डीवीडी क्या है? एक समय ऐसा भी था जब व्यक्ति मेमोरी कार्ड और पेन ड्राइव की जगह पर डीवीडी का इस्तेमाल करता था, क्योंकि पहले के समय में अधिकतर ऑडियो, वीडियो डीवीडी में ही उपलब्ध होते थे और डीवीडी को ला करके ही हम अपने घरों में डीवीडी प्लेयर के द्वारा अपनी पसंदीदा फिल्म देखते थे या फिर पसंदीदा गाने को सुनते थे।
परंतु अब पेनड्राइव और मेमोरी कार्ड का इस्तेमाल होने की वजह से डीवीडी का इस्तेमाल काफी कम किया जाने लगा है और हो सकता है कि भविष्य में इसका इस्तेमाल ना के बराबर किया जाए। काफी लोगो ने इंटरनेट पर यह सर्च किया है कि डीवीडी क्या होती है।
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इसलिए इस आर्टिकल में आज हम आपको बताएंगे कि डीवीडी क्या है? इसके प्रकार एवं फुल फॉर्म? कैसे काम करता है? (What is DVD in Hindi) डीवीडी से जुड़ी सभी जानकारी।
डीवीडी क्या है? (What is DVD in Hindi)
अंग्रेजी भाषा में डीवीडी का फुल फॉर्म डिजिटल वीडियो डिस्क होता है। डीवीडी को डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क भी कहा जाता है। अगर आपने सीडी को देखा होगा तो आपको डीवीडी को पहचानने में भी ज्यादा समस्या नहीं होगी, क्योंकि जिस प्रकार से सीडी का आकार गोल गोल होता है उसी प्रकार से डीवीडी का आकार भी गोल गोल होता है।
जिस प्रकार से सीडी की एक साइड की परत चमकीली होती है उसी प्रकार से डीवीडी की भी एक साइड की परत चमकीली होती है, जो कि एलुमिनियम की बनी हुई होती है।
डीवीडी का इस्तेमाल हाई क्वालिटी की फोटो, वीडियो और ऑडियो को स्टोर करने के लिए किया जाता है। इसमें मौजूद डाटा को पढ़ने के लिए तथा रिजल्ट प्राप्त करने के लिए हमारे पास डीवीडी प्लेयर अथवा कंप्यूटर या फिर लैपटॉप होना चाहिए क्योंकि उसी में मौजूद ड्राइव में जब हम डीवीडी को इंस्टॉल करते हैं तो डीवीडी में मौजूद डाटा हमें कंप्यूटर अथवा डिवाइस की स्क्रीन पर दिखाई देता है।
डिजिटल वीडियो डिस्क में डाटा को स्टोर करने के लिए लेयर का इस्तेमाल किया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कंपैक्ट डिस्क अर्थात सीडी की कंपैरिजन में डीवीडी में अधिक मात्रा में डाटा को सुरक्षित करके रखा जा सकता है।
डीवीडी में आप वीडियो के अलावा कंप्यूटर फाइल, ऑडियो और सॉफ्टवेयर तथा एप्लीकेशन को भी स्टोर करके रख सकते हैं।
डीवीडी का फुल फॉर्म क्या होता है?
डीवीडी का फुल फॉर्म डिजिटल वीडियो डिस्क के साथ ही साथ डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क भी होता है। इसका आकार गोल होता है जिसमें एक साइड की परत चमकीली होती है और दूसरे साइड की परत चमकीली नहीं होती है।
डीवीडी को खराबी से बचाने के लिए आपको इसकी चमकीली साइड वाली परत पर किसी भी प्रकार का स्क्रैच नहीं लगने देना चाहिए। डीवीडी को चलाने के लिए डीवीडी प्लेयर की आवश्यकता होती है। तोशीबा कंपनी, फिलिप्स कंपनी और पैनासोनिक कंपनी ने एक साथ मिलकर के साल 1995 में डीवीडी का निर्माण किया था।
डीवीडी प्लेयर क्या है?
