विंडोज क्या है? (What is Microsoft Windows in Hindi)

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अपने computer और laptop में microsoft windows को तो लगभग हम सभी use करते हैं, पर क्या आपको पता है की आख़िर microsoft windows क्या होता है? अगर नही। तो आज इस पोस्ट में हम डिटेल से जानिंगे की विंडोज क्या है? कब बना और किसने बनाया? इसके फ़ायदे? Versions of windows & All about Windows In Hindi?

दोस्तो हम सभी यह जानते है की कंप्यूटर को चलाने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम जरूरी होता है। और आपके कंप्यूटर में भी शायद windows ऑपरेटिंग सिस्टम होगी। क्योंकि windows ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करना इसे install करना सरल होता है। इसलिए वर्तमान समय में अधिकतर यूजर अपने कंप्यूटर में इसका उपयोग करते हैं।

परन्तु क्या आपने windows ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की है?क्योंकि एक कंप्यूटर यूजर होने के नाते आपके लिए ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में जानकारी होना जरूरी है।


विंडोज क्या है? (What is Windows in Hindi)

विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम एक ग्रुप है विभिन्न ग्राफ़िकल ऑपरेटिंग सिस्टम के परिवार का। windows को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा विकसित किया गया है। माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम जो कि काफी प्रसिद्ध तथा easy-to-use ऑपरेटिंग सिस्टम है इसका इस्तेमाल घरों तथा ऑफिसों में काफी अधिक मात्रा में किया जाता है। विंडोज ने अब तक कई संस्करण (version) लॉन्च किये हैं तथा वर्तमान समय में विंडोज़ का सबसे लेटेस्ट वर्जन windows 11 है।

दोस्तों हमने पिछले लेख में जाना था कि ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? यदि आपने वह लेख नहीं पढ़ा है तो आप विस्तारपूर्वक ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में जान सकते हैं। और यहां हम ऑपरेटिंग सिस्टम को शार्ट में समझें तो ऑपरेटिंग सिस्टम एक सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है जो का कंप्यूटर में अन्य सॉफ्टवेयर/प्रोग्राम्म्स को run करने में सहायक होता है।


दोस्तों हमारे कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम पहले से ही मौजूद होता है। जिस वजह से हम किसी भी एप्लीकेशन को run करते हैं। ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों को कंप्यूटर को समझाता है। जिसके बाद कंप्यूटर उस कमांड को पूरा करता है। तो दोस्तों इस तरह आप समझ चुके होंगे कि बिना ऑपरेटिंग सिस्टम के कंप्यूटर को नहीं चलाया जा सकता अतः नया कंप्यूटर सिस्टम लेने के बाद सबसे पहले उसमें विंडोज अर्थात ऑपरेटिंग सिस्टम डाला जाता है।

तो दोस्तों अब हम बात करें माइक्रोसॉफ्ट विंडोज की इसे डिजाइन तथा लॉन्च माइक्रोसॉफ़्ट कॉरपोरेशन ने किया है। अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह ही माइक्रोसॉफ्ट windows भी एक ऑपरेटिंग सिस्टम है। ग्राफ़िकल डिसप्ले तथा जनकारियों को व्यवस्थित कर माइक्रोसॉफ्ट windows कंप्यूटर सिस्टम को यूजर फ्रेंडली बनाती है।

जिस वजह से विंडोज को आसानी से एक्सेस किया जाता है तथा यही कारण है कि बच्चे, नौकरीपेशा या बुजुर्ग अर्थात किसी भी age ग्रुप के लोगों द्वारा विंडोज का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। अनुमान के मुताबिक विश्व भर में 90% पर्सनल कंप्यूटर उपयोगकर्ता विंडोज कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं। अलावा बाकी के 10% यूजर्स linux या Mac आदि ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं। उम्मीद है अब आप लोग जान गये होगे की विंडोज क्या है?


All Versions Of Microsoft Windows in Hindi [विंडोज के संस्करण]

माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज को वर्ष 1985 में ही लांच कर दिया था और तब से लेकर अब तक इसके कई वर्जन जा चुके हैं जिनके बारे में आपको नीचे जानकारी दी जाएगी। दोस्तों खास बात यह है कि apple के ओपरेटिंग सिस्टम Macintosh के प्रतिस्पर्धी होने के का बावजूद windows का इस्तेमाल आज भी बड़े पैमाने पर किया जाता है। तो हम कह सकते हैं कि कंप्यूटर में windows ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर्स की पहली पसंद रहा है।

