आज के वक्त में हर कोई इंटरनेट से कनेक्टेड है और लोग हर चीज के लिए ऑनलाइन सुविधाओं का ही लाभ ले रहे है चाहे फिर ऑनलाइन शॉपिंग करना हो ऑनलाइन खाना मंगाना हो या फिर कोई भी काम करना हो लोग हर चीज आज ऑनलाइन ही कर रहे हैं। अगर आप भी online सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं। तो आपको स्पैम (Spam) से जुड़ी जानकारी ज़रूर होनी चाइए। और आजके इस पोस्ट में हम आपको बतायेंगे की आख़िर यह Spam क्या होता है?
और किसी App में या website में login करने के लिए ईमेल डालते हैं। तो आप ने भी कभी ना कभी spam शब्द के बारे में जरूर सुना होगा।क्योंकि कई बार हमें Gmail पर spam message आ जाता हैं पर क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर ये Spam क्या होता है? जब भी कोई Spam message या call आता है।
तो इससे जुड़े कई सवाल हमारे मन में आने लगते है, अगर ऐसा ही कोई सवाल आप के मन में भी आया हैं तो आइए इस आर्टिकल में spam के बारे में पूरी डिटेल में जानते हैं!
Spam क्या होता है? (Spam Meaning in Hindi)
Spam एक तरीके का unwanted मैसेज होता है इसे किसी भी यूजर को बिना किसी वजह के बहुत ज्यादा मात्रा में सेंड किया जाता है। ज्यादातर मामलों में कंपनियां यूजर्स से कम्युनिकेट करने के लिए और उन्हें अपने प्रोडक्ट और सर्विस के बारे में बताने के लिए एक नहीं बल्कि कई सारे एडवर्टाइजमेंट मैसेज भेजती है, इस तरह के मैसेज को ही spam कहा जाता है।
हर spam सिर्फ लोगों के advertising के उद्देश्य से नही होती है बल्कि कुछ स्पैम हैकिंग से भी जुड़े होते हैं और जिनका उद्देश्य आप की जरूरी इंफॉर्मेशन चुराना होता है। Online यूजर से कांटेक्ट करने के लिए कुछ नियम होते हैं और इन नियमों के अंदर रहकर ही कंपनी को अपने यूजर से कम्युनिकेट करना होता है।
पर अगर कोई कंपनी अपने यूजर्स को ढेर सारे मैसेजेस बिना किसी मकसद के भेजती है। तो इंटरनेट का जो Algorithm होता हैं वो इन मैसेजेस को स्पैम नाम से बुलाता है ताकि यूजर्स समझ सके और इन मैसेजेस से दूर रहे।
आपने ध्यान दिया होगा कि आप को टेक्स्ट मैसेज, कॉल या ईमेल के माध्यम से कुछ कंपनियां बेवजह अनचाहे मैसेजेस भेजती रहती हैं जिनकी आपको कोई जरूरत ही नहीं होती। तो ये सारी चीजे भी spam के अंदर ही आती हैं।
स्पैम (Spam) की परिभाषा?
Spam, जितना छोटा एक शब्द है, उसकी परिभाषा भी उतनी ही छोटी है। Spam की परिभाषा एक छोटे सी लाइन में भी व्यक्त की जा सकती है – Stupid, Pointless & Annoying Malware.
