टैली क्या है और कैसे सीखें? (What is Tally in Hindi)

6

अगर आप टैली के बारे में जानना चाहते हो की टैली क्या है और कैसे सीखें? टैली कैसे इस्तेमाल करते है? टैली के फ़ायदे क्या क्या है? तो आज का यह पोस्ट आपके लिए बहुत हेल्पफ़ुल है, क्यूँकि आज इस पोस्ट में हम जानिंगे what about tally in hindi?

टैली क्या है और कैसे सीखें? (What is Tally in Hindi)

दोस्तो यदि आप एक विद्यार्थी हैं या कंप्यूटर पर एकाउंटिंग से संबंधित कार्य करते हैं, तो आपने tally का नाम तो सुना ही होगा दोस्तों क्या आपने भी कभी टैली का इस्तेमाल अपने कंप्यूटर में किया है यदि नहीं तो दोस्तों वक्त आ गया है टेली सीखने का क्योंकि आजकल लगभग सभी बड़ी-बड़ी कंपनियों,


छोटे बिज़नेस तथा ऑफिस के अकाउंटिंग कार्यों के लिए टैली सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल होता है। तथा आप पढ़ाई पूरी करने के बाद कंप्यूटर की नौकरी चाहते हैं तो tally सीखना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

दोस्तो यदि आपको अब तक tally के बारे में जानकारी नहीं है, तो आपके लिए खुशखबरी है! क्योंकि आज के इस इस लेख में हम आपको बेहद सरल शब्दों में बताएंगे कि टैली क्या है? आखिरी है किस तरह हमारे लिए फायदेमंद है? तथा आप किस तरह मुफ्त में tally सीख सकते हैं! जिससे आप अपनी योग्यतानुसार पैसा भी कमा सकते हैं उम्मीद है आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आएगी।

एनीमेशन क्या है और कैसे बनाये – What Is Animation In Hindi उसके बारे में मैंने पहेले से ही बताया हुआ है, लेकिन आज इस पोस्ट में हम जानिंगे की टैली क्या है? कैसे सीखे? फायदे एवं उपयोग? (Tally in Hindi)


टैली क्या है? (What is Tally in Hindi)

Tally एक एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जिसे tally solutions pvt Ltd कंपनी द्वारा बनाया गया है। tally का इस्तेमाल मुख्यतः बिज़नेस में डेटा को maintain (प्रबंध) करने के लिए किया जाता है।

tally solution का हेडक्वार्टर बैंगलोर में स्तिथ है। tally सॉफ्टवेयर को बनाने का मुख्य उद्देश्य data को आसान, तेज तथा मैनेज करने के साथ ही एकाउंट के सभी कार्यों को सुविधाजनक बनाना था। तथा tally सॉफ्टवेयर के लॉन्च होने के बाद किसी कंपनी में हुए आय-व्यय, धन के लाभ, फ़ायदा-नुकसान आदि सभी चीज़ों के रिकॉर्ड को व्यवस्तिथ करना सरल हो गए जिसे करने में पहले काफी समय खर्च होता था।


tally को वर्ष 1986 में विकसित किया गया परन्तु समय-समय पर tally सॉफ्टवेयर के फ़ीचर्स में किये गए अपडेट की वजह से समय की माँग अनुसार tally हमेशा कंपनी में एकाउंटिंग कार्य के लिये बिज़नेस में पहली प्राथमिकता रहा। तो अब आप जान गये होगे की टैली क्या है? दोस्तो अब हम विस्तारपूर्वक tally के फायदों के बारे में जानेंगे जिससे आप tally के महत्व को सरल शब्दों में समझ पाएं!

