दोस्तों अपने computer और mobile में data का प्रयोग तो हम सभी करते हैं लेकिन क्या आपको पता है की आख़िर डाटा होता क्या है? अगर नही। तो आज इस पोस्ट में हम जानिंगे की डाटा क्या है और इसके प्रकार? उपयोग, फ़ायदे? data processing किसे कहेते हैं? history of data & all about data in hindi?
दोस्तों इस इंटरनेट युग में आपने data शब्द का नाम जरूर सुना होगा। चाहे वह मोबाइल डाटा, हो या files का डाटा हो या फिर कोई अन्य डाटा हो। लेकिन असल में डाटा शब्द का मतलब क्या है? डाटा क्या होता है? यदि किसी व्यक्ति से पूछें तो डाटा का अर्थ क्या है तो शायद वह घुमा फिरा के उस सवाल का जवाब दें।
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इसलिए आज का यह लेख उन सभी नए तथा पुराने इंटरनेट यूजर्स के लिए हैं जिन्होंने इस डिजिटल दुनिया में data का नाम तो कई बार सुना है तथा वे डाटा की अहमियत भी जानते हैं? लेकिन उन्हें डाटा क्या होता है इसके विषय पर पूर्ण एवं सटीक जानकारी नहीं है।
दोस्तों इसलिए आज का यह लेख data के विषय पर होने वाला है। जिसमें हम बात करेंगे डाटा क्या होता है? डाटा कितने प्रकार के होते हैं? डाटा के क्या उपयोग हैं। इसका इतिहास क्या है तथा डाटा प्रोसेसिंग क्या होती है? अतः data से संबंधित पूरी जानकारी पाने के लिए इस लेख को शुरू से लेकर अंत तक अवश्य पढ़ें। चलिये सबसे पहले जानते हैं डाटा क्या है? (What is Data in Hindi)
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डाटा क्या है? (What is Data in Hindi)
सामान्यतः डाटा कैरेक्टर्स का कोई सेट होता है जिसे किसी उद्देश्य के लिए एकत्रित या फिर translate (अनुवाद) किया जाता है। जैसे कि डेटा को analysis (विश्लेषण) करने के लिए। यह डेटा character (वर्ण) के रूप में कोई भी images, video, text, sound के हो सकता है। यदि डाटा को context संदर्भ में नहीं रखा जाता है तो यह न तो मानव के लिए और न ही किसी कंप्यूटर के लिए कुछ कर सकता है।
यहां आपका जानना जरूरी है कि कंप्यूटर data के जरिये information निकालता है जिससे हम उस data के बारे में समझ पाते हैं। यदि डाटा को कंप्यूटर के storage के रूप में देखे तो डाटा numbers का एक कलेक्शन होता है। जिसे बाइट्स के रूप में represent किया जाता है यह डाटा सीपीयू द्वारा processed किया जाता है।
दोस्तों इस तरह आप समझ चुके होंगे कि यह डाटा क्या होता है? अब हम जानते हैं डाटा को कंप्यूटर में किस तरह store किया जाता है। किसी कंप्यूटर में डाटा तथा जानकारी को स्टोर करने के लिए हार्ड ड्राइव या अन्य स्टोरेज डिवाइस का इस्तेमाल किया जाता है। जबकि स्मार्टफोन तथा अन्य मोबाइल डिवाइसेज में data term का इस्तेमाल इंटरनेट के जरिए विभिन्न devices के बीच डाटा को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।
दोस्तों जब यह डेटा raw फॉर्म में होता है। मनुष्य के लिए इस डाटा का कोई अर्थ नहीं होता अतः यह किसी काम का नहीं होता। परंतु जब इस डाटा की प्रोसेस तथा व्याख्या की जाती है तो इस डाटा का अर्थ मनुष्य के लिए समझने योग्य होता है और इससे proceed डाटा को इंफॉर्मेशन नाम भी दिया जाता है।
डाटा क्या है? यह जानने के बाद दोस्तों अब सवाल आता है कि डाटा कितने प्रकार के होते हैं?