spam वैसे तो बेकार message होते हैं जिनका कोई उपयोग नहीं होता। पर कुछ spam malware से इनफेक्टेड रहते हैं जो आपके डिवाइस को भी hack कर सकते हैं। Spams को हैकर्स द्वारा इस तरीके से प्रोग्राम किया जाता है कि उसे लोगों की जरूरत और उनकी मर्जी के बिना उन्हें भेजा जाता है। वो भी सिर्फ एक या दो लोगों को नहीं बल्कि कई सारे लोगों को।
Spam क्या होता है और स्पैम की परिभाषा जानने के बाद चलिए अब स्पैम से जुड़ी अन्य जानकारिया देख लेते हैं।
स्पैम का इतिहास (History of Spam in Hindi)
Spam का इतिहास, इंटरनेट के आविष्कार जितना पुराना है और जब लोग एक दूसरे से इंटरनेट के माध्यम से कम्युनिकेट करना बस शुरू ही किए थे तब से scam भी शुरू हो गया था। दुनिया का सबसे पहला spam साल 1978 में ईमेल के सहारे ARPANET के यूजर्स को भेजा गया था। ये एक विज्ञापन था जिसे Digital Equipment Corporation(DEC) के द्वारा प्रदर्शित किया गया था।
उसके बाद 1993 में Richard Depew ने USENET के माध्यम से एक न्यूज संस्था को ईमेल पोस्ट किया, सॉफ्टवेयर की खराबी की वजह से एक ही मैसेज 200 मैसेजेस में बदल गए और उसने यह सारे मैसेज उस संस्था को गलती से भेज दिए गए। यह तकनीकी गलती से भेजा गया दुनिया का पहला spam था।
फिर साल 2003 में botnets बनाए गए जिन्हें स्पैमिंग के लिए ही इस्तेमाल किया जाता था। 2010 में पूरे विश्व में ईमेल मैसेजेस का 88 प्रतिशत हिस्सा स्पैम मेल से भर चुका था। और 2012 में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में सोशल मीडिया स्पैम फैल गया जो आज के समय भी हमें देखने को मिलता है।
Spam कितने तरह का होता है? (Types of Spam in Hindi)
Spammers, Spam करने के लिए बहुत सारे तरीको का इस्तेमाल करते हैं यूजर को bulk मे अनचाहे मेल्स करने के लिए। इनमें से कुछ मार्केटिंग रिलेटेड मैसेजेस रहते हैं जो उस प्रोडक्ट का विज्ञापन आपको दिखाते हैं जिसकी आपको जरूरत ही नहीं होती।
और दूसरे spams खतरनाक वायरस और मालवेयर्स से भरे होते हैं। ये मैसेजेस बड़ी चालाकी से आपकी पर्सनल जानकारी निकालने में लगे रहते हैं या फिर इस तरीके से डराते हैं की आप किसी मुसीबत में फस चुके हैं और उससे निकलने के लिए आपको पैसे उन्हें देने पड़ेंगे।
मगर आज इस बदलती टेक्नोलॉजी में स्पैम ईमेल्स को अलग कैटेगरी में डाल दिया जाता है और इस spam कॉल या फिर टेक्स्ट मैसेजेस को फोन की कड़ी सुरक्षा माध्यम से ही पहचान लिया जाता है। नीचे कुछ spams के प्रकार दिए गए हैं जिसे पढ़ने के बाद आप समझ जाएंगे की कौन सा message या call genuine हैं और कौन सा spam!
1. Phishing Emails
Phishing emails एक प्रकार का स्पैम मैसेज होता है जो साइबर क्रिमिनल्स के द्वारा बहुत सारे लोगों तक फैलाया जाता है ताकि उनमें से कुछ मासूम लोग इन क्रिमिनल्स के फंसाए जाल में आ जाए। ये Phishing emails पीड़ित के साथ चालाकी करके उनकी निजी जानकारी जैसे बैंक डिटेल्स और क्रेडिट कार्ड सेल्फी जानकारी आपके ईमेल और पासवर्ड आदि मांगते है।
phishing साइबर अटैक जैसा होता है पर ये काफी ज्यादा खतरनाक होता है क्योंकि ये आपके कंप्यूटर के साथ-साथ आपके दिमाग पर भी असर करता है जिससे आप झांसे में आकर अपनी सारी जानकारी बता देते हैं।
2. Email spoofing
Spoof emails में हैकर एक प्रोफेशनल ई-मेल की नकल कर आपसे किसी भी चीज पर अंतिम कदम उठाने की अपील करते हैं। एक अच्छे तरीके से बनाए spaming mail किसी भी फेमस कंपनी या ब्रांड की नकल करने में सक्षम होते है जैसे Apple या फिर amazon।
Email spoofing कुछ इस प्रकार का होता है –
- ये mails बकाया invoice बनाकर आपसे पेमेंट करने की अपील करते हैं।
- ये मेल्स आपसे पासवर्ड चेंज करने को बोलेंगे या फिर अपना ईमेल वेरीफाई करने को भी बोल सकते हैं।
- ये मेल्स कुछ ऑनलाइन खरीदारी पर वेरीफाई करने को बोलेंगे जो आपने नहीं की है।
- ये मेल्स आपसे बिलिंग से जुडी जानकारी हासिल करने की कोशिश कर सकते है ।
- अगर आप इनमें से किसी में मेल में अपनी निजी जानकारी देंगे या फिर इनके लिंक पर जाएंगे तो आपकी सारी डिटेल्स इन के पास पहुंच जाएगी!