टैली के फ़ायदे? (Benefits of Tally in Hindi)

दोस्तों वर्तमान समय न सिर्फ बड़े-बड़े व्यवसाय में tally का इस्तेमाल होता है बल्कि छोटे व्यापारी भी कंप्यूटर की उपयोगिता को समझकर tally का इस्तेमाल कर रहे हैं। अतः यहाँ tally की महत्वता को समझने के लिए नीचे मुख्य बिंदु स्पष्ट किये गए हैं। टैली सॉफ्टवेयर में हमारे द्वारा enter किया गया डाटा सुरक्षित होता है अर्थात उसमें किसी तरह की छेड़छाड़ या बिना अनुमति के डाटा में बदलाव करना संभव नहीं होता। इसलिए tally व्यवसाय में एक विश्वसनीय सॉफ्टवेयर होता है।

किसी कंपनी में कार्य करते हुए कर्मचारियों को सैलरी देना महत्वपूर्ण होता है तथा tally में यह कार्य बड़ी सरलता तथा तेजी से किया जा सकता है। tax, बोनस, fund आदि सभी वित्तीय कार्यों को टैली में किया जा सकता है। अतः tally किसी कंपनी के फाइनेंसियल रिकॉर्ड को प्रबंध करने का कार्य करती है।


भारत में जीएसटी लागू होने के बाद टैली सॉफ्टवेयर का महत्व बढ़ चुका है अनेक व्यवसायियों में टैली के अंतर्गत GST का उपयोग होता है। यह दर्शाता है कि यह कंपनी जीएसटी के सभी नियमों का पालन करती है। tally में tds रिटर्न्स, vat filling, service tax returns, excercise tax आदि टैक्स सरलतापूर्वक जोड़े जा सकते हैं।

टैली मे रिमोट एक्सेस डाटा की मदद से यूजर को लॉगइन आईडी तथा पासवर्ड प्राप्त होता है जिसकी मदद से कंपनी में कोई भी कर्मचारी घर बैठे भी कंपनी के फाइनेंसियल डाटा को एक्सेस कर सकते हैं तथा उसे edit कर सकते हैं। tally में सभी डाक्यूमेंट्स bill, invoice, receipts आदि सेव किए जाते हैं तथा इसका मुख्य फायदा यही है कि हम इन डाक्यूमेंट्स का लंबे समय तक उपयोग कर सकते हैं तथा जरूरत अनुसार कभी भी ओपन कर सकते हैं! साथ ही इन डाक्यूमेंट्स को भविष्य में आसानी से एक्सेस कर सकते हैं बल्कि लंबे समय तक store कर सकते हैं जो कि टैली का एक महत्वपूर्ण फीचर है।

टैली कैसे डाउनलोड करें?

tally solution ने समय-समय पर tally सॉफ्टवेयर ने अपने version में फ़ीचर्स को अपडेट किया है ताकि यूजर एक्सपेरिएंस बेहतर हो सके। अतः यहाँ आपकोलेटेस्ट version tally erp9 डाउनलोड करने का तरीका बताया जा रहा है, अतः नीचे दिए steps को ध्यानपूर्वक समझें!


सबसे पहले कंप्यूटर में नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर इस वेबसाइट को ओपन कर लीजिए। यहाँ से आप डायरेक्ट tally सेटअप फ़ाइल को डाउनलोड कर सकते हैं।

Download Tally

अब पेज को स्क्रॉल कीजिये। तथा नीचे आपको Install previous version का एक बटन दिखाई देगा। उस पर क्लिक कीजिए और tally सॉफ्टवेयर की सेटअप फ़ाइल डाउनलोड होना शुरू हो जाएगी। अब आपको tally software अपने कंप्यूटर में इंस्टाल करना होगा। और इस प्रकार सफ़लतापूर्वक tally software इनस्टॉल होने के बाद आप tally का इस्तेमाल करना प्रारंभ कर सकते हैं।

टैली कैसे सिखे? 

अब सवाल आता है कि हम किस तरह टेली सीख सकते हैं?