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डाटा के प्रकार – Types Of Data In Hindi
Numerical
कंप्यूटर में जो डाटा हमें दिखाई देता है। वह संख्यात्मक रूप में होता है numerical डेटा में 0 से लेकर 9 तक की संख्याएं होती है। numerical डाटा को statistical डाटा भी कहा जा सकता है क्योंकि यह आंकड़े दर्शाते हैं।
उदाहरण के लिए जब हम कंप्यूटर पर excel शीट पर किसी time, height, width अमाउंट के रूप में terms को इंटर करते हैं। तो इस डाटा को हम माप (measure) सकते हैं। अतः संक्षेप में कहें तो जब हम डाटा के लिए संख्याओं का उपयोग करते हैं तो न्यूमेरिकल डाटा का इस्तेमाल होता है।
Letters
दोस्तों हम आम तौर पर कंप्यूटर में display लैंग्वेज को समझकर विभिन्न task को पूरा करते हैं। इसलिए किसी भी भाषा हिंदी या इंग्लिश उर्दू या किसी भी भाषा के लिए alphabets डाटा का इस्तेमाल होता है। अतः हम कह सकते हैं कि letters डाटा कंप्यूटर का इस्तेमाल करने के लिए बेहद जरूरी है।
Alpha Numerica Data
अल्फा न्यूमैरिक डाटा इस डाटा को हिंदी में अक्षरांकीय आँकड़ा डाटा कहा जाता है। अल्फा न्यूमैरिक डाटा में नंबर तथा letters दोनों शामिल होते हैं। अल्फा न्यूमैरिक डाटा का इस्तेमाल आमतौर पर strong पासवर्ड create करने, captcha fill करने के लिए भी किया जाता है।
अल्फान्यूमैरिक डाटा 1a2b3c इस प्रकार दिखाई देता है। यह short characters का बना होता है जो कि संख्याएं तथा अक्षर दोनों से मिलकर बना होता है।
Audio Data
ऑडियो डाटा कंप्यूटर के लिए तथा स्मार्टफोन दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। यह डाटा audio के माध्यम से ध्वनि उत्पन्न करते हैं। इस तरह के डाटा में गाने तथा रिकॉर्डिंग शामिल होती है। जिन्हें हम केवल सुन सकते हैं परंतु देख नहीं सकते इसके कुछ फॉर्मेट जैसे MP3, wav आदि होते हैं।
Video Data
वकंप्यूटर् पर सामान्यतः आप भी कई प्रकार की videos देखते होंगे। वह डाटा जो video डिस्प्ले करने के लिए इस्तेमाल होता है। वह वीडियो data होता है। डिजिटल वीडियो एक इलेक्ट्रॉनिक प्रेजेंटेशन होती है। वीडियो डाटा के encoding फॉर्मेट्स में MP4, webm, mkvआदि फॉर्मेट शामिल होते हैं।
Graphical Data
वह डेटा जो visual images के रूप में होता है।कंप्यूटर में ग्राफिकल डाटा का विशेष महत्व है जिसकी सहायता से चीजों को present तथा समझने में सहायता मिलती है।
डाटा का उपयोग?
