YouTube का मालिक कौन है और यह किस देश की कंपनी है?


YouTube का मालिक कौन है और यह किस देश की कंपनी है? और इस ऐप्लकैशन को कैसे कंट्रोल किया जाता है, इसके बारे मे आज के लेख मे बताया गया है। यूट्यूब के द्वारा हमें मुफ्त में वीडियो देखने की सुविधा प्रदान की जाती है और निश्चित है कि आपने भी यूट्यूब पर अवश्य ही कोई ना कोई वीडियो देखा ही होगा। यूट्यूब ना सिर्फ वीडियो दिखाने के लिए प्रसिद्ध है बल्कि यह विभिन्न प्रकार की जानकारी वीडियो फॉर्मेट में देने के लिए भी काफी अधिक फेमस है।

YouTube का मालिक कौन है और यह किस देश की कंपनी है?

आप यूट्यूब पर किसी भी कैटेगरी के वीडियो को सर्च करके देख सकते हैं। सिर्फ इंडिया ही नहीं आप दुनिया के किसी भी देश के वीडियो को यूट्यूब पर देख सकते हैं।


इस आर्टिकल में हम चर्चा करेंगे कि “यूट्यूब कंपनी का मालिक कौन है” अथवा “यूट्यूब कंपनी के फाउंडर कौन है।”

YouTube का मालिक कौन है?

यूट्यूब का निर्माण गूगल कंपनी ने नहीं किया था परंतु गूगल कंपनी ने बाद में यूट्यूब को खरीद लिया और इस प्रकार से यूट्यूब कंपनी की मालिक गूगल हो गई। दरअसल यूट्यूब को बनाने के पीछे 3 लोगों का अहम योगदान है। उन तीनों लोगों के नाम चाड हर्ले, स्टीव चेन और जावेद करीम है।


यह तीनों लोग पहले पेपाल कंपनी के वर्कर थे। इन तीनों लोगों के द्वारा साल 2005 में यूट्यूब को बना करके तैयार किया गया और सिर्फ 1 साल के बाद ही गूगल एलएलसी के द्वारा तकरीबन 1.65 बिलियन डॉलर में साल 2006 में नवंबर के महीने में यूट्यूब को खरीद लिया गया और साल 2006 से यूट्यूब का मालिक गूगल कंपनी बन गई।

यूट्यूब की लॉन्चिंग भले ही साल 2005 में की गई थी और साल 2006 में इसे गूगल ने खरीदा परंतु हमारे भारत देश में लोगों को यूट्यूब की सुविधा मिलना साल 2008 से प्रारंभ हुआ क्योंकि इंडिया में यूट्यूब का आगमन इसी साल हुआ।

यूट्यूब कि जब लॉन्चिंग की गई थी तब यह सिर्फ अमेरिका में ही काम करती थी अर्थात यह अमेरिका में ही अपनी सर्विस देता था परंतु धीरे-धीरे यूट्यूब वीडियो देखने का और वीडियो को शेयर करने का एक लोकप्रिय प्लेटफॉर्म बन गया है।


जिसके पश्चात दुनिया के दूसरे देशों और दूसरे इलाकों में भी इसका इस्तेमाल धड़ल्ले के साथ किया जाने लगा। YouTube का मालिक कौन है? यह जानने के बाद चलिए अब यूट्यूब से जुड़ी अन्य जानकारिया देखते हैं।

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YouTube की शुरुआत कैसे हुई?

ऊपर आपने जानकारी हासिल की कि पेपाल कंपनी में काम करने वाले 3 कर्मचारियों के द्वारा यूट्यूब को बनाया गया था। उन तीन कर्मचारियों के नाम चाड हर्ले, जावेद करीम और स्टीव चैन थे। बता दे कि एप्पल कंपनी के साथ जुड़ने से पहले चाड हर्ले इंडियाना पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी में डिजाइन की एजुकेशन प्राप्त की थी।


वही स्टीव चेन और जावेद करीम ने यूनिवर्सिटी आफ इलिनॉइस अट urbana-champaign में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कंप्लीट की थी। उसके पश्चात इन तीनों लोगों के द्वारा मिलकर के यूट्यूब को बनाने का विचार किया गया और यूट्यूब को लॉन्च किया गया।

जब यूट्यूब को बना करके लांच किया गया था तब इसका हेड क्वार्टर अमेरिका के कैलिफोर्निया शहर के Pizzeria and Japanese Restaurant San Mateo में था।

साल 2005 में 14 फरवरी के दिन youtube.com के डॉमेन को एक्टिवेट किया गया था और एक्टिवेट करने के पश्चात सिर्फ यूट्यूब पर वीडियो को डालने की ही सुविधा मौजूद थी। यूट्यूब के द्वारा डेटिंग सर्विस भी दी गई थी परंतु वह सफल नहीं हो पाया।


