Resume क्या होता है? (What is Resume in Hindi)

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दोस्तों आपने रिज्यूम का नाम तो सुना ही होगा अगर आपको नौकरी पानी है या फिर किसी जॉब के लिए इंटरव्यू देना है तो उसके लिए आपको अपना रिज्यूम बनाना पड़ता है! वैसे ये बात तो सभी को पता है की नौकरी का इंटरव्यू देने के लिए लोगों को रिज्यूम बनाना पड़ता है। लेकिन अगर आपको नहीं पता की आख़िर यह Resume, CV या Biodata क्या होता है? तो आजके इस पोस्ट में हम Resume क्या होता है? (What is Resume in Hindi) के बारे में जनिंगे।

Resume क्या होता है? (What is Resume in Hindi)

पर रिज्यूम होता क्या है? इसकी जानकारी बहुत ही कम लोगों को होती है! अगर आप भी नहीं जानते की Resume क्या होता है?


तो इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें क्योंकि इस आर्टिकल में हमने आपको Resume के बारे में विस्तार पूर्वक बताया है की आख़िर Resume क्या होता है?

Resume क्या है? (What is Resume in Hindi)

Resume एक तरह का डॉक्यूमेंट होता है जिसे नौकरी पाने के लिए HR को दिया जाता है इस डॉक्यूमेंट में एक व्यक्ति के पर्सनल जानकारी से लेकर उसके education, work experience, skills, hobby के बारे में बताया जाता है।


एक तरह से आप ये  समझ सकता है कि रिज्यूम को देख कर HR manager को व्यक्ति के बारे में पूरी जानकारी मिल जाती है। रिज्यूम एक से दो पेज का होता है, Resume में सारी बातों को short करके लिखा जाता है और इसे सुंदर दिखाने के लिए जानकारियों को Bold किया जाता है। तो कुछ जानकारियों को हाईलाइट करने के लिए bullet points का इस्तेमाल किया जाता है। रिज्यूम देखने के 6 सेकेंड के अंदर ही recruiters को आपके बारे में सारी जानकारी मिल जाती है।

Resume का उद्देश्य क्या होता है?

Resume को इसीलिए बनाया जाता है क्योंकि इसके द्वारा व्यक्ति अपनी जानकारी recruiters को आसानी से दे सकते हैं। कोई भी व्यक्ति अपनी कंपनी में लोगों को बिना उसके बारे में जाने नौकरी पर नहीं रखता है इसीलिए resume को बनाया इसीलिए जाता है ताकि दूसरों को उसके बारे में जानकारी दी जा सके।

इतना ही नहीं resume इसीलिए भी दिया जाता है ताकि कंपनी पहले ही सभी लोगों में से योग्य लोगों को चुन सके और उन्हीं का इंटरव्यू ले इससे समय की बचत होती है और job hiring का काम आसान हो जाता हैं।


resume sample
रिज्यूम का उदाहरण

रिज्यूम के प्रकार (Types of Resume in Hindi)

अगर आप कोई अच्छी नौकरी की तलाश में है, तो ऐसे में आपको रिज्यूम के प्रकार के बारे में जानकारी होना चाहिए जिसके माध्यम से आप सही प्रकार से रिज्यूम बनाते हुए लोगों को अपने बारे में जानकारी दे सकें और एक अच्छी नौकरी हासिल कर सकें।

Chronological Resume

यह समस्त रिज्यूम के प्रकारों में से सबसे पहले उपयोग किया जाता है। सामान्य रूप से इसका उपयोग उस समय होता है, जब पहले से ही किसी कंपनी या संस्थान के लिए कार्य किया जा चुका हो। ऐसे में इसमें तिथि की भी जानकारी दी जाती है और अनुभव एवं पद के बारे में भी लिखा जाता है जिसमें पहले कार्य कर चुके हैं। प्रत्येक रिज्यूम की अलग-अलग बनावट होती है जिसमें कार्य भी अलग प्रकार से संपन्न किए जाते हैं।

