दोस्तों आपने BPO का नाम तो ज़रूर सुना होगा, अगर नही सुना तो आज इस पोस्ट में हम जनिगे की BPO क्या है? इसके प्रकार एवं लाभ? (BPO Meaning in Hindi) कैसे काम करता है? इसके Jobs कैसे ले? and all about BPO in hindi?
इंडिया में जॉब्स की बात करे तो कुछ बुरी खबरें ही हमे जानने को मिलती हैं हमारे देश का employment rate भी काफी नीचे हैं और पिछले 5 सालों से unemployment rate लगातार नीचे गिरते जा रही हैं ऐसे हालात में ज्यादातर नौजवान लोग BPO की तरफ आकर्षित हो रहे हैं।
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नौजवान लोगो का BPO के तरफ आकर्षण का मुख्य कारण यह हैं कि BPO लोगो को कम स्किल में अच्छी सैलरी देता हैं और जैसा कि हम सब जानते है कम स्किल में अच्छी जॉब मिलना मुश्किल है और यही BPO अपना काम करता हैं और लोगो की जरूरत पूरी करता हैं।
कोरोना के बाद तो BPO की डिमांड पहले से भी बहुत ज्यादा बढ़ने वाली हैं इसीलिए हम आज आप सब के लिए यह आर्टिकल लेकर आये हैं जिसमे हम आप को BPO की पूरी जानकारी (BPO क्या है? इसके प्रकार एवं लाभ?) आसान शब्दों में देंगे तो दोस्तों इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़िए।
अनुक्रम
BPO क्या है? (What is BPO in Hindi)
BPO का पूरा नाम Business Process Outsourcing हैं। BPO एक तरह का outsourcing process हैं जिसमे कंपनी third party organisation की मदद से अपने कंपनी की मैनेजमेंट में एम्प्लॉयीज की भर्ती करते हैं।
(कंपनी के बाहर एम्प्लॉयीज हायर करने की प्रकिया को outsource कहते हैं)
दूसरे शब्दों में कहे तो, BPO एक third party contract के तरह काम करता हैं इसमें कंपनी एम्प्लॉयीज को डायरेक्टली हायर नहीं करते बल्कि दूसरे organisation से एम्प्लॉयीज हायर का contract करते हैं जिससे कि वे कम सैलरी में लोगो से ज्यादा काम ले सके और अपना प्रोडक्शन cost कम कर सके BPO के जरिए ज्यादातर प्रोडक्शन कंपनी ही अपने काम outsource करती हैं।
जब बड़ी बड़ी कंपनियाँ अपने काम ठीक से नहीं कर पाते तब वे अपने काम कराने के लिए दूसरे organisation से contract करती हैं ज्यादातर बड़ी कम्पनियाँ अपने routine business task को outsource करती हैं ताकि उनका काम आसानी से हो जाए और जिन कामों को करने के लिए कंपनी के एम्प्लॉयीज ज्यादा सैलरी लेते हैं वही काम organisation के जरिये हायर किये एम्प्लोयी कम सैलरी में कर देते हैं ये कंपनियाँ ज्यादातर दूसरे देश के एम्प्लॉयीज हायर करते हैं जैसे अमेरिकन कंपनी अपने काम को outsource करने के लिए इंडियन organisation से contract करते हैं और कम सैलरी पर अपना काम निकलवाते हैं।
BPO को Information technology enabled services (ITES) के नाम से भी जाना जाता हैं, जिसे हिंदी में सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवा कहते हैं।
BPO के अन्तर्गत कंपनी नीचे बताये process या यूँ कहे कामों को outsource करती हैं :-
Finance and Accounting
Payment processing
Internal Audit Services
Credit card and Debt collection
Payroll processing
Data Entry
Data Management and
Data Processing
Other Government Work
इन सभी process या कामों में BPO call centre सबसे ज्यादा प्रचलित हैं।
जब BPO सर्विस को अपने देश को छोड़ कर किसी अन्य देश में outsource की जाती है,तो उसे offshore outsourcing कहते हैं। जब BPO सर्विस को अपने पड़ोसी देशो में outsourcing की जाती हैं, तो उसे nearshore outsourcing कहते हैं। जब BPO सर्विस को अपने ही देश में outsource किया जाता हैं, तो उसे onshore outsourcing कहते हैं।
BPO के प्रकार – Types of BPO in Hindi
BPO सर्विस की बात करे तो कोई भी कंपनी दो तरह से अपने business process या कामों को outsourced करती हैं :-
1. Back-Office Outsourcing
BPO सर्विस में Back office outsourcing के अन्तर्गत company के internal trading functions परफॉर्म किये जाते हैं जैसे payroll, billing, purchasing, accounting आदि आते हैं जिसमे मार्केटिंग व टेक्निकल सर्विसेस को शामिल किया जाता हैं Back office outsourcing में लोगो से कुछ इस तरह के काम करवाये जाते हैं :-
Payroll processing
Data Entry
Data Management and
Data Processing
2. Front Office Outsourcing
BPO सर्विस में Front office outsourcing में human resources को outsource किया जाता हैं इस सर्विस के अन्तर्गत customer related सर्विस पर विशेष ध्यान दिया जाता हैं, इस सर्विस में एम्प्लॉयीज को अपने customers से फोन में बात चीत, ईमेल, फैक्स आदि शामिल हैं Front office outsourcing में लोगो से कुछ इस तरह के काम करवाये जाते हैं :-
Telemarketing
Customer service and help
Technical support and help desk
Appointment Scheduling
Outside and inside trading
Trade management.