3. Tech support scams
ईमेल स्पूफिंग की ही तरह टेक सपोर्ट कैम्स में hackers आपसे मेल्स के माध्यम से कहेंगे कि आपके सिस्टम में या फिर आपके कंप्यूटर में वायरस आ गया है जिसे ठीक करने के लिए आपको नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करना होगा या फिर कस्टमर केयर से बात करनी होगी जिसका नंबर नीचे दिया गया हैं।
Scammers अपने आप को किसी बड़ी टेक कंपनी जैसे माइक्रोसॉफ्ट का कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव या फिर डेक्सटॉप सपोर्ट इंजीनियर बताते हैं। Scammers कभी-कभी आपसे आपके कंप्यूटर या फोन का रिमोट एक्सेस भी मांगते हैं ताकि वह आपकी सारी निजी जानकारी हासिल कर सके।
अगर कभी आप के स्मार्टफोन कंप्यूटर या फिर टाइप में किसी भी तरीके की परेशानी या फिर वायरस आए तो आप तुरंत उस कंपनी के ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर टेक सपोर्ट की अपील करें। वहां आपको उस कंपनी से जुड़ी सारी जानकारी कांटेक्ट समेत मिल जाएगी।
4. Current event scams
Spamers कभी-कभी आपका ध्यान खींचने के लिए कुछ ऐसे भी तरीके आजमाते हैं जिनसे आप उनकी तरफ आसानी से आकर्षित हो सकते हैं। जैसे कि साल 2020 में पूरा विश्व कोविड-19 पांडेमिक से जूझ रहा था और इसी समय घर में रहकर कमाई करने की सुविधा चालू हो गई थी।
तो इसी का फायदा उठाकर स्पैमर्स बहुत सारे यूजर्स को मेल करते थे “घर पर बैठे लाखों कमाए, आज ही हमसे जुड़े”। या फिर कभी कभी स्पैमर्स इस तरीके से भी मैसेज करते हैं जैसे वो आपके बिजनेस में आर्थिक सहायता या यूं कहे कि sponsorship offer करते हैं।
जैसे ही आप इनके प्रोसेस में आगे बढ़ते हैं वे तुरंत आपसे आपकी बैंक डिटेल्स मांगने लगते हैं। इस तरह की मेल्स में कभी भी अपनी निजी जानकारी नहीं देनी चाहिए।
5. Advance-fee scams
Advance fee scams बहुत पुराने स्पैम मैसेजेस में से एक है। इस तरीके के मैसेज या ईमेल में आपको बहुत बड़ी रकम जीतने का दावा किया जाता है जैसे आप 5 करोड़ रुपए जीत गए हैं लेकिन इतनी बड़ी रकम लेने के लिए आपको कुछ पैसे देने पड़ेंगे। स्कैमर्स इस मांगी हुई रकम को प्रोसेसिंग फीस या फिर ट्रांजैक्शन फीस के नाम से बोलते हैं।
ये रकम 10,000 से लेकर ₹25000 तक की होती है। एक बार आपने उन्हें पैसे दे दिए तो इसके बाद वह तुरंत लापता हो जाते हैं जिससे आप को भारी नुकसान झेलना पड़ जाता है।
इस स्कैम को और ज्यादा निजी बनाने के लिए scammers पीड़ित के परिवार के किसी सदस्य के होने का दावा करते हैं कि वह बहुत बड़े मुसीबत में फंसे हुए हैं और उससे निकलने के लिए उन्हे एक बड़ी कीमत देनी होगी पर इसका परिणाम भी वैसा ही होता है।
6. Malspam
इस स्पैम को malicious spam या फिर malware spam भी कहा जाता है क्योंकि इसमें आपके डिवाइस में मैलवेयर डाल दिया जाता है। इन स्पैम मैसेजेस या फिर मेल्स में एक लिंक अटैच रहता है।
इस लिंक में बहुत सारे वायरस, ट्रोजन, बोट्स, ransomware, इंफो स्टीलर, स्पाइवेयर आदि रहते है। साधारण तरीके से ऐसे मेल्स को भेजते समय इसमें मालवेयर PDF, PowerPoint presentation या word file के साथ अटैच करके सेंड कर दिया जाता है।
जब ये फाइल्स खोले जाते हैं तभी इनमें से मालवेयर निकलकर डिवाइस में चला जाता है और सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है।
7. Spam calls and spam texts
क्या आपने कभी कॉल पर रोबोट से बात की है? अगर आपने इस प्रकार का रोबो कॉल उठाया है तो वह स्पैम होता है।
या फिर कभी आपको ऐसा मैसेज आया है जो किसी अनजान नंबर या फिर नाम से हो और आपको नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करने के लिए अपील कर रहा हो? इस तरह के स्पैम को स्मिशिंग या फिर टेक्स्ट स्पैम कहा जाता है। स्मिशिंग का मतलब sms के साथ phishing होता है।
अगर आप अपने स्मार्टफोन में कॉल या फिर टेक्स्ट के जरिए स्पैम कॉल्स को देखते हैं तो बहुत सारे स्मार्टफोंस में ऐसा फीचर्स रहता है कि आप इन कॉल्स या मैसेजेस को स्पैम रिपोर्ट कर सकते हैं। या फिर उन कांटेक्ट नंबर को ब्लॉक करके भी आप spams से छुटकारा पा सकते हैं।
Online Spam कितने तरह के होते हैं?
