दोस्तों अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपने सर्वर का नाम तो कहीं ना कहीं जरूर सुना होगा जैसे आज सर्वर सही से काम नहीं कर रहा, सर्वर डाउन है! पर क्या आप को यह बात पता है कि सर्वर क्या होता है?
या फिर इंटरनेट में सर्वर का क्या रोल होता है ये किस लिए इस्तेमाल किया जाता है? वैसे सर्वर का नाम तो सभी सुनते हैं लेकिन बहुत ही कम लोगों को पता है कि असल में सर्वर क्या होता है?
अगर आपको भी सर्वर के बारे में कोई जानकारी नहीं है तो परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको विस्तारपूर्वक बताएंगे कि सर्वर क्या है और इसके प्रकार (Server Meaning in Hindi) जिससे इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको सर्वर के बारे में छोटी से छोटी हर जानकारी मिल जाएगी।
Server Meaning in Hindi
आसान शब्दों में कहूं तो, सर्वर वो कंप्यूटर प्रोग्राम या डिवाइस है जो दूसरे कंप्यूटर या फिर client के डिवाइस को अपनी सेवा प्रदान करता है।
दूसरे शब्दों में आप यह समझ सकते हैं कि सर्वर किसी नेटवर्क का वो कंप्यूटर होता है जो दूसरे कंप्यूटर्स को जिसे client कहते हैं उन्हें सर्विस देता है।
सर्वर एक नेटवर्क का lifeblood माना जाता है क्योंकि ये नेटवर्क के यूजर को वो सारी सुविधाएं देते हैं जो उन्हें चाहिए जैसे e-mail, Web services, databases, file storage !
सर्वर क्या है (What is Server in Hindi)
जैसा कि आपको पता है कि इंटरनेट बहुत बड़ा होता है और अनेकों राउटर्स से मिलकर बना होता है। लेकिन जब आप इंटरनेट पर कोई एक सवाल पूछते हैं तो आपको सिर्फ उसी सवाल का जवाब मिलता है!
जैसे अभी आपने google में पूछा – सर्वर क्या होता है ?
तो इंटरनेट में इतनी सारी जानकारी मौजूद होने के बाद भी आपको केवल वही जवाब दिया गया जो आपने पूछा था!
गूगल ने अलग-अलग वेबसाइट के सर्वर से जानकारी लेने के बाद आप को ये जानकारी दी है।
और ये चीज हमेशा ही होती है, जब भी आप गूगल या फिर यूट्यूब में कुछ सर्च करते हैं तो आपको केवल उसी चीज का रिजल्ट देखने को मिलता है जो आपने सर्च किया था।
क्योंकि इंटरनेट में सर्वर काम करता है जो लोगों को वही सेवा प्रदान करता है जो वो चाहते हैं।
एक तरह से आप यह मान सकते हैं कि इंटरनेट में कोई एक फिजिकल कंप्यूटर है जिससे आप जो पूछेंगे वो आप को वही जवाब देगा। तो यहां पर जो फिजिकल कंप्यूटर है वो आपका सर्वर है और आप उनसे सवाल पूछ रहे हैं इसीलिए आप उनके client है।
कहने का मतलब यह है कि client, server computer से जो कुछ पूछेगा या फिर करने को कहेगा server वही काम करेगा।
लेकिन server कई अलग अलग तरीके के होते हैं इसीलिए इसे अलग अलग तरह से परिभाषित किया जाता है। लेकिन मुख्य रूप से सर्वर का काम अपने क्लाइंट को सेवा प्रदान करना ही होता है।
Source: (Wikipedia)
सर्वर के उदाहरण क्या क्या हैं?
