मोबाइल क्या है? (What is Mobile in Hindi)

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अगर आप मोबाइल, फ़ोन, telephone, smartphone, के बारे में डिटेल से जानना चाहते हो तो आजका यह पोस्ट आपके लिए काफ़ी हेल्पफ़ुल होने वाला है, क्यूकी आज इस पोस्ट में हम जानिंगे की मोबाइल क्या है? और किसने बनाया? अविष्कार किसने किया? मोबाइल का इतिहास? खोज किसने की? फायदे और नुकसान? कैसे काम करता है? All About Mobile Phone In Hindi.

मोबाइल क्या है? (What is Mobile in Hindi)

दोस्तों अभी आप शायद इस लेख को अपने मोबाइल के जरिए पढ़ रहे हैं। दोस्तों आज मोबाइल हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है जिसके बगैर एक दिन भी रहना कई लोगों के लिए लगभग नामुमकिन बन चुका है।


लेकिन यदि मैं आपसे पूछूं कि आखिर मोबाइल क्या है? तो शायद आप इस बात का जवाब नहीं दे पाएंगे। क्योंकि अक्सर हम मोबाइल का इस्तेमाल तो रोजाना करते हैं परंतु हमें यह पता नहीं होता कि आखिर मोबाइल क्या है? परंतु एक स्मार्ट मोबाइल यूजर होने के नाते आपके लिए यह जानना जरूरी है की

दोस्तों यदि आप मोबाइल के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आज का यह लेख आपके लिए ही है क्योंकि यहां हम उन सभी स्मार्ट यूजर्स के लिए इस जानकारी को लेकर आए हैं। जिससे उन्हें मोबाइल के बारे में तथा इसके इतिहास को जानने में मदद मिलेगी।

इसके साथ ही इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि लेख के अंत में आपको मोबाइल के फायदे तथा नुकसान के बारे में बताएंगे। जिससे आपको मोबाइल के सही इस्तेमाल के बारे में जानकारी मिल पाएगी। उम्मीद है आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आएगी चलिए शुरू करते हैं कि मोबाइल क्या है और किसने बनाया? अविष्कार किसने किया? मोबाइल का इतिहास? खोज किसने की? फायदे और नुकसान? कैसे काम करता है?


अगर आपको नही पता की Computer क्या होता है? तो कंप्यूटर क्या है और किसने बनाया – What Is Computer In Hindi इसके बारे में मैंने पहले से ही बताया हुआ है, लेकिन आज इस पोस्ट में हम जानिंगे की मोबाइल क्या है? कैसे काम करता है? फायदे और नुकसान? (पूरी जानकारी)

अनुक्रम

मोबाइल क्या है? (What is Mobile Phone in Hindi)

मोबाइल फोन हाथ में पकड़ा जाने वाला एक वायरलेस डिवाइस होता है जो यूजर्स को कॉलिंग करने & रिसीव करने और संदेश भेजने तथा अन्य फीचर्स की सुविधा देता है। शुरुआती जनरेशन के मोबाइल फ़ोन केवल कॉलिंग का कार्य करते थे तथा लोग वॉइस कॉलिंग के जरिए ही एक दूसरे से कनेक्टेड रहकर करते थे।


परंतु आज समय बदल चुका है अब मोबाइल में वेब ब्राउजर, गेमिंग, कैमरा, ब्लूटूथ, वाईफाई जैसे तमाम फीचर्स यूजर्स को एक मोबाइल में प्राप्त होते हैं। मोबाइल फोन को cellular फोन या cellular के नाम से भी जाना जाता है। मोबाइल फोन के शुरुआती दौर में मोबाइल का आकार काफी अधिक होता था जिस वजह से इन्हें एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में (जेब में रखना) असंभव था।

परंतु समय के साथ मोबाइल फोन को GSM (global system for mobile communication) नेटवर्क से जोड़ा गया जिससे यूजर टेक्स्ट मैसेज सेंड तथा रिसीव कर सकते थे। इस तरह धीरे-धीरे मोबाइल फोन के आकार तथा फीचर्स में बदलाव किए गए और वर्तमान समय में सबसे युवा पीढ़ी सबसे अधिक स्मार्टफोन लेना पसंद क्यों करना पसंद करती हैं।

तो दोस्तों अब आप जान गये होगे की मोबाइल क्या है? तो चलिए अब मोबाइल फ़ोन के कुछ फ़ायदे और नुक़सान के बारे में जान लेते हैं।


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मोबाइल का फुल फॉर्म क्या है?