यह एक प्रकार का उपकरण होता है जिसमें हमारे द्वारा डिजिटल वीडियो डिस्क को अंदर डाला जाता है और इसमें मौजूद डाटा को फिर इस डिवाइस के द्वारा पढ़ने का काम किया जाता है और इस डिवाइस के साथ जो सिस्टम जुड़ा हुआ होता है उस पर रिजल्ट दिखाई देते हैं।
जैसे कि अगर आपने डीवीडी प्लेयर में कोई डिजिटल वीडियो डिस्क डाली और आपने अपने डीवीडी प्लेयर को टीवी के साथ कनेक्ट किया हुआ है तो डीवीडी के अंदर मौजूद डाटा आपको टीवी की स्क्रीन पर दिखाई देगा। इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन खरीदा जा सकता है। सामान्य तौर पर इसकी कीमत 1000 से लेकर के 4000 के आसपास में होती है।
डीवीडी राइटर क्या है?
आपके पास कोई खाली डीवीडी डिस्क मौजूद है और आप उसमें डाटा को स्टोर करना चाहते हैं तो ऐसी अवस्था में आपको जिस चीज की आवश्यकता होगी उसे ही डीवीडी राइटर कहा जाता है।
अन्य भाषा में इसे Burn भी कहते हैं क्योंकि डीवीडी डिस्क में जो डाटा होते हैं उसे बर्न करने के लिए डीवीडी राइटर को ही यूज में लिया जाता है।
डीवीडी कैसे काम करती है?
डीवीडी में डाटा मौजूद होता है जो की वीडियो, फोटो, ऑडियो या एप्लीकेशन भी हो सकती है। जब हमारे द्वारा सिस्टम में डीवीडी को इंस्टॉल किया जाता है तो सिस्टम के द्वारा डीवीडी की लेयर को पढ़ा जाना स्टार्ट किया जाता है।
जब सिस्टम के द्वारा डीवीडी के डाटा को पढ़ लिया जाता है तो उससे संबंधित जो भी रिजल्ट होते हैं वह हमारे सिस्टम की स्क्रीन पर दिखाई देते हैं। इस प्रकार से डीवीडी काम करती है।
डीवीडी की स्टोरेज क्षमता कितनी होती है?
डीवीडी में डाटा को स्टोर करने के लिए लेअर का इस्तेमाल किया जाता है। यह प्लास्टिक के द्वारा निर्मित हुई होती है जिसकी मोटाई 1.2 एमएम के आसपास में होती है। स्टोरेज कैपेसिटी के आधार पर डीवीडी को मुख्य तौर पर चार प्रकार में डिवाइड किया गया है जिस की जानकारी निम्नानुसार है।
1: Single Side Single Layer
इस प्रकार के डीवीडी में आप तकरीबन 4.7 जीबी तक के डाटा को स्टोर कर सकते हैं, क्योंकि इस प्रकार के डीवीडी की स्टोरेज कैपेसिटी 4.7 जीबी के आसपास होती है।
2: Single Side Double Layer
सिंगल साइड डबल लेयर डीवीडी में डाटा को स्टोर करने की कैपेसिटी 8.7 जीबी तक की होती है।
3: डबल साइड सिंगल लेयर
डबल साइड सिंगल लेयर डीवीडी की स्टोरेज कैपेसिटी 9.5 जीबी होती है।
4: Double Side Double Layer
डबल साइड डबल लेयर डीवीडी की स्टोरेज कैपेसिटी 17.08 जीबी तक की होती है।
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डीवीडी के प्रकार (Types Of DVD In Hindi)
डिजिटल वीडियो डिस्क को इस्तेमाल करने के आधार पर तीन प्रकार में डिवाइड किया गया है जो कि निम्नानुसार है।
- DVD – ROM
- DVD – R
- DVD – RW
1: DVD – ROM (DVD Read only Memory)
इसे डीवीडी रीड ओनली मेमोरी कहा जाता है और इस प्रकार से इसके नाम से ही यह बात स्पष्ट हो जाती है कि डीवीडी रीड ओनली मेमोरी में हमारे द्वारा सिर्फ डाटा को पढ़ा जा सकता है। आपके द्वारा इसमें किसी भी नए डाटा को शामिल नहीं किया जा सकता है।
यानी कि आप नए डाटा को इसमें स्टोर नहीं कर सकते हैं, बल्कि जो डाटा पहले से ही यहां पर उपलब्ध है सिर्फ उसे ही रीड कर सकते हैं।
2: DVD – R (DVD Recordable)
डीवीडी रिकॉर्डेबल का मतलब होता है एक ऐसी डीवीडी जिसमें सिर्फ डाटा को रिकॉर्ड किया जा सकता है। आप इस प्रकार की डीवीडी में किसी भी प्रकार के डाटा को संरक्षित कर सकते हैं और बाद में जब चाहे तब उसे पढ़ सकते हैं।
3: DVD – RW (Re-Writable)
डाटा को पढ़ने के लिए साथ ही डाटा को रीड करने के लिए इस प्रकार की डीवीडी का इस्तेमाल होता है। इसमें हम अपनी इच्छा के अनुसार जितनी चाहे उतनी बार डाटा को लिख सकते हैं और उसे पढ़ भी सकते हैं।
डीवीडी की विशेषताएं?