लेकिन इसमें एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी वीडियो प्लेटफार्म था, उस समय पर इंटरनेट पर ऐसा कोई वीडियो प्लेटफार्म उपलब्ध नहीं था जहां पर वीडियो को देखा जा सके।

इसके पश्चात यूट्यूब बनाने वाले लोगों के द्वारा फर्स्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म को तैयार करने का डिसीजन लिया गया। और फिर यूट्यूब जैसा वीडियो अपलोड करने वाला और वीडियो शेयर करने वाला प्लेटफार्म तैयार किया गया।

YouTube बनाने का ख्याल कैसे आया था?

यूट्यूब प्लेटफार्म को तैयार करने की कहानी साल 2004 से ही चालू हो जाती है। साल 2004 में हिंद महासागर में जब भयंकर सुनामी आई थी तो उसके वीडियो को जावेद करीम के द्वारा इंटरनेट पर काफी ज्यादा खोजा गया परंतु उन्हें इंटरनेट पर उस सुनामी का वीडियो प्राप्त नहीं हो पाया।

इसके पश्चात जावेद करीम ने इस बात को बैठ करके सोचा कि जिस प्रकार से वह किसी घटना के वीडियो को इंटरनेट पर ढूंढ रहे हैं। और उन्हें वह वीडियो प्राप्त नहीं हो पा रहा है वैसे ही दुनिया में ऐसे बहुत सारे लोग होंगे जो किसी न किसी घटना की वीडियो को इंटरनेट पर ढूंढते होंगे परंतु उन्हें वह वीडियो नहीं मिलता है जिसकी वजह से उन्हें निराशा का सामना करना पड़ता है।

इस प्रकार से जावेद करीम ने यह विचार किया कि क्यों ना कुछ ऐसी तैयारी की जाए जिसकी वजह से किसी भी घटना के वीडियो को आसानी से देखा जा सके। और प्राप्त किया जा सके और इसके पश्चात उनके मन में यूट्यूब को बनाने का ख्याल आया।

गूगल ने यूट्यूब को कब खरीदा था?

साल 2005 में लॉन्च होने के पश्चात साल 2006 में ही गूगल कंपनी के द्वारा यूट्यूब को बनाने वाले लोगों से बातचीत की गई और डील पक्की होने के पश्चात साल 2006 के ही 13 नवंबर के दिन गूगल कंपनी के द्वारा यूट्यूब को खरीद लिया गया। इस डील के अंतर्गत गूगल कंपनी के द्वारा यूट्यूब को बनाने वाले लोगों को 1.65 billion-dollar दिया गया।

इसके पश्चात गूगल कंपनी ने यूट्यूब को अपने हिसाब से मोडीफाई किया और उसे लोगों के बीच और भी बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया और वर्तमान के समय में यूट्यूब कितना कामयाब हो चुका है। इसके बारे में किसी को भी बताने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि दुनिया भर में वीडियो देखने के मामले में पहले नंबर पर यूट्यूब ही आता है।

यूट्यूब का मुख्यालय कहां है?

यूट्यूब का मुख्यालय यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के कैलिफोर्निया शहर के सैन ब्रूनो में मौजूद है। इसके अलावा दुनिया के अधिकतर देशों में यूट्यूब का ऑफिस मौजूद है।

हमारे देश में यूट्यूब का ऑफिस मुंबई, हैदराबाद, गुड़गांव और बेंगलुरु जैसे शहरों में उपलब्ध है, जहां से इंडिया में चलने वाले यूट्यूब के कंटेंट पर नजर रखी जाती है और यूट्यूब से संबंधित समस्याओं का समाधान किया जाता है।

यूट्यूब पर पहला वीडियो कब और किसने अपलोड किया?

यूट्यूब के संस्थापक जावेद करीम के द्वारा ही साल 2015 में 23 अप्रैल के दिन “मी एट द जू” के टाइटल के नाम से यूट्यूब पर पहला वीडियो अपलोड किया गया था।

यह वीडियो कुल 18 सेकंड का था। इसके पश्चात साल 2008 में यूट्यूब का बीटा वर्जन मई के महीने में लॉन्च किया गया और साल 2005 में ही दिसंबर के महीने में यूट्यूब को पब्लिक प्लेटफॉर्म बना दिया गया।

YouTube का जन्मदाता कौन है?

यूट्यूब का जन्मदाता कोई एक इंसान नहीं है बल्कि यूट्यूब के जन्मदाता तीन इंसान है, जो इसके मालिक भी हैं। उन तीनों इंसानों के नाम चाड हर्ले, स्टीव चेन और जावेद करीम है, क्योंकि इन्हीं तीन लोगों ने मेहनत करके यूट्यूब जैसा बेहतरीन प्लेटफार्म बनाया।

सबसे पहला यूट्यूबर कौन था?

