FAQs
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को ही सामान्य तौर पर माइक्रोप्रोसेसर कहा जाता है, जिसे किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अथवा कंप्यूटर का दिमाग कहते हैं।
माइक्रोप्रोसेसर के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिनमें से प्रमुख प्रकारों की चर्चा आर्टिकल में की गई है।
माइक्रोप्रोसेसर का दूसरा नाम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट, प्रोसेसर और माइक्रोचिप है।
माइक्रोप्रोसेसर चौथी पीढ़ी अर्थात फोर्थ जनरेशन का कंप्यूटर है।
Hope की आपको माइक्रोप्रोसेसर क्या है? का यह पोस्ट पसंद आया होगा और आपके लिए हेल्पफुल भी रहा होगा।
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