दोस्तों अब हम माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के सभी वर्जन के बारे में विस्तारपूर्वक जान लेते हैं। Ms-dos को वर्ष 1981 में बनाया गया था दोस्तों यहां आपका जानना जरूरी है की माइक्रोसॉफ्ट ने अपने पहले ऑपरेटिंग सिस्टम का नाम Ms-dos रखा था तथा इसे खासतौर पर ibm पर्सनल कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए बनाया गया था।

Windows 1.0

वर्ष 1985 में माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोस के पहले संस्करण 1.0 को लांच किया तथा इसमें खास बात यह थी कि Ms-dos में जहां कमांड्स टाइप की जाती थी। वही विंडोज 1.0 में यूजर्स windows एक्सेस करने के लिए क्लिक तथा प्वाइंट फीचर उपलब्ध


Windows 2.0

तथा 2 साल बाद 1987 में माइक्रोसॉफ्ट ने अपने दूसरे वर्जन विंडोज 2.0 को लांच किया जिसे खासतौर पर इंटेल 286 प्रोसेसर के लिए बनाया गया था।

Windows 3.0

वर्ष 1990 में माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज 3.0 को लांच किया जिसमें intel 386 प्रोसेसर के लिए बेहतर परफॉर्मेंस एडवांस्ड ग्राफिक्स तथा 16 कलर डिजाइन थे। यह माइक्रोसॉफ्ट विंडोस का पहला वर्जन था जिसमें उसने यूजर्स को standard feel & look प्रदान किया।

Windows 95

कुछ वर्ड बाद और windows 1995 में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ने windows 95 ऑपरेटिंग सिस्टम को लॉन्च कर दिया। इस वर्जन में कई सारे new फीचर्स upgrade किए गए थे। तथा खास बात यह थी कि इसमें 32-bit एप्लीकेशन सपोर्ट था जिसका मतलब था कि वह एप्लीकेशन जो केवल इस ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए लिखी गई थी काफी फास्ट run की जा सकती थी। इसके साथ ही इसमें 3.0 की तुलना में विंडोज 95 में अनेक आंतरिक सुधार किए गए थे


Windows 98

विंडोज 98 को वर्ष 1998 में माइक्रोसॉफ्ट ने लॉन्च किया जिसमें FAT32, AGP, MMX, USB, DVD, and ACPI.  आदि नई तकनीक उपलब्ध थी।

Windows ME – Millennium Edition

विंडोस Me को वर्ष 2000 में लांच किया गया यह विंडोज 98 ऑपरेटिंग सिस्टम का अपडेट था साथ ही इसमें windows 2000 के भी कुछ फीचर उपलब्ध थे।

Windows NT 31. – 4.0 (1993 से 1996 तक)

विंडोज NT अर्थात (न्यू टेक्नोलॉजी) ऑपरेटिंग सिस्टम थी। जिसे 32 बिट ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ लॉन्च किया गया। जिस के मुख्यतः 2 वर्जन विंडोज NT सर्वर तथा विंडोज NT वर्कस्टेशन थे।

Windows 2000

विंडोज 2000 को वर्ष 2000 में लांच किया गया इस वर्जन को बिजनेस डेस्कटॉप लैपटॉप यूजेस इस्तेमाल कर सकते थे। इसमें इंटरनेट साइट, प्रिंटर्स तथा विभिन्न सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन को रन किया जा सकता था। माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज 2000 के चार अन्य वर्जन को लांच किया।

Windows XP

विंडोज xp इस ऑपरेटिंग सिस्टम ने काफी लोकप्रियता हासिल की तथा इसमें यूज़र इंटरफेस को बेहतरीन लुक एंड फील था windows xp के Home & प्रोफेशनल 2 वर्जन लॉन्च किए। इसे 2001 में लॉन्च किया गया।

Windows Vista

5 साल बाद विंडोज vista को लॉन्च किया गया इसमें विंडोज xp की तुलना में सिक्योरिटी, परफॉर्मेंस, विश्वसनीयता आदि सिविधाएँ यूज़र्स को दी गई।। इसे 2006 में लॉन्च किया गया

Windows 7

वर्ष 2009 में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ने विंडोज 7 ऑपरेटिंग सिस्टम को लांच किया। 25 साल के ऑपरेटिंग सिस्टम के इतिहास में माइक्रोसॉफ्ट का सबसे लेटेस्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम को लांच किया। जिसे लोगों ने खूब पसंद किया।

Windows 8

वर्ष 2012 में विंडोज 8 ऑपरेटिंग सिस्टम को लांच किया तथा नए डिजाइंस के साथ इस ऑपरेटिंग सिस्टम को यूजर्स के सामने पेश किया।