जावेद करीम के द्वारा यूट्यूब पर पहला यूट्यूब वीडियो अपलोड किया गया था। इस प्रकार से जावेद करीम को ही दुनिया का सबसे पहला यूट्यूबर कहा जाता है। उन्होंने यूट्यूब पर सबसे पहले एक जू का वीडियो अपलोड किया था जिसकी टाइमिंग 18 सेकंड की थी।

यूट्यूब पॉपुलर क्यों है?

यूट्यूब ने पिछले 2 सालों में कुछ ज्यादा ही लोकप्रियता हासिल की। इसका सबसे बड़ा कारण है रिलायंस जिओ। रिलायंस जिओ सिम लॉन्च होने के पश्चात भारत में इंटरनेट की सर्विस बहुत ही सस्ती हो गई है।

और इसकी वजह से इंटरनेट को इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या में एकाएक काफी तेजी के साथ इजाफा होना प्रारंभ हुआ। और जब इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई तो यूट्यूब का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई।

क्योंकि सस्ते इंटरनेट की वजह से लोग अधिकतर समय ऑनलाइन व्यतीत करने लगे और यूट्यूब पर फ्री में वीडियो देखने लगे। यूट्यूब पर वीडियो देखने के लिए किसी टेक्निकल कौशल की आवश्यकता नहीं है। यहां पर वीडियो देखना और सर्च करना बहुत ही आसान है।

यूट्यूब के द्वारा अलग-अलग कैटेगरी के वीडियो ऑफर किए जाते हैं जिसकी वजह से यूट्यूब लगातार पॉपुलर होता गया। यूट्यूब पर इंडिया के सभी प्रसिद्ध टीवी चैनल, समाचार चैनल, कॉमेडी चैनल और इंटरटेनमेंट चैनल तथा स्पोर्ट्स चैनल मौजूद है जिसकी वजह से यूट्यूब लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ।

यूट्यूब क्या काम करती हैं?

यूट्यूब दुनिया भर के लोगों को अपने प्लेटफार्म पर लीगल कैटेगरी में वीडियो अपलोड करने की सुविधा देती है साथ ही वीडियो शेयर करने की सर्विस भी देती है। इसके अलावा वीडियो को ऑफलाइन डाउनलोड करने की भी सुविधा देती है।

यूट्यूब के द्वारा अपने वीडियो प्लेटफार्म पर जो लोग वीडियो अपलोड करते हैं उन्हें पैसे कमाने का मौका भी दिया जाता है। इसके लिए व्यक्ति को यूट्यूब पर अपना चैनल बनाना होता है और उस पर वीडियो अपलोड करना होता है।

साथ ही अपने चैनल पर 1000 से भी अधिक सब्सक्राइबर लाने होते हैं, साथ ही चैनल पर अपलोडेड सभी वीडियो को मिलाकर के 4000 घंटे का वॉच टाइम भी पूरा करना होता है।

इसके पश्चात यूट्यूब मोनेटाइजेशन के लिए आवेदन किया जा सकता है। आवेदन एक्सेप्ट होने के बाद वीडियो स्टार्ट होने के पहले अथवा बाद में एडवर्टाइजमेंट आएगी और उसी के द्वारा यूट्यूब चैनल के मालिक की कमाई होगी।

यूट्यूब यह भी सुविधा देता है कि जो कंपनी अथवा व्यक्ति अपने ब्रांड का प्रमोशन करवाना चाहते हैं वह यूट्यूब के साथ संपर्क स्थापित कर सकें। डील पक्की होने पर यूट्यूब, यूट्यूब पर अपलोडेड वीडियो के पहले अथवा बीच में उस कंपनी के ब्रांड का प्रमोशन करती है।

और इसके बदले में कंपनी यूट्यूब को पैसे देती है और उसी में से कुछ पैसे यूट्यूब, यूट्यूब पर चैनल बनाकर के वीडियो अपलोड करने वाले लोगों को देता है और बाकी बचे हुए पैसे अपने पास रखता है।

यूट्यूब की कमाई कैसे और कितनी होती हैं?

