QR Code क्या होता है और इसके प्रकार (QR CODE IN HINDI)

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क्यूआर कोड के माध्यम से पेमेंट करना बहुत ही सरल होता है, परंतु क्या आप जानते हैं की, आखिर यह क्यूआर कोड किस बला का नाम है और इसे कैसे बनाया जाता है? हमें पता है की अधिकतर लोगों को यह नहीं पता होगा। इसलिए हम इस स्पेशल आर्टिकल में आपको जानकारी प्रदान करेंगे कि “QR Code क्या होता है” और “क्यूआर कोड कैसे बनाएं” तथा “क्यूआर कोड कैसे काम करता है।”

QR Code क्या होता है और इसके प्रकार (QR CODE IN HINDI)


आजकल ऑनलाइन पेमेंट करने का क्रेज काफी ज्यादा बढ़ चुका है। जब हम ऑनलाइन पेमेंट करते हैं, तो हमें qr-code का नाम सुनाई पड़ता है या फिर क्यूआर कोड दिखाई पड़ता है। इस कोड को मोबाइल के माध्यम से स्कैन करने की जरूरत होती है, जिसके बाद हम पेमेंट कर पाते हैं।

QR Code क्या होता है?

क्यूआर कोड का पूरा मतलब क्विक रिस्पांस कोड होता है। इसका आकार स्क्वायर बारकोड की तरह होता है जिसका पहली बार निर्माण जापान में किया गया था। पारंपरिक बारकोड से qr-code की तुलना की जाए तो यह बिल्कुल ही डिफरेंट होते हैं। इसमें बहुत सारी होरिजेंटल लाइन होती है। क्यूआर कोड को मैट्रिक्स बार कोड भी कहते हैं।

क्यूआर कोड में काफी बड़े पैमाने पर जानकारियों को स्टोर किया जाता है, क्योंकि इसके स्टोरेज की कैपेसिटी ज्यादा होती है और यह दिखाई देने में भी काफी ज्यादा अट्रैक्टिव होते हैं और किसी भी स्मार्टफोन के कैमरे के माध्यम से इसे सरलता से स्कैन करके इसमें मौजूद जानकारियों को देखा जा सकता है।


जो qr-code होते हैं, इसमें इनके पीछे कुछ यूआरएल एंबेडेड होते हैं, जिसे पढ़ने के लिए क्यूआर कोड स्केनर एप्लीकेशन की आवश्यकता होती है या फिर क्यू आर कोड रीडर डिवाइस की आवश्यकता होती है।

जैसे ही क्यूआर कोड को डिवाइस के माध्यम से या फिर एप्लीकेशन के माध्यम से स्कैन किया जाता है, वैसे ही वह हमें किसी वेबसाइट के यूआरएल पर रीडायरेक्ट कर देता है। यही वजह है कि इसका निर्माण किया गया है।

आपने भी किसी एडवर्टाइजमेंट में क्यूआर कोड को देखा होगा या फिर किसी प्रोडक्ट पर इसे छपा हुआ देखा होगा। क्यूआर कोड छोटे से स्क्वायर आकार के बॉक्स में होता है, जिसमें अजीब सा पैटर्न निर्मित हुआ होता है। अधिकतर क्यूआर कोड काले रंग में ही होते हैं।


क्यूआर कोड का मतलब क्या होता है?

[ QR CODE: QUICK RESPONSE CODE ]

इसके बारे में एक इंटरेस्टिंग बात यह है की इसका निर्माण सबसे पहले मोटर वाहन इंडस्ट्री के लिए किया गया था परंतु बहुत ही कम समय में इसकी अच्छी खासी स्टोरेज कैपेसिटी की वजह से यह मोटर वाहन इंडस्ट्री के अलावा भी अन्य फील्ड में प्रसिद्ध हो गया।

क्यूआर कोड अर्थात मैट्रिक्स बारकोड एक ऐसा ट्रेडमार्क है जो सबसे पहले जापान में मोटर वाहन इंडस्ट्री के लिए डिवेलप किया गया था। क्यूआर कोड अपने से संबंधित आइटम के बारे में इंफॉर्मेशन रखता है।


QR Code की खोज किसने की?