दोस्तो आज इंटरनेट पर हमें सभी जानकारियां मुफ्त में मिल जाती हैं उसी तरह टैली सॉफ्टवेयर से जुड़े अनेक ट्यूटोरियल्स हिंदी तथा अनेक क्षेत्रीय भाषाओं में मौजूद हैं!  अतः आपको tally के किसी version को सीखने के लिए आपको कहीं बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है! आप गूगल, youtube की सहायता से सीख सकते हैं जिसका मतलब है आप मुफ्त में टैली सीख सकते हैं।

परंतु यदि आप tally में मास्टर बनना चाहते हैं तो आप ऑफलाइन classes भी ले सकते हैं क्योंकि आजकल अनेक कंप्यूटर शिक्षण संस्थानों में टैली सिखाई जाती है! जिससे आप tally पर किसी कंपनी में डाटा entry तथा अकाउंटिंग कार्य कर जॉब कर सकते हैं। अतः निष्कर्ष निकलता है कि tally को आप इच्छानुसार मुफ्त में ऑनलाइन तथा पैसों में ऑफलाइन दोनों जगहों पर अपनी सीख सकते हैं।

आज यदि हमारे पास कोई विशेष डिग्री नहीं है, लेकिन हम कंप्यूटर चलाना जानते हैं और हमने Tally सॉफ्टवेयर सीखा हुआ है तो मार्केट में अनेक कंपनियां है जहां पर कंपनी के Accounts, डाटा को मैनेज करने के लिए कंपनियों को ऐसे ही क्लाइंट्स की जरूरत होती है। दोस्तों Tally जो कि इंडिया में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला सॉफ्टवेयर है! उसकी शुरुआत कब हुई थी और इसका इतिहास क्या है? आप जानते हैं, यदि नहीं तो आइए जानते हैं;

टैली का इतिहास? (History of Tally in Hindi)

दोस्तों  स्वर्गीय shri Shyam Sundar Goenka की एक कंपनी Petronius Pvt. Ltd. थी! इसी कंपनी के लिए 1986 में Tally सॉफ्टवेयर को विकसित किया!

दोस्तों टैली सॉफ्टवेयर की जरूरत उस समय उन्हें इसलिए पड़ी क्योंकि उनकी कंपनी विभिन्न Plants तथा टेक्सटाइल कंपनियों को कच्चे पदार्थ एवं मैकेनिक पार्ट्स की सप्लाई करती थी! लेकिन इस काम में उन्हें कंपनी के अकाउंट को मैनेज करने में काफी दिक्कतें आ रही थी और उन्हें कोई भी ऐसा सॉफ्टवेयर नहीं मिल रहा था जो उनके इस काम को सरल कर दे।

जब उन्होंने इस बारे में अपने बेटे से Bharat Goenka से कहा वो Maths ग्रेजुएट थे उन्होंने एक ऐसा साफ्टवेयर विकसित किया जो उनके बिजनेस में फाइनेंसियल एकाउंट्स को हैंडल कर सके। इस काम को सक्सेसफुल बनाना भरत के लिए आसान नहीं था! उन्होंने इस Dream प्रोजेक्ट पर कार्य करना शुरू किया और कड़ी मेहनत के बाद  उन्होंने एक ऐसा कमर्शियल प्रोडक्ट बना दिया जो उनको लक्ष्य को पाने मे मदद कर सके।

इसके बाद उन्होंने Tally ERP 9 सॉफ्टवेयर को डेवलप करने के लिए कार्य करना शुरू किया! तथा tally सॉफ्टवेयर को पहली बार Ms dos एप्लीकेशन के रूप में लांच किया। इसलिए भरत गोयनका को टैली सॉफ्टवेयर का पितामह भी कहा जाता है! आज Tally भारत समेत दुनिया के 100 देशों से भी अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है।

तो दोस्तो क्योंकि पूरे भारत में टैली छोटे एवं मध्यम बिजनेसेस के लिए एक मुख्य अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के रूप में जाना जाता है, आइए Tally के कुछ विशेष फीचर्स के बारे में जान लेते हैं.

Best Features Of Tally In Hindi

Accounting Management

अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के तौर पर Tally में बिजनेस के अकाउंट से संबंधित सभी कार्य जैसे कि Customer invoice तैयार करना। Error डिटेक्शन फीचर की मदद से आप Tally में GST बिल्स को Accurate create कर सकते हैं एवं प्रिंट कर सकते हैं।

Tally Erp 9 के माध्यम से बिजनेस में मालिक Daily रिपोर्ट्स प्राप्त करने के साथ ही  Journal, Payment, Receipt And Contra Vouchers बिजनेस में Create कर सकता है। साथ ही ऑर्डर प्रोसेसिंग एवं Breaking के लिए Tally एक लोकप्रिय सॉफ्टवेयर आज बन चुका है।