ऑनलाइन स्पैम आप को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया वेबसाइट्स में दिखता है। इसमें भी कई प्रकार के स्पैम्स होते हैं जैसे अनगिनत मैसेजेस करना, वायरस से भरे लिंक शेयर करना, धोखाधड़ी वाली calls करना, ऑनलाइन fake friends बनाना और किसी की निजी जानकारी मांगना आदि।
वैसे तो सभी spam के बारे में हमने आपको ऊपर बता दिया है लेकिन जो spam अलग-अलग सोशल मीडिया में की जाती है उसकी जानकारी हमने आपको नीचे दी हैं –
1. WhatsApp Spam
WhatsApp में अगर कोई कांटेक्ट बिना किसी वजह के आपको बहुत सारे विज्ञापन मैसेजेस सेंड कर रहा है या फिर अनजान link भेज रहा है तो इसे व्हाट्सएप स्पैम कहा जाता है। ज्यादातर बड़ी कंपनियां आज के समय में व्हाट्सएप के माध्यम से अपने प्रोडक्ट्स का प्रचार करने के लिए आप से जुड़ जाती है। आप इन्हे ब्लॉक करके स्पैम को रोक सकते हैं।
2. Facebook Spam
फेसबुक स्पैम में अगर कोई स्पैमर किसी फेसबुक पेज या फिर ग्रुप में एक ही तरह का लिंक बार-बार शेयर करता है या फिर अपनी वेबसाइट, कोई पोस्ट या फिर किसी प्रोडक्ट का लिंक फेसबुक में अनगिनत बार डालता है। तो फेसबुक के algorithm के मुताबिक उस यूजर को spammer बताया जाता है और उसका अकाउंट कुछ दिनों के लिए या फिर हमेशा के लिए फेसबुक बैन कर देता है।
3.Youtube Spam
आजकल यूट्यूब में भी अजीबोगरीब तरीके से स्पैम हो रहा है। यूट्यूब ब्राउज़िंग करते वक्त आपने देखा होगा की दर्शक का ध्यान अपनी ओर करने के लिए वीडियो का टाइटल कुछ और लिखा हुआ है, thumbnail किसी और चीज को दर्शाता है और उसमें कंटेंट कुछ अलग ही है या फिर युटुब क्रिएटर बिना मेहनत किए ज्यादा व्यूज पाने की लालच में एक ही वीडियो बार-बार अपने चैनल में पब्लिश कर रहा है।
कुछ स्पैमर्स कॉपी पेस्टिंग करके हर यूट्यूब वीडियो के कमेंट सेक्शन में बार-बार एक ही तरह का कमेंट डालते हैं।इसे भी यूट्यूब स्पैम कहते हैं। यूट्यूब इन सब पर कड़ी नजर रख रहा है और इसके नए एल्गोरिदम के मुताबिक क्रिएटर्स एक ही वीडियो बार-बार अपने चैनल पर पब्लिश करेंगे तो उनके चैनल पर स्ट्राइक लग सकता है।
4. Spam Mail
कोई सेंडर अगर आपके मेल बॉक्स में आपकी अनुमति के बिना ढेर सारे अनजान एवं अनचाहे मेल्स करता है जिसमें किसी कंपनी के विज्ञापन या फिर कोई लिंक होता हो और जिसकी आपको कोई आवश्यकता नहीं होती है, इन्हें स्पैम मेल कहा जाता है।
गूगल मेल (gmail) में सारे स्पैम मेल्स एक स्पैम बॉक्स में डाल दिए जाते है जो की कुछ दिनो के बाद ऑटोमेटिकली डिलीट भी हो जाते है।
अधिक जानकारी के लिए आप यह वीडियो देख सकते हैं:
Spam Mail भेजने से क्या फायदा मिलता है?