इस डिजिटल वर्ल्ड में data का सबसे अधिक इस्तेमाल सोशल मीडिया, e-commerce कंपनियों तथा वेबसाइट पब्लिशर्स द्वारा सबसे अधिक किया जा रहा है। यदि हम डाटा को किसी व्यापार के नजरिए से देखें तो इसकी अहमियत काफी बढ़ चुकी है।
सबसे पहले यदि आपके व्यापार का कोई फेसबुक पेज वेबसाइट या youtube channel है तो आपको नए कस्टमर के बारे में जानकारी देने में data बेहद सहायकपूर्ण होता है।
डाटा के फ़ायदे – Benefits Of Data In Hindi
Solve Problems
व्यापार में data के जरिए आप पता कर सकते हैं कि आपकी प्रोडक्ट या सर्विस में क्या दिक्कतें आ रही है। और आप इन दिक्कतों को कैसे solve कर सकते हैं। उदाहरण के लिए यदि कोई प्रोडक्ट लोगों के लिए फायदेमंद नहीं हो
रहा है तो ऐसी स्थिति में लोगों के reviews आपको उस प्रोडक्ट को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। जिससे कि ग्राहक को अंत में एक बेहतर सर्विस प्रदान होती है। अतः डाटा कस्टमर संतुष्टि के लिए महत्वपूर्ण साधन है।
Reach to Right Customer
डाटा किसी व्यापार में मार्केटिंग प्रयासों को बढ़ाने में मदद करता है। तथा यह आपको अपने उन ग्राहकों तक पहुंचाने में सहायता करते हैं जो वाकई आपकी products & services को लेना चाहते हैं।
उदाहरण के लिए यदि आप अपनी वेबसाइट के जरिए प्रोडक्ट तथा सेवाओं को sell करते हैं। तो आप उसके अंतर्गत प्राप्त data के अनुसार पता कर सकते हैं कौन से लोकेशन के लोग,किस समय पर आपके सेवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। तथा इन आंकड़ों को मापने के बाद आप सही दिशा में उचित मॉर्केटिंग प्रयास कर सकते हैं।
Engagement in Social Media
वर्तमान समय में अधिक से अधिक लोग फेसबुक इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर रहे हैं तो यदि आप अपने व्यापार कि पहुंच अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं। तो सोशल मीडिया आपकी सहायता करता है
सोशल मीडिया में व्यापार हेतु interaction को ट्रैक करने में डाटा अपनी सहायता करता है। जिससे आप सोशल मीडिया में यूजर्स के व्यवहार, इंटरेस्ट आदि को पता कर सकते हैं। तथा यह डेटा का विश्लेषण आपके लिए सोशल मीडिया फायदेमंद होता है।
Predict of Trends Product & Services
इसके अलावा डाटा आपके व्यापार में प्रोडक्ट एवं सर्विसेज को भविष्य के trends (प्रचलन) को समझने में मदद करता है। अर्थात data आपको बताता है कि भविष्य में आपके कौन-कौन से प्रोडक्ट सर्विसेज की sell अधिक होगी।
इसका फायदा यह है कि आप पहले से ही अपने प्रोडक्ट एंड सर्विसेज को मार्केट में पूरी तैयारी के साथ लांच करने के लिए तैयार रहेंगे। तथा अपने उन प्रोडक्ट्स एवं सर्विसेज को लोगों तक पहुंचाने का कार्य करेंगे।
Help to Understand & Solve Problems
data आपके व्यापार में sells तथा अन्य समस्याओं से सुलझने में सहायता करता है। महीने के अंत में data के जरिए आप पता कर पाते हैं की इस महीने प्रोडक्ट एंड सर्विसेज में या आपके द्वारा मार्केटिंग में कहां कमियां हो रही है। तथा उसे सुधार कर आपको अगले महीने दोबारा मार्केट में खड़ा होने में सहायता करता है।