बहुत से लोग यह सोचते हैं कि मोबाइल को बस मोबाइल ही कहा जाता है, इसका कोई भी फुल फॉर्म नहीं होता है परंतु बता दे कि मोबाइल का फुल फॉर्म वास्तव में मौजूद है। मोबाइल का फुल फॉर्म होता है “मॉडिफाइड ऑपरेशन बाइट इंटीग्रेशन लिमिटेड एनर्जी” इसे हिंदी भाषा में दूरभाष यंत्र भी कहा जाता है। 

मोबाइल फोन के कारण इंसानों की जिंदगी काफी सरल बन चुकी है, क्योंकि हमने आपको ऊपर ही यह बताया कि मोबाइल का सबसे अधिक इस्तेमाल इंसानों के द्वारा एक-दूसरे से बातचीत करने के लिए किया जाता है वही घड़ी ना होने की अवस्था में हम अपने स्मार्टफोन में ही कितने बज रहे हैं इसकी भी जानकारी हासिल कर सकते हैं।


इसके अलावा अगर हमें किसी चीज की कैलकुलेशन करनी है तो उसके लिए हम मोबाइल में मौजूद केलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं, साथ ही हम एसएमएस भी भेज सकते हैं, ईमेल भी भेज सकते हैं या फिर कोई भी फाइल किसी व्यक्ति को भेज सकते हैं। इसके अलावा जिस व्यक्ति के पास मोबाइल है वह भी यही सब चीजें कर सकता है।

मोबाइल के कारण ही कई लोग अब ऑनलाइन पैसे भी कमा रहे हैं क्योंकि ऐसी कई अप्लीकेशन और वेबसाइट है, जो लोगों को ऑनलाइन पैसे कमाने का मौका देती है। कई लोग आर्टिकल के लिए राइटिंग स्मार्टफोन का ही इस्तेमाल करते हैं और इसी के जरिए वह आर्टिकल राइटिंग करके पैसे कमा रहे हैं। 

आज के टाइम में इंटरनेट पर इस बात को भी सबसे ज्यादा सर्च किया जाता है कि मोबाइल से पैसे कैसे कमाए। इस प्रकार मोबाइल लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो रहा है और यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में मोबाइल का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या में भारी मात्रा में बढ़ोतरी होगी, क्योंकि अब कंपनियों के द्वारा काफी सस्ते प्राइस में मोबाइल मार्केट में लॉन्च किए जा रहे हैं, ताकि सामान्य से सामान्य आदमी भी मोबाइल को खरीद सके और स्मार्टफोन रखने वाले व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल हो सके।

मोबाइल कैसे काम करता है?

जब आप मोबाइल में किसी व्यक्ति के नंबर को डायल करके उसे फोन लगाते हैं तो मोबाइल आपकी जो आवाज होती है उसे ऑटोमेटिक ही इलेक्ट्रिकल सिगनल में चेंज कर देता है और इसके बाद आपके आसपास जो नजदीक का टावर होता है उसे रेडियो वेब के तौर पर ट्रांसमिट कर देता है। 

इसके बाद टावर का नेटवर्क आपने जिस व्यक्ति को फोन किया है उसके ऊपर रेडियो वेब को ट्रांसफर कर देता है और ऐसा होने पर सामने वाले व्यक्ति के फोन में घंटी बजने लगती है और वह आपका फोन उठा लेता है। मोबाइल का मुख्य काम वैसे तो फोन करना और फोन रिसीव करना ही होता है परंतु कई काम इसके और दूसरे भी हैं।

मोबाइल की खोज किसने की थी?

मोबाइल की खोज किसने की थी? यह क्वेश्चन भी गूगल पर काफी ज्यादा सर्च किया जाता है। बता दें कि, सबसे पहले मोबाइल की खोज मार्टिन कूपर के द्वारा दुनिया में की गई थी। मार्टिन कूपर के द्वारा जब मोबाइल फोन की खोज की गई थी तो उस टाइम मार्टिन कूपर मोटोरोला कंपनी में काम करते थे। मोटरोला कंपनी वर्तमान के टाइम में भी काफी अच्छे-अच्छे मोबाइल बनाती है। इसके अलावा भी यह कंपनी अन्य कई फिल्ड मे भी काम कर रही है।

मोबाइल के कारण ही कम्युनिकेशन फील्ड में भारी क्रांति आई थी और इसी का यह परिणाम है कि वर्तमान के टाइम में हमें एक से बढ़कर एक बढ़िया फिचर वाले और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाले स्मार्टफोन को खरीदने का अथवा इस्तेमाल करने का मौका मिल रहा है। पहले के टाइम में तो मोबाइल फोन का निर्माण करने में काफी कम कंपनियां थी परंतु वर्तमान के टाइम में मोबाइल फोन का निर्माण करने में काफी कंपनी आ चुकी है।

हमारे इंडिया में ही कई इंडियन कंपनी स्मार्टफोन का निर्माण करती हैं, साथ ही कई विदेशी कंपनी भी इंडिया में ही प्लांट स्थापित करके मोबाइल फोन का निर्माण करती हैं। बता दें कि जब लोगों के बीच पहला फोन आया था तो उसका वजन तकरीबन 2 किलोग्राम के आसपास था।

हालांकि अब तो 300 ग्राम से लेकर के 400 ग्राम तक के भी फोन आने लगे हैं, साथ ही कंपनियां लगातार हल्के वजन वाले फोन के निर्माण पर ध्यान दे रही है। अब तो फोल्डेबल फोन भी आने लगे हैं जिसे आप अपने पैंट की जेब में मोड़ करके भी रख सकते हैं। ऐसा करने पर उसमें कोई भी खराबी नहीं आएगी, ना ही उसकी स्क्रीन टूटेगी।