डीवीडी के बारे में इतनी सारी बातें जानने के बाद हमें डीवीडी की विशेषताओं के बारे में अवश्य ही जानना चाहिए, जो कि निम्नानुसार है।
- डिजिटल वीडियो डिस्क के स्टोरेज की कैपेसिटी काफी बेहतरीन होती है।
- रिसॉल्यूशन के मामले में डीवीडी बहुत ही बेहतरीन होता है क्योंकि इसका रिसॉल्यूशन ज्यादा होता है अर्थात 2 मिलियन पिक्सेल के आसपास इसका रिसॉल्यूशन होता है।
- डीवीडी की एक खासियत यह है कि यह तकरीबन 8 अलग-अलग भाषाओं में मौजूद साउंड को ट्रैक कर सकता है।
- कुछ डीवीडी ऐसी है जिसमें स्टोरेज कैपेसिटी 4.7GB से लेकर के 17.08 जीबी के आसपास तक होती है।
- डिजिटल वीडियो डिस्क में आप बेहतरीन क्वालिटी के वीडियो को तकरीबन 2 घंटा 15 मिनट से भी अधिक चला सकते हैं। यानी कि आप 133 मिनट तक की हाई क्वालिटी वीडियो को रन कर सकते हैं।
- डीवीडी में उपलब्ध वीडियो की क्वालिटी बहुत ही शानदार होती है क्योंकि इसमें mpeg2 कंप्रेशन का इस्तेमाल होता है।
डीवीडी के फायदे?
डीवीडी के विभिन्न प्रकार के फायदे है, जिनमें से कुछ प्रमुख फायदे की जानकारी नीचे आपके सामने उपलब्ध करवाई जा रही है।
- अगर सीडी और डीवीडी की तुलना की जाए तो सीडी के मुकाबले में डीवीडी में आप अधिक मात्रा में डाटा को स्टोर करने का काम कर सकते हैं, क्योंकि डीवीडी के स्टोरेज की कैपेसिटी अधिक होती है।
- डीवीडी में डाटा को स्टोर करना ज्यादा झंझट का काम नहीं होता है।
- आप अपने पास मौजूद किसी भी हाई क्वालिटी के वीडियो को आसानी से डीवीडी में स्टोर कर सकते हैं बशर्ते उसकी साइज डीवीडी की स्टोरेज कैपेसिटी के अंतर्गत हो।
- डीवीडी का वजन काफी हल्का होता है और यह पोर्टेबल स्टोरेज डिवाइस होता है। इसीलिए आप किसी भी स्थान पर इसे आसानी से लेकर जा सकते हैं।
- डीवीडी की विशेषताओं में एक विशेषता यह भी है कि इसकी कीमत मार्केट में ज्यादा नहीं है।
- मार्केट में आसानी से आपको ₹60 से लेकर के ₹150 के आसपास में डीवीडी उपलब्ध हो जाती है।
डीवीडी के नुकसान?
आईए अब डीवीडी के डिसएडवांटेज अथवा डीवीडी की हानि के बारे में भी चर्चा करते हैं।
- डिजिटल वीडियो डिस्क की देखभाल करना काफी महत्वपूर्ण होता है। देखभाल के अभाव में इस पर चमकीली परत पर स्क्रैच लग जाते हैं जिसकी वजह से इसके अंदर मौजूद डाटा के डैमेज होने की संभावना काफी अधिक हो जाती है।
- हमारे पास अगर Burning Software मौजूद है तो ही हम डीवीडी में डाटा को स्टोर करने का काम कर सकते हैं।
- मार्केट में कुछ ऐसी डीवीडी भी उपलब्ध होती है जिसमें जो डाटा होते हैं उन्हें हम हटा नहीं सकते हैं। हमारे द्वारा सिर्फ रेवरिटेबल डीवीडी में ही मौजूद डाटा को पढ़ा जा सकता है और लिखा जा सकता है।
डीवीडी और सीडी में अंतर?