दोस्तों इसके अलावा इस डिजिटल वर्ल्ड में व्यापार के लिए डाटा के अनेक लाभ हैं। अतः आप कह सकते हैं कि बिना डाटा के ऑनलाइन मॉर्केटिंग करना आंख बंद करके निशाना मारने जैसी स्थिति होती है।
दोस्तों यह तो हमने बात की डेटा की वर्तमान समय में व्यापार में। लेकिन यदि हम डाटा का इस्तेमाल देखें तो हर जगह डाटा का इस्तेमाल हमारे रोजमर्रा के जीवन में होता है। डाटा का इस्तेमाल स्कूल, अस्पतालों विज्ञान तथा विभिन्न क्षेत्रों के लिए डाटा का इस्तेमाल होता है।
उदाहरण के लिए हम डाटा के जरिए ही है पता कर पाते हैं कि आप हमारी वेबसाइट में कितने मिनट तक आर्टिकल पढ़ते हैं तथा कितनी देर तक इस वेबसाइट को ओपन करते हैं। ऑनलाइन हो या ऑफलाइन जिंदगी डाटा बेहद महत्वपूर्ण है। दोस्तों अब एक term जो आपने अक्सर सुना होगा डाटा प्रोसेसिंग आइए इसका मतलब जानते हैं।
डाटा प्रोसेसिंग क्या है? What Is Data Processing In Hindi
डाटा प्रोसेसिंग क्या है सरल शब्दों में कहें तो डाटा की महत्वता के आधार पर किया जाने वाला विश्लेषण डाटा प्रोसेसिंग होता है। दोस्तों कंप्यूटर की भाषा में जो डाटा होता है उसे हम डायरेक्ट नहीं पढ़ सकते। तथा उस डाटा को मनुष्य द्वारा समझने योग्य बनाने के लिए उस डाटा से इंफॉर्मेशन (सूचनाएं) निकाली जाती है। तो इस प्रक्रिया को ही data processing कहते हैं।
दोस्तों जब कंप्यूटर डाटा प्रोसेसिंग अर्थात data को सूचना में बदलता है तो उसके लिए कई अंकगणितीय गणनाएं करता है। जिसके लिए कंप्यूटर cpu से अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट तथा कंट्रोल यूनिट की सहायता लेता है।
डाटा का इतिहास – History Of Data In Hindi
1640 ई० में पहली बार इंग्लिश में data शब्द का इस्तेमाल किया गया। उसके बाद कंप्यूटर की दुनिया के लिए डाटा शब्द का इस्तेमाल पहली बार वर्ष 1946 में कंप्यूटर के डाटा को store एवं ट्रांसफर करने हेतु किया गया।
जबकि डाटा प्रोसेसिंग शब्द का इस्तेमाल पहली बार 1954 में किया गया। तो दोस्तों आज के इस लेख में इतना ही उम्मीद है इस लेख को पढ़ने के बाद आपको डाटा से संबंधित कई जानकारियां प्राप्त हुई होंगी। डाटा क्या है यह विस्तार से समझ लेने के बाद अब हम डाटा से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करते हैं.
कंप्यूटर में डाटा कैसे स्टोर होता है?
इस डिजिटल युग में कंप्यूटर हमारे लिए बेहद उपयोगी हो चुके हैं, और कंप्यूटर में store किया गए डाटा कंप्यूटर के Storage Device में store किया जाता है, उसे या तो हम Hard drive में स्टोर करते हैं या फिर अन्य स्टोरेज डिवाइस में स्टोर कर सकते हैं।
कंप्यूटर में स्टोर किया गया डाटा फिर चाहे वह कोई photo, वीडियो या कोई भी फाइल हो वह हमारे कंप्यूटर में अटैच की गई हार्ड ड्राइव में स्टोर होता है। हार्ड ड्राइव क्या है इसके बारे में हम आपको पहले ही डिटेल से बता चुके हैं। आजकल मार्केट में विभिन्न Storage डिवाइस आ रहे हैं। जिन्हें आप अपने कंप्यूटर से अटैच कर सकते हैं उनमें से एक है Pen ड्राइव।
डाटा और इंफॉर्मेशन के बीच क्या अंतर होता है?