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मोबाइल के प्रकार? (Types Of Mobile In Hindi)

तो दोस्तों अब हम बात करेंगे यहां पर मोबाइल के मुख्य Types की मोबाइल के तीन प्रकारों में से आपने सभी Types को अपनी जिंदगी में इस्तेमाल किया होगा। आइए हम उनके बारे में जानते हैं;

Cell Phones

इस टाइप के Phones का उपयोग आज से लगभग 10 साल पहले नॉर्मल था याद है ना नोकिया का फोन। इस टाइप के Phones में हम कॉलिंग, Messages में कर सकते हैं साथ ही कैलकुलेशन इत्यादि करने में भी सक्षम होते हैं।

लेकिन क्योंकि इन Phones को सभी लोग आसानी से इस्तेमाल कर सके। और कहीं भी Carry कर ले जाए इस तरह डिजाइन किए जाते हैं। और इनमें फीचर्स कम होते हैं, मार्केट में इस टाइप के मोबाइल सस्ते दाम पर विभिन्न डिजाइंस, form factor एवम् companies के उपलब्ध है।

Feature Phone

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है mobile फोन के प्रकार में आपको नॉर्मल cell फोन की तुलना में अधिक फीचर्स मिलते हैं। जैसे कि user इन मोबाइल में कैमरा, ब्लूटूथ, म्यूजिक प्लेयर के साथ साथ इंटरनेट सर्फिंग भी कर सकता है।

इस तरह के मोबाइल फोन का एक बेहतरीन एग्जांपल है जियो फोन जो स्मार्टफोन की तरह ही कई सारे फीचर्स एक Keypad फोन में भी यूजर्स को देता है। इसलिए मार्केट में यह मोबाइल सरलतम उपयोग के साथ ही स्मार्टफोन की तुलना में कम दाम में available होता है।

Smartphones

जब बात हो मोबाइल फोन की तो आज अधिकतर लोगों के लिए स्मार्टफोन पहली choice हो चुका है। हर किसी के पास आज हम स्मार्टफोन देख सकते हैं क्योंकि कई सारे स्पेशल फीचर इसमें नॉर्मल फीचर फोन की तुलना में यूजर को मिल जाते हैं।

जैसे कि wifi, 4G internet speed, HD कैमरा जैसे अनेक खास फीचर्स के साथ सुपर परफॉर्मेंस इनमें मिल जाती है। स्मार्टफोन विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम पर आधारित होते हैं ios, Android दो सबसे प्रमुख ऑपरेटिंग सिस्टम है। हालांकि दुनिया में सबसे अधिक एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम के smartphones का उपयोग होता है, क्योंकि यह कम दाम में अधिक फीचर्स एक यूजर को देने में सक्षम होता है।

हालांकि Windows, ब्लैकबेरी भी मार्केट में दो अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम मौजूद हैं। परंतु इनकी डिमांड एंड्रॉयड, ios की तुलना में काफी कम है।

Mobile Phone Manufacturers/ Brands

Apple iPhone
HTC
Nokia
Alcatel
Google
Motorala
BlackBerry
Sony
Samsung

LG

यह कुछ प्रमुख मोबाइल ब्रांड्स हैं जो काफी समय से Mobiles को मार्केट में लांच कर रहे हैं। हालांकि वर्तमान समय में और भी कहीं सारी कंपनियों के mobiles देखने को मिल जाते हैं।

क्या आपको याद है अपना पहला mobile फोन…? अब आप अपने इस मोबाइल फोन पर नजर डालिए और सोचिए कितना बदलाव आ चुका है मोबाइल टेक्नोलॉजी में। Future में क्या होगा इन Smartphones का।

स्मार्टफोन का भविष्य?

Foldable phone

जैसा कि आप जानते होंगे हाल ही में Samsung ने Samsung Galaxy Fold, और  मोटरोला द्वारा भी एक फोल्डेबल स्माटफोन मार्केट में लॉन्च किया। लेकिन लॉन्च करने से पूर्व मार्केट में कई ग्राहकों के लिए ऐसा कल्पना करना भी नामुमकिन सा था कि फोल्डेबल फोन भी मार्केट में आ सकते हैं।

हालांकि इन स्मार्टफोंस का दाम नॉर्मल स्मार्टफोन की तुलना में काफी ज्यादा इस समय मार्केट में है। तो यह भी हम बात करेंगे कि क्या भविष्य में फोल्डेबल फोन हम सभी के हाथों में होंगे तो यह मोबाइल बनाने वाली कंपनी पर निर्भर करता है कि वह किस दाम में Foldable Phones को मार्केट में उपलब्ध करवाती है।

मान लेते हैं कि अगले दो-तीन सालों में मार्केट में यदि फोल्डेबल Smartphone Affordable प्राइस में मौजूद हो जाते हैं तो अगले 10 सालों में हम सभी के पास इस तरह के फोल्डेबल फोन देखने को मिल सकते हैं। जो कि स्मार्टफोन की टेक्नोलॉजी में एक बड़ा बदलाव फिर से हम लोगों को देखने को मिलेगा।

5G and 6G 

दुनिया के कई देशों में इस समय 5G लॉन्च हो चुका है, हालांकि भारत में इसकी Testing चल रही है और अनुमान है जल्दी भारत में भी 5G लॉन्च होगा। लेकिन यहां बात हो रही Smartphone के फ्यूचर की तो क्या ऐसे में क्या 5G हमें इन स्मार्टफोंस में देखने को मिलेगा लोगों के मन में यह सवाल है?