Functional Resume

जब भी कोई रिज्यूम बनाया जाता है, तो उसमें इस रिज्यूम को भी शामिल किया जाता है। इसके अंतर्गत अपने कौशल के बारे में जानकारी दी जाती है ताकि सामने वाले को आपके अंदर समाहित कौशल के बारे में सही जानकारी प्राप्त हो सके। इसके अलावा अपने कौशल एवं उपलब्धि से संबंधित जानकारी भी दी जाती है और कई बार इसका उपयोग नई जॉब में आने पर भी किया जाता है जिससे भविष्य को सुनिश्चित किया जा सकता है।


Combination Resume 

यह इस प्रकार का रिज्यूम होता है जिसमें नियोक्ता और पद के बारे में भी जानकारी दी जाती है और साथ ही साथ इसमें अपने पिछले कार्यों का भी उल्लेख होता है।

Digital Resume 

जैसा कि हम सभी ने देखा है कि आज का समय पूर्ण रूप से डिजिटलीकरण वाला है, जहां पर हम हर काम इंटरनेट के माध्यम से डिजिटल रूप से करते हैं और इसके माध्यम से अपने कार्य को आसान भी बनाया जा सकता है। ऐसे में रिज्यूम बनाने के लिए भी डिजिटल तरीका उपयोग किया जाता है, जिसके अंतर्गत वेब भाषा का इस्तेमाल होता है। ऐसे में इस डिजिटल रिज्यूम के माध्यम से भी अपने रिज्यूम को आकर्षक बनाया जा सकता है, जो कहीं ना कहीं हमारे लिए फायदेमंद हो सकता है।

रिज्यूम के मुख्य भाग

आज के समय में रिज्यूम बनाना बहुत जरूरी होता है क्योंकि कहीं ना कहीं यह हमारे बहुत ज्यादा काम आ जाते हैं लेकिन हमें इसके मुख्य भागों के बारे में भी जानकारी होना जरूरी है, ऐसे में आज हम आपको इसके मुख्य भागों के बारे में भी जानकारी देंगे।


  • रिज्यूम हैडर — जब भी रिज्यूम बनाते हैं, तो यह सब से ऊपरी भाग होता है जिसमें मुख्य रुप से नाम, फोटो, जानकारी होती है। इसके अंतर्गत हमेशा पासपोर्ट साइज फोटो लगाया जाता है। अगर आप चाहे तो रंगीन फोटो भी लगा सकते हैं। इसके अंतर्गत इसमें अपने प्रोफेशन का भी वर्णन किया जाता है, जो कहीं ना कहीं आपके कौशल को भी बताता है।
  • कांटेक्ट की जानकारी —- रिज्यूम के इस मुख्य भाग में मुख्य रूप से नाम, नंबर, पता, ईमेल ऐड्रेस के बारे में जानकारी दिया जाता है ताकि पढ़ने वाले को सही तरीके से पूरी स्थिति के बारे में पता चल सके।
  • करियर के बारे में जानकारी — रिज्यूम के इस हिस्से को छोटे पैराग्राफ के रूप में लिखा जाता है जिसमें कुछ जरूरी जानकारियों को लिख दिया जाता है। हालांकि आज के समय में इसे वैकल्पिक माना गया है और अगर इसका उल्लेख न भी हो तो भी रिज्यूम को पूर्ण माना जाता है।
  • शैक्षणिक योग्यता — रिज्यूम के इस भाग में शैक्षणिक योग्यता के बारे में जानकारी दी जाती है जिसके अंतर्गत उस मुख्य संस्था का नाम लिखा जाता है जहां आप कार्यरत थे या जहां अपने अध्ययन किया था। इसके अलावा इसमें पूर्व के डिग्री एवं उत्तरण वर्ष के बारे में भी जानकारी दी जाती है ताकि दूसरे संस्था को आपके बारे में सही जानकारी प्राप्त हो सके।
  • कौशल क्षमता — इसके अंतर्गत आपकी कौशल क्षमता के बारे में भी जानकारी दी जाती है। ऐसे में आपने जिस भी संस्था मैं कार्य किया है उसके बारे में विस्तृत जानकारी दी जाती है और सही तरीके से उल्लेख भी किया जाता है।
  • अनुभव — इसे रिज्यूम का मुख्य अंग माना जाता है जिसके अंतर्गत उन सारे संस्था या कंपनी के बारे में लिखा जाता है, जहां आप ने पूर्व में काम किया था। इसके अलावा इस बात की भी जानकारी दी जाती है कि पिछले संस्था में आपने कितने दिनों तक कार्य किया है और उस संस्था को छोड़ने का क्या कारण था? इन सभी मुख्य जानकारियों को देना सही माना जाता है ताकि सामने वाले को भी आपके बारे में उचित जानकारी हो।
  • मिलने वाले अवार्ड — इस भाग के अंतर्गत अगर आपको पिछले संस्था से कोई अवार्ड या पुरस्कार प्राप्त हुआ हो, तो उसके बारे में जानकारी दी जाती है ताकि आप की उपलब्धियों के बारे में भी  पता हो सके।
  • शौक — जब आप सारी जानकारियों को लिख लेते हैं उसके बाद आप अपने शौक को भी लिख सकते हैं। जिसके अंतर्गत अपने अंदर चल रहे पैशन के बारे में भी जानकारी दी जा सकती है।