सर्वर वह सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर होते हैं जो दूसरे सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर को अपनी सर्विस देते हैं! सर्वर के examples हैं –
Web server
वह सर्वर जो client के रिक्वेस्ट पर अपनी सर्विस देता है उसे वेब सर्वर कहते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंटरनेट जो है वह वेब सर्वर पर ही काम करता है इसीलिए जब भी हम इसमें कुछ सर्च करते हैं तो वेब सर्वर के द्वारा वो जानकारी हमें आसानी से मिल जाती है।
Application Server
वह सर्वर जो मोबाइल के एप्लीकेशन को अपनी सर्विस देते हैं उसे एप्लीकेशन सर्वर कहा जाता है। Example – जब आप अपने मोबाइल में weather App को ओपन करते हैं तो आपको weather के बारे में जो भी जानकारी मिलती है वो आपको सर्वर में मौजूद weather data से मिलती है।
Communication server
ऐसा सर्वर जो client के voice कोई दूसरे नेटवर्क या फिर डिवाइस तक पहुंचाता है उसे कम्युनिकेशन सर्वर कहते हैं। टेलीकम्युनिकेशन कंपनी द्वारा दिए जाने वाले 4G network और wifi इसी सर्वर के अंदर काम करते हैं।
Name server
वो सर्वर जो इंटरनेट में मौजूद किसी एड्रेस की देखरेख करता है चाहे वेबसाइट का domain हो या फिर वेबसाइट का IP address तो उसे Name server कहते हैं।
Directory server
वो सर्वर जो एक नेटवर्क में मौजूद resources की देखरेख करता है वो डायरेक्टरी सर्वर कहलाता है क्योंकि ये users, groups और devices के ऊपर अपनी नजर रखता है।
API
वह सर्वर जो API यानी कि Application Programming Interface ऑफर करके दूसरे सॉफ्टवेयर के function को ऑपरेट करता है वो इस कैटेगरी में आता है।
Database server
Database server वो सर्वर होता है जो अपने client को database का access देता है।
File server
जबकि ये सर्वर अपने client को files का access देता है।
Game server
Game server वो सर्वर होता है जो games और games से जुड़ा सर्विस देता हैं। जैसे ऑनलाइन लूडो खेलने पर आप का opponent कौन होगा ? ये game server ही तय करता है।
Media server
वो सर्वर जो इंटरनेट पर वीडियो या फिर ऑडियो को स्ट्रीम करते है उसे मीडिया सर्वर कहते है।
Proxy server
वो सर्वर जो client और दूसरे सर्वर के बीच में intermideatary का काम करते है, उसे proxy server कहते है। proxy server ज्यादातर सिक्योरिटी, मॉनिटरिंग का ही काम ज्यादा करता है।
System server
System एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जिसे लोग अपने आप नहीं चला सकते हैं और ना ही automate या फिर कैलकुलेट कर सकते हैं। इस तरह के सर्वर छोटे छोटे माइक्रो सर्वर के ऊपर काम करते हैं।
सर्वर को सर्वर क्यों कहते हैं ?
बहुत से लोगों के मन में यह सवाल आता है कि सर्वर को आखिर सर्वर ही क्यों कहा जाता है ? अगर आप भी कुछ ऐसा ही सोचते हैं तो मैं आपको बता दूं कि सर्वर को सर्वर इसीलिए कहा जाता है क्योंकि सर्वर दूसरे कंप्यूटर, डिवाइस या फिर प्रोग्राम (जिसे client भी कहते हैं!) उन्हें अपनी सर्विस देता है।
सर्वर की क्या आवश्यकता होती है?
