अगर आप किसी ऐसे इलाके में रहते हैं जहां पर बिजली की आपूर्ति 24 घंटे होती है तो आप UPS का इस्तेमाल करने के लिए बाध्य नहीं है परंतु अगर आपके इलाके में बिजली की कटौती काफी अधिक होती है तो आपको यूपीएस का इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि इसका इस्तेमाल मुख्य तौर पर कंप्यूटर को इमरजेंसी की अवस्था में पावर सप्लाई देने के लिए किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते है कि UPS क्या है और कैसे काम करता है? (What is UPS in Hindi)
इसका इस्तेमाल अगर आप करते हैं तो आप बिजली चले जाने पर भी कंप्यूटर में काम कर सकेंगे। यूपीएस का इस्तेमाल करने के कई फायदे भी आपको प्राप्त होते हैं।
इसीलिए आपको यूपीएस के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। इस कंटेंट में आपको “UPS क्या है” अथवा “UPS का मतलब क्या है” इसके बारे में जानकारी दी जा रही है, साथ ही “यूपीएस क्या काम करता है” इसके बारे में भी आपको बताया जा रहा है।
UPS क्या है? (What is UPS in Hindi)
UPS बिजली से चलने वाला एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है। इसका मुख्य कार्य आपके कंप्यूटर या फिर डेस्कटॉप को बिजली की अनुपस्थिति में बिना रुकावट के बिजली सप्लाई करना है।
ताकि अगर आप अपने कंप्यूटर या फिर डेस्कटॉप में कोई आवश्यक काम कर रहे हैं, तो आप उसे निपटा सके या फिर अपने कंप्यूटर या फिर डेस्कटॉप के SWITCH OFF होने से पहले आप जरूरी DATA SAVE कर सके।
यूपीएस लगातार काम करता रहता है जिसका मतलब यह है कि अगर आप बिजली होने पर अपने कंप्यूटर या फिर डेस्कटॉप को चलाते हैं तब भी यह काम करता है और बिजली चले जाने पर भी यह काम करता है।
इसमें एक BATTERY लगी हुई होती है जो बिजली रहने पर लगातार चार्ज होती रहती है और जब आप की मुख्य सप्लाई ऑफ हो जाती है, तब तुरंत ही UPS COMPUTER को EMERGENCY POWER SUPPLY देना चालू कर देता है।
यूपीएस की बैटरी की क्वालिटी के ऊपर ही यह डिपेंड करता है कि वह कितने समय तक कंप्यूटर को पावर सप्लाई दे करके रख सकता है। अगर यूपीएस की बैटरी की क्वालिटी अच्छी होगी, साथ ही उसकी बैटरी की कैपेसिटी भी अच्छी होगी, तो वह लंबे समय तक कंप्यूटर को पावर सप्लाई दे करके रख सकता है।
जब यूपीएस की BATTERY DOWN हो जाती है, तब यूपीएस में से एक स्पेसिफिक आवाज आती है, जो इस बात को बताती है कि यूपीएस की बैटरी डाउन हो चुकी है, उसे जल्द से जल्द चार्ज करो। इंडिया में अलग-अलग साइज के यूपीएस मिलते हैं साथ ही इंडिया में यूपीएस का निर्माण करने वाली भी अलग-अलग कंपनियां है।
यूपीएस के बगल की साइड में सामान्य तौर पर यूपीएस को चालू अथवा बंद करने के लिए एक SWITCH लगा होता है जिसे जब आप अंदर की साइड में दबाते हैं तब यूपीएस चालू हो जाता है और जब आप फिर से उसे एक बार दबाते हैं तो यूपीएस बंद हो जाता है। यूपीएस कंप्यूटर के लिए कोई आवश्यक चीज तो नहीं है, परंतु इसका उपयोग करना सही रहता है।
UPS का फुल फॉर्म क्या होता है?
इसका पूरा नाम UNINTERRUPTED POWER SUPPLY होता है और हिंदी में इसे “अबाधित विद्युत आपूर्ति” कहते हैं। यूपीएस का निर्माण इंडिया में कुछ फेमस कंपनी करती है जैसे कि माइक्रोटेक, इंटेक्स, डेल इत्यादि।
UPS में बैटरी लगी हुई होती है जिसे बिजली के द्वारा चार्ज किया जाता है और यह बिजली कट जाने की सिचुएशन में कंप्यूटर को POWER SUPPLY देती है। हालांकि बिजली होने पर भी यह लगातार कंप्यूटर को पावर सप्लाई दे करके रखती हैं।
UPS का मतलब क्या होता है?