प्रायः हम जब भी डाटा का नाम लेते हैं तो इसका मतलब हम समझते हैं कि इसमें कोई जानकारी स्टोर की गई है परंतु इनके पीछे का छोटा सा अंतर होता है। सबसे पहले Data बात करें डाटा की तो डाटा Value का कलेक्शन होता है वैल्यू का अर्थ यहां कैरेक्टर्स, नंबर इत्यादि से है।
जबकि इंफॉर्मेशन वह होती है जिसे मनुष्य आसानी से Read कर सकता है, इंफॉर्मेशन भी एक प्रकार का डाटा ही होता है जिसे इस प्रकार process किया जाता है। ताकि कोई भी इंसान उसे आसानी से पढ़ सके समझ सके। दोस्तों इसे आप इस तरह भी समझ सकते हैं कि कंप्यूटर में को सीपीयू होता है उसमें P का अर्थ है प्रोसेसिंग अर्थात डाटा को प्रोसेस करना।
इसीलिए डाटा को इंफॉर्मेशन में प्रोसेस करना कंप्यूटर का मकसद होता है। इंफॉर्मेशन हमें किसी के बारे में कोई सूचना देती है यह किसी भी एक विशेष टॉपिक पर इंफॉर्मेशन हो सकती है, अर्थात इंफॉर्मेशन किसी भी सत्य या Fact को प्रदर्शित करता है। जबकि डाटा रिकॉर्ड की गई values का कलेक्शन होता है जिसमें निहित जानकारी को कभी भी निधारित किया जा सकता है.
कंप्यूटर डाटा को किस तरह प्रोसेस करता है?
जब भी हम कंप्यूटर को कोई Command या instructions देते हैं तो कंप्यूटर इस प्रकार डाटा को प्रोसेस करता है। जब कंप्यूटर किसी भी डाटा को प्रोसेस करता है, तो सबसे पहले Input चाहिए अर्थात जब भी आप अपने कंप्यूटर को इंस्ट्रक्शन देते हैं। मान लीजिए आप अपने कीबोर्ड से कोई Key दबाते हैं तो कंप्यूटर को इनपुट मिल जाता है।
Process
उसके बाद आपके द्वारा दिए गए निर्देश से कंप्यूटर को जो Input मिला है, उसे प्रोसेस करने के लिए कंप्यूटर को एक प्रोग्राम की आवश्यकता होती है, एक Typical प्रोग्राम जो कि उस डाटा को ऑर्गेनाइज, manipulate करने के बाद उस डाटा को इंफॉर्मेशन में तब्दील कर सके। दोस्तों इसे इंफॉर्मेशन में इसीलिए कन्वर्ट किया जाता है ताकि उस information को एक इंसान समझ सके और उसे पढ़ सके।
Output
और जब इस तरह इंफॉर्मेशन में किसी डाटा को तब्दील कर दिया जाता है तो तीसरे स्टेप में इस इनफार्मेशन को Output के रूप में show कर दिया जाता है Example के लिए यदि हम अपने कीबोर्ड से कुछ भी टाइप करते हैं तो वह अपने मॉनिटर स्क्रीन पर show होता है।
Storage
डाटा प्रोसेसिंग के के बाद ही सारा कार्य खत्म नहीं हो जाता। अंत में उस डाटा को स्टोर करने के लिए कंप्यूटर को स्टोरेज डिवाइस की आवश्यकता पड़ती है ताकि उस इंफॉर्मेशन का इस्तेमाल भविष्य में भी किया जा सके।
Definitions of Data in Technology in Hindi
समय अनुसार जिस तरह टेक्नोलॉजी में परिवर्तन हुआ है, उसी प्रकार डाटा को Describe करने के लिए विभिन्न परिभाषाएं सामने आई हैं। अर्थात विभिन्न टेक्नोलॉजी में Data शब्द के लिए अलग-अलग definitions का इस्तेमाल किया गया है। चलिए हम यहां डाटा से संबंधित सभी विभिन्न परिभाषाओं को विस्तार जानते हैं इससे आपको डाटा को और भी विस्तार से समझने में मदद मिलेगी।
Big Data
बड़ी मात्रा में जो डाटा होता है उसे आज हम Big Data के नाम से जानते हैं यह डाटा दोनों प्रकार का हो सकता है। अर्थात यह Structure या unstructured हो सकता है। चूंकि यह बड़ी मात्रा में डाटा होता है। इसलिए यह नई टेक्नोलॉजी पर आधारित है इसलिए इसे पारंपरिक डेटाबेस या सॉफ्टवेयर तकनीकों के जरिए प्रोसेस नहीं किया जा सकता।
बड़ी संख्या में डाटा के सेट को विश्लेषण, व्यवस्थित किया जाता है ताकि उस डाटा के जरिए विभिन्न पैटर्न या उपयोगी जानकारियां मिल सके तो उसे Big Data analytics कहा जाता है.