किसी भी नेटवर्क में सर्वर बहुत बड़ा रोल प्ले करता है अलग-अलग तरह के सर्वर अलग-अलग चीजों को कंट्रोल करता है और कभी-कभी एक बिजनेस को चलाने भी कई अलग-अलग तरह से सर्वर को एक साथ इस्तेमाल किया जाता है।
पर अगर आप फिर भी यह सोच रहे हैं कि सर्वर की क्या जरूरत होती है तो नीचे दी गई जानकारी को पढ़ने के बाद आपको आपके सवाल का जवाब मिल जाएगा –
1. User को manage करने में सुविधा
सर्वर के द्वारा आप नेटवर्क में मौजूद यूजर को आसानी से मैनेज कर सकते हैं। किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम के सर्वर को अगर आप देखें तो वो अपने यूजर को अकाउंट बनाने की सुविधा देते हैं जिससे कि वे नेटवर्क में मौजूद डाटा का इस्तेमाल कर सकें।
सर्वर का इस्तेमाल करके आप अलग-अलग लोगों को उनका काम एक ही बार में उन्हें दे सकते हैं इसके लिए आपको अलग से किसी एडमिनिस्ट्रेशन को रखने की जरूरत नहीं होगी। यही कारण है कि जो लोग बड़ा बिजनेस चलाते हैं उन्हें सर्वर रखना ही पड़ता है।
2. File transfer में सुविधा
कंपनी को या फिर बिजनेस को सर्वर की आवश्यकता इसलिए भी पड़ती है क्योंकि एक बिजनेस में कई बार डाटा का आदान प्रदान करना पड़ता है और सर्वर के द्वारा ही फाइल ट्रांसफर आसानी से हो जाता है इसीलिए इसकी जरूरत पड़ती है।
3. Storage की सुविधा
बहुत से data ऐसे होते हैं जो कंपनी को अपने पास बहुत संभाल कर रखने पड़ते हैं और जैसा कि आपको पता है सर्वर स्टोरेज की भी सुविधा देता है इसीलिए आप अपने डाटा को सुरक्षित store करने के लिए उसे सर्वर में रख सकते हैं। इसके अलावा सर्वर में एक साथ बहुत सारा डाटा स्टोर किया जा सकता है इसीलिए इसकी जरूरत पड़ती है।
4. Network security
Server के द्वारा हमें Network security भी मिलती है। जब आप किसी वेबसाइट पर या फिर किसी एप्लीकेशन पर कोई अकाउंट बनाते हैं तो आपका जो भी डाटा होता है वो उस वेबसाइट या फिर एप्लीकेशन के file server में save हो जाता है जिसे दूसरे लोग access नहीं कर पाते हैं।
5. एक अच्छा Backup System
सर्वर का इस्तेमाल होने से ना सिर्फ आपका काम सही से होता है बल्कि आपके जो भी डाटा होते हैं वो भी हमेशा के लिए safe रहते हैं। तो बड़े-बड़े वर्क स्टेशन को data loss से बचने के लिए और और अपने डाटा का backup लेने के लिए भी सर्वर की जरूरत होती है।
6. Powerful Application को run करने के लिए
ऐसे एप्लीकेशन जिसमें database बहुत ज्यादा होता है जैसे Gmail, WhatsApp, Facebook, उन्हें चलाने के लिए server की जरूरत होती हैं ताकि एक तो उनका डाटा स्टोर रहे और दूसरा उनका डाटा चोरी ना हो। ऐसी कंपनी या फिर ऐसे बिजनेस जो अपने डेटा के ऊपर पूरा का पूरा कंट्रोल चाहते हैं वो अपने एप्लीकेशन को अपने ही सर्वर पर होस्ट कर देते हैं।
7. 24/7 service
अगर आपने कभी ध्यान दिया हो तो आपको यह बात पता होगी कि चाहे आप गूगल पर कभी भी कुछ सर्च करें आपको उसी समय जवाब मिलता है चाहे फिर रात के 3:00 ही क्यों न हो रहे हो, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सर्वर अपने क्लाइंट को 24/7 service देता है जहां फिजिकल डिवाइस एक टाइम के लिए खराब होगी जाए लेकिन सर्वर कभी खराब नहीं होता।
Example – जब आप कंप्यूटर में काम करते हैं तो power supply अचानक बदले जाने से आपका डाटा डिलीट हो जाता है लेकिन सर्वर में अगर पावर सप्लाई अचानक बंद भी हो जाए तो भी डाटा लॉस नहीं होता है।
सर्वर कैसे काम करता है?
