दोस्तों अगर आपको कहीं से फ्री में वाईफाई मिल जाए तो आपको कैसा लगेगा? इस बात में कोई शक नहीं है कि वाईफाई मिल जाने के बाद आपकी खुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं होगा क्योंकि तब आप अनलिमिटेड इंटरनेट को एक्सेस जो कर पा रहे होंगे। आप हो या चाहे कोई भी और हर किसी को वाईफाई बहुत ज्यादा पसंद होता है। अगर आप वाईफ़ाई के बारे डिटेल में जानना चाहते हो की आख़िर यह WiFi क्या होता है? तो यह पोस्ट आप ही के लिए है।
कुछ लोग तो हर जगह सिर्फ वाईफाई की ही तलाश करते रहते हैं और अगर उन्हें कहीं से फ्री में वाई-फाई मिल जाए तो फिर उनकी बल्ले बल्ले हो जाती है। लेकिन जिस वाईफाई के पीछे लोग इतने ज्यादा पागल रहते हैं क्या आपको पता है वो होता क्या है? वैसे ये बात तो सभी को पता है कि वाईफाई लेकर आप इंटरनेट आसानी से यूज कर सकते हैं। पर बहुत कम लोग ये जानते हैं कि WiFi क्या है?
अगर आपके मन में कभी भी ये सवाल आया है तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं क्योंकि इस आर्टिकल में आज हम आपको वाईफाई के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देने वाले हैं इसीलिए इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़िएगा।
WiFi क्या है? (What is WiFi in Hindi)
Wifi एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसके द्वारा आप wireless तरीके से इंटरनेट का access कर सकते हैं। Wifi काफी पॉपुलर Wireless Networking Technology हैं। आसान भाषा में कहूं तो इस टेक्नॉलजी के द्वारा आप किसी तार का इस्तेमाल किए किसी भी डिवाइस में इंटरनेट चला सकते हैं। Wifi, radio frequency पर काम करता है यही कारण भी है कि wifi को रेडियो technologies का परिवार कहा जाता है।
वाईफाई डिवाइसेज को हाई स्पीड इंटरनेट यूज़ करने का मौका देता है। वाईफाई के द्वारा आप बिना किसी तार की मदद से एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में कनेक्ट भी हो सकते हैं। Shareit, Xender जैसे जितने भी file sharing Application होते हैं वो सभी एप्लीकेशन wifi के आधार पर ही काम करते हैं।
WiFi का फुल फॉर्म क्या है?
Wifi ऐसा नाम है जिसे सुनकर आपके दिमाग में कुछ भी नहीं आ सकता क्योंकि ये शब्द तो दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है। Wifi का फुल फॉर्म Wireless Fidelity हैं। लेकिन ये फुल फॉर्म सही नहीं है बल्कि इस शब्द का इस्तेमाल सिर्फ brand name के लिए किया जाता है।
Wifi शब्द में जो wi आता है वो wireless को प्रदर्शित करता है जबकि fi शब्द जो हैं वो IEEE 802.11x को दर्शाता है। आज के समय में वाईफाई डिवाइस को सिर्फ इंटरनेट से जोड़ता ही नहीं बल्कि Wirelessly Data Transmit करने के काम में भी आता है।
WiFi का आविष्कार किसने किया था?