स्पैम मेल से यूजर को तो इसका कोई फायदा नहीं मिलता पर जो स्पैम भेजता है उसे जरूर फायदा होता है। आमतौर पर देखा जाए तो स्पैम विज्ञापन करने का एक अच्छा तरीका है और इससे किसी भी प्रोडक्ट या फिर कंपनी का प्रमोशन भारी मात्रा में यूजर्स को मेल सेंड करके किया जाता है।
बहुत सी कंपनियां ऐसी हैं जो स्पैमिंग करके अपना बिजनेस चला रही हैं।
उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो अगर एक कंपनी इबुक्स सेल करती है तो स्पैमिंग की मदद से उसे 2000 यूजर्स को स्पैम मेल सेंड करना होगा और अगर उसमें से 10% लोगो ने भी इनकी ebooks खरीद ली तो इससे कंपनी की अच्छी कमाई हो जाती है। वहीं दूसरी तरफ कुछ स्पैमर्स लोगों के साथ धोखा करके उन्हे अनचाहे ऑफर्स और लालच में डाल कर उनसे पैसे वसूलते हैं।
Spam Email कैसे पहचानें?
लोग Spam के चक्कर में सिर्फ इसीलिए फस जाते हैं क्योंकि लोगों को Spam email और सही email में कोई अंतर समझ में नहीं आता है, लेकिन अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखें तो आप Spam email को बड़ी आसानी से पहचान सकते हैं जैसे –
ईमेल एड्रेस चेक कर लें
Spam email की जांच करने के लिए आपको सबसे पहले सेंडर का ईमेल एड्रेस चेक करना पड़ेगा क्योंकि बड़ी-बड़ी कंपनियां जैसे अमेजॉन या फिर फ्लिपकार्ट का अपना एक unique ईमेल एड्रेस होता है जिसे कॉपी नहीं किया जा सकता।
अमेजॉन अपने कस्टमर से कम्युनिकेट करने के लिए जो ईमेल एड्रेस यूज करता है वो [email protected] है। आपको इसी ईमेल एड्रेस से हूबहू मिलता एक मेल आएगा पर असली नहीं बल्कि यह स्पैमर का मेल होगा जो कुछ इस तरह का दिखेगा [email protected]
जब आपको कुछ इस तरह का ईमेल एड्रेस देखने को मिले तो आप उसे या तो इग्नोर कर दीजिए या फिर उसे रिपोर्ट करके ब्लॉक कर दीजिए।
1. डिस्प्ले बैनर चेक कर लें
स्पैमर्स यूजर का ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए बड़ी कंपनियों के नाम का बैनर अपने मेल पर लगाते हैं। वे जानते हैं कि दर्शक इन बड़े ब्रांड्स का नाम देख कर तुरंत दिए गए लिंक में क्लिक करेंगे। स्पैमर्स अक्सर गूगल, ऐपल, एसबीआई जैसी बड़ी कंपनी का नाम का बैनर अपने मेल में डालकर यूजर को निशाना बनाती हैं और यूजर इन्हें असली का समझ कर गलती कर बैठता है। 96% मामलों में इस तरह की मेल्स स्पैम मेल्स में आती है।
2. सही से स्पेलिंग चेक कर ले
ऐसा हो ही नहीं सकता कि बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां अपने ईमेल एड्रेस में स्पेलिंग मिस्टेक करे। स्पैमर्स अपने Spam mails मे ऐसी कई गलतियां कर बैठते है। आपको इन मेल्स को एकदम ध्यान लगा कर पढ़ना होगा क्योंकि स्पैमर्स अक्सर जल्दबाजी में गलती कर देते है। जहां आपको समझ आए के कुछ गडबड है तो लिंक पर क्लिक ना कर तुरंत मेलबॉक्स से निकल जाए।
3. सही मेल पर ही क्लिक करे
किसी भी मेल के लिंक पर क्लिक करने से पहले यह बात ध्यान में रखें कि मेल सही है कि नहीं और हमेशा सही मेल के लिंक पर ही क्लिक करे। सही मेल कहने का मतलब, वो mail जिसमें किसी तरह का फ्रॉड नहीं किया जा रहा हो!
मान लीजिए आपने फ्लिपकार्ट से कुछ सामान की खरीदारी की है, लेकिन आपके पास अमेजॉन की तरफ से मेल आता है कि आप की डिलीवरी जल्दी ही हो जायेगी इस लिंक पर क्लिक करके ऑर्डर ट्रैक करें। इस तरह के गलत मेल को कभी भी ओपन नहीं करें।
4. मेल चेक करने वाले टूल्स का इस्तेमाल करे
स्पैमर्स से बचने के लिए अब कुछ ऐसे सॉफ्टवेयर टूल्स आ गए है जो हमें बता सकते हैं कि आपको सेंड किया हुआ मेल असली है या फिर नकली। इसका पता लगाने के लिए ये स्मार्ट टूल्स उस मेल में एक टेस्ट मेल सेंड करते हैं, अगर मेल बिना किसी एरर के चली जाये तो यह असली है और अगर मेल सेंड न होकर एरर बता दे तो समझ जाएँ ये स्पैम मेल है।
वैसे इस तरह के टूल्स का इस्तेमाल बहुत ध्यान से करना चाहिए क्योंकि इसमें आपको खुद की ईमेल एड्रेस देनी पड़ती है और इसमें बहुत खतरा भी है। जब आपको बहुत ज्यादा जरूरत हो और स्पैमर का मेल चेक करना जरूरी लगे तब ही इस तरह के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल अपने जोखिम पर करें।
Spam और Scam में क्या अंतर होता है?