जैसा कि हमने आपको बताया कि ब्राउज़र में कुछ भी सर्च करने पर सर्वर नेटवर्क में मौजूद इंफॉर्मेशन को हम तक पहुंचाता है तो ये चीज एक बार में नहीं होता बल्कि इसमें कुछ steps फॉलो किए जाते हैं –
Step. 1 जब आप वेब ब्राउज़र में कुछ सर्च करते हैं तो वेब ब्राउज़र सबसे पहले आप का request collect करके उस रिक्वेस्ट से जुड़े IP address या फिर Domain name को cache और DNS के मदद से अलग-अलग सर्वर में ढूंढता है।
Step. 2 IP address या Domain name मिल जाने के बाद वेब ब्राउज़र आप का requested url web server से डिमांड करता हैं।
Step. 3 जिसके बाद सर्वर आपके रिक्वेस्ट पर respond करता है और आप को वह रिजल्ट दिखाता है जो आप को चाहिए। अगर आपने कभी गलत सवाल डाला होता है या फिर जो चीज आप सर्च कर रहे होते हैं वो अगर इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं होता है तो आप को page do not exist लिखकर दिखा दिया जाता है।
Example – Net surfing करते हुए आप ने कभी ना कभी तो Error 404 लिखा हुआ देखा ही होगा। असल में ये मैसेज सर्वर आपको भेजता है जब आपके द्वारा सर्च किया हुआ वेब पेज इंटरनेट पर मौजूद नहीं होता है।
इसके अलावा आप ने Error 401 भी लिखा हुआ देखा होगा! ये मैसेज सर्वर तब आपको भेजता है जब आप कुछ गलत spelling या फिर sentence search करते हैं।
Step.4 इतना हो जाने के बाद आपके सामने वेब पेज दिखा दिया जाता है या फिर Error रहने पर वो मैसेज भी आपको display कर दिया जाता है।
सर्वर के काम करने के तरीके को अगर आप और बेहतर तरीके से जानना चाहते हैं तो आप नीचे दिए गए एग्जांपल को ध्यान से पढ़ें –
मान लीजिए आपने यूट्यूब पर Motivational video लिखकर सर्च किया है।
तो आपसे जो सर्च किया है वो एक रिक्वेस्ट है जिसे इंटरनेट अपने सर्वर द्वारा यूट्यूब के सर्वर तक ले जाता है।
जिसके बाद यूट्यूब सर्वर का काम अपने स्टोरेज में मौजूद डाटा में Motivational video खोजना होता है और उसे अपने यूजर्स को भेजना होता है। इतना होने के बाद ही आपके स्क्रीन पर सारी Motivational video आ जाती है जिसे आप आसानी से देख सकते हैं।
सर्वर सिर्फ youtube पर ही नहीं बल्कि Facebook, Instagram, google हर जगह पर ऐसे ही काम करता है।
सर्वर के प्रकार (Types of Server in Hindi)
इतना पढ़ने के बाद, तो आप जान ही गए होंगे कि सर्वर कई अलग अलग तरह के होते है क्योंकि ये अलग अलग तरह से काम करते हैं!
आपको यह बात जानकर बेहद हैरानी होगी कि हमारे कंप्यूटर में जो CPU होता है वो भी एक तरह का server होता है क्योंकि कंप्यूटर का सारा इंफॉर्मेशन इसी में स्टोर रहता है यही कारण भी हैं कि CPU को local server कहते हैं।
1. Web server
Web server, उस सर्वर को कहते हैं जिस पर आप अभी इस आर्टिकल को पढ़ रहे हैं। कहने का मतलब ये है कि वो सर्वर जिसमें इंटरनेट पर मौजूद वेब पेज और वेबसाइट का सारा डाटा स्टोर होता है उसे वेब सर्वर कहते हैं।
दूसरे शब्दों में वेब सर्वर को hosting भी कहा जाता है अगर आप एक ब्लॉगर है या फिर कोई वेबसाइट है तो आपने hosting का नाम पहले जरूर सुना होगा।
वेब सर्वर में जवाब कोई रिक्वेस्ट करते हैं तो वेब सर्वर HTTP (Hypertext Transfer Protocol ) का इस्तेमाल करके आपको आप की मनचाही जानकारी देता है। Microsoft IIS, Apache, Nginx सबसे पॉपुलर web server हैं।
2. Database server
ये एक खास तरह का सर्वर होता है जो अलग-अलग server के साथ मिलकर काम करता है। इस तरह के सर्वर में अलग-अलग सर्वर का डाटा स्टोर रहता है।
आसान भाषा में आप ये समझ सकते हैं कि Database server का काम डाटा को स्टोर और मैनेज करना होता है। SQL जिसे “Structured Query Language” कहते हैं वो भी एक तरह का
Database server हैं। MySQL, MariaDB, Microsoft SQL, Oracle Database सबसे पॉपुलर डेटाबेस सर्वर में गिने जाते हैं।
3. eMail Server
ईमेल सर्विस मुख्य रूप से Simple Mail Transfer Protocol या यूं कहे कि SMTP पर काम करता है। ई-मेल सर्वर के द्वारा ही ईमेल एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में भेजे जाते हैं।
क्योंकि इस सर्वर में मुख्य रूप से ईमेल भेजें और रिसीव किए जाते हैं इसीलिए इस सर्वर को eMail Server कहते हैं। इस सर्वर में ईमेल का सारा का सारा डाटा मौजूद रहता है।
4. Web Proxy Server
Web Proxy Server, एक साथ कई अलग-अलग protocol पर काम कर सकते हैं। लेकिन सभी में एक चीज कॉमन होती है!