डीवीडी और सीडी को अगर आप ध्यान से देखेंगे तो आपको इसमें कोई भी अंतर नहीं दिखाई देगा, क्योंकि इन दोनों का आकार एक जैसा होता है और यह दोनों गोल-गोल होते हैं और इनमें एक साइड में चमकीली परत होती है परंतु इसके बावजूद इसमें क्या भेद होते हैं, इसके बारे में अवश्य ही आपको जानना चाहिए।
- डीवीडी का फुल फॉर्म डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क होता है वही सीडी का फुल फॉर्म कंपैक्ट डिस्क होता है।
- वीडियो फाइल को स्टोर करने के लिए मुख्य तौर पर डीवीडी का निर्माण किया जाता है, वहीं दूसरी तरफ ऑडियो फाइल को स्टोर करने के लिए कंपैक्ट डिस्क का इस्तेमाल होता है।
- डिजिटल वीडियो डिस्क में आप अधिक से अधिक 17.08 जीबी तक का डाटा स्टोर कर सकते हैं वहीं सीडी के स्टोरेज की क्षमता 700mb ही होती है।
- कंपैक्ट डिस्क के मुकाबले में डीवीडी की क्वालिटी बहुत ही बेहतरीन होती है।
- डीवीडी और सीडी में डाटा ट्रांसफर की स्पीड अलग-अलग होती है। जहां डीवीडी में डाटा ट्रांसफर की स्पीड 11 एमबीपीएस होती है, तो वहीं दूसरी तरफ से यही स्पीड सीडी में 1.5 एमबीपीएस के आसपास होती है।
- फिलिप्स, पैनासोनिक और तोशीबा कंपनी के द्वारा संयुक्त तौर पर डीवीडी का निर्माण किया गया था, वही सिर्फ फिलिप्स और सोनी कंपनी के द्वारा मिलकर के सीडी को बनाया गया था।
- अगर आपको डीवीडी में मौजूद डाटा को पढ़ना है तो इसके लिए आपके पास डीवीडी प्लेयर उपलब्ध होना चाहिए, वही सीडी में मौजूद डाटा को पढ़ने के लिए आपके पास सीडी प्लेयर उपलब्ध होना चाहिए।
डीवीडी कितना डाटा स्टोर कर सकती है?
डीवीडी के सभी प्रकार में डाटा को स्टोर करने की कैपेसिटी अलग-अलग होती है। सिंगल साइडेड सिंगल लेयर डीवीडी में 4.7 जीबी डाटा स्टोर होता है।
सिंगल साइडेड डबल लेयर डीवीडी में 8.5 जीबी से लेकर 8.7 जीबी तक का डाटा स्टोर होता है। वही डबल साइड single-layer डीवीडी में 9.4 जीबी तक का डाटा तथा डबल साइड डबल लेयर डीवीडी में 17.08 जीबी तक का डाटा स्टोर होता है।
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कंप्यूटर में डीवीडी कैसे चलाएं?
- कंप्यूटर में डीवीडी चलाने के लिए आपको सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट में मौजूद डीवीडी ट्रे को ओपन करना है। इसके लिए आपको संबंधित बटन सीपीयू में बगल में ही मिल जाती है। डीवीडी ट्रे ओपन हो जाने के बाद आपको उसके ऊपर डीवीडी रखनी है।
- अब आपको फिर से उसी बटन को दबाना है जिस बटन का इस्तेमाल आपने डीवीडी ट्रे को बाहर निकालने के लिए किया था। डीवीडी ट्रे अंदर हो जाने के बाद आपके कंप्यूटर की स्क्रीन पर एक पॉपअप आएगा जिसमें आपको डीवीडी का नाम दिखाई देगा।
- आपको उसके नाम के ऊपर क्लिक करना है अथवा ओपन बटन पर क्लिक करना है। ऐसा करने से डीवीडी में मौजूद फाइल आपको अपने कंप्यूटर की स्क्रीन पर दिखाई देंगी।
- अब आप जिस फाइल को चलाना चाहते हैं उसके ऊपर क्लिक करें और ओपन बटन पर क्लिक कर दें। इस प्रकार से फाइल चलना शुरू हो जाएगी।
डीवीडी की कीमत कितनी होती है और कहां से खरीदे?