वाईफाई का आविष्कार John O Sullivan ने किया था। जॉन असल में CSIRO (Commonwealth Scientific And Industrial Research Organisation) में नौकरी करते थे तो इस रिसर्च सेंटर में जॉन के साथ जो लोग थे उन सभी ने मिलकर वाईफाई नेटवर्क का इजाद किया था।
लेकिन फिर बाद में John O Sullivan ने वाईफाई के काम करने के तरीके में थोड़ा फेरबदल करके वाई-फाई की स्पीड को काफी बढ़ा दिया था। इसके अलावा उन्होंने वाई फाई के सिग्नल को भी पहले से बेहतर बनाया था। यही कारण है कि John O Sullivan को वाईफाई का आविष्कारक माना जाता है।
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WiFi का इतिहास (History of WiFi in Hindi)
वाईफाई का इतिहास बहुत पुराना नहीं है क्योंकि वाईफाई का जन्म या फिर यूं कहें कि वाईफाई का आविष्कार 1985 में हुआ था। वाईफाई का इतिहास तब शुरू होता है जब यूनाइटेड स्टेट्स में Wireless Frequency 900MHZ, 2.4 Ghz और 5.8 Ghz बिना लाइसेंस के इस्तेमाल करने की छूट दी और आईएसएम बैंड दी गई थी।
लेकिन साधारण लोगों के लिए वाईफाई का इस्तेमाल 1997 में शुरू किया गया था। ये तब की बात है जब 802.11 नामक एक समिति बनाई थी जिसे IEEE 802.11 के नाम से पहचाना जाता था।
इस समय जिस IEEE 802.11 वाईफाई का इस्तेमाल किया जा रहा था उसकी स्पीड 2 megabits per second थे। जिसे और बेहतर करने के लिए 1999 में 802.11a को पब्लिश किया गया था।
इस वाईफाई की रफ्तार 54 MBPS थी। उसके बाद फिर 1999 में ही 802.11b पब्लिश किया गया। उसके बाद 2003 में 802.11g और फिर 2009 में वाईफाई को और बेहतर बनाकर 802.11n पब्लिश किया गया था। और फिर 2014 में वाईफाई में काफी इंप्रूवमेंट करने के बाद 802.11ac की शुरुआत हुई।
WiFi कैसे काम करता है?
आजकल घर, office, club, hotel, school, college, canteen हर जगह पर वाईफाई का इस्तेमाल आपको देखने को मिल जाएगा। हालांकि वाईफाई का इस्तेमाल सभी लोग करते हैं लेकिन ये बात बहुत ही कम लोग जानते हैं कि वाईफाई काम कैसे करता है ?
वाईफाई के काम करने का तरीका सुनने में या फिर सोचने में जितना कॉम्प्लिकेटेड लगता है ये उतना कॉम्प्लिकेटेड नहीं होता हैं। जैसा कि हमने आपको बताया वाईफाई wireless network technology पर काम करता है।
तो इस टेक्नॉलजी का इस्तेमाल करने के लिए एक खास तरह के Electronics Device की जरूरत पड़ती है जिसे Wireless Transmitter, Router या फिर Hub कहते हैं। ये जो Router होता है वो वाईफाई नेटवर्क क्रिएट करता है। Router, Broadband connection के द्वारा Information Receive करता है। ।
ये जो इंफॉर्मेशन होती है उस इंफॉर्मेशन को राउटर रेडियो तरंगों में कन्वर्ट करता है और फिर उसे बाहर Emit करता है जिसके वजह से राउटर के आसपास वायरलेस सिग्नल्स का एक एरिया बन जाता है।
और इसी एरिया को हम wifi zone कहते हैं। ये जो एरिया होता है वो फिर WLAN (wireless Local Area Network) में बदल जाता है। जिसके बाद मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर जैसे जितने भी डिवाइस होते हैं उन सभी में जो inbuilt wifi होता है वो इस वाईफाई जोन के signals को adopt कर लेता है।
ये जो वाईफाई के सिग्नल्स का जो zone बनता है वो रेडियो तरंगों के ऊपर निर्भर करता है और क्योंकि रेडियो तरंग बहुत मजबूत नहीं होते हैं जिसकी वजह से ये zone भी बहुत बड़ा नहीं होता हैं।
मतलब अगर आपके घर में वाई-फाई लगा हुआ है तो जिस रूम में राउटर है उस रूम के साथ उसके आजू बाजू वाले रूम में भी वाईफाई काफी अच्छा चलेगा यहां तक की घर के सामने वाले रोड तक भी वाईफाई का सिग्नल सही रहेगा।
लेकिन जैसे ही आप राउटर के 20 मीटर के रेंज से बाहर निकल जाएंगे वैसे ही आपका वाईफाई कनेक्शन बंद हो जाएगा। क्योंकि radio waves आसानी से एक कमरे से दूसरे कमरे में ट्रांसफर हो सकता हैं तो आप दूसरे कमरे में बैठकर भी दूसरे कमरे में पड़े वाईफाई राउटर के वाईफाई का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसके उलट अगर आप राउटर को कोई इंफॉर्मेशन भेजेंगे तो ये process उल्टा काम करने लगेगी। वैसे मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि आजकल जितने भी डिवाइस आ रहे हैं उन सभी में wireless adaptor पहले से ही होता है लेकिन पहले के जो डिवाइस होते थे खासकर डेक्सटॉप, उनमें wireless adaptor नहीं होता था।
तो इस तरह के डिवाइस में वाईफाई का इस्तेमाल करने के लिए Wireless card या फिर Adaptor की जरूरत होती थी। जिसे फिर USB port के द्वारा डेक्सटॉप के साथ कनेक्ट किया जाता था। और उसके बाद ही उस डेक्सटॉप में वाईफाई कनेक्ट हो पाता था।
WiFi कितने प्रकार का होता है?