Spam और Scam, दोनों ऐसे शब्द जो सुनने में बहुत हद तक एक जैसे लगते है लेकिन एक जैसे होने के बाद भी इन दोनों शब्दों में काफी ज्यादा अंतर देखने को मिलता है जैसे –
1. ऊपर हमने आपको पहले भी बताया हैं कि स्पैम एक unwanted message होता है और ये किसी कम्पनी या ब्रांड का प्रचार एवं प्रसार करने के लिए आपको bulk में भेजा जाता हैं बिना आपकी इजाजत के। लोगों को इस तरह के message भेजने के तरीके को spaming कहते है और जो लोग ऐसा काम करते हैं, उसे स्पैमर कहा जाता हैं।
स्कैम का मतलब धोखाधड़ी होता है। इसमें आपको झूठ और धोखे में फसा कर आपसे आपकी पर्सनल जानकारी जैसे क्रेडिट कार्ड डिटेल्स और ईमेल आईडी तथा पासवर्ड मांगा जाता हैं। और आपको जब तक पता लगे उससे पहले आपके बैंक अकाउंट से सारे पैसे निकाल लिए जाते है। स्कैम करने वालो को स्कैमर या ब्लैक हैट हैकर कहते है और ये गैर कानूनी काम कर लोगो को लूटते है।
2. Spam सिर्फ ऑनलाइन तरीके से किया जा सकता है जबकि scam ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से किया जा सकता है।
3. Spam का उद्देश्य हमेशा लोगों की जानकारी चुराना या नहीं लुटना नहीं होता है कभी-कभी spam advertising के उद्देश्य से भी किया जाता है जबकि Scam का उद्देश्य सिर्फ लोगों के पैसे चुराना होता है।
Spam कैसे काम करता है?
जैसा कि हमने आपको बताया कि Spam करने के पीछे लोगों के अलग-अलग उद्देश्य होते हैं जहां कुछ लोग या यूं कहें कि कुछ कम्पनियां अपने ग्राहकों को अपने प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में बताने के लिए बार-बार उन्हें spam message भेजते हैं।
तो वहीं कुछ कंपनी या फिर कुछ लोग ऐसे होते हैं जो दूसरों की निजी जानकारी निकालने और उनका पैसा लूटने के लिए उन्हें spam call या message करते हैं। जब भी कोई हैकर किसी भी यूजर को बेवकूफ बनाने के लिए उन्हें कोई spam email भेजता है तो वो अपने ईमेल को या फिर मैसेज को इस तरह से डिजाइन करता है कि वो हुबहू असली जैसे लगते हैं।
जिसके बाद जब user उस मैसेज को देखता है तो मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक करके लोग उसमें अपनी जानकारी भरते है या फिर अपने बैंक अकाउंट का डिटेल किसी भी तरीके से देते हैं। तो वो सारी जानकारियां हैकर के पास चली जाती हैं। जिसके बाद हैकर उस जानकारी का इस्तेमाल अपने मन मुताबिक करता है।
वहीं अगर कोई spam message किसी को लूटने या फिर उनकी जानकारी लेने के लिए नहीं बल्कि सिर्फ advertising के उद्देश्य से करते हैं तो वो समय-समय पर अपने यूजर्स को मैसेज भेजते रहते हैं ताकि उनके जो कस्टमर है वो डिस्काउंट वगैरा देखकर उनके प्लेटफार्म या यूं कहें कि ब्रांड से शॉपिंग करें।
Spam इतना हानिकारक क्यों है?