Resume क्या होता है? रिज्यूम के प्रकार एवं भाग जानने के बाद चलिए अब रिज्यूम जुड़ी अन्य जानकारिया देखते हैं।

Resume बनाने के क्या फायदे हैं?

अगर आप ने अभी तक अपना रिज्यूम नहीं बनाया है तो आपको अपना रिज्यूम बना लेना चाहिए क्योंकि हर व्यक्ति के पास उसका रिज्यूम होना बहुत ज्यादा जरूरी होता हैं। रिज्यूम बनाने के कई सारे फायदे होते हैं –

1. अगर आपके पास पहले से ही आपका रिज्यूम है तो आप आसानी से किसी भी नौकरी की वैकेंसी में अपना रिज्यूम दे सकते हैं और रिज्यूम देने से आपके नौकरी मिलने का चांस बहुत ज्यादा बढ़ जाता हैं।

2. अगर आप अपने रिज्यूम को अलग-अलग कंपनी में जमा कर देते हैं या फिर ऑनलाइन ही जॉब प्रोवाइडिंग वेबसाइट में डाल देते हैं तो आपको कहीं ना कहीं से जॉब ऑफर मिल जाएगी।

3. अगर आप नौकरी के लिए अपना रिज्यूम देते हैं तो कंपनी के एचआर मैनेजर को आपके बारे में जानकारी मिल जाती है जिसके बाद वो 10 सेकंड में आपके इंटरव्यू ले लेते हैं।

4. आजकल नौकरी पाने के लिए हर किसी को रिज्यूम बनाना पड़ता है क्योंकि इंटरव्यू के लिए अब रिज्यूम को अनिवार्य बना दिया गया है। अगर आप इसके बिना किसी जॉब में इंटरव्यू देने जाएंगे तो हो सकता है कि आपको पहले ही रिजेक्ट कर दिया जाए।

Resume, CV और Biodata में क्या अंतर है?

ज्यादा लोगों को लगता है कि Resume, CV और Biodata एक ही होता है लेकिन इसे सिर्फ अलग-अलग नामों से जाना जाता है पर ऐसा नहीं है क्योंकि Resume, CV और Biodata तीनों ही अलग-अलग होते हैं। इनके बारे में हमने आपको नीचे बताया है –

Resume

नौकरी पाने के लिए रिज्यूम बहुत ज्यादा जरूरी होता है क्योंकि रिज्यूम में व्यक्ति की पर्सनल जानकारी ही नहीं बल्कि उसकी शैक्षणिक और योग्यता से संबंधित चीजों का भी उल्लेख होता है लेकिन रिज्यूम में संक्षेप में इन बातों का वर्णन किया जाता है।

नौकरी पाने के लिए जब रिज्यूम भेजा जाता है तो रिज्यूम को बहुत ही ध्यान से पढ़ा जाता है जो लोग नया नया जॉब तलाश करते हैं उन्हें नौकरी पाने के लिए रिज्यूम बनाने की जरूरत पड़ती है ज्यादातर रिज्यूम में लोगों का वर्क एक्सपीरियंस नहीं होता हैं।

CV

CV का पूरा नाम Curriculum Vitae हैं लेकिन क्योंकि लोग इस नाम को सही से ले नहीं पाते हैं इसीलिए इसको छोटा करके CV कहा जाता है। Curriculum Vitae लैटिन भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है course of life !