कंपनी के हिसाब से डीवीडी की कीमत अलग-अलग होती है। सामान्य तौर पर डीवीडी की कीमत ₹80 से लेकर के ₹180 के आसपास में होती है। हालांकि क्षेत्र के हिसाब से भी इसकी कीमतों में बदलाव हो सकता है।
डीवीडी खरीदने के लिए आप नजदीकी कंप्यूटर अथवा लैपटॉप स्टोर पर जा सकते हैं या फिर आप ऑनलाइन भी डीवीडी की बुकिंग कर सकते हैं। इसके अलावा म्यूजिक सिस्टम रखने वाली दुकान पर भी आप जाकर डीवीडी की खरीदारी कर सकते हैं।
क्या डीवीडी को रिसाइकिल किया जा सकता है?
डीवीडी का निर्माण पॉलीकार्बोनेट अथवा एलुमिनियम के द्वारा किया गया होता है। यह भी एक प्रकार का प्लास्टिक ही होता है जिसका फिर से नवीनीकरण किया जा सकता है।
इस प्रकार की प्लास्टिक को रीसायकल करने के लिए जो डीवीडी होती है उसे सबसे पहले छोटे-छोटे टुकड़े में तोड़ा जाता है और फिर इसे मशीन में तब तक गर्म करने की आवश्यकता होती है जब तक कि यह लिक्विड प्रारूप में ना बदल जाए।
इसके बाद सबसे आखरी में जो उत्पाद प्राप्त होता है वह प्लास्टिक की बोतल या फिर दूसरी वस्तु हो सकती है, जिसे फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है।
डीवीडी कैसे बनती है?
डीवीडी में सबसे नीचे प्लास्टिक बेस होता है। उसके ऊपर रिफ्लेक्टिव लेयर की पतली परत होती है और डीवीडी में सबसे ऊपर डीवीडी में मौजूद डाटा को नुकसान से बचाने के लिए एक्रेलिक की कोटिंग होती है।
डीवीडी का निर्माण करने के लिए सबसे पहले म्यूजिक के साउंड का माप लिया जाता है और उसके पश्चात साउंड को नंबर में कन्वर्ट करने की कार्रवाई की जाती है। इसके लिए बायनरी सिस्टम का इस्तेमाल होता है। सभी डाटा बायनरी फॉर्मेट में कन्वर्ट हो जाने के पश्चात लेजर बीम का इस्तेमाल करते हुए डीवीडी में छोटे-छोटे छेद किए जाते हैं।
इस प्रक्रिया को सीडी बर्निंग प्रोसेस कहा जाता है। इस प्रकार से डीवीडी में किए गए छोटे-छोटे छेद 0 को दर्शाने का काम करते हैं और जिस जगह पर कोई भी छेद नहीं होता है वह 1 को दर्शाने का काम करते हैं। इस प्रकार से साउंड के जो डाटा बाईनरी फॉर्मेट में बदले जाते हैं उसे लेजरबीम के द्वारा डीवीडी में संग्रहित किया जाता है।
तो दोस्तों आशा करते हैं की अब आपको डीवीडी से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी मिल चुकी होगी, और आप जान गये होगे की डीवीडी क्या है? इसके प्रकार एवं फुल फॉर्म (What is DVD in Hindi)
FAQ:
डिजिटल वीडियो डिस्क
डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क
पोर्टेबल स्टोरेज डिवाइस
डीवीडी
इस आर्टिकल के जरिए हमने आपको डीवीडी क्या है? (What is DVD in Hindi) डीवीडी कैसे काम करती है? डीवीडी प्लेयर क्या है? डीवीडी राइटर क्या है? डीवीडी की स्टोरेज क्षमता.. इन सब के संबध मे संपूर्ण जानकारी प्रदान की है अगर आपको कुछ भी पूछना हो तो नीचे कॉमेंट सेक्शन मे कॉमेंट करके पूछ सकते है।
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