दोस्तों अभी यही कहा जा सकता है कि मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां इंडिया में 5G मोबाइल लांच करने के लिए अभी पूरी तरीके से तैयार नहीं है, क्योंकि पूरी तैयारी के साथ ही भारत में 5G लॉन्च करना संभव होगा इसलिए हम आने वाले 3 से 4 सालों में भारत में 5G स्मार्टफोन देख सकते हैं।

और इस दशक के खत्म होने के साथ ही 6G को भी launch करने की उम्मीद की जा सकती है।

Front Facing Camera

आज से 10 साल पहले एक स्मार्टफोन में बस Front Facing कैमरा होना ही काफी था। परंतु आज मोबाइल कंपनियां front कैमरा को बेहतर से बेहतर बनाने की और कार्य कर रही है।

इसलिए स्मार्टफोन के Front Facing कैमरा का भविष्य कैसा होगा। यह भी एक बड़ा सवाल है क्योंकि 2019 में कंपनियां जैसे Vivo द्वारा कई ऐसे Smartphones Launch किए जिनमें front में Dual Camera मौजूद था। जिसमें एक कैमरा Clearity के लिए और दूसरा Background Blur पर फोकस करता है।

साथ ही इस समय हम देख रहे हैं कि Screen Space को कम करने के लिए मोबाइल में फ्रंट कैमरा Screen के ठीक ऊपर देखने को मिल रहे हैं। और संभव है भविष्य में हमें यह Front फेसिंग कैमरा Display के अंदर ही देखने को मिले। इसके लिए Oppo जैसी अन्य कंपनियां कार्य करना शुरू कर चुकी हैं।

Mobile Ports

आज हम देख रहे हैं मार्केट में वायरलेस चार्जिंग आ चुकी है, जिससे हम बिना मोबाइल Jack के किसी डाटा केबल के बगैर ही मोबाइल को दूर से ही चार्ज कर सकते हैं।

तो ऐसे में उम्मीद है भविष्य मैं हमें 3.5 MM  Headphone जैक या चार्जिंग पोर्ट Smartphone में देखने कोई ना मिले। क्योंकि वायरलेस Headphones मार्केट में है हम सभी जानते हैं। और उम्मीद है आने वाले 10 सालों में Wifi, ब्लूटूथ तकनीक भी काफी एडवांस हो जाएगी। जिससे वायरलेस हेडफोन, मोबाइल चार्जिंग का इस्तेमाल Smartphones में होगा।

तो इससे हम अंदाजा लगा सकते हैं कि भविष्य में हमें स्मार्टफोन में कोई भी Port देखने को ना मिले।

मोबाइल के फायदे क्या है?

हमारी डेयली लाइफ स्टाइल में स्मार्टफोन का महत्व काफी बढ़ गया है। अगर हमारा फोन हमारे से थोड़ी भी देर के लिए दूर जाता है तो हमारी जान ही निकलने लगती है। नीचे आपको कुछ फायदे यानी कि एडवांटेज फोन के बता रहे हैं हम।

किसी से भी तुरंत बातचीत

आज के लगभग 10 या 20 साल पहले कोई यह सोच भी नहीं सकता था कि एक दिन हमारे हाथ में एक ऐसा डिवाइस आ जाएगा जिसके जरिए हम सात समुंदर पार बैठे व्यक्ति से कुछ ही सेकंड में बातचीत करना स्टार्ट कर सकते हैं और हम उन से घंटो घंटो तक बातचीत कर सकते हैं, परंतु फोन के कारण यह सब संभव हो पाया है।

फोन के कारण ही हम एक दूसरे से बातचीत कर सकते हैं। फोन ने ही लोगों के बीच की दूरियों को मिटाने का काफी काम किया है। यहां तक कि कई बार तो फोन के द्वारा ही संबंध बनते भी हैं और बिगड़े हुए संबंधों को सुधारा भी जाता है, क्योंकि फोन के द्वारा बातचीत करने से कई समस्या का हल लोगों को प्राप्त हो जाता है।

डाटा ट्रांसफर करने में आसानी

स्मार्टफोन के द्वारा ही इंसान कई काम घर बैठे ही अब कर रहे हैं। जैसे कि वह स्मार्टफोन का इस्तेमाल करके जरूरी गाने, वीडियो, डॉक्यूमेंट, पेपर, फोटो, पीडीएफ तथा अन्य महत्वपूर्ण फाइलें आसानी से दूसरे किसी स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति को भेज पा रहे हैं, साथ ही रिसीव भी कर पा रहे हैं। इस प्रकार वह घर बैठे ही अपने कई आवश्यक काम निपटा ले रहे हैं।