Spam, अधिकतर हमारी पर्सनल जानकारियों को चुराने उन्हें नष्ट करने या फिर हमें आर्थिक दृष्टि से क्षति पहुंचाने के लिए किया जाता है। ये इतना ज्यादा खतरनाक इसीलिए होता है क्योंकि इसके बारे में जानने के बाद भी इसकी पहचान कर पाना कई बार बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है।
Spyware जो कि एक सॉफ्टवेयर होता है उसकी मदद से हैकर आपके मोबाइल में एक लिंक भेज देता है जिस पर जब आप क्लिक करते हैं तो वो लिंक आपके मोबाइल में ही रह जाता है जिसके बाद वो लिंक आपके मोबाइल से आपकी निजी जानकारी जैसे आपका मोबाइल नंबर, ईमेल एड्रेस, यूजर आईडी, पासवर्ड आदि चीजों को चोरी करके भेज देता है।
कुछ spammers ऐसे होते हैं जिनका उद्देश्य आपकी निजी जानकारियों को चुराना नहीं बल्कि आपके पैसे चुराना होता है जिसके लिए जो हैकर होते हैं वो spam link की मदद से आपके सिस्टम को पूरा लॉक या फिर यूं कहें कि हैक कर लेते हैं और आपसे सिस्टम को वापस पहले जैसा करने के लिए फिरौती की रकम मांगते हैं। इस तरह से जो spammimg की जाती है वो cyber crime के अंदर आती है।
Spam से कैसे बचें?
जो जानकारी हमने आपको ऊपर दी है उसे सही से पढ़ने और समझने के बाद आप Spam email, calls को आसानी से पहचान सकते हैं और उससे बच सकते हैं! spam emails तब तक आप का कुछ नहीं बिगाड़ सकता जब तक आप उस ईमेल को ओपन करके उसमें दिए गए लिंक पर क्लिक करके कुछ ना करें! इसीलिए जब भी आपको कोई Spam call, SMS या फिर email आए तो उससे बचने के लिए आप नीचे बताई गई बातों को फॉलो करें –
- अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो इस बात में कोई शक नहीं है कि आपको अपना मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस की जानकारी अलग-अलग जगह पर देनी पड़ेगी जिसकीवजह से आपके पास Spam message, calls, mails आना स्वाभाविक है लेकिन अगर आपको इस तरह के कोई भी मैसेज या कॉल आते हैं तो आपको सबसे पहले उसे पहचानने के बाद इग्नोर करना चाहिए और उस पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए।
- लेकिन अगर आप देख रहे हैं कि इस तरह के मैसेज और कॉल आपको बार-बार आ रहें हैं तो आपको इसे बिना ओपन किए या फिर बिना कॉल रिसीव किए आपको इसे सीधा ब्लॉक कर देना चाहिए और साथ ही इसे रिपोर्ट भी कर देना चाहिए।
- कई बार ऐसा होता है कि जो spam emails होते हैं या मैसेज होते हैं वो आपको बैंक से आने वाले मैसेज की तरह ही दिखते हैं तो इस तरीके के मैसेज में भी क्लिक करने से पहले आपको एक बार सोचना चाहिए और हो सके तो किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले आपको अपने बैंक शाखा से बात कर लेनी चाहिए।
- message, call कहीं से भी क्यों ना आए लेकिन आप को अपने बैंक का अकाउंट नंबर और अपने एटीएम पिन को कभी भी किसी के भी साथ शेयर नहीं करना चाहिए।
- अगर आपको सोशल मीडिया एप की तरफ से बार-बार मैसेज आ रहा है लेकिन आप उस मैसेज ईमेल के बारे में कुछ जानते ही नहीं है तो आप गलती से भी सोशल मीडिया में भेजे जा रहे मैसेज के लिंक पर क्लिक ना करें और ना ही उसमें लॉगिन करें क्योंकि इस तरह के मैसेज का उद्देश्य आपकी सोशल मीडिया की लॉगिन जानकारी निकालना ही होता है।
- अगर आपको किसी ईमेल पर कोई शक हो रहा है तो आपको गलती से भी उस ईमेल के साथ अटैच फाइल को डाउनलोड नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर आप ऐसा करेंगे तो आपके मोबाइल या फिर कंप्यूटर में वायरस आ जाएगा जिसके बाद आपके मोबाइल में कंप्यूटर का पूरा एक्सेस हैकर के पास चला जाएगा। ये एक छोटी सी गलती आप को बहुत महंगी पड़ सकती है इसीलिए इस तरह की कोई भी फाइल डाउनलोड मत कीजिए।
- अगर आपको 10 नंबर से ज्यादा किसी नंबर से कोई call आता है तो आपको उसे भी रिसीव नहीं करना चाहिए बल्कि नजरअंदाज करना चाहिए क्योंकि इस तरह के कॉल spam calls होते हैं। ऐसे फोन नंबर जो 10 नंबर से ज्यादा के होते हैं और उनकी शुरुआत में जीरो होता है तो वो एक spam call हैं जिसे आप को हर कीमत पर नजरअंदाज करना चाहिए।
- अगर किसी ईमेल को देखकर आपको कोई शक हो रहा है तो आपको उस ईमेल के लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए।
- अगर आपको बड़ी बड़ी कंपनी से या फिर अपने सिम प्रोवाइडर के तरफ से ऑनलाइन रिचार्ज या शॉपिंग करने का कोई मैसेज आता है तो भी आपको उस लिंक पर क्लिक करके अपना मोबाइल रिचार्ज नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये spamming भी लोगों को लूटने का एक तरीका होता है जिससे आपको हमेशा बचने की कोशिश करनी चाहिए।
अगर आप spam email को पहचानने के साथ-साथ इस तरीके से उससे बचने की कोशिश करेंगे तो कोई भी हैकर आप को बेवकूफ बना कर आप को लूट नहीं पाएगा।
Spam Support का मतलब क्या होता है?