Simply Sitting

Tally की यह विशेषता आज सभी छोटे एवं बड़े बिजनेस में लाभदाई है। क्योंकि इस एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर का सेटअप करना आसान है तथा एक बार इसकी फंक्शनैलिटी को समझने के बाद उद्योग में इसका उपयोग कुशलतापूर्वक किया जा सकता है।

Remote Access

यदि आप Tally के लेटेस्ट वर्जन Tally ERP 9  का उपयोग करते हैं, तो उसमें दिए गए रिमोट एक्सेस फीचर के माध्यम से बिजनेस owner या अन्य user कंपनी के डाटा को किसी भी लोकेशन से एक्सेस कर सकता है अतः इस प्रकार इस एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर को लगातार बेहतर बनाने की कोशिश हो रही है।

Flexibility

Tally सॉफ्टवेयर की फ्लैक्सिबिलिटी उपयोगकर्ताओं द्वारा सबसे अधिक पसंद की जाती है! चाहे आप को Daily रिपोर्ट्स निकालने हो या Monthly Basis पर। इसलिए एक सॉफ्टवेयर में विभिन्न कंपनी के बीच अकाउंटिंग & inventory रिपोर्ट जनरेट करने कि यह फ्लैक्सिबिलिटी Tally यूजर्स को प्रोवाइड करती है।

Speed

किसी भी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें स्पीड बेहद महत्वपूर्ण होती है। खासकर बिजनेस में सॉफ्टवेयर की स्पीड बेहद महत्वपूर्ण होती है, Tally इस मामले में भी आगे है, Tally Erp 9 में आप Instant & Accurate रिपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं।

Monitoring

दोस्तो Tally Erp 9 सॉफ्टवेयर में कई सारे फीचर्स मौजूद हैं! जिससे व्यापार संबंधी कई जरूरी जानकारियां समय-समय पर मॉनिटर की जा सकती है जैसे कि एक यूजर  Cash Flows, And Consumer Credit Limits, budget Flow, Expenses, मॉनिटर कर सकता है।

अतः tally सॉफ्टवेयर की मदद से Accounts को मैनेज करना एवं निगरानी रखना बेहद सरल हो जाता है।

Contact Support

Tally सॉफ्टवेयर का उपयोग करने के दौरान इसकी फंक्शनैलिटी को समझने में यदि कोई दिक्कत आती है तो आप टैली सॉफ्टवेयर की ऑनलाइन हेल्प ले सकते हैं।

Alt+ H key प्रेस कर आप ऑनलाइन सपोर्ट को एक्सेस कर सकते हैं! तथा tally के लेटेस्ट फीचर्स का अपडेट एवं नये Topics की जानकारी यहां पर आपको मिल जाती है जिससे आप सॉफ्टवेयर का बेहतर इस्तेमाल कर सके।

Banking Features In Tally

Tally ERP 9 के लेटेस्ट बैंकिंग फीचर के जरिए आप बैंक Cheques को Tally से ही प्रिंट कर सकते हैं ना शानदार! साथ ही आप पोस्ट Dated ट्रांजैक्शन create कर सकते हैं अतः बैंकिंग के कार्यों के लिए भी अब Tally आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

Inventory Features

इन्वेंटरी फीचर्स के माध्यम से आप Tally में अपने बिजनेस में Stocks को सरलता पूर्वक मैनेज कर सकते हैं। इसलिए यदि आप शेयर मार्केट & म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो ऐसे में इन्वेंटरी फीचर के माध्यम से आप डायरेक्ट Tally से अपने Stocks को मैनेज कर पाएंगे।

Order Processing

business में ऑर्डर्स बेहद महत्वपूर्ण हैं! इसलिए यदि आप बिजनेस में टैली का उपयोग करते हैं तो यहां से आप सभी orders को Create कर सकते हैं! एवं उन्हें Track भी कर सकते हैं। इसलिए ऑर्डर प्रोसेसिंग के माध्यम से की जाने वाली खरीदारी एवं सेल्स ऑर्डर को मैनेज करना यहां से संभव हैं।