वाईफाई नेटवर्क मुख्य रूप से 4 तरह के होते हैं –
- Wireless LAN
- Wireless MAN
- Wireless PAN
- Wireless WAN
Wireless LAN
ये वो वाईफाई नेटवर्क होता है जो एक बिल्डिंग या फिर एक पार्टिकुलर एरिया में ही काम करता है। पहले के समय में इस वाईफाई नेटवर्क का इस्तेमाल ज्यादातर घर और ऑफिस में देखने को मिलता था लेकिन अब इस तरह के वाईफाई नेटवर्क का इस्तेमाल restaurants और दुकानों में भी देखने को मिलता है।
Wireless MAN
शायद आपने पहले इस वाईफाई नेटवर्क का नाम ना सुना हो, लेकिन इस वाईफाई नेटवर्क का पूरा नाम Wireless metropolitan area networks हैं जो एक शहर में बहुत सारे लोगों को इंटरनेट कनेक्शन देने के लिए लगाया जाता है इस तरह के वाईफाई कनेक्शन का इस्तेमाल लोग ऑफिस व घरों के बाहर भी कर सकते हैं।
Wireless PAN
Wireless PAN का पूरा नाम Wireless personal area networks हैं, इस तरह के वाईफाई नेटवर्क के अंदर बहुत ही लिमिटेड एरिया आत है। इस तरह के वाईफाई नेटवर्क की रेंज बहुत ज्यादा 100 मीटर होती है।
इस तरह के वाईफाई कनेक्शन से ही टीवी बाकी डिवाइस के साथ कनेक्ट हो पाता है। इस तरह का वाईफाई कनेक्शन महंगा होता है और इसमें कुछ लिमिटेशंस भी होते हैं इसलिए लोग इस तरह का वाईफाई नेटवर्क लेना अवॉइड करते हैं।
Wireless WAN
Wireless WAN एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो wireless LAN और metropolitan network के बाहर काम करता है। इस तरह का Wi-Fi नेटवर्क दूसरों को कॉल करने की सुविधा देता है। इस तरह के वाईफाई नेटवर्क का इस्तेमाल करके डाटा ट्रांसफर करना भी आसान होता है।
तो यह थे अलग-अलग वाईफाई नेटवर्क के प्रकार जो अलग-अलग कामों के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। हर वाईफाई नेटवर्क दूसरे वाईफाई नेटवर्क से अलग होता है और उनकी कीमत भी एक-दूसरे से काफी अलग होती हैं।
WiFi के Features क्या क्या हैं?