जब आपके सिस्टम में कोई spam call या फिर मैसेज करता है तो जब आप उस अनचाहे मैसेज या कॉल की रिपोर्टिंग जीमेल पर कर देते हैं या फिर जहां पर वो मैसेज आया है उस प्लेटफार्म पर कर देते हैं तो उसे स्पैम रिपोर्ट कहा जाता है। स्पैम रिपोर्ट करने से आप किसी भी तरीके के spams से बच सकते हैं।
Spam Reporting कैसे करें?
Spam reporting करने के भी कई सारे तरीके होते हैं-
1. अगर आपको जीमेल पर कोई spam mail आया हुआ है तो आप उसे सावधानीपूर्वक ओपन करें और बिना उस मेल के लिंक पर क्लिक किए 3 dots पर क्लिक करके report spam के बटन पर क्लिक कर सकते हैं। इतना करने से ही उस spam मैसेज की reporting हो जाएगी।
2. आपके मोबाइल पर अगर बार-बार कोई Spam calls आ रहा है तो आप उसकी भी रिपोर्टिंग कर सकते हैं इसके लिए आपको अपने call history में जाना होगा और फिर उस नंबर को report spam और ब्लॉक करना होगा।
3. अगर आपको सोशल मीडिया पर किसी कंपनी से बार-बार मैसेज आ रहा है तो आप उस कंपनी के chat को ओपन कीजिए और report के बटन पर क्लिक करके सीधा रिपोर्ट कर दीजिए।
इस तरीके से आप किसी भी मैसेज, calls, emails जो आपको spam लग रहे हैं उसे रिपोर्ट कर सकते हैं।
तो दोस्तों आशा करते हैं की अब आपको स्पैम (SPAM) से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी मिल चुकी होगी, और आप जान गये होगे की आख़िर यह Spam क्या होता है? (Spam Meaning in Hindi)
FAQ
लोग दूसरों को ठगने के लिए उनकी पर्सनल जानकारी को चुराने के लिए व नष्ट करने के लिए है तथा आपको आर्थिक क्षति पहुंचाने के लिए spam करते हैं, spam करने के पीछे हैकर का उद्देश्य आसान तरीके से पैसे कमाना होता है।
व्हाट्सएप पर अगर आप किसी व्यक्ति को कोई लिंक भेजते हैं और उस लिंक पर वो पीड़ित व्यक्ति क्लिक करके अपनी जानकारी आपको भेज देता है तो उसे WhatsApp Spam कहते हैं।
स्पैम नंबरों को ब्लॉक कर के स्पैम कॉल से बच सकते हैं और उन्हें आने से भी रोक सकते हैं।
स्पैम कॉल करने वाले आपकी निजी जानकारी चुरा सकते हैं और आपके बैंक अकाउंट से पैसा भी निकाल सकते हैं इसीलिए आपको इस तरह के नंबरों को सीधा ब्लॉक कर देना चाहिए या फिर रिसीव ही नहीं करना चाहिए।
अगर आपके नंबर पर बहुत ज्यादा स्पैम कॉल आ रहा है और आप इसे परेशान हो चुके हैं तो आप 1909 नंबर पर फोन करके spam call आने से रोक सकते हैं।
दोस्तों इस आर्टिकल में मैंने आपको Spam क्या होता है? इस बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी है मुझे उम्मीद है कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको इस बारे में सब कुछ पता चल गया होगा।
यह भी पढ़े:
अगर आपको आर्टिकल में बताए गए जानकारी अच्छी लगी हो और इससे आपका फायदा हुआ हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।
हम अपने वेबसाइट में इस तरह की जानकारी डालते रहते हैं तो आप हमारे ब्लॉग से भी जुड़े रहे हैं।