UPS Full Form यानी के UNINTERRUPTED POWER SUPPLY बैटरी के साथ यह एक INVERTER है, मुख्य तौर पर इसका इस्तेमाल एक बैटरी बैकअप के तौर पर किया जाता है। इसका इस्तेमाल आप कंप्यूटर के साथ भी कर सकते हैं, साथ ही PERSONAL COMPUTER के साथ भी कर सकते हैं।
जब आप यूपीएस का इस्तेमाल कंप्यूटर के साथ करते हैं, तो मुख्य तौर पर यह इमरजेंसी की सिचुएशन में बिजली कट हो जाने पर कंप्यूटर को पावर देता है, जिससे COMPUTER START रहता है। हालांकि यह पावर निश्चित समय तक होती है। अगर यूपीएस की बैटरी डाउन है तो UPS EMERGENCY की अवस्था में कंप्यूटर को पावर नहीं दे सकेगा। इसलिए यूपीएस को हमेशा चार्ज करके रखना चाहिए।
UPS के प्रकार (Types Of UPS In Hindi)
यूपीएस के टोटल 3 प्रकार हैं, जो निम्नानुसार हैं।
• OFFLINE/ STANDBY UPS
• ONLINE / DOUBLE CONVERSION SYSTEM
• LINE-INTERACTIVE UPS
1: OFFLINE/ STANDBY UPS
इसे STANDBY UPS भी कहा जाता है और आपको बता दें कि यूपीएस का जो सबसे सामान्य प्रकार होता है उसे ही स्टैंडबाई यूपीएस या फिर OFFLINE UPS कहा जाता है। इस प्रकार के जो यूपीएस होते हैं उनमें सामान्य तौर पर मुख्य पावर सोर्स और बैटरी कंपोनेंट पर चलने के लिए एक बटन होती है।
2: ONLINE / DOUBLE CONVERSION SYSTEM
इसे डबल कन्वर्शन यूपीएस भी कहा जाता है, जो कि ऑफलाइन यूपीएस से थोड़ा सा अलग प्रकार का होता है। दरअसल बात यह है कि डबल कन्वर्जन यूपीएस में डीसी/एसी इनवर्टर हमेशा चालू रहता है, जिसका अर्थ यह होता है कि मुख्य पावर सोर्स और बैटरी कंपोनेंट के मध्य में ट्रांसफर का कोई भी टाइम नहीं लगता है।
इस प्रकार का यूपीएस,, मुख्य सप्लाई फैलियर होने पर अधिक सिक्योरिटी प्रदान करता है। इसलिए अभी के समय में इसका अधिक इस्तेमाल किया जाता है।
3: LINE-INTERACTIVE UPS
जिस प्रकार ऑफलाइन यूपीएस का डिजाइन होता है, उसी प्रकार इसका भी डिजाइन होता है परंतु यह टेक्नोलॉजी के मामले में ऑफलाइन यूपीएस से आगे होता है। इसका सामान्य तौर पर ऐसे लोग इस्तेमाल करते हैं, जो कोई छोटा बिजनेस चलाते हैं।
इस प्रकार के यूपीएस में AC POWER CONVERTER बैटरी से भी जुड़ा हुआ होता है साथ ही वह यूपीएस के आउटपुट से भी जुड़ा हुआ होता है और इसमें जब INPUT AC नॉर्मल रहता है तो ऑपरेटिंग इनवर्टर बैटरी को चार्ज करता है और एकदम से बिजली गुल हो जाने पर यह पावर चालू कर देता है।
UPS के भाग?
नीचे आपको यूपीएस के कुछ महत्वपूर्ण भागों की जानकारी दी जा रही है।
1: RECTIFIER
यूपीएस में मौजूद इस पार्ट का काम मेन सर्किट में आने वाले Ac वोल्टेज रेक्टिफायर को डीसी वोल्टेज में कन्वर्ट करना होता है।
2: BATTERY
बिजली होने पर यह चार्ज होता है और जब अचानक से बिजली चली जाती है, तब कंप्यूटर को इमरजेंसी में यह पावर देता है जिसकी वजह से निश्चित समय तक कंप्यूटर पावर ऑन रहता है और यूजर उसमें अपने आवश्यक काम को निपटा सकता है।
3: INVERTER
इसका कार्य जिस डीसी पावर सप्लाई को रेक्टिफायर भेज रहा है उसे एसी सप्लाई में कन्वर्ट करना, साथ ही एसी सप्लाई को लोड भेजना होता है।
4: BYPASS
जब ओवरलोड हो जाता है तो यह अपने आप ओवरलोड को मुख्य सप्लाई से जोड़ देता है और यह खुद एसी पावर का प्रोडक्शन करता है।
UPS कैसे काम करता है?