फोटोग्राफी/ वीडियो रिकॉर्डिंग हुई संभव 

स्मार्टफोन के जरिए अब कई लोग अच्छे अच्छे फोटो भी क्लिक कर पा रहे हैं। कई लोग तो ऐसे भी हैं जो अच्छे कैमरे वाला स्मार्टफोन ले करके उससे अपनी अच्छी अच्छी फोटो खींचते हैं और उसे सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं, साथ ही कई लोग स्मार्टफोन के जरिए खींची गई फोटो को किसी भी प्रकार के एक्टिंग से संबंधित काम को पाने के लिए प्रेजेंटेशन के तौर पर दिखाते हैं।

स्मार्टफोन के द्वारा हम फोटो खींचने के अलावा वीडियो भी रिकॉर्ड कर सकते हैं और उसका इस्तेमाल अपने हिसाब से कर सकते हैं। आजकल स्मार्टफोन के द्वारा लोग किसी भी घटना का तुरंत वीडियो बना लेते हैं और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर देते हैं। कई बार यह वीडियो काम के भी साबित होते हैं।

इमरजेंसी में सहायता

अगर आपके साथ किसी भी प्रकार की दुर्घटना घट जाती है या फिर आपके किसी दोस्त के साथ कोई एक्सीडेंट हो जाता है तो आप सहायता प्राप्त करने के लिए अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने रिश्तेदारों, दोस्तों या फिर परिवार के लोगों को बुला सकते हैं साथ ही आप पुलिस या फिर हॉस्पिटल तक भी अपनी पहुंच बना सकते हैं।

जानकारी पाना हुआ आसान

आजकल इंटरनेट पर बहुत सारे सर्च इंजन अवेलेबल हो चुके हैं। ऐसी अवस्था में स्मार्टफोन का इस्तेमाल करके हमें अगर कुछ भी जानकारी हासिल करनी है या फिर हमें किसी चीज के बारे में जानना है तो हम ऐसा कर सकते हैं क्योंकि स्मार्टफोन हमें यह करने की सुविधा देता है। अधिकतर स्मार्टफोन में पहले से ही इनबिल्ट ब्राउज़र आता है जिसके जरिए हम कोई भी जानकारी घर बैठे ही इंटरनेट की सहायता से प्राप्त कर सकते हैं।

टैलेंट दिखा सकते हैं 

ऐसी कई एप्लीकेशन भी अब आ चुकी है जो हमें अपने अंदर छुपे हुए टैलेंट को दिखाने का मौका देती है। उन एप्लीकेशन को हमें बस अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल करना होता है और फिर उसके जरिए हम अपने अंदर छुपे हुए टैलेंट को पूरी दुनिया के सामने प्रदर्शित कर सकते हैं।

स्मार्टफोन में कई एप्लीकेशन का इस्तेमाल कर के बहुत सारे लोगों ने अपने आप को इंडिया के अलावा दुनिया भर में फेमस किया है। आजकल शॉर्ट वीडियो मेकर एप्लीकेशन का भी काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। इस प्रकार आप अपने टैलेंट को दुनिया के सामने लाने के लिए कोई भी एप्लीकेशन स्मार्ट फोन में इंस्टॉल कर सकते हैं।

मोबाइल के नुकसान?

यह बात तो आप जानते ही हैं कि अगर किसी चीज का कुछ ना कुछ फायदा होता है तो उसका कुछ ना कुछ नुकसान यानी कि डिसएडवांटेज भी होता है। इसी प्रकार मोबाइल के भी कुछ डिसएडवांटेज है जिसकी इंफॉर्मेशन नीचे मेंशन की गई है।

इंटरनेट और कॉलिंग का खर्च बढ़ना 

स्मार्ट फोन में नए नए फीचर अब आने लगे हैं साथ ही जो नए स्मार्टफोन कंपनियां लांच कर रही है उसमें भी वह अधिक से अधिक फीचर देने का प्रयास करती हैं। ऐसी अवस्था में हमारे इंटरनेट का खर्च और कॉलिंग का खर्च ज्यादा हो गया है जिसके कारण हमारी जेब पर इफेक्ट पड़ता है।

फ्यूचर के लिए अच्छा नहीं 

आजकल दसवीं कक्षा पास करने के तुरंत बाद ही कई माता-पिता अपने बच्चों को स्मार्टफोन दे देते हैं। कई बच्चे तो दसवीं कक्षा में ही स्मार्टफोन हासिल कर लेते हैं। ऐसी अवस्था में स्मार्टफोन मिल जाने के कारण उनके मन में स्मार्टफोन के प्रति ज्यादा अट्रैक्शन होता है और इसीलिए वह सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट भी Create कर लेते हैं जिसके कारण वह अपनी स्टडी पर विशेष तौर पर ध्यान नहीं दे पाते हैं और इसके कारण उनकी स्टडी प्रभावित होती है। इस प्रकार स्मार्टफोन का अधिक इस्तेमाल करना उनके फ्यूचर के लिए या फिर उनके कैरियर के लिए सही नहीं माना जाता है।