ये सारे प्रोटोकॉल पहले यूजर के रिक्वेस्ट को लेते हैं फिर उसे फिल्टर कहते हैं और उसके बाद यूजर के रिक्वेस्ट पर एक्शन लेते हैं। यह सर्वर इंटरनेट और यूजर के बीच एक मीडिएटर का काम करता है।
कहने का मतलब यह है कि Web Proxy Server पहले यूजर के रिक्वेस्ट को लेता है और फिर उस रिक्वेस्ट को इंटरनेट तक ले जाता है और उसके बाद इंटरनेट पर उसे जो डाटा मिलता है वो उस डाटा को यूज अब तक पहुंचा देता है।
Web Proxy Server के पास अपना खुद का एक आईपी एड्रेस होता है जिसका इस्तेमाल करके वो काम करता है। वेब ब्राउज़र के सिक्योरिटी के लिए उसमें Web Proxy Server को यूज किया जाता है।
5. DNS Server
DNS Server का पूरा नाम Domain Name Service Server है। इस सर्वर का इस्तेमाल डोमेन नेम को उससे रिलेटेड आईपी एड्रेस में बदलने के लिए किया जाता है।
जब आप अपने ब्राउज़र पर कोई डोमेन नेम लिखकर enter बटन को प्रेस करते हैं तो आपके सामने उस डोमेन नेम से रिलेटेड पेज खुल जाता है।
लेकिन जैसा कि आपको पता है कि सर्वर में सारी जानकारी आईपी एड्रेस में मौजूद होती है इसीलिए इस सर्वर का इस्तेमाल ब्राउज़र में पूछे जाने वाले डोमेन नेम को आईपी एड्रेस में कन्वर्ट करने के लिए किया जाता है।
DNS Server के वजह से ही हम बिना किसी वेबसाइट या फिर ब्लॉक के आईपी ऐड्रेस को याद किए बिना सिर्फ उसका नाम लिख कर उस तक पहुंच सकते हैं।
6. FTP Server
FTP Server को File Transfer Protocol भी कहते हैं इस सर्वर का काम एक्यूजर से दूसरे यूज़र तक फाइल ट्रांसफर करना होता है। ये सबसे पुरानी सर्वर मानी जाती है।
7. File server
File server, FTP Server से अलग होता है यह एक मॉडर्न धरा का सर्वर होता है जिसके द्वारा यूजर अपने कंप्यूटर में मौजूद फाइल्स और folders को आसानी से देख सकते हैं।
इस सर्वर का सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि इसके द्वारा डिवाइस में आसानी से फाइल को डाउनलोड और शेयर किया जा सकता है। file-saver मुख्य रूप से बड़ी-बड़ी कॉरपोरेट ऑफिस में देखने को मिलता है।
8. DHCP Server
DHCP Server, वो सर्वर होता है जो अपने client के कंप्यूटर के नेटवर्क सेटिंग को Dynamic Host Communication Protocol (DHCP) से manage करता है।
एक बड़े नेटवर्क में client कंप्यूटरों के लिए static IP address और अन्य नेटवर्क सेटिंग्स को mannualy manage करने के जगह ये सर्वर flexible तरीके से network setting को मैनेज करता हैं।
9. Chat server
जैसा कि आप नाम से ही समझ सकते हैं कि ये वो सर्वर होता हैं जो ऑनलाइन चैटिंग के टाइम में इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह के सर्वर की सिक्योरिटी बहुत ही ज्यादा होती है क्योंकि ये मैसेज को real time me encrypt करता हैं।
Example – जब आप व्हाट्सएप पर किसी को कोई मैसेज भेजते हैं तो वो मैसेज इस सर्वर के द्वारा ही उस व्यक्ति तक पहुंचता है जिसे आपने मैसेज भेजा होता है।
10. Fax server
जिस सर्वर के द्वारा इंटरनेट में fax ट्रांसफर किया जाता है उसे Fax server कहते हैं। बड़े-बड़े ऑर्गेनाइजेशन में इस तरह के सर्वर का इस्तेमाल किया जाता है।
नेटवर्क में कितने तरह के सर्वर होते हैं?