यूपीएस 4 चरणों में काम करता है। इसकी डिटेल्स आपको नीचे दी जा रही है।
1: कभी-कभी ऐसी सिचुएशन पैदा होती है कि कंप्यूटर में बिजली का आवागमन काफी अधिक हो जाता है। जब ऐसी स्तिथि आती है तो यूपीएस इलेक्ट्रिसिटी के आवागमन को सहन करता है और वह उतनी ही बिजली कंप्यूटर तक जाने के लिए छोड़ता है, जितनी बिजली की आवश्यकता कंप्यूटर को होती है।
2: कुछ कंडीशन ऐसी भी पैदा होती है कि बिजली का आवागमन कंप्यूटर में कम हो जाता है और जब ऐसा होता है तो कंप्यूटर को सही प्रकार से काम करने के लिए पावर सप्लाई प्राप्त हो नहीं पाती है। जब ऐसी सिचुएशन आती है तो यूपीएस जिम्मेदारी निभाता है और वह कंप्यूटर में एक्स्ट्रा पावर भेजता है, ताकि कंप्यूटर बिना किसी दिक्कत के वर्क कर सके।
3: यूपीएस इमरजेंसी की अवस्था में तब कंप्यूटर को पावर सप्लाई देना चालू करता है, जब किसी वजह से जो मेन पावर सप्लाई होती है वह सक्सेस नहीं हो पाती है। जब यूपीएस ऐसी इमरजेंसी की सिचुएशन में कंप्यूटर को पावर देता है तो यूजर कंप्यूटर में अपने बचे हुए काम निपटा लेता है साथ ही अपने डाटा को भी सिक्योर कर लेता है।
4: आपने देखा होगा कि कभी-कभी बिजली का लोड अधिक होता है तो कभी-कभी बिजली का लोड कम होता है जिसकी वजह से कंप्यूटर के पार्ट को नुकसान होता है, साथ ही अन्य इलेक्ट्रॉनिक चीजों को भी नुकसान होता है। इस नुकसान से बचने के लिए यूपीएस काम करता है क्योंकि यूपीएस एक समान बिजली का वोल्टेज कंप्यूटर को देता है।
UPS का काम?
UPS निम्नलिखित कार्यों को करता है।
√ यूपीएस कंप्यूटर को एक समान बिजली देता है और यह कंप्यूटर को कम लोड या फिर अधिक लोड वाली बिजली देने से रोकता है ताकि कंप्यूटर को किसी भी प्रकार की खराबी का सामना ना करना पड़े, साथ ही कंप्यूटर इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति आसानी से अपने वर्क को कंप्यूटर में कंप्लीट कर सके।
√ इमरजेंसी की सिचुएशन में बिजली जाने के पश्चात यूपीएस कंप्यूटर को पावर देता है ताकि कंप्यूटर चलता रहे। हालांकि यह पावर तभी तक है जब तक यूपीएस की बैटरी डाउन नहीं होती।
√ कंप्यूटर के अंदर जो उपकरण मौजूद है उन्हें जरूरत के हिसाब से यूपीएस पावर सप्लाई देता है।
√ यूपीएस की वजह से ही कंप्यूटर में शॉर्ट सर्किट होने की संभावना काफी कम होती है।
√ अगर कंप्यूटर में कोई समस्या पैदा होती है तो यूपीएस में अलार्म बजने लगता है और यूपीएस अलार्म को बजाकर यह सिंगल देता है कि व्यक्ति जल्द से जल्द उस खराबी को ठीक कर ले।
UPS बैटरी के प्रकार
यूपीएस बैट्री के 3 प्रकार हैं, जो नीचे बताए अनुसार हैं।
1: VALVE REGULATED LEAD-ACID BATTERY (VRLA)
दूसरी बैटरी की तुलना में यह बैटरी काफी टिकाऊ मानी जाती है और यह आसानी से मार्केट में मिलने वाली बैटरी भी है। इस बैटरी की लाइफ लाइन 3 साल से लेकर के 7 साल तक होती है। इसकी मुख्य बात यह है कि इसके रखरखाव में ज्यादा झंझट नहीं होता है।
2: VENTED LEAD-ACID BATTERY (VLA)
यूपीएस की यह बैटरी बहुत ही ट्रस्टेबल बैटरी मानी जाती है और यह लगभग दो दशक की लाइफ लाइन रखती है। इसमें एक मोटी प्लेट होती है और उसी के नीचे इलेक्ट्रोलाइट एसिड मौजूद होता है। इस बैटरी के रखरखाव पर विशेष तौर पर ध्यान देना पड़ता है।
3: LITHIUM-ION BATTERY
यूपीएस में इसका इस्तेमाल होता है और इलेक्ट्रिक गाड़ियों में भी इसका इस्तेमाल हो रहा है और इसकी डिमांड आजकल मार्केट में काफी ज्यादा हो रही है। यह बैटरी छोटी भी होती है साथ ही इसका वजन भी कम होता है।
UPS के फायदे?