रेडिएशन का खतरा 

आपने भी समय-समय पर अखबारों में यह पढ़ा होगा कि कई लोगों ने यह शिकायत की है कि स्मार्टफोन से रेडिएशन निकलता है और इसके कारण उनकी हेल्थ को नुकसान होता है। हालांकि कुछ हद तक यह बात सही भी है। कुछ स्मार्ट फोन में से रेडिएशन निकलता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होता है।

बजट पर इफेक्ट 

वैसे तो मोबाइल हमारे लिए कई प्रकार से उपयोगी साबित होता है परंतु कई बार ज्यादा फीचर प्राप्त करने के चक्कर में हम महंगा स्मार्टफोन खरीद लेते हैं जिसके कारण हमारा बजट गड़बड़ हो जाता है और कभी-कभी तो हम कर्जे के बोझ में भी दब जाते हैं।

घर में बातचत का कम होना 

फोन मौजूद होने के कारण अब लोग घर में अधिकतर टाइम अपना फोन में ही व्यतीत करते हैं। ऐसे में घर में लोग एक दूसरे से बातचीत करना काफी कम कर देते हैं जिसके कारण घर में लोगों की एक दूसरे से बातचीत काफी कम होती है और इस प्रकार कभी-कभी आपसी सामंजस्य ना होने के कारण घर में झगड़े भी हो जाते हैं।

दुर्घटना होना 

आपने कई बार यह भी देखा होगा कि कई लोग मोबाइल में गाना चला कर के अपने कानों में Handsfree लगा लेते हैं और फिर कहीं बाहर जाते हैं। ऐसी अवस्था में कानों में हैंडफ्री लगे होने के कारण वह दुर्घटना के शिकार कभी-कभी हो जाते हैं जिसमें कई बार वह गंभीर रूप से घायल होते हैं तो कई बार उनकी मृत्यु भी हो जाती है।

मोबाइल फ़ोन का इतिहास? – History Of Mobile Phone In Hindi

वर्ष 1973 में हाथ में लिए जाने वाला पहला सेलुलर मोबाइल फ़ोन John F. Mitchell तथा Martin cooper द्वारा प्रदर्शित किया गया था। इस मोबाइल फ़ोन का वजन लगभग 2 किलोग्राम था अर्थात एक भारी-भरकम मोबाइल फ़ोन का निर्माण हुआ था। तथा 1979 में जापान में सेलुलर नेटवर्क 1G को लॉन्च किया गया।

पहली जनरेशन के यह मोबाइल फ़ोन में कॉलिंग सुविधाजनक थी लेकिन इनमें सेलुलर एनालॉग टेक्नोलॉजी का उपयोग होता था वर्ष DynaTAC 8000x में कमर्शियल रूप में पहला मोबाइल लॉन्च किया गया। इसी तरह वर्ष 1991 में 2G सेलुलर टेक्नोलॉजी को GSM स्टैण्डर्ड के रूप में लॉन्च किया गया। तथा दस वर्ष बाद 2001 में तीसरी जेनेरेशन Docomo, WCDMA स्टैण्डर्ड के रूप में जापान द्वारा लॉन्च किए गए।

1991 में 2g टेक्नोलॉजी Finland में Radiolinja ने शुरू की, और फिर उसके पुरे 10 साल के बाद 2001 में आया 3g फ़ोन जो जापान की कंपनी Ntt Docomo ने शुरू किया। 1983 से 2014 तक लगभग 700 करोड़ मोबाइल फ़ोन का उपयोग किया गया।

फिर 2014 की सबसे ज्यादा मोबाइल फ़ोन बनाने वाली कंपनी Samsung, Nokia, Apple, और Lg थी, 25% Phone Samsung ने बनाए और 13% Phone Nokia ने। ओर अब तक सबसे ज्यादा बिकने वाला फ़ोन Nokia 1100 है, जिसके 2003 में Launch होने के बाद 25 करोड़ से अधिक सेट बेचे गये।

और इस तरह समय के साथ मोबाइल नेटवर्क में बदलाव आए परिणामस्वरूप मोबाइल types में भी परिवर्तन शुरू होने लगे।

तो दोस्तों उम्मीद है की अब आपको मोबाइल फ़ोन से जुड़ी पूरी जानकारी मिल चुकी होगी, और आप जान गये होगा की मोबाइल क्या है? कैसे काम करता है? फायदे और नुकसान? (पूरी जानकारी)

मोबाइल से जुड़े कुछ FAQs

मोबाइल का अर्थ क्या है?

एक ऐसा Device जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से ले जाया जा सके, मोबाइल कह लाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो मोबाइल Cell phone का ही दूसरा नाम है, जिसे एक हाथ में Carry कर कहीं भी ले जाया जा सकता है जिसमें नेटवर्क सिग्नल के माध्यम से कॉलिंग और इंटरनेट का प्रयोग किया जा सके।

मोबाइल और फोन में क्या अंतर है?