Data pack में लोगों को कई अलग-अलग तरह के benifits मिलते हैं लेकिन फिर भी लोग वाईफाई का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि इसके पीछे कई सारे कारण होते हैं जैसे –
Efficiency
जैसा कि हम सभी को पता है कि जो डाटा कनेक्शन होता है वो नेटवर्क से कनेक्टेड होता है और ये बात तो सभी को पता है कि magnetic field के आसपास के क्षेत्र, पानी वाली जगह या फिर मौसम खराब होने पर या बारिश तूफान आने पर नेटवर्क सही से काम नहीं करता है।
जिसकी वजह से डाटा कनेक्शन अचानक से ही ऑफ हो जाता है, और लोगों का काम बीच में ही रुक जाता है और उन्हें काफी नुकसान झेलना पड़ता है।
जबकि जो वाईफाई होता है वो Radio Waves पर चलता हैं। जिसकी वजह से इस पर किसी भी चीज का उतना असर नहीं पड़ता है जितना की नेटवर्क पर पड़ता है जिसकी वजह से वाईफाई से जो डिवाइस कनेक्टेड होते हैं उनमें कनेक्शन ना उड़ने की वजह से लगातार काम होते रहता है।
Accessibility
इस बात में कोई शक नहीं है कि नेटवर्क प्रोवाइडर कंपनी जो होती है वो यूजर्स को काफी अच्छे Data pack offer करती है लेकिन data plan कितना ही अच्छा क्यों ना हो उन सभी में एक लिमिटेड डाटा यूसेज होता है। जो कि महंगा होने के बाद भी आपके उतना काम नहीं आता जितना कि वाईफाई आता है।
क्योंकि वाईफाई का सबसे सस्ता प्लान भी आपको 50gb तक ऑफर करता है। मतलब अगर आप अच्छा खासा पैसा खर्च करके सबसे अच्छा डाटा प्लान भी लेते हैं। तब भी आपको उसके सामने वाईफाई एक अच्छा ऑप्शन दिखेगा क्योंकि वाई-फाई में आपको अनलिमिटेड इंटरनेट एक्सेस करने का भी मौका मिलता है।
Speed
इंटरनेट चलाते समय जो चीज बहुत मायने रखती हैं वो होता है स्पीड ! यूजर्स को स्पीड में इंटरनेट एक्सेस करने में मजा आता है यही कारण भी है कि लोग वाईफाई के तरफ ज्यादा जाते हैं क्योंकि वाईफाई में डाटा कनेक्शन की तुलना में स्पीड ज्यादा होती हैं।
अगर आप अपने कंप्यूटर में ऑनलाइन गेम खेल रहे हैं और आप गेम खेलते हुए अपने मोबाइल के डाटा कनेक्शन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उतने मजे से गेम नहीं खेल पाएंगे जैसा आप चाहते हैं क्योंकि limted data होने के वजह से इसमें काफी प्रॉब्लम आएगी।
लेकिन वही अगर आप वाईफाई कनेक्ट करके कंप्यूटर में गेम खेलते हैं तो आपके गेमिंग का मजा कई गुना बढ़ जाएगा। यही चीज मूवी डाउनलोड करने में, live streaming देखने में हर चीज में अप्लाई होती है इसीलिए लोग वाईफाई का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं।
Cost
जिओ के आ जाने के बाद लोगों को अपने मोबाइल में या फिर इंटरनेट को लेकर ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं पड़ती है क्योंकि जिओ का कोई भी प्लान रिचार्ज करवा देने के बाद लोग अनलिमिटेड कॉल कर सकते हैं और हर दिन limited data इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन जिओ के आने से पहले ऐसा समय था जब लोगों का बिल इतना ज्यादा होता था कि उनके लिए उसे भर पाना ही बहुत महंगा पड़ता था।
और खासकर इंटरनेट कनेक्शन लेने के लिए उन्हें काफी अच्छे पैसे देने पड़ते थे। जो कि उनके लिए काफी भारी पड़ता था जबकि उसी सर्विस में वाईफाई काफी सस्ते में आ जाता था इसीलिए ज्यादातर लोग वाईफाई का इस्तेमाल करते थे।
ये बहुत पुरानी बात नहीं है बल्कि अब भी ऐसा होता है जिन लोगों को ज्यादा इंटरनेट यूज़ करने की जरूरत पड़ती है वो लोग चाह कर भी महंगा डाटा पैक नहीं ले पाते हैं।
क्योंकि जो चीज महंगे डाटा पैक में मिलती है वही चीज बहुत ही कम कीमत पर wifi में आसानी से मिल जाती है। और कई बार तो वाईफाई का unlimited access भी महंगे डाटा पैक के limited data के सामने सस्ता ही लगता है।
WiFi का क्या उपयोग होता है?
अगर हम वाईफाई के उपयोग के बारे में बात करें तो वाईफाई के कई सारे उपयोग निकलकर सामने आते हैं। लोग वाईफाई का इस्तेमाल बहुत सी चीजों के लिए करते हैं जैसे अपना फोन, कंप्यूटर या फिर लैपटॉप कनेक्ट करने के लिए !