यूपीएस के फायदे निम्नानुसार हैं।
√ अगर आप यूपीएस का इस्तेमाल करते हैं तो इसकी वजह से कंप्यूटर में शार्ट सर्किट ना के बराबर होता है।
√ यूपीएस के फायदे में कंप्यूटर के पावर सप्लाई को कंट्रोल करना भी शामिल है।
√ कंप्यूटर पर अगर आप कोई आवश्यक काम कर रहे हैं और बिजली चली जाती है तो भी आप का काम रुकेगा नहीं क्योंकि यूपीएस तुरंत ही इमरजेंसी की सिचुएशन में कंप्यूटर को पावर सप्लाई देना चालू कर देता है।
√ यूपीएस लगातार काम करता रहता है और बिजली जाने पर भी यह कंप्यूटर को चालू रखता है।
√ कंप्यूटर में जितने भी उपकरण होते हैं उन्हें आवश्यकता के अनुसार ही यूपीएस पावर देता है।
√ बिजली का लोड चाहे कम हो या फिर अधिक हो, कंप्यूटर को इसके द्वारा कोई समस्या ना हो इसका ध्यान यूपीएस रखता है, क्योंकि वह एक समान पावर सप्लाई कंप्यूटर को देता है।
UPS के नुकसान?
यूपीएस की वजह से निम्न नुकसान हो सकते हैं।
√ यूपीएस को इंस्टॉल करने में थोड़े अधिक पैसे लगते हैं। इसलिए आपकी जेब ढीली हो सकती है।
√ यूपीएस के अंदर जो बैटरी होती है वह लंबे समय तक नहीं टिक पाती है, साथ ही वह बैटरी कुछ महीने तक चलने के बाद खराब होने लगती है। ऐसी अवस्था में आपको उसे बदलना पड़ता है।
√ यूपीएस के काम करने के लिए इसे लंबे समय तक चार्ज करना आवश्यक होता है।
UPS और Inverter में अंतर?
आइए जानें यूपीएस और इनवर्टर में अंतर क्या है।
√ बिजली कटने पर यूपीएस इमरजेंसी पावर डिवाइस को देता है, वही इनवर्टर बैटरी और सर्किट होता है जो इलेक्ट्रिसिटी को डीसी में कन्वर्ट करता है और इनवर्टर अधिकतर लोग अपने घर में यूज करते हैं।
√ सिस्टम का बैकअप प्राप्त करने के लिए सामान्य तौर पर यूपीएस का इस्तेमाल होता है, वही इनवर्टर कंप्यूटर का बैकअप लेने के लिए उपयोगी नहीं होता क्योंकि इसमें स्विचिंग में काफी समय लगता है।
√ यूपीएस इनवर्टर के मामले में सस्ता मिलता है। आप आसानी से मार्केट में 1500 से लेकर के 2000 रूपये तक में यूपीएस खरीद सकते हैं, वही इनवर्टर खरीदने के लिए आपको 8000 से लेकर के 10000 रूपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं।
√ वजन में यूपीएस हल्का होता है, वही इनवर्टर भारी होता है।
√ यूपीएस में आउटपुट 220 वाल्ट पर सेट होता है और इनवर्टर में आउटपुट 230 वाल्ट पर सेट किया जाता है।
UPS का महत्व?