मोबाइल फोन वह डिवाइस होता है जो सामान्यतः किसी भी वायर से कनेक्ट नहीं होता, अर्थात मोबाइल को वायरलेस कम्युनिकेशन के लिए जाना जाता है। वही बात की जाए सेल फोन की तो इनके जरिए भी कॉल की जा सकती है परंतु यह radio frequency के ट्रांसमिशन पर कार्य करते हैं और एंटीना के जरिए एक सेल फोन दूसरे सेल फोन से कनेक्ट होता है।

मोबाइल फोन कब आया था?

मोबाइल फोन के इतिहास की बात की जाए तो वर्ष 1983 में पहली बार मोटोरोला ने पहले कमर्शियल मोबाइल को मार्केट में लॉन्च किया था। इस मोबाइल का नाम DynaTAC 8000X था। बता दें यह फोन 30 मिनट तक की कॉलिंग और 6 घंटे तक के standby mode में रहता था। लेकिन उस दौर में ऐसे मोबाइल को खरीदना हर इंसान के बस की बात नहीं थी, क्योंकि इसकी कीमत $3995 थी जी हां चौक गए होंगे आप।

भारत में मोबाइल सेवा कब शुरू हुई?

भारत में मोबाइल टेलीकॉम सेवा की शुरुआत वर्ष 1995 में हुई, इस सेवा के शुरू होने के कुछ ही समय बाद इसका निजीकरण कर दिया गया। 
जिसके बाद Essar नामक कंपनी ने Essar cellphones के माध्यम से दिल्ली में अपनी सेवाएं देना शुरू किया। माना जाता है भारत में internet सेवा की भी शुरुआत बीएसएनएल द्वारा इसी साल गई थी। और जल्द ही इस क्षेत्र का भी निजीकरण कर दिया गया।

इंडिया में मोबाइल कब लॉन्च हुआ?

माना जाता हैं वर्ष 1995 में भारत में मोबिलिटी सेवा की शुरुआत हो चुकी थी और नोकिया पहली ऐसी कंपनी थी जिसने वर्ष 1995 में भारत में मोबाइल फोन लॉन्च किया था। इस मोबाइल मॉडल का नाम नोकिया रिंगो था इस फोन में एंटीना दिया गया था, जिसके हिसाब से इस फोन के दाम काफी अधिक थे। लेकिन धीरे-धीरे अन्य कंपनियों के आने के बाद मोबाइल फोन सभी लोगों की जेब तब पहुंचने लगा।

इंडिया में सबसे पहले कौन सा मोबाइल लांच हुआ?

भारत में लॉन्च होने वाले सबसे पहले मोबाइल का नाम नोकिया रिंगो था, आज के मोबाइल्स के Looks की तुलना में यह काफी अलग था।
यह फोन पतला और थोड़ा Bulky था फोन में 900 MAH की बैटरी दी गई थी, इस फोन में 60 contacts को save किया जा सकता था। फोन का दाम और फीचर्स आज के Mobiles की तुलना में काफी कम थे।

ऐंड्रॉड मोबाइल कब लॉंच हुआ था?

Android नामक ऑपरेटिंग सिस्टम का पहला मोबाइल सितंबर 2008 को लॉन्च किया गया इस मोबाइल का नाम t-mobile था। इस मोबाइल को दुनिया के अनेक भागों में HTC ड्रीम भी कहा गया चुकी है। इस मोबाइल में 136 MB रैम थी, और यह Android 1.6 operating system पर कार्य करता था। फोन में Qwerty keyboard दिया गया था जिसे स्लाइड करके यूज़ किया जा सकता था

मोबाइल के आविष्कारक कौन है?

दुनिया के पहले फोन का अविष्कार का श्रेय वर्ष 1970 के दशक में मोटरोला कम्पनी में कार्य करने वाली मार्टिन कूपर को दिया जाता है। उन्होंने हाथ से पकड़े जाने वाले इस पहले सेल्यूलर फोन को टेस्ट किया था इस अमेरिकी इंजीनियर के अलावा Eric Tigerstedt, W. Rae Young, Donald Cox का नाम भी इस सूची में शामिल हैं, जिन्होंने दुनिया के पहले मोबाइल फोन को बनाने में सहयोग दिया था।

टेलीफोन का आविष्कार कब और किसने किया था?

टेलीफोन के जनक और आविष्कारक के तौर पर Alexander Graham Bell पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। ग्राहम बैल एक ऐसे इंजीनियर के तौर पर जाने जाते थे, जिन्होंने विश्व के पहले टेलीफोन को इन्वेंट किया और उसे पेटेंट किया। टेलीफोन के अलावा ग्राहम बेल ने Photophone, Hydrofoil, Metal detector, HD-4, Audiometer, इत्यादि का भी आविष्कार किया।

मोबाइल फोन से पहली कॉल कब की गई थी?

माना जाता है वर्ष 1973 में पहली बार सेल्यूलर फोन के जरिए व्यक्ति ने पहली कॉल की थी। लगभग 45 साल पहले की गई इस कॉल को करने का श्रेय मोटरोला कंपनी के इंजीनियर मार्टिन कूपर को जाता है।

लेकिन यह दौर था जब आज की तुलना में call की क्वालिटी काफी low थी, साथ ही कॉलिंग के दौरान अक्सर सिग्नल्स की समस्याओं का सामना करना पड़ता था परंतु समय के साथ किए गए सुधारों की वजह से आज हम एचडी कॉलिंग कर पाते हैं।

भारत में 31 जुलाई 1995 को पहली मोबाइल कॉल कोलकाता कि मुख्यमंत्री ज्योति बसु और यूनियन communication minister सुखराम के बीच हुई थी।

सबसे अच्छा मोबाइल फोन कौन सा है?