BPO का इतिहास – History of BPO in Hindi
अब आप के मन में यह सवाल आ सकता हैं कि आखिर BPO की शुरुआत कब हुई तो चलिये अब आप को BPO की पूरी कहानी बताते हैं।
कंपनी के internal function को बाहर outsource करने का concept सबसे पहले Ross perot ने सन 1962 में Electronic Data System की स्थापना कर शुरू किया था। EDS अपने clients को information technology की importance समझाते हुए कहते हैं कि माना आप मार्केटिंग व मैन्युफैक्चरिंग में बहुत अच्छे है,पर हम information technology से पूरी तरह परिचित हैं इतना की हम आसानी से information technology आप को बेच सकते हैं।
Information technology आज के समय में बहुत जरूरी हैं और BPO इसका एक important हिस्सा हैं BPO से ही IT सेक्टर के ज्यादातर काम होते हैं BPO के जरिये ज्यादातर कम्पनियाँ कम पैसे में अपने काम outsourced कर्मचारियों से करवाते हैं।
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BPO के फ़ायदे – Benefits of BPO in Hindi
BPO क्या है, ये तो हम ने जान लिया चलिये अब देखते हैं कि क्यों BPO इतना प्रसिद्ध क्यों हैं, इसके फायदे क्या है?
- BPO के कारण कंपनी की efficiency काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं और business बहुत ही smooth तरीके से चलता हैं।
- BPO के कारण कंपनी के एम्प्लॉयीज को बहुत ज्यादा फायदा होता हैं वे routine वर्क न करके अपने समय को बचाते हैं जिससे वे अपना घ्यान business की core strategies को बढ़ाने में लगाते हैं।
- BPO के वजह से कंपनी अपने specialised areas में अच्छे से फोकस कर पाते हैं जिससे कंपनी की growth काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं।
- BPO के वजह से कंपनी के एम्प्लॉयीज के परफॉरमेंस में भी काफी वृद्धि देखने को मिलती हैं वे अपना ज्यादा से ज्यादा समय कंपनी के परफॉरमेंस बढ़ाने वाले strategy को बनाने व उनको impliment करने में लगाते हैं।
- BPO के वजह से कंपनी के operating cost में कमी आती हैं।
- BPO के वजह से कंपनी के परफॉरमेंस में काफी flexibility आती हैं।
- BPO के वजह से कंपनी अपने customer और product का गहन analytics कर सकते हैं।
- BPO की वजह से कंपनी की selling में भी काफी बढ़ोतरी होती हैं।
BPO के बारे में तो हमने आप को काफी बता दिया सायद इस आर्टिकल को पढ़ कर आप को BPO जॉब में इंटरेस्ट भी आ गया हो तो चलिये अब हम आप को BPO jobs की पूरी जानकारी देते हैं जिससे आप बिना किसी परेशानी के BPO जॉब ले सके पर BPO जॉब लेने से पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर BPO जॉब क्या हैं?
BPO Jobs क्या है?
अगर BPO जॉब की बात करे तो यह कुछ कुछ कॉल सेन्टर के तरह ही काम करता हैं BPO के types पढ़ने के बाद तो आप समझ ही गये होंगे कि BPO के अन्तर्गत आप को international और domestic दोनों तरह का काम करना पड़ता हैं।
अगर आप की कंपनी offshore outsourcing यानि दूसरे देश की BPO सर्विस के अन्तर्गत काम करती हैं तो आप को international BPO जॉब मिलेगा International BPO जॉब पाने के लिये आप की इंग्लिश में अच्छी पकड़ होनी चाहिये।
अगर आप की organisation या सर्विस प्रोवाइडर onshore outsourcing यानि अपने ही देश के BPO सर्विस के अन्तर्गत काम करती हैं तो आप को domestic BPO जॉब में काम करना पड़ेगा domestic BPO जॉब पाने के लिये आप की कम्युनिकेशन skill अच्छी होनी चाहियें यहाँ इंग्लिश आना कोई कंपलसरी फैक्टर नहीं हैं।
BPO Job कैसे पाए?