Sales Purchase Management

आपको Tally में यह दो सेक्शन देखने को मिलेंगे जहां से खरीदारी एवं बिक्री मैनेजमेंट कर सकते हैं। Purchase मैनेजमेंट वाले सेक्शन से आप tally में inventory Purchase से Purchases की Additional एडीशनल Coet को ट्रैक कर सकते हैं

जबकि सेल्स मैनेजमेंट सेक्शन से आप सेल्स के मल्टीपल लेवल्स को Tally के अंतर्गत set कर सकते हैं। Tally की पावर का अंदाजा आप तभी लगा सकते हैं, असल में जब आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं! क्योंकि ढेर सारे फीचर्स Tally में आपको देखने को मिल जाते हैं।

तो दोस्तों उम्मीद है की अब आपको टैली से जुड़ी पूरी जानकारी मिल चुकी होगी, और आप जान गये होगे की टैली क्या है? कैसे सीखे? फायदे एवं उपयोग? (Tally in Hindi)

टैली से जुड़े कुछ FAQs

टैली कोर्स कितने दिन का होता है?

अलग-अलग इंस्टिट्यूशन में टैली कोर्स को कंप्लीट करवाने में अलग-अलग समय लगता है। वैसे तो टैली को करने के लिए सबसे ज्यादा 6 महीने का समय लगता हैं लेकिन कई इंस्टीट्यूट ऐसे भी होते हैं जो टैली कोर्स को 2 से 3 महीने में पूरा करने का दावा करते हैं। और कुछ इंस्टीट्यूटस को टैली कोर्स कराने में एक साल का भी समय लगता हैं। लेकिन इस कोर्स में टैली से पहले कंप्यूटर की basic knowledge के बारे में सिखाया जाता हैं।

टैली का फुल फॉर्म क्या है?

Tally का फुल फॉर्म Transactions Allowed in a Linear Line Yards हैं। सीधे सरल शब्दों में कहें तो बिज़नेस के बड़े बड़े बही खाते को कंप्यूटर में लाने के लिए टैली का इस्तेमाल किया जाता हैं। टैली की मदद से बिज़नेस के बड़े बड़े अकाउंटस या यूं कहे कि हिसाब किताब को कागज पर मैनुअली न करके सीधे कंप्यूटर पर अकाउंट्स जा सकता हैं।

टैली में क्या क्या सिखाया जाता है?

अधिकतर लोग जब टैली सीखने के लिए जाते हैं तो उन्हें इस बात की जानकारी नहीं होती है कि टैली में क्या सिखाया जाता है ? उन्हें केवल इतना ही मालूम होता हैं कि टैली में कागज में करने वाले accounts को कंप्यूटर में कराया जाता है। यह जानकारी सही है लेकिन यह जानकारी अधूरी जानकारी है।

जब आप किसी इंस्टिट्यूशन में टेली सीखने के लिए जाते हैं वहां आपको एक बिज़नेस के लेन देन को कंप्यूटर में सिखाया जाता है। लेन-देन और हिसाब के अलावा टैली में दूसरे कई सारी चीजें भी सिखाई जाती है। टैली में कंपनी बनाना सिखाया जाता है। जिसे एक कंपनी में होने वाले हर चीज का हिसाब कंप्यूटर में मेंटेन किया जाता है। 

आजकल तो टैली में अकाउंट के साथ-साथ GST के बारे में भी सिखाया जाता है। अगर कोई व्यक्ति टैली सिखता है तो वह व्यक्ति ना सिर्फ बिज़नेस बल्कि किसी भी संस्था के हिसाब किताब को संभाल सकता है।

टैली कैसे सीखें?