क्योंकि cv में एक व्यक्ति की विस्तारपूर्वक जानकारी दी जाती है इसीलिए इसे इस नाम से बुलाया जाता है। CV दो से तीन पेज का भी हो सकता है। क्योंकि इसके अंदर resume में में जो बातें बताई जाती है वो सारी बातें तो आती ही है पर साथ ही साथ इसमें लोग अपने पुराने जॉब के बारे में भी बताते हैं और जो चैलेंज उन्होंने वहां फेस किया है उसके बारे में भी इसमें उल्लेख किया जाता है!

CV का इस्तेमाल ज्यादातर वही लोग करते हैं जो अपना career बदलना चाहते हैं या फिर अपने job का type बदलना चाहते हैं।

Biodata

Biodata का पूरा नाम Biographical data होता हैं, बायोडाटा में मुख्य रूप से एक व्यक्ति की पर्सनल जानकारी लिखी जाती है  जैसे उनका नाम, उनके माता-पिता का नाम, डेट ऑफ बर्थ, जन्म स्थान, हाइट, वजन, कलर इत्यादि! बायोडाटा का इस्तेमाल शादी के लिए match making करते समय व्यक्ति की जानकारी देने के लिए किया जाता है।

नौकरी पाने के लिए बायोडाटा का इस्तेमाल तब किया जाता है जब व्यक्ति को सरकारी नौकरी पानी हो। जिस तरह की नौकरी में व्यक्ति की धर्म, जाति आदि चीजों के बारे में जानकारी देने की जरूरत नहीं पड़ती है वहां बायोडाटा देने की जरूरत नहीं पड़ती है।

Resume का Format कैसा होना चाहिए?

आजकल रिज्यूम का फॉर्मेट काफी ज्यादा अपडेट हो रहा है ऐसे में अगर आप पुराने तरीके से ही Resume बनाते हैं तो उसकी उतनी वैल्यू नहीं की जाएगी। क्योंकि जब भी कोई व्यक्ति आपका रिज्यूम देखता है तो वो 15 से 30 सेकेंड के अंदर ही आपकी सारी जानकारी ले लेता है।

इसीलिए आपके रिज्यूम में भी quality होनी चाहिए क्योंकि अगर आप का resume दिखने में अच्छा नहीं होगा तो आपका impression पहले ही खराब हो जाएगा। ऐसे में अगर आप नए समय के हिसाब से रिज्यूम बनाना चाहते हैं तो आपको रिज्यूम बनाते समय इस तरह के फॉर्मेट का इस्तेमाल करना चाहिए –

Personal details

रिज्यूम बनाने की शुरुआत पर्सनल डिटेल्स डालने से ही शुरू होती है क्योंकि सबसे पहले आपको HR Manger को अपना नाम, पिता का नाम, घर का एड्रेस, मोबाइल नंबर के साथ ईमेल एड्रेस देना पड़ता है।

Educational Qualification

अपनी पर्सनल जानकारी दे देने के बाद आपको कंपनी के HR को बताना पड़ता है कि आप ने किस स्कूल से पढ़ाई की है, कॉलेज से पढ़ाई की है, आपने किस चीज पर डिप्लोमा किया है in short आप की शैक्षणिक योग्यता क्या है!

Work experience

अगर आप अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश करने के लिए जा रहे हैं तो इस बात में कोई शक नहीं है कि आपके पास कोई एक्सपीरियंस नहीं होगा। लेकिन अगर आपने इससे पहले किसी और कंपनी में भी काम किया है।

और उसमें आपने 6 महीने से ज्यादा काम किया है तो आप उस कंपनी के 6 महीने के एक्सपीरियंस को अपने resume में mention कर सकते हैं।

Skills

अपने रिज्यूम को और अट्रैक्टिव बनाने के लिए आपको उसमें skills को डालना बहुत ज्यादा जरूरी होता हैं क्योंकि आजकल सभी कंपनीयां ऐसे ऐसे एंप्लॉय को अपनी कंपनी में रखना चाहती हैं जिनके पास अच्छी skills हो!