इंसान की जरूरत और उसका शौक निर्धारित करता है उसके लिए मोबाइल कौन सा बेहतर रहेगा? 

मान लीजिए आपको इंटरनेट चलाना है, सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ कनेक्टेड रहना है तो क्या आपके लिए फीचर फोन अच्छा रहेगा? शायद नहीं, आप स्मार्टफोन को लेना पसंद करेंगे। लेकिन वह लोग जो टेक्नोलॉजी से भली भांति परिचित नहीं है, उन्हें स्मार्टफोन इस्तेमाल करने में कठिनाई होती है और जो कॉलिंग के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं उनके लिए फीचर फोन बेस्ट है।

आप मार्केट में जाएंगे आपको अपनी आवश्यकता और पसंद के अनुसार विभिन्न रेंज में मोबाइल फोन देखने को मिल जाएंगे। आप अपनी लिए कोई भी बेस्ट मोबाइल खरीद सकते हैं।

मोबाइल कितने प्रकार के होते हैं?

कार्य प्रणाली के आधार पर मोबाइल के मुख्यतः तीन प्रकार हैं.

Basic phone:- ऐसी फोन जिनका इस्तेमाल कॉलिंग और SMS हेतु किया जा सके। मोबाइल फोन के शुरुआती दौर में बेसिक फोन का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया गया।

Feature phone:-यह फोन भी बेसिक फोन की तरह कॉल्स s.m.s. करने में सक्षम होते हैं लेकिन इसमें कुछ एडवांस फीचर जैसे कैमरा, music प्लयेर, aur internet browser भी पाया जाता है, मार्केट में आने के बाद लोगों को यह फोन खूब पसंद आए।

Smartphone:- मोबाइल के आकार और इसकी फंक्शनैलिटी में पूरी तरह तब परिवर्तन आया जब बाजार में स्मार्टफोन को लांच किया गया। एक स्मार्टफोन टच स्क्रीन डिवाइस होता हैं, जो कई सारी खूबियों के साथ आता हैं इसमें कॉलिंग के अलावा वीडियो कॉलिंग, एसएमएस के साथ-साथ Email करने सुविधाएं मिलती हैं। जिस वजह से इनका दाम फीचर फोन की तुलना में अधिक होता है।

iPhone और एंड्रॉयड फोन में क्या अंतर है?

Features और लुक्स के मामले में दोनों फोन में ज्यादा अंतर नहीं क्योंकि एक एंड्रॉयड स्मार्टफोन के ज्यादातर कार्यों को आप आईफोन में भी कर सकते हैं और इसका स्क्रीन साइज भी लगभग उतना ही होता है, परंतु इन दोनों के बीच का अंतर होता है ऑपरेटिंग सिस्टम।

ज़ी हां एंड्रॉयड OS और iphone में इस्तेमाल होने वाला ios operating system अलग है। एंड्राइड गूगल की कंपनी है वही ios एक एप्पल कंपनी है।

एंड्राइड के फोन सामान्यतः सस्ते होते हैं, वही आई फोन का दाम एंड्रॉयड की तुलना में काफी अधिक होता है। और बात की जाए सिक्योरिटी की तो इस मामले में Apple Android से काफी बेहतर होता है।

मोबाइल फोन कैसे काम करता है?

एक बेसिक फीचर फोन हो या फिर Android phone दोनों के फीचर्स और आकार में भले ही अंतर हो, लेकिन जब आप फोन के जरिए कॉलिंग करते हैं तो किसी भी डिवाइस की कार्यप्रणाली एक जैसी होती है।

एक मोबाइल फोन में रेडियो ट्रांसमीटर और रेडियो रिसीवर कार्य करते हैं। जिस वजह से एक मोबाइल फोन में Two Way Radio होता है, जब आप किसी से फोन पर कॉल करते हैं तो आपका फोन, आपकी वॉइस को रेडियो सिग्नल में कन्वर्ट करता है।

और फिर वह रेडियो waves नजदीकी सिगनल टावर तक पहुंचती है, इस तरह से एक मोबाइल फोन से दूसरे मोबाइल फोन तक एक दूसरे से बातचीत हो पाती है।

उम्मीद है की अब आपको मोबाइल फ़ोन के बारे में पूरी जानकारी मिल चुकी होगी, ओर अब आप जान गए होगे की मोबाइल क्या है और किसने बनाया? अविष्कार किसने किया? मोबाइल का इतिहास? खोज किसने की? फायदे और नुकसान? कैसे काम करता है? All About Mobile Phone In Hindi.

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Hope की आपको मोबाइल क्या है? कैसे काम करता है? फायदे और नुकसान? (पूरी जानकारी) का यह पोस्ट पसंद आया होगा, ओर हेल्पफ़ुल लगा होगा।

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