अभी के समय की बात करे तो आप को BPO जॉब्स या call centre जॉब आसानी से मिल सकती हैं BPO जॉब की सबसे अच्छी बात यह हैं कि इसके लिए आप को किसी खाश तरह की स्किल्स की जरूरत नहीं होती और न ही BPO जॉब पाने के लिये किसी खाश अनुभव की जरूरत होती हैं।
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BPO Job पाने के लिए Required Skills?
BPO जॉब के लिए कुछ खाश skills या अनुभव की जरूरत नहीं पर कुछ skills ऐसे हैं जिसके बिना BPO जॉब्स मिलना बहुत ही मुश्किल है। ये skills दो तरह के हैं :- 1) Basic skills, 2) special skills or special points.
1. Basic Skills
- ये skills ऐसे हैं, जिसके बिना आप को BPO जॉब्स नहीं मिल सकती आप इन पर थोड़ा गौर कीजिए।
- BPO जॉब्स पाने के लिए आप को कम से कम 12th pass, undergraduate या graduate होना बहुत जरूरी होता हैं।
- BPO जॉब्स के लिये आप की कम्युनिकेशन skills में अच्छी पकड़ होनी चाहिये।
- BPO जॉब के लिए आप को कोई specific course जैसे B.A, B.Com या B.sc करने की जरूरत नहीं कोई भी प्रोफेशनल course काफी हैं।
- BPO जॉब के लिए आप को basic computer skill आना बहुत ही ज्यादा जरूरी हैं।
- अगर आप को शिफ्ट की प्रोब्लम नहीं हैं यानि आप दिन या रात कभी भी काम कर सकते हो तो ये जॉब सिर्फ आप के लिये ही बना है।
2) Special Skill or Special Points
- अगर आप को BPO सर्विस में जॉब पाना हैं तो आप को इन चीजों पर खाश धयान देना होगा।
- BPO सर्विस पाने के लिए आप को अपना एक अच्छा बायो डाटा तैयार करना होगा और बायो डाटा बनाते समय इस बात पर गौर कीजिए कि वो प्रोफेशनल ढंग से लिखा गया हो।
- BPO जॉब पाने के लिए आप अपना vocal skills मजबूत बनाइये और अच्छे से interview की तैयारी कीजिये।
- BPO जॉब्स को क्रैक करने के लिए आप को उस कंपनी की पूरी detail जाननी चाहिए जहाँ आप interview देने जा रहे हैं।
- सिर्फ एक कंपनी में जॉब अप्लाई करके बैठे मत रहिये बल्कि अलग अलग कंपनी में जॉब अप्लाई कीजिये।
- यदि आप IT में technically qualified हैं तो यह आप के लिए बोनस का काम कर सकता हैं और आप को technical support professional में जॉब मिल सकता हैं।
BPO कम्पनियों में कुछ खाश areas हैं, जहाँ आप काम कर सकते हैं। ये areas हैं –
Operations Management
Content Management
Research And Analytics
Legal Services
Training And Consultancy
Data Analytics
Technical support
चलिये अब जानते हैं कि हम किस तरह BPO जॉब में अप्लाई कर सकते हैं व आसानी से जॉब पा सकते हैं।
BPO Jobs के लिए Apply कैसे करे?