नेटवर्क में मुख्य रूप से 2 तरह के सर्वर होते हैं –
- Virtual Server
- Physical server
1. Physical Server
Physical server उस hardware server को कहते हैं जिसमें motherboard, CPU, memory और IO-controllers जैसी सारी चीजें मौजूद होती हैं। इस सर्वर को ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा चलाया जाता है।
इस तरह का सर्वर मुख्य रूप से होस्टिंग कंपनी में इस्तेमाल किया जाता है ताकि वह एक समय में कई सारे client को अपनी सर्विस दे सकें। आप इस तरह से यह भी समझ सकता है कि एक ऑपरेटिंग सिस्टम को चलाने के लिए एक Physical server का इस्तेमाल किया जाता है।
2. Virtual Server
Virtual Server, Physical server का ही एक हिस्सा होता है, ऑनलाइन जितने भी सर्वर होते हैं वो सारे Virtual Server होते हैं। इस तरह के सर्वर को run के लिए RAM, CPU, Storage space जैसी चीजों की जरूरत पड़ती है।
इस तरह के सर्वर को लोग rent पर आसानी से ले सकते हैं, जब आप किसी कंपनी की होस्टिंग सर्विस खरीदते हैं तो एक तरह से आप physical server से Vertual server खरीदते हैं।
सर्वर डाउन क्यों होता है?
जब आप अपने परीक्षा का रिजल्ट किसी वेबसाइट पर जाकर देखते हैं या फिर किसी सरकारी वेबसाइट पर जाकर योजना का लाभ प्राप्त करने की कोशिश करते हैं तो कई बार आपको ये देखने या फिर सुनने को मिलता है कि अभी सर्वर डाउन है! लेकिन ज्यादातर लोगों को समझ में ही नहीं आता कि सर्वर डाउन होने का मतलब क्या है ?
जब सर्वर बहुत ही धीरे काम करता है या फिर वो client के request को process नहीं कर पाता है तो उसे सर्वर डाउन कहते हैं। सर्वर डाउन होने के कई सारे कारण हो सकते हैं –
- जैसा कि हमने आपको बताया सर्वर मुख्य रूप से हार्डवेयर के ऊपर काम करते हैं तो जब इन हार्डवेयर सिस्टम में कोई तकनीकी खराबी आ जाती है तो सर्वर डाउन हो जाता है।
- इसके अलावा जब किसी वर्चुअल सर्वर पर जरूरत से ज्यादा ट्रैफिक आ जाती है तो वह सर्वर ट्राफिक के लोड को संभाल नहीं पाता है और client के request का जवाब नहीं दे पाता है।
- कभी-कभी बिजली के चले जाने के कारण भी सर्वर डाउन हो जाता है। क्योंकि जो हार्डवेयर सर्वर होते हैं उन्हें चलने के लिए बिजली की जरूरत पड़ती है और बिजली ना होने पर हार्डवेयर सर्वर बंद हो जाता है जिसकी वजह से सर्वर डाउन हो जाता है।
- इंटरनेट के द्वारा ही सर्वर काम करता है तो इसके चलने के लिए नेटवर्क का सही होना जरूरी है और अगर नेटवर्क फेल हो जाता है तो सर्वर भी डाउन हो जाएगा।
- जिस तरह वायरस कंप्यूटर को खराब कर देता है वैसे ही अगर सर्वर के सिस्टम में कोई वायरस आ जाता है तो वो सिस्टम भी खराब हो जाएगा जिसके बाद सर्वर काम नहीं करेगा।
क्या मैं अपना खुद का सर्वर बना सकता हूं?