लेकिन वाईफाई से अपना फोन कंप्यूटर या फिर कोई भी डिवाइस कनेक्ट करने के कई कारण हो सकते हैं जैसे अगर कोई अपना ऑनलाइन क्लास करना चाहता है तो उन्हें वाईफाई की जरूरत होती है क्योंकि वाईफाई से क्लास करना आसान हो जाता है।
इसके अलावा जो लोग ऑनलाइन काम करते हैं उनका काम बिना किसी टेक्निकल प्रॉब्लम के अच्छे से हो जाए और काम इंटरनेट की कमी के वजह से रूके ना इसलिए भी वाईफाई का इस्तेमाल किया जाता है।
कुछ लोग ऐसे होते हैं जो दूसरों से वाईफाई लेकर उसका इस्तेमाल अपने मनोरंजन के लिए करते हैं। ऐसे लोग दूसरों से वाईफाई लेकर उसका इस्तेमाल गेम खेलने के लिए या फिर यूट्यूब वो किसी भी वीडियो शेयरिंग प्लेटफार्म पर वीडियो देखने के लिए करते हैं।
इतना ही नहीं वाईफाई से अपना फोन कनेक्ट कर लेने से आप दूसरों से चैटिंग भी कर सकते हैं कई सारे लोग दूसरों से ऑनलाइन बातचीत करने के लिए भी वाईफाई का इस्तेमाल करते हैं।
WiFi का फायदा क्या है?
वाईफाई को हर कोई इंटरनेट कनेक्शन से ज्यादा पसंद करता है इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यही है कि वाईफाई में लोगों को कोई अलग अलग तरह के फायदे होते हैं –
- वाईफाई लगवाना और उसका इस्तेमाल करना दोनों ही बहुत ज्यादा आसान है ये टेक्नोलॉजी वैसे तो थोड़ी है एडवांस है लेकिन ये यूजर फ्रेंडली technology हैं क्योंकि आपको वाईफाई से अपने फोन लैपटॉप डेस्कटॉप या फिर कोई भी दूसरा गैजेट कनेक्ट करने में कोई परेशानी नहीं होती है।
- वाईफाई का इस्तेमाल करना बहुत आसान होता है इसमें आपको सिर्फ अपने गैजेट में वाईफाई ओपन करना होता है और पर पासवर्ड डालना होता है उसके बाद आप का वाईफाई कनेक्ट हो जाता हैं! उसके बाद आप जैसे चाहे वैसे Wifi का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- वाईफाई का एक फायदा यह होता है की आप कहीं भी कभी भी किसी से भी इंटरनेट कनेक्शन ले सकते हैं। अगर किसी के पास जाना कनेक्शन है तो आप उनसे उनका डाटा अपना मोबाइल ओपन करके वाईफाई के द्वारा ले सकते हैं।
- अगर आप कोई वाईफाई डिवाइस को इंस्टॉल करते हैं तो आप उस डिवाइस के साथ और भी कई सारे अलग-अलग तरह के डिवाइस को कनेक्ट कर सकते हैं।
- वाईफाई का सबसे अच्छा फायदा ये होता है कि इसमें आपको अच्छी क्वालिटी में इंटरनेट चलाने को मिल जाता है तो आप वाईफाई के द्वारा आसानी से इंटरनेट का मजा ले सकता हैं।
- अब वाईफाई लगवाना पहले जितना मुश्किल नहीं रह गया है और ना ही अब उसमें इतने पैसे खर्च होते हैं। वाईफाई लगवाने के लिए आपको ना तो cable के ऊपर बहुत ज्यादा खर्च करना पड़ता है और ना ही किसी तरह की configuration करने की जरूरत पड़ती है। तो आप बेफिक्र हो कर वाईफाई का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- बहुत से देशों में लोग डाटा कनेक्शन का इस्तेमाल ही नहीं करते हैं बल्कि महावर हर जगह वाईफाई कहीं कनेक्शन लगाया जाता है ऐसा इसलिए क्योंकि Wifi लगवाने से लोगों का स्टैंडर्ड भी बढ़ता है।
- वाईफाई लगवाने में सिर्फ एक बार खर्चा करना पड़ता है उसके बाद आप आसानी से जितना चाहे उतना इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
यही वजह है कि ज्यादातर लोग वाईफाई का इस्तेमाल करना ही पसंद करते हैं क्योंकि इसमें लोगों को इतने सारे फायदे भी होते है और उन्हें जितना मर्जी चाहे उतना इंटरनेट चलाने को मिल जाता है।
WiFi का नुकसान क्या है?