अगर आप को लगता हैं कि आप में BPO जॉब करने की सारी खूबियां हैं तो आप को BPO जॉब पाने के लिए आप को बहुत ज्यादा हाथ पैर मारने की जरूरत नहीं हैं आप को बस नीचे बताये instruction को ही फॉलो करना हैं-
सबसे पहले आप अपने skills के मुताबिक ऐसे areas खोजिए जहां आप करना चाहते हैं। फिर आप को जॉब लिस्टिंग साइट यानि नौकरी देने वाली साइट जैसे Monster, Naukri, Indeed आदि में अपना बायो डाटा डाल कर जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं। सबसे जरूरी आप को जॉब पाने के लिए इंटरव्यू की खूब तैयारी करनी चाहिये। अगर आप इन instructions को फॉलो करते हैं तो आप को जॉब आसानी से मिल सकती हैं।
दोस्तों मुझे आशा हैं कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप को BPO की पूरी जानकारी मिल गई होगी इस आर्टिकल में मैंने आप को BPO की जानकारी के साथ साथ BPO जॉब्स में अप्लाई करने का तरीका व जॉब को करने के लिए जरूरी qualification के बारे में भी बताया हैं जिससे अगर आप इस BPO जॉब्स में इंटरेस्टेड हो तो इन information को फॉलो कर अपने पसन्द के जॉब पा सकते हैं।
तो दोस्तों आशा करते हैं की अब आपको बीपीओ और BPO JOBS से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी मिल चुकी होगी, और आप जान गये होगे की BPO क्या है? इसके प्रकार एवं लाभ? (BPO Meaning in Hindi)
F.A.Qs
आउटसोर्सिंग एक बहुत ही लोकप्रिय शब्द है जिसका अर्थ होता है कंपनी के लिए ऐसे employees ढूंढना जो कंपनी के बाहर काम करें।
Outsourcing की प्रक्रिया में employees को कंपनी के अंदर काम करने की जरूरत नहीं होती हैं। कई बार तो कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी दूसरे देश के निवासी होते हैं।
आउटसोर्सिंग की प्रोसेस दो तरह से काम करती हैं, पहला BPO है और दूसरा KPO है। बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने खर्च को कम करने के लिए और अपने बिजनेस एरिया में फोकस करने के लिए आउटसोर्सिंग के तरीके को अपनाती हैं।
BPO से कंपनी को कई तरह के फायदे होते हैं। जिसका उल्लेख नीचे किया गया है –
बीपीओ करने से कंपनी अपने specialised areas और specific competencies पर ज्यादा फोकस कर पाते हैं।
जब कंपनी के routine task को किसी थर्ड पार्टी को आउटसोर्स किया जाता है। तब कंपनी की काम करने की speed और efficiency कहीं ज्यादा बढ़ जाती हैं।
कंपनी के basic task को बाहर आउटसोर्स कर देने के कारण कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी कंपनी के core strategies जैसे designing, implementing पर ज्यादा ध्यान दे पाते हैं।
विकसित देशों की कंपनी अपने routine task को विकासशील देशों को आउटसोर्स कर देती है। जिससे विकासशील देशों में रोजगार के अवसर बढ़ जाते हैं।
बीपीओ करके कंपनी ज्यादा ध्यान कंपनी को आगे बढ़ाने वाले कार्यों में लगा पाती हैं।
BPO का फुल फॉर्म यानी पूरा नाम business process outsourcing हैं। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कंपनी के अंदर ऐसे employees को hire किया जाता है, जो कंपनी के बाहर रहकर कंपनी का काम करते हैं।
बीपीओ मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं –
1. Front office outsourcing
2. Back office outsourcing
बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग एक ऐसी प्रैक्टिस है जिसमें कंपनी के बाहर के employees को खास तरह के काम करने के लिए hire किया जाता है। BPO के अंदर Payroll, data entry, data conversation, customer support, tech support, IT helpdesk, telemarketing services जैसे काम किए जाते हैं।
जब बीपीओ सर्विस को दूसरे देश में आउटसोर्स किया जाता है तो उसे offshore outsourcing कहते हैं। और जब बीपीओ सर्विस को पड़ोसी देशों में आउटसोर्स किया जाता है तो उसे nearshore outsourcing कहते हैं। ठीक उसी तरह जब बीपीओ की सर्विस को उसी देश में आउट सोर्स किया जाता है जिस देश की कंपनी है तो उसे onshore outsourcing कहते हैं। Call center jobs बीपीओ का सबसे अच्छा उदाहरण है।
उम्मीद है की अब आपको BPO से जुड़ी पूरी जानकारी मिल चुकी होगी, और आप जान गये होगे की BPO क्या है? (What is BPO in Hindi) इसके प्रकार? बीपीओ के फ़ायदे? कैसे काम करता है? इसके Jobs कैसे ले? and all about BPO in hindi?
- बिज़नेस क्या है? – What Is Business In Hindi
- बिज़नेस कैसे करें? – How To Start Business In Hindi
- बिज़नेस कोन सा करें? (Low & High Investment Business Ideas In Hindi)
Hope की आपको BPO क्या है? इसके प्रकार एवं लाभ? (BPO Meaning in Hindi) का यह पोस्ट पसंद आया होगा, और हेल्पफ़ुल लगा होगा।
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thank you for detaild post about Bpo