Data Miner
एक सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन जो किसी कंप्यूटर की गतिवधियों को मॉनिटर या विश्लेषण करती है। अर्थात एक यूजर Device का इस्तेमाल किस तरीके से कर रहा है ताकि उस डाटा के इस्तेमाल से महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की जा सके। डेटाबेस एप्लीकेशंस का एक समूह जो किसी डाटा में Hidden pattern को खोजने की कोशिश करता है ताकि इसी जानकारी के आधार पर भविष्य में prediction की जा सके।
Raw Data
शुरुआती चरण में प्राप्त होने वाला डाटा जिससे main डाटा collect किया जाता है परंतु यह डाटा ना तो फॉर्मेटेड होता है और ना ही व्यवस्थित रूप में होता है।
Database
डेटाबेस बेसिकली सूचनाओं का एक संग्रह है जिसमें सभी सूचनाएं व्यवस्थित रूप से मौजूद होती हैं। तथा जो भी डाटा इसमें स्टोर होता है उसे आसानी से कंप्यूटर ढूंढ कर प्रदर्शित करता है.
Structured Data
स्ट्रक्चर्ड डाटा से तात्पर्य उस डाटा से जो कोई रिकॉर्ड या फाइल के रूप में मौजूद हो जैसा कि रिलेशनल डेटाबेस या स्प्रेडशीट में होता है. इस प्रकार के डाटा को स्ट्रक्चर्ड डाटा नाम दिया जाता है.
Unstructured Data
वे इंफॉर्मेशन जो ट्रेडिशनल डेटाबेस में स्टोर नहीं होती जैसा कि नाम से ही पता चलता है इसका कार्य को आप स्ट्रक्चर्ड डाटा के विपरीत भी समझ सकते हैं।
तो दोस्तों आशा करते हैं की अब आपको डाटा से जुड़ी सभी प्रकार की पूरी जानकारी मिल चुकी होगी, और आप जान गये होगे की डाटा क्या है और इसके प्रकार? (What is Data in Hindi)
F.A.Qs
इंफॉर्मेशन को processed data भी कहा जाता है। भिन्न-भिन्न तरह के डाटा को स्टोर करके उसे प्रोसेस करने के बाद इंफॉर्मेशन प्राप्त की जाती है। और जब इंफॉर्मेशन को collect करके उसे अप्लाई किया जाता है, तो उसे knowledge कहते हैं। Information के अंदर processed data देखने को मिलता हैं।
इंफॉर्मेशन किसी भी पार्टिकुलर सब्जेक्ट के ऊपर data और facts का कलेक्शन हो सकता है। इंफॉर्मेशन के अंदर खास तरह के प्रश्नों का उत्तर दिया जाता है। Who, What, Where, When जैसे सवालों का जवाब इंफॉर्मेशन के मदद से ही दिया जाता है।
डाटा संग्रहण को data collection भी कहा जाता है। ये वह प्रक्रिया है जिसके मदद से इंफॉर्मेशन को इकट्ठा किया जाता है और फिर उसे प्रोसेस करके उससे जरूरी जानकारी प्राप्त की जाती हैं। डेटा संग्रहण की यह प्रक्रिया किसी विशेष कार्य के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया से किसी एक variable या यूं कहें कि तथ्य के ऊपर अलग-अलग लोगों के विचारों को इकट्ठा किया जाता है।