वैसे तो Wifi अब भी लोगों के बीच में इतना ज्यादा पॉपुलर नहीं हुआ है लेकिन फिर भी आपको वाईफाई हर दूसरे घर में देखने को मिल जाएगा। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि जिस वाईफाई का लोग इतना ज्यादा इस्तेमाल करते हैं उसके सिर्फ फायदे और फायदे हैं या फिर नुकसान भी हैं।
शायद आपने ये चीज सोचा हो या ना हो क्योंकि हर कोई सिर्फ वाईफाई का इस्तेमाल करना चाहते हैं! क्योंकि वाईफाई ना सिर्फ education बल्कि काम करने के लिए भी बहुत जरूरी माना जाता है इसीलिए लोग वाईफाई का इतना इस्तेमाल करते हैं पर इसके कुछ नुकसान भी हैं जिस पर ध्यान देना लोग अक्सर भूल जाते हैं –
- वाई फाई की रेंज बहुत सीमित होती है वाईफाई से 20 मीटर तक ही काम करता है इसीलिए अगर कोई अपने घर में वाई-फाई लगवाने के बाद 20 मीटर से ज्यादा दूरी पर बैठकर Wifi का इस्तेमाल करना चाहे तो वो ऐसा नहीं कर सकते हैं।
- वाईफाई की एक परेशानी ये भी होती है कि जब वाईफाई से एक समय में ज्यादा डिवाइस कनेक्ट हो जाते हैं तो उनकी स्पीड बहुत कम हो जाती हैं।
- अगर आपकी Wifi राउटर अच्छी क्वालिटी का नहीं है तो उसकी फ्रीक्वेंसी जो होगी वो ऊपर नीचे होती रहती हैं जिसकी वजह से वाईफाई का इस्तेमाल करने में भी उतना मजा नहीं आता है।
- वाईफाई क्योंकि वायरलेस होता है इसीलिए इसमें पूरी तरह से सुरक्षा देना मुमकिन नहीं हो पाता है।
WiFi कैसे चलाया जाता है?
वैसे तो वाईफाई का इस्तेमाल करना आज बच्चों बच्चों को आते हैं लेकिन कुछ लोग अब भी ऐसे हैं जिन्हें वाईफाई चलाना आता ही नहीं है!
अगर आपको किसी दूसरे का Wi-Fi मिल रहा है और आप उनके Wi-Fi का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आप बहुत ही आसानी से किसी का भी Wi-Fi चला सकते हैं। वाईफाई चलाने के लिए आपको नीचे बताए गए स्टेफ्स को फॉलो करना होगा –
1. वाईफाई का इस्तेमाल करने के लिए आप अपने मोबाइल के Menu Bar में चले जाएं!
2. यहां पर आपको कई ऑप्शन देखने को मिलेंगे उसमें से आपको WiFi भी देखने को मिलेगा आप उस पर क्लिक कर दीजिए।
3. इस बटन पर क्लिक करने के बाद आपका wifi चालू हो जाएगा।
4. वाईफाई चालू हो जाने के बाद आपको अलग-अलग hotspot के नाम देखने को मिलेंगे तो आपको उनमें से उस hotspot पर क्लिक करना है जिसका आप यूज करेंगे।
5. जैसे ही आप hotspot कनेक्ट करने के लिए उस पर क्लिक करेंगे वैसे ही आप से पासवर्ड मांगा जाएगा। तो तब आप यहां पर उस हॉटस्पॉट का पासवर्ड डाल दीजिए।
6.इस तरीके से आप किसी भी डिवाइस को वाईफाई से जोड़ सकते हैं और उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। या फिर अगर आप चाहे तो scan के बटन पर क्लिक करके भी वाईफाई कनेक्शन कर सकते हैं।
WiFi कितनी दूरी तक चल सकती है?