यहां  पर आप अपने professional skills mention करने के साथ-साथ team work, problem solving, good listener, communication skills के बारे में भी Add कर सकते हैं।

Hobby

रिज्यूम में आपको अपनी हॉबी के बारे में भी बताना पड़ता है आपको कौन-कौन सी चीजें करना पसंद है यहां पर आप वह डाल सकते हैं जैसे अगर आपको किताबें पढ़ना पसंद है, music सुनना पसंद है तो आप यहां पर वो डाल सकते हैं।

Career target

रिज्यूम में सभी जानकारी के साथ-साथ आपको कंपनी को ये  भी बताना चाहिए कि आप किस तरह का career बनाना चाहते हैं और आपका dream job क्या है! ये  जानकारी आपके रिज्यूम को और बेहतर बनाती हैं जिससे आपको नौकरी मिलने के चांस भी बढ़ जाते हैं।

Resume बनाने के Tips

इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद जब आप रिज्यूम बनाना सीख जाएंगे तब आप सिर्फ एक resume बनाकर उसे ही हर नौकरी के लिए मत भेजिए बल्कि अपने रिज्यूम को नौकरी के हिसाब से अपडेट करते रहिए।

अगर आप चाहते हैं कि कंपनी आपके रिज्यूम को देखने के बाद ही आपको सिलेक्ट कर ले तो उसके लिए आपको नीचे दिए गए tips को ध्यान में रखकर ही रिज्यूम बनाना चाहिए –

  • रिज्यूम बनाने से पहले आपको उस कंपनी के बारे में जान लेना चाहिए जिसमें आप नौकरी पाना चाहते हैं और जिस पोस्ट के लिए आप अप्लाई करने वाले हैं आपको उसके बारे में भी जानकारी निकाल लेनी चाहिए।
  • अब तक आपने अपने जीवन में जो भी चीजें उपलब्ध की है या यूं कहें कि जो सफलता आपने हासिल की है उसे भी अपने रिज्यूम में जरूर लिखें क्योंकि इससे आप कंपनी के मैनेजर पर ज्यादा अच्छा इंप्रेशन मना पाएंगे।
  • आप जिस तरह की नौकरी के लिए रिज्यूम देना चाहते हैं आपको उसी तरह के रिज्यूम का फॉर्मेट सुनना चाहिए आप academic नौकरी के लिए multinational company का रिज्यूम नहीं दे सकते हैं।
  • कुछ लोग ऐसे होते हैं जो जल्दी-जल्दी में रिज्यूम बना कर अपना काम खत्म कर लेते हैं जिसकी वजह से उनका रिज्यूम दिखने में उतना सुंदर भी नहीं लगता है।
  • पर अगर आप ऐसा नहीं चाहते हैं तो आपको अपना समय resume बनाते समय Format के ऊपर जरूर ध्यान दीजिए और अपने फॉर्मेट को बेहतर करने की कोशिश कीजिए।
  • आपको resume बनाते समय language और grammar का भी ध्यान रखना चाहिए अगर आपके रिज्यूम में grammer mistake दिखेगा, तो मैनेजर के ऊपर इसका बुरा इंप्रेशन पड़ेगा क्योंकि उन्हें लगेगा आपको इंग्लिश ठीक से आती ही नहीं।
  • कुछ लोग दूसरों से रिज्यूम बना लेते हैं और बिना पढ़े ही उसे कंपनी में जमा कर देते हैं जिसकी वजह से इंटरव्यू में जब उनके रिज्यूम से सवाल पूछा जाता है तब वो फस जाते हैं।

Resume बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

रिज्यूम बनाते समय बहुत लोग अजीब अजीब तरह की गलतियां कर देते हैं जिसके वजह से उनके रिज्यूम को मैनेजर देखते ही रिजेक्ट कर देते हैं! अगर आप पहली बार resume बना रहे हैं तो आपको resume बनाते समय इन बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए –

  • सबसे पहली चीज जो ध्यान रखने वाली है वो ये है कि रिज्यूम बनाते समय आपको कभी भी किसी दूसरे का रिज्यूम कॉपी पेस्ट नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर आप ऐसा करेंगे तो मैनेजर को इसकी जानकारी पहले ही हो जाएगी।
  • रिज्यूम में आप जितने सिंपल तरीके से अपनी जानकारी मैनेजर के सामने पेश करेंगे आपका रिज्यूम उतना ही सुंदर लगेगा इसके लिए आप अपने इंफॉर्मेशन के सामने bullets का भी इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि ऐसा करने से आपकी जो जानकारी है वो ज्यादा high light होता है।
  • रिज्यूम बनाते समय आपको कभी भी अपने रिज्यूम में अपनी weakness के बारे में बात नहीं करना चाहिए क्योंकि आपकी बातों को कौन कैसे लेगा? आप नहीं जानते हैं इसीलिए रिज्यूम में अपनी weakness ना बताएं।
  • Resume बनाते समय कई बार लोग photo size नजरअंदाज कर देते हैं और कोई भी साइज अपने resume में डाल देते हैं जिसकी वजह से जब आप resume में अपनी फोटो डालते हैं तब वह फोटो साइज ज्यादा या कम होने की वजह से अजीब लगती है, इसीलिए इसका भी ध्यान रखें।
  • आपको अपने रिज्यूम में short form का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि short form लोगों को समझ में नहीं आते हैं और इससे बुरा इंप्रेशन भी पड़ता है।

Resume बनाते समय ये गलती ना करें!

कई बार लोग अपने रिज्यूम को अच्छा दिखाने के लिए कुछ गलतियां कर देते हैं जिसकी वजह से HR manager उनके रिज्यूम को इंटरव्यू लेने से पहले ही रिजेक्ट कर देते हैं! तो आपको अपना रिज्यूम बनाते समय कभी भी ऐसी गलती नहीं करना चाहिए –

  • चाहे आप अपना रिज्यूम बनाएं या फिर किसी और का आपको रिज्यूम को अच्छा दिखाने के लिए कभी भी उसमें गलत चीजों को नहीं डालना चाहिए।
  • रिज्यूम को किसी भी कंपनी को भेजने से पहले आपको एक बार उसे पढ़ लेना चाहिए और ध्यान देना चाहिए कि उसमें जो भी बाते आपने लिखी है वो ज्यादा लंबी ना हो और unattractive न दिखें !
  • रिज्यूम को अच्छा बनाने के लिए कई बार लोग अपने रिज्यूम में अपनी skills के बारे में बहुत ही बड़ा चढ़ाकर लिखते हैं आपको ऐसा गलती नहीं करना चाहिए! आपको रिज्यूम बनाते समय skills में कभी भी उन चीजों के बारे में नहीं बताना चाहिए जिससे आपका कोई लेना-देना ही नहीं है।
  • कुछ लोग रिज्यूम को प्रोफेशनल दिखाने के लिए अपने रिज्यूम में बहुत ही कॉम्प्लिकेटेड शब्दों का प्रयोग करते हैं आपको ऐसा नहीं करना चाहिए जब भी आप अपना रिज्यूम बनाए तो आपको अपना रिज्यूम सरल शब्दों में बनाना चाहिए और कोशिश करना चाहिए कि आपका रिज्यूम दिखने में भी सुंदर लगे।
  • रिज्यूम को कंप्यूटर या फिर मोबाइल से ही बनाया जाता है हाथ से लिखे हुए रिज्यूम की कोई वैल्यू नहीं होती है! इसलिए कभी भी आपको हाथ से लिखा हुआ रिज्यूम नौकरी के लिए जमा नहीं करना चाहिए।

Resume बनाने के लिए किन चीजों की जरूरत पड़ती है?

रिज्यूम बनाना बहुत ही ज्यादा आसान होता है इसे बनाने के लिए आपको ज्यादा चीजों की जरूरत नहीं पड़ती अगर आपके पास नीचे बताई गई ये  चीजें हैं तो आप आसानी से रिज्यूम बना सकते हैं –

  • Mobile या फिर computer
  • Data connection या फिर Wi-fi
  • कोई भी Resume Builder App
  • व्यक्ति की personal details
  • Signature और photo

Resume क्या होता है? इसके प्रकार एवं फ़ायदे जानने के बाद चलिए अब देखते हैं की आख़िर मोबाइल फ़ोन से फ्री में रिज्यूम कैसे बनाये?

Resume कैसे बनाया जाता है?