अगर आप अपने कंप्यूटर को सर्वर में बदलना चाहते हैं तो आप यह काम आसानी से कर सकते हैं इसके लिए आपको अपने सिस्टम में server operating system install करना पड़ेगा।
लोग अक्सर अपने कंप्यूटर को सर्वर बदलकर उसी से अपने वेबसाइट या फिर ब्लॉक को होस्ट कर देते हैं और इस तरह के छोटे-मोटे काम कर लेते हैं लेकिन अगर आप कोई बड़ा काम कर रहे हैं या फिर किसी बड़े ऑर्गनाइजेशन को चला रहे हैं तो ये सर्वर आपके काम नहीं आएगा!
तो दोस्तों आशा करते हैं की अब आपको सर्वर से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी मिल चुकी होगी, और आप जान गये होगे की आख़िर यह सर्वर क्या है और इसके प्रकार (Server Meaning in Hindi)
FAQ
सर्वर का मुख्य काम डाटा को स्टोर करना, भेजना और recieve करना होता है। ये client के request को accept करके अपनी सर्विस client को देता हैं।
अलग-अलग कार्यों के अनुसार सर्वर कई अलग-अलग तरह के होते हैं जैसे file server, database server, web server, application server, proxy server, FTP server, game server इत्यादि!
सर्वर एक कंप्यूटर होता है जिसमें खास तरह के प्रोग्राम होते हैं जिसके द्वारा ये client के रिक्वेस्ट को लेकर उन्हें वो जानकारी देते हैं जो वो चाहते हैं!
नहीं, गूगल कोई सर्वर नहीं है बल्कि ये Linux-based Web server के आधार पर काम करता है।
सबसे ज्यादा Nginx और Apache का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि ये सबसे ज्यादा पॉपुलर सर्वर है।
सर्वर के लिए सबसे अच्छा सॉफ्टवेयर निम्नलिखित है –
Emby Server.
Plex.
Stremio.
Subsonic.
MediaPortal.
Kodi.
Serviio.
OSMC.
नहीं, Chrome वेब सर्वर नहीं बल्कि वेब ब्राउजर हैं।
इंटरनेट वेब सर्वर नहीं है लेकिन इंटरनेट पर जितने भी मशीन मौजूद होते हैं वो या तो सर्वर होते है या फिर client होते हैं।
हां, आप अपने मोबाइल को मीडिया सर्वर के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं।
Windows Server, Linux, macOS Server, FreeBSD, NetWare सबसे अच्छा सर्वर माना जाता है।
जी बिल्कुल, आप अपने पीसी को सर्वर में बदलकर उसे सर्वर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं इसके लिए आपको अपने पीसी में वेब सर्वर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना होगा।
जी नहीं, ईमेल वेब सर्वर नहीं बल्कि मेल सर्वर है क्योंकि ई-मेल के सर्वर के द्वारा ज्यादातर मेल्स भेजें और रिसीव किए जाते हैं।
मुझे पूरी उम्मीद है कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको पता चल गया होगा कि सर्वर क्या है और इसके प्रकार (Server Meaning in Hindi) और यह कैसे काम करता है! इसके अलावा आपने यह भी जाना होगा कि सर्वर की जरूरत क्यों पड़ती है?
यह भी पढ़े:
अगर आप IT student है तो इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको सर्वर के बारे में हर छोटी से छोटी जानकारी मिल गई होगी। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा हो और आपने इससे कुछ सीखा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर कीजिए।
हमारी कोशिश हमेशा यही रहती है कि हम आपको एक ही जगह पर अच्छे से जानकारी देता है कि आपको दूसरे लेख पर जाकर या दूसरे आर्टिकल को पढ़ कर अपना समय बर्बाद करने की कोई जरूरत ही ना पड़े।
Sir Ethical hacker Ki job kaise lagti hai please sir reply
Sir ethical hacker Ki job kaise lagti hai please sir bataiye