जब भी हम किसी का वाई फाई इस्तेमाल करते हैं तब हमारे मन में यह सवाल आता ही है कि कितनी दूरी तक वाई फाई चल सकती हैं, अगर आपके मन में भी यह सवाल आया है तो मैं बता दूं कि आप wifi के connection place से 20 मीटर (66 फीट) तक इंटरनेट चल सकते हैं।
मतलब अगर आप वाईफाई कनेक्शन के 20 मीटर के रेंज में होंगे तो आपका फोन वाईफाई से कनेक्ट रहेगा और आप इंटरनेट का भरपूर इस्तेमाल कर पाएंगे। लेकिन जैसे ही आप इस रेंज से बाहर जाएंगे वैसे ही वाईफाई काम करना बंद कर देगा।
घर में WiFi कैसे लगाये?
अगर आपको वाईफाई की जरूरत है और आप अपने घर में वाई-फाई लगवाने के बारे में सोच रहे हैं तो आप अपने एड्रेस के किसी भी इंटरनेट प्रोवाइडर कंपनी से ब्रॉडबैंड सर्विस ले सकते हैं या फिर अगर आप चाहे तो आप wireless router लेकर भी अपने घर पर वाईफाई सेटअप कर सकते हैं।
अगर आपको ऐसा करने में कोई दिक्कत आती है तो आप अपने लोकल एरिया के केबल कनेक्शन देने वाले लोगों से जाकर बात करें और उन्हें बताएं कि आपको अपने घर पर वाई फाई लगवाना है जिसके बाद वो आपको अलग-अलग तरह के प्लान बताएंगे आपको उनमें से जो प्लान सही लगता है।
आप उस प्लान को चुन सकते हैं, इसके बाद आपके घर पर वाई फाई लगा दिया जाएगा वाईफाई लगाने के लिए और आपके घर तक तार का कनेक्शन बैठाने के लिए 3-4 हजार रुपए तक खर्च हो सकता हैं। तो इस तरीके से आप आसानी से घर पर wifi लगवा सकते हैं।
FAQ
वैसे तो डाटा कनेक्शन से लोगों के ज्यादातर जरूरतें पूरी हो जाती है और उनका मोबाइल व कंप्यूटर जैसा कोई भी उपकरण आसानी से काम भी करता है लेकिन जब लोगों को data की जरूरत ज्यादा होती है या फिर जब उन्हें लंबे समय तक इंटरनेट का इस्तेमाल करना होता है तब उन्हें वाईफाई लगवाना पड़ता है।
जी हां, वायरलेस वाईफाई आपको बिना इंटरनेट के भी वाईफाई लगाने का मौका देता है तो आप बिना इंटरनेट के भी वाईफाई लगवा सकते हैं।
वाईफाई का दूसरा नाम Wireless Fidelity हैं लेकिन ये नाम बोलने में लोगों को थोड़ी दिक्कत आती है इसीलिए ऐसे शार्ट में wifi कहा जाता है।
Netgear WiFi Range Extender सबसे अच्छा वाईफाई माना जाता है ऐसे में अगर आपको वाईफाई लगवाना है तो आप अपने घर पर इस वाईफाई को लगा सकते हैं।
एक वाईफाई से एक समय पर 128 डिवाइस तक कनेक्ट किया जा सकता है चाहे वो फोन हो, कंप्यूटर हो या फिर कुछ भी।
दोस्तों इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद अब आपको आपके सवाल WiFi क्या है? इसका जवाब मिल चुका होगा! इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप समझ गए होंगे कि वाईफाई किस तरह से काम करता है! इस तरह से मैं कहूं तो अब आपको वाईफाई के बारे में सारी जानकारी प्राप्त हो गई होगी।
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क्योंकि लोग वाईफाई तो इस्तेमाल करना चाहते हैं लेकिन वाईफाई के बारे में वे कुछ नहीं जानते।
gud post sir
thanks & keep visit.
Wi-Fi hack kaise kare
बाईफाई पासवर्ड हैक (WiFi Password Hack) कैसे करें