हम में से कई लोग अक्सर resume बनाने के लिए बाहर किसी cyber cafe का सहारा लेते हैं या फिर वे किसी computer के जानकार से resume बनवाते हैं और अपने पैसे बर्बाद कर देते हैं।

लोग ऐसा इसीलिए करते हैं क्योंकि उन्हें ये नहीं पता होता कि आज के समय में resume बनाना कितना आसान है। आप अपने computer और lस्मार्टफोन की मदद से करीब 5 मिनट में बड़ी आसानी से अपना resume बना सकते हैं।

Resume Kaise Banaye? उसकी पूरी जानकारी यहाँ है।

Resume बनाने वाले Apps

नीचे हम आपको कुछ ऐसे apps के नाम बताए हैं जो Resume में बनाने के लिए सबसे बेहतर माने जाते हैं।

  • Canva
  • Resume builder App CV maker
  • CV Engineer
  • Resume builder
  • Resume builder & CV maker

Resume बनाने वाली website

Resume बनाने के लिए कुछ websites भी है जिनका इस्तेमाल कर आप घर बैठे हैं बड़े आराम से अच्छा सा अरे जी मैं बना सकते हैं।

  • Resume.io
  • Novoresume.com
  • Resumebuild.com
  • Zety.com
  • Resumonk.com

तो दोस्तों आशा करते हैं की अब आपको रिज्यूम (Resume) से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी मिल चुकी होगी, की आख़िर Resume क्या होता है? और इसको बानने का तरीक़ा क्या होता है? कैसे भेजते हैं?

FAQ:

रिज्यूम का अर्थ क्या होता है?

Resume शब्द को french भाषा से लिया गया है जिसका मतलब होता है summary ! क्योंकि रिज्यूम के अंदर आपकी पूरी जानकारी summarise करके पेश किया जाता है इसीलिए इसे रिज्यूम कहते हैं।

मोबाइल में रिज्यूम कैसे बनाते हैं?

मोबाइल से रिज्यूम बनाना काफी ज्यादा आसान होता है आप चाहे तो सीधा रिज्यूम बनाने वाले एप्लीकेशन का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर अगर आपको मैनुअली अपना रिज्यूम बनाना है तो ऐसे में आप Canva का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

नौकरी के लिए रिज्यूम कैसे बनाएं?

आप नौकरी के लिए रिज्यूम आर्टिकल में बताए गए तरीके से बना सकते हैं इसके लिए आप MS word, Canva किसी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

रिज्यूम का दूसरा नाम क्या है?

रिज्यूम को बायोडाटा सीवी, जैसे नाम से भी जाना जाता है।

मैं फ्री रिज्यूम कहां बना सकता हूं?

आप अपने मोबाइल और कंप्यूटर का इस्तेमाल करके बड़ी आसानी से फ्री में resume बना सकते हैं। आप ऊपर बताए गए तरीकों का इस्तेमाल करके आसानी से रिज्यूम में बना सकते हैं।

रिज्यूम में क्या क्या लिखा जाता है?

रिज्यूम में व्यक्ति को अपने बारे में पूरी जानकारी देनी होती है उन्हें अपनी पर्सनल डिटेल्स से लेकर क्वालिफिकेशन वर्क एक्सपीरियंस पसंद ना पसंद जैसी चीजों का भी उल्लेख करना पड़ता है।

रिज्यूम कितने पेज का होता है?

वैसे तो रिज्यूम एक पेज का होता है लेकिन उसमें जानकारी भरते भरते resume कभी-कभी दो पेज का भी चला जाता हैं।

रिज्यूम कितने पीछे जाना चाहिए?

रिज्यूमें में अगर आप अपनी पिछली नौकरी के बारे में बता रहे हैं तो आपको ज्यादा से ज्यादा 10 या फिर 15 सालों का ही experience बताना चाहिए आपको उससे पहले का एक्सपीरियंस अपने रिज्यूम में नहीं डालना चाहिए।

Resume कहां दिया जाता है ?

रिज्यूम को private company, government company, MNC, non profit job, business, industry हर जगह पर नौकरी पाने के लिए दिया जाता है।

दोस्तों इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप समझ गए होंगे कि Resume क्या होता है? साथ ही इस आर्टिकल को पढ़कर आपको ये भी पता चल गया होगा कि resume कैसे बनाया जाता है? तो अब आप बड़ी आसानी से अपना रिज्यूम बना सकते हैं लेकिन रिज्यूम बनाने से पहले ऊपर बताई गई बातों को ध्यान में रखें।

अगर Resume क्या होता है? की यह पोस्ट आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिए।

हम आपके लिए इस तरह के आर्टिकल आते रहते हैं तो हमारे ब्लॉग से जुड़े रहे।

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