अगर आप एक कॉमर्स स्टूडेंट है‌, तो टैली सीख कर आप अपने क्वालिफिकेशन में एक नए skill को Add सकते हैं। आज कल हर चीज को सीखने के 2 तरीके होते हैं। पहला कि आप किसी इंस्टिट्यूट में जाकर टैली का कोर्स कर सकते हैं या फिर आप चाहे तो घर बैठे भी इंटरनेट का यूज करके ऑनलाइन टेली सीख सकते हैं। अगर आपने पहले कंप्यूटर सीखा है और आप की कंप्यूटर में अच्छी पकड़ है, तो आप ऑनलाइन भी अच्छी तरह टैली सीख सकते हैं। 

अगर आप को कंप्यूटर के बारे में कुछ विशेष जानकारी नहीं है तो इंस्टिट्यूट में जाकर टैली सीखना आपके लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। क्योंकि जब आप किसी इंस्टिट्यूट में टैली सीखते हैं, तो वहां आप को टीचर की गाइड लाइन मिलती हैं और अगर आप कहीं गलती करते हैं, तो टीचर आपको बता सकते हैं कि आप कहां गलत हैं। 

इस तरह आप अपनी गलती को सुधार सकते हैं। साथ ही इंस्टिट्यूट में टैली का कोर्स करने पर आपको सर्टिफिकेट मिलता है। और यह सर्टिफिकेट जवाब ढूंढने में बहुत हेल्पफुल होता हैं क्योंकि आज बिना सर्टिफिकेट के कहीं जॉब प्राप्त करना बहुत मुश्किल है।

टैली करने के क्या फायदे हैं?

Commerce student के लिए Tally सीखना बहुत फायदेमंद चीज है क्योंकि वे जिन अकाउंट को अपनी कॉपी में बनाते है। Tally में वही अकाउंट उन्हें कंप्यूटर में बनाना होता है। आजकल सभी काम कंप्यूटर में किए जाते हैं इसीलिए Tally सीख कर आप एकाउंटिंग नॉलेज को नेक्स्ट लेवल पर ले जा सकते हैं। 

ऐसा नहीं कि सिर्फ commerce student ही tally सीख सकते हैं। कोई भी व्यक्ति Tally सीख सकता है। अगर आप को कॉमर्स की नॉलेज नहीं भी है तो भी आप टैली आसानी से सीख सकते हैं। और टैली सीख कर आप न सिर्फ बिजनेस बल्कि अपने घर के खर्च का भी हिसाब किताब रख सकते हैं।

टैली में एंट्री कैसे करे?

व्यापार के लेन देन को टैली में कैलकुलेट करने के लिए या गणना करने के लिए मैनुअली उसमे सभी इन्फॉर्मेशन डाली जाती हैं। टैली में दिए गए ट्रांजेक्शन को एक बार कंप्यूटर में डाल देने के बाद ये सॉफ्टवेयर उसके रिजल्ट पर अपने आप काम करने लगता है। Tally में आप को ट्रांजेक्शन की केवल journal entry pass करनी यानि डालनी होती हैं। Journal entry डालने के बाद ये सोफ्टवेयर अपने आप उन entries को एक्सेस करने लगता हैं। और आप के द्वारा डाले journal entry को टैली ledger में चेंज कर देता हैं। 

Tally में काम करते समय कैलकुलेटर की भी जरूरत होती हैं। टैली में काम करते समय कैलकुलेटर को ओपन करने के लिए Alt + C दबाया जाता हैं। जिससे टैली में कभी भी कैलकुलेटर का इस्तेमाल किया जा सकता हैं। बिज़नेस के हर छोटी बड़ी ट्रांजेक्शन को उसके सही राशि के साथ डाला जाता हैं। जिससे हिसाब का काम आसानी से हो सके।

टैली के जनक कौन है? 

बिज़नेस के बड़े-बड़े लेन देन को कंप्यूटर में लाने के लिए और अकाउंटिंग प्रोसेस को आसान बनाने के लिए श्याम सुंदर गोयनका और उनके बेटे भरत गोयनका ने मिलकर टैली को बनाया था। और तब से आज तक टैली का इस्तेमाल कंप्यूटर अकाउंटिंग के लिए किया जाता है। टैली का उपयोग न सिर्फ इंडिया में अकाउंट संभालने के लिए किया जाता है बल्कि इंडिया के अलावा भी कई ऐसे देश हैं जहां टैली का इस्तेमाल किया जाता है। श्याम सुंदर गोयनका को टैली का जनक कहा जाता हैं।

Accounting क्या है?