यूट्यूब मुख्य तौर पर एडवर्टाइजमेंट के द्वारा पैसे कमाता है। यूट्यूब पर जो चैनल होते हैं उस पर अक्सर एडवर्टाइजमेंट आती रहती है। यह एडवरटाइजमेंट किसी कंपनी के द्वारा दी जाती है।

एडवर्टाइजमेंट देने के लिए सबसे पहले कंपनी यूट्यूब से संपर्क स्थापित करती है और फिर यूट्यूब को निश्चित दिनों तक अपनी एडवर्टाइजमेंट अपने प्लेटफार्म पर दिखाने के लिए पेमेंट करती है।

उसके पश्चात यूट्यूब अपने हिसाब से विभिन्न चैनल पर उस कंपनी की सर्विस अथवा प्रोडक्ट की एडवर्टाइजमेंट को दिखाता है। इस प्रकार से कंपनी के प्रोडक्ट अथवा सर्विस का प्रचार होता है और यूट्यूब को भी प्रचार करने के बदले में पैसे मिलते हैं।

यूट्यूब के द्वारा कमाई का तकरीबन 45% हिस्सा उस चैनल को दिया जाता है जिस चैनल पर यूट्यूब एडवर्टाइजमेंट दिखाया जाता है और 55 परसेंट हिस्सा यूट्यूब अपने पास रखता है।

यूट्यूब से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

  • यूट्यूब की स्टार्टिंग साल 2005 में 14 फरवरी के दिन हुई थी। 14 फरवरी के दिन वैलेंटाइन डे भी था।
  • कहां जाता है कि यूट्यूब शुरुआत में एक डेटिंग वेबसाइट थी परंतु वर्तमान के समय में यह दुनिया की बिगेस्ट वीडियो स्ट्रीमिंग वेबसाइट और प्लेटफॉर्म बन चुकी है।
  • यूट्यूब चाइना, उत्तर कोरिया और ईरान देश में नहीं चलता है क्योंकि इन देशों के द्वारा यूट्यूब को प्रतिबंधित किया गया है।
  • यूट्यूब पर उपलब्ध Despacito गाने को तकरीबन 7.7 बिलियन लोगों के द्वारा देखा गया है।
  • साल 2005 में रात 8:27 पर यूट्यूब पर 23 अप्रैल के दिन यूट्यूब के ही संस्थापक जावेद करीम के द्वारा पहला वीडियो अपलोड किया गया था।
  • इस वीडियो की टाइमिंग 18 सेकंड की थी जिसका टाइटल था ’Me At The Zoo। जावेद करीम के द्वारा यह वीडियो याको सैनडिएगो नाम के चिड़ियाघर में शूट किया गया था। इस वीडियो में जावेद हाथी के पिंजरे के सामने खड़े हुए दिखाई दे रहे थे।
  • हमारे देश में मुंबई के अलावा 10 ऐसे स्थान है जिसे यूट्यूब स्पेस का नाम दिया गया है अर्थात यूट्यूब स्पेस के तहत सिलेक्ट किए गए है। इन जगहों पर 10000 से भी ज्यादा सब्सक्राइबर जा सकते हैं और अपनी वीडियो को क्रिएट कर सकते हैं। यहां पर ग्रीन स्क्रीन की सुविधा भी मौजूद है साथ ही साउंड्सटेज की सुविधाएं भी उपलब्ध है।
  • यूट्यूब की चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर सुसान वोजसिकी है, जो कि एक महिला है। इन्हीं महिला के द्वारा सर्गी ब्रिन और लैरी पेज को साल 1998 में गूगल को तैयार करने के लिए गैराज भाड़े पर दिया गया था।
  • साल 2006 में यूट्यूब को गूगल के द्वारा खरीदा गया। यह डील तकरीबन 1 अरब $650000000 की थी और साल 2006 में हुई यह सबसे बड़ी डील थी।

FAQ:

यूट्यूब कब बनाया गया?

साल 2005

गूगल ने यूट्यूब को कब खरीदा?

साल 2006

गूगल ने यूट्यूब को कितने में खरीदा?

1.65 बिलियन डॉलर

यूट्यूब किस प्रकार की वेबसाइट है?

ऑनलाइन वीडियो प्लेटफॉर्म

यूट्यूब पर पहला वीडियो किसने अपलोड किया?

जावेद करीम

यूट्यूब का रेवेन्यू कितना है?

28.8 बिलियन

इस लेख को पढ़ने के बाद आप समझ गए होंगे की आपके द्वारा सबसे ज्यादा इस्तेमाल करने वाले ऐप्लकैशन YouTube का मालिक कौन है और यह किस देश की कंपनी है? और Youtube पर सबसे पहले कौन प्रचलित हुआ था।

Hope अब आपको YouTube का मालिक कौन है और यह किस देश की कंपनी है? समझ आ गया होगा, और आप जान गये होगे की यूट्यूब कंपनी कैसे काम करती है और इसे कैसे संचालित किया जाता है।

अगर आपके पास कोई सवाल है, तो आप नीचे कमेंट में पूछ सकते हो. और अगर आपको यह पोस्ट हेल्पफुल लगा हो तो इसको सोशल मीडिया पर अपने अपने दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते हो.

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