Windows 10

माइक्रोसॉफ्ट ने वर्ष 2015 में windows10 लॉन्च किया। जिसे विंडोज 8 की तुलना में बेहतर माना गया। तथा वर्तमान समय में letest लैपटॉप में विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल होता है। तो दोस्तों इस तरह आपने सभी विंडोज के सभी संस्करण के बारे में जाना।

विंडोज का इतिहास – History Of Windows In Hindi

वर्ष 1983 में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज की घोषणा बिल गेट्स द्वारा की गई। उससे पहले माइक्रोसॉफ्ट 1981 में Ms- डॉस ऑपरेटिंग सिस्टम को लांच कर चुका था। तथा माइक्रोसॉफ्ट विंडोज का पहला संस्करण 1.0 वर्ष 1985 में लांच किया।

तथा जल्दी ही उसे डॉलर 100 में बेच दिया गया उसके बाद विंडोज के कई संस्करण लांच किए गए जिनकी बारे में हमने ऊपर जाना और और windows10 लांच होने के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने कहा की उसके आने वाले वर्जन का आखरी नाम windows 10 होगा. फ्यूचर अपडेट आते रहेंगे लेकिन उनमें windows10 का लेबल दिखाई देगा दोस्तों इस तरह हम कह सकते हैं कि windows का आखिरी वर्जन है।

दोस्तों यदि आप एक विंडोज यूजर हैं तो वह आपको उसके फायदे जरूर पता होनी चाहिए चलिए अब हम जानते हैं विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के फायदे माइक्रोसॉफ्ट ने अपने कई सारे नए एडवांस फीचर सत्ता बदलाव किए जिस वजह से ताकि यूजर्स आसानी से विंडोज को ऑपरेट कर सके हालांकि यह काफी है सरल नहीं है परंतु लिनक्स की तुलना में काफी सरल है.

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विंडोज के फायदे – Benefits of Windows in Hindi

Hardware Support

माइक्रोसॉफ्ट विंडोज का हार्डवेयर सपोर्ट बेहतरीन है। क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट विंडोस के कई सारे यूज़र्स होने की वजह से अधिकतर drivers तथा अन्य हार्डवेयर कॉम्पोनेन्ट हार्डवेयर्स windows को सपोर्ट करते हैं।

Develop App

यदि आप windows पर आधारित किसी एप्लीकेशन को विकसित करना चाहते हैं तो windows प्लेटफॉर्म का आपको सुझाव दिया जाता है। क्योंकि लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में कई सारे windows एप्लीकेशन कार्य नहीं करते।

Softwares

क्योंकि microsoft के दुनिया भर में कई सारी यूजर हैं जिस वजह से माइक्रोसॉफ्ट के कई सारे सॉफ्टवेयर भी हैं। games, यूटिलिटीज आदि अधिकतर सॉफ्टवेयर विंडोज को सपोर्ट करते हैं। जिस वजह से हाई ग्राफिक गेम्स को यूज़र्स आसानी से विंडोज में run कर पाते है।

Backward Compatibility

दोस्तों यदि आप एक विंडोज यूजर हैं तो एक बड़ा फायदा विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम का यह आपको मिलता है कि यदि आप दूसरे किसी पुराने वर्जन का उपयोग कर रहे हैं।

और नए version से अपग्रेड करने से पूर्व आप चाहते हैं कि आपके वे सभी पुराने एप्स जिनका इस्तेमाल आप कर रहे हैं। उनका डाटा डिलीट ना हो तो बैकवर्ड कंपैटिबिलिटी की वजह से Windows में काफी ज्यादा संभावनाएं हैं कि नए वर्जन में भी यदि आप अपने विंडोज को अपग्रेड कर लेते हैं तो आप अपने पुराने सभी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल उसमें भी कर पाएंगे।

Plug & Play System

विंडोज यूजर को प्लग एंड प्ले सुविधा भी मिल जाती है। जी हां कंप्यूटर हार्डवेयर के लिए विंडोस का सपोर्ट बेहतरीन है। आप एक विंडोज यूजर हैं तो आपके कई सारे Pc कंपोनेंट हैं जिन्हें आप कंप्यूटर से instantly अटैच कर उनका इस्तेमाल करना शुरू कर सकते हैं।

हालांकि अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम भी कई सुविधायें देते हैं। लेकिन विंडोज इस मामले में उनसे काफी सुविधाजनक है।

Awesome Gaming Support

जी हां यदि आप 2020 में अर्थात लेटेस्ट गेमिंग टेक्नोलॉजी चाहते हैं तो आपके कंप्यूटर के लिए एक बेहतरीन ऑपरेटिंग सिस्टम है Windows| गेमिंग के लिए कई सारे स्पेशल हार्डवेयर सपोर्ट आपको विंडोज में मिल जाता है आप अपने इंटरेस्ट के मुताबिक किसी भी टाइप के गेम को विंडोज में रन कर सकते हैं जिसका एक बड़ा फायदा Gaming lovers को मिल जाता है।