बिजनेस में होने वाले सभी लेनदेन को रिकॉर्ड करने की प्रक्रिया Accounting कहलाता है। Accounting ऐसी प्रक्रिया है जिसमें बिजनेस के सभी ट्रांजैक्शंस (लेन-देन) को पहले record फिर summarize किया जाता है। Summarizing के प्रोसेस के पूरे हो जाने के बाद ट्रांजैक्शन को एनालाइज किया जाता है। एकाउंटिंग के बिना बिजनेस के लेनदेन की खबर रखना मुश्किल है। 

एकाउंटिंग के कारण हमें एक बिजनेस की स्थिति की जानकारी होती है। एकाउंटिंग केवल लेन-देन का हिसाब नहीं रखता बल्कि बिजनेस के Assets और Liabilities का भी हिसाब रखता है। एकाउंटिंग के कारण हमें यह जानकारी मिलती है कि बिजनेस में profit हो रहा है या loss हो रहा है।

Accounting के कारण बड़ी-बड़ी कंपनियों की छोटी से छोटी जानकारी हमें एक prospectus में मिल जाती है। Accounting के अंदर revenue, expense, assets, liabilities, income statement, balance sheet, cash flow का अध्ययन किया जाता है, यह सभी चीजें एक बिजनेस के liquidity position की जानकारी आम लोगों को देती हैं।

टैली का आविष्कार कब हुआ? 

बिजनेस के लेन देन को कागज़ से कंप्यूटर में लाने के लिए टैली का अविष्कार 1986 में किया गया था। टैली के आने से पहले कागज में अकाउंटिंग के प्रोसेस को करने में बहुत अधिक समय लगता था। और कागज में सटीक तरीके से बिजनेस की बड़ी-बड़ी लेनदेन को रिकॉर्ड करने में मुश्किलें आती थी। 

टैली में लेजर क्या है?

लेजर एक अकाउंट होता हैं जिसके मदद से सभी journal entries को account फॉर्म में बदला जाता है। Tally में ledger एक ऐसा अकाउंट होता है जिसके मदद से सभी voucher entries पास की जाती है। Tally में जनरल एंट्री पास करने के लिए लेजर अकाउंट बनाया जाता है। लेजर अकाउंट बनाने के बाद ही Tally में एंट्री डाली जा सकती हैं।

टैली में लेजर कैसे बनाते हैं?

जब आप टैली में लेजर बनाते हैं तब Cash और Profit & Loss A/c दो तरह के लेजर उसमे पहले से ही बने होते हैं। क्योंकि इन दोनो लेजर अकाउंट की जरूरत हर बिज़नेस ट्रांजेक्शन को करने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता हैं। इन दोनो लेजर के अलावा यूजर्स अपने हिसाब से नए लेजर भी tally में Create कर सकते है। 

Tally में Ledger बनाने के लिए सबसे पहले आप को Gateway of Tally में जाकर Account Info पर क्लिक करना होगा। उसके बाद आप को Ledger ऑप्शन पर क्लिक करना हैं। जैसे आप ledger ऑप्शन पर क्लिक करेंगे उसके बाद आप को Create का बटन दिखाई देगा आप उस पर क्लिक कीजिए। 

जैसे ही आप Create बटन पर Click करेंगे वैसे ही आप के सामने Ledger Creation Window ओपन होगी। इस ledger window में आप ledger से जुड़ी नाम के साथ सभी डिटेल्स Dr और Cr भरिए।

उम्मीद है अब आपको टैली से जुड़ी पूरी जानकारी मिल चुकी होगी, ओर अब आप जान गए होगे की टैली क्या होता है? टैली कैसे Use करते है? टैली के फ़ायदे क्या क्या है? all about tally in hindi।

यह भी पढ़े:

Hope आपको टैली क्या है? कैसे सीखे? फायदे एवं उपयोग? (Tally in Hindi) का यह पोस्ट पसंद आया होगा।

दोस्तो! हमें उम्मीद है आज का यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ होगा। आप इस लेख से जुड़े अपने विचारों को कमेंट की मदद से हमें बता सकते हैं।

6 COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here