यह सबको पता है कि कंप्यूटर सिस्टम को वर्क करने के लिए यूपीएस की जरूरत नहीं पड़ती है परंतु कुछ कंडीशन ऐसी होती है जब इसकी इंपॉर्टेंस काफी अधिक होती है। जब तक बिजली है तब तक तो आप अपने कंप्यूटर का इस्तेमाल बिना किसी झंझट के कर सकते हैं, क्योंकि बिजली प्राप्त होने पर कंप्यूटर आसानी से चलता रहता है।
परंतु जैसे ही बिजली कट जाती है, वैसे ही अगर आपके पास कोई एक्स्ट्रा पावर सप्लाई का जरिया नहीं होता है, तो कंप्यूटर बंद हो जाता है, जिससे आपके जरूरी काम भी अटक जाते हैं, साथ ही आप जो काम कर रहे होते हैं उसे खोने का खतरा भी अधिक हो जाता है।
ऐसे में अगर यूपीएस कंप्यूटर के साथ ज्वाइंट होता है तो यह इमरजेंसी की सिचुएशन में कंप्यूटर को पावर सप्लाई देता है। यही नहीं यूपीएस का महत्व इसलिए भी है क्योंकि बिजली कभी कभार तेज होती है, तो कभी कबार धीमी होती है, जिससे कंप्यूटर को नुकसान हो सकता है परंतु बिजली अगर यूपीएस से हो करके जाती है तो यूपीएस एक सामान लोड कंप्यूटर को देता है।
इससे कंप्यूटर के पार्ट्स खराब होने से बचे रहते हैं, साथ ही यूपीएस का महत्व इसलिए भी है क्योंकि यह खुद ही इस बात का डिसीजन लेता है कि कंप्यूटर के कौन से पार्ट को कितनी पावर सप्लाई देनी है।
UPS निर्माण करने वाली कंपनियां?
नीचे आपको यूपीएस निर्माण करने वाली इंडिया में टॉप कंपनी बताई गई है।
√ APC
√ MICROTEK
√ INTEX
√ CIRCLE POWER BACKUP
√ ARTIS UPS
√ ZEBRONICS
√ LUMINOUS UPS
√ V-GUARD
√ IBALL NIRANTAR UPS.
UPS कहां से खरीदें?
ऑफलाइन स्टोर पर जाकर के भी आप यूपीएस खरीद सकते हैं, साथ ही ऑनलाइन स्टोर पर जाकर के भी आप यूपीएस खरीद सकते हैं। हालांकि हमारी सलाह के अनुसार आपको यूपीएस अपने घर के आस-पास में मौजूद दुकान से ही लेना चाहिए, ताकि अगर उसमें कुछ खराबी आती है या फिर यूपीएस खराब निकल जाता है,
तब आप उसे वापस कर सके अथवा उसकी रिपेयरिंग करवा सके। अगर आप ऑनलाइन यूपीएस लेते हैं, तो आपको खराबी निकलने पर उसे लौटाने में ही 7 से 8 दिन लग जाएगा। इसलिए बेहतर होगा कि लोकल स्टोर से यूपीएस खरीदें।
कंप्यूटर के लिए बेस्ट यूपीएस
अगर आप यूपीएस खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो नीचे आपको कंप्यूटर के लिए बेस्ट यूपीएस की लिस्ट दी गई है।
1: ZEBRONICS ZEB-U725
2: APC BACK-UPS BX600C-IN
3: FOXIN FPS-755
4: V GUARD UPS SESTO 600
5: APC BACK-UPS BE700Y-IND
6: APC 900VA LINE INTERACTIVE UPS
7: APC BACK-UPS PRO BR1500G-IN
8: LUMINOUS PRO 600
9: IBALL NIRANTAR UPS 622
10: ZEBRONICS ZEB-U775
तो दोस्तों आशा करते है की अब आपको UPS और उससे जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी मिल चुकी होगी, और आप जान गये होगे की UPS क्या है और कैसे काम करता है? (What is UPS in Hindi)
यह भी पढ़े:
Hope आपको UPS क्या है और कैसे काम करता है? (What is UPS in Hindi) का यह पोस्ट पसंद आया होगा, ओर हेल्पफ़ुल लगा होगा।
दोस्तो! हमें उम्मीद है आज का यह लेख UPS क्या है आपके लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ होगा। आप इस लेख से जुड़े अपने विचारों को कमेंट की मदद से हमें बता सकते हैं।