डाटा संग्रहण के मदद से ऐसी जानकारी इक्ट्ठा की जाती है, जिसका उपयोग फ्यूचर में भी किया जा सके। उदाहरण – जब कोई व्यक्ति या संगठन किसी विशेष कार्य का संपादन करने के लिए ऐसे question की लिस्ट तैयार करता हैं, जिसमे अलग अलग लोगों की सोच जाहिर हो सके। तो उसे data collection या डाटा संग्रहण कहते हैं। इसके मदद से कई तरह के outcome का evaluation किया जा सकता हैं साथ ही अलग अलग तरह के अनुमान भी लगाए जा सकते हैं।
कंप्यूटर में डाटा पहुंचाने का कार्य कंप्यूटर के इनपुट डिवाइस जैसे keyboard, mouse, scanner आदि के माध्यम से पहुंचाया जाता है। इन इनपुट डिवाइस के मदद से प्रोग्राम इंफॉर्मेशन को कंप्यूटर में डाला जाता है और उसके बाद उस इंफॉर्मेशन को प्रोसेस किया जाता है। कंप्यूटर में डाटा को प्रोसेस करने के बाद इन इंफॉर्मेशन को कंप्यूटर की मेमोरी हार्ड डिस्क में स्टोर करके रखा जाता है। इन इनपुट डिवाइस के बिना कंप्यूटर में जानकारी नहीं डाली जा सकती हैं।
जब आप मोबाइल में किसी एप्लीकेशन या गेम को खेलते हैं तब उस एप्लीकेशन में यूज होने वाले ग्राफिक्स, टेक्स्ट, विडियो का डाटा आपके मोबाइल में स्टोर होता है किसी एप्लीकेशन के डाटा को प्राप्त कर हम उस ऐप के बारे में काफी महत्वूर्ण जानकारी हासिल कर सकते है।
डाटा प्रतिनिधित्व कंप्यूटर के अंदर डाटा को स्टोर करने की एक विधि है। इस विधि में कंप्यूटर के अंदर अलग-अलग तरह के डाटा को संग्रह किया जाता है। इस विधि में अलग-अलग forms में डाटा कों संग्रह किया जाता है जैसे संख्या, text, numbers, figures, graphics, audio आदि।
इस विधि में डाटा को स्टोर करके रखने के लिए numeric code का भी प्रयोग किया जाता है। numeric code में केवल 0 और 1 का प्रयोग किया जाता है। वैसे तो डाटा प्रतिनिधित्व करने के लिए 0 से 9 अंको का भी प्रयोग किया जाता है लेकिन डाटा प्रतिनिधित्व का आधार 10 होता है।
डाटा विश्लेषण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके मदद से डाटा की सही तरह से जांच की जाती है। डेटा विश्लेषण की प्रक्रिया में डाटा को अपने अनुसार तोड़ा जा सकता है साथ ही आवश्यकता पड़ने पर उसमें नया डाटा जोड़ा जा सकता है। इतना ही नहीं डेटा विश्लेषण के आधार पर डाटा की सत्यता को परखा जाता है। डाटा विश्लेषण की प्रक्रिया एक बहुत ही जरूरी प्रक्रिया है। डाटा को संग्रह करने के बाद डाटा विश्लेषण की प्रक्रिया आरंभ होती हैं।
उम्मीद है की अब आप जान गये होगे की डाटा क्या है और इसके प्रकार? उपयोग, फ़ायदे? data processing किसे कहेते हैं? history of data & all about data in hindi?
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Hope की आपको डाटा क्या है और इसके प्रकार? (What is Data in Hindi) का यह पोस्ट पसंद आया होगा, और हेल्पफ़ुल लगा होगा।
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