Easy to Use

यह सबसे बड़ा कारण है जिससे आज हम न सिर्फ ऑफिस में बल्कि हर घर में कंप्यूटर में विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम को देखते हैं। क्योंकि विंडोज का इस्तेमाल करना किसी भी उम्र के व्यक्ति के लिए आसान है। यदि आप विंडोज xp चलाना जानते हैं तो आपको संभव है windows 7 windows 8 windows 10 चलाने में भी कोई दिक्कत नहीं आए। और यही फंक्शनैलिटी विंडोस कि उसे बाकी अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम से बेहद खास बनाती है इसलिए जैसे ही नया वर्जन मार्केट में विंडोज़ का आता है तो यूजर्स उसे अपडेट करने की सोचते हैं।

दोस्तों इस तरह हमने जाना माइक्रोसॉफ्ट विंडोज की कुछ फायदों के बारे में अब हम जानते हैं कि माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के क्या-क्या नुकसान है?

विंडोज के नुक़सान – Cons of Windows in Hindi

दोस्तों इसमें कोई संदेह नहीं है कि कंप्यूटर की दुनिया मे तथा Office सॉफ्टवेयर की दुनिया में माइक्रोसॉफ्ट का नाम पूरी मार्केट में छाया हुआ है। भारत समेत दुनिया के अनेक देशों में विंडोस का करोड़ों उपयोगकर्ता इस्तेमाल करते हैं लेकिन विंडोस के कुछ ऐसे नुकसान भी हैं जिनके बारे में शायद हमने कभी ध्यान नहीं दिया हो.

High Storage Requirement

जी हां यदि आपकी विंडोज चलाने की इच्छा है तो आपके कंप्यूटर में अच्छा हार्डवेयर होना चाहिए। इसलिए अक्सर विंडोज यूजर्स को अच्छी परफॉर्मेंस के लिए सलाह दी जाती है कि अधिक स्टोरेज, CPU, इंटरनल मेमोरी अधिक हो।

यही वजह है कि जिन Pc’s में यह फंक्शनैलिटी होती हैं वह विंडोजका बेहतर लाभ उठा पाते हैं। इसके विपरीत जिन डिवाइस में कम Ram/ हार्ड डिस्क और lower प्रोसेसर है। अर्थात यदि आप low specifications वाले पीसी में windows को Run करते हैं तो आपको अच्छा परफॉर्मेंस नहीं मिल पाएगा।

Security Risk

यदि हम अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम से विंडोज की तुलना करें तो सिक्योरिटी के हिसाब से विंडोज अधिक सुरक्षित नहीं है। क्योंकि आपने अक्सर ऐसे मामले सुने होंगे जहां पर एक यूजर द्वारा किसी विंडोस कंप्यूटर को हैक कर दिया गया हो।

यदि आप कंप्यूटर में फायरवेल, एंटीवायरस की सिक्योरिटी अपने विंडोज कंप्यूटर को ना दें तो आसानी से आपके कंप्यूटर में वायरस, मैलवेयर के आने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। तो किसी अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम की तुलना में विंडोज कंप्यूटर में यह सिक्योरिटी आपने मेंटेन नहीं की तो किसी भी बिजनेस या यूजर के पर्सनल डाटा के लिए काफी नुकसानदे:ह साबित हो सकता है.

यदि हम linux की माइक्रोसॉफ्ट विंडोज से तुलना करें माइक्रोसॉफ्ट प्रत्येक लाइसेंस का करीबन 50 से $100 चार्ज करता है। अतः यह महंगा ऑपरेटिंग सिस्टम है. linux की तुलना में यह अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम से इतना सुरक्षित नहीं है तथा वायरस तथा अन्य अटैक्स की संभावनाएं इसमें बनी रहती है। समय-समय पर windows को reboot करने की आवश्यकता होती है अन्यथा सिस्टम के हैंग होने के चांस होते हैं।

हालांकि कई सारे विंडोज सॉफ्टवेयर माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित किए गए हैं लेकिन कई सारे ऐसे सॉफ्टवेयर से जिनकी काफी अधिक मात्रा में windows उन्हें खरीदने का चार्ज लेता है। अतः यहां सॉफ्टवेयर महंगे होते हैं। दोस्तों इस तरह हमने माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के फायदे तथा नुकसान के बारे में चर्चा की।

आशा करते हैं की अब आपको विंडोज से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी मिल गई होगी, और यह आर्टिकल आपके लिए हेल्पफुल रहा होगा।

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