आपने टोयोटा ग्रुप के बारे में तो सुना ही होगा, जिसके द्वारा टोयोटा नाम से विभिन्न प्रकार की शानदार गाड़ियां बनाई जाती है।‌ टोयोटा ग्रुप की Denso-Wave नाम की एक सब्सिडियरी कंपनी है। इसी कंपनी के द्वारा साल 1994 में सबसे पहली बार जापान देश में क्यूआर कोड का इस्तेमाल किया गया था। इसलिए उन्हें ही qr-code के आविष्कारक के तौर पर जाना माना जाता है।

इस कंपनी ने अलग-अलग मोटर पार्ट्स को ट्रैक करने के लिए क्यूआर कोड का निर्माण किया था परंतु जैसे जैसे लोगों को qr-code के बारे में पता चलता गया, वैसे वैसे लोगों ने इसका इस्तेमाल करना चालू कर दिया और उन्हें इससे काफी फायदा भी मिलने लगा।

इस प्रकार से धीरे-धीरे दूसरे इलाकों में भी अर्थात अन्य फील्ड में क्यूआर कोड का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होना चालू हो गया और इस प्रकार से आज के समय में कई फील्ड में क्यूआर कोड का इस्तेमाल किया जा रहा है।


QR Code का उपयोग

क्या आप जानते हैं की पहले qr-code में सिर्फ 30 नंबर को ही छुपाया जा सकता था, परंतु वर्तमान के समय में इसमें नंबर को छुपाने की कैपेसिटी 7089 नंबर तक हो गई है और ऐसी उम्मीद की जा रही है कि अगर इसमें अपग्रेडेशन होता है तो इसमें नंबर या फिर इंफॉर्मेशन छुपाने की कैपेसिटी में भी इजाफा हो सकता है। 

क्यूआर कोड का क्या क्या इस्तेमाल क्या होता है, आइए जानते हैं।

  • अगर हमें किसी भी वेबसाइट के यूआरएल को qr-code के अंदर छुपाना है, तो ऐसा आसानी से किया जा सकता है। ऐसा करने पर जब कोई व्यक्ति क्यूआर कोड को स्कैन करेगा, तो वह डायरेक्ट संबंधित वेबसाइट पर रीडायरेक्ट हो जाएगा। यानी कि संबंधित वेबसाइट पर चला जाएगा।
  • क्यूआर कोड का इस्तेमाल हमारे द्वारा एक बिजनेस कार्ड के तौर पर भी किया जा सकता है। आप बारकोड में अपने बिजनेस की जानकारियों को स्टोर कर सकते हैं। जब कोई व्यक्ति क्यूआर कोड को स्कैन करेगा तो उसे आपके बिजनेस की कंप्लीट इंफॉर्मेशन मिलेगी। जैसे कि बिजनेस का नाम, फोन नंबर, ईमेल आईडी, एड्रेस इत्यादि‌। किसी भी प्रकार के मैसेज को शेयर करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
  • ऑनलाइन पेमेंट के नजरिए से देखा जाए तो qr-code की वजह से अब ऑनलाइन पेमेंट काफी आसान हो गई है। पेमेंट लेने वाले व्यक्ति के द्वारा अपनी पेमेंट इंफॉर्मेशन से लैस qr-code डिवेलप किया जाता है, जिसे स्कैन करके तुरंत ही सामने वाले व्यक्ति को उसके फोन नंबर पर या फिर बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है।
  • क्यूआर कोड की वजह से हम वेबसाइट में सरलता से लॉगिन कर पाते हैं। हमें उसमें लॉगिन करने के लिए बार-बार अपना यूजरनेम या फिर पासवर्ड डालने की आवश्यकता नहीं होती है।
  • क्यूआर कोड को जितनी चाहे उतनी बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • क्यूआर कोड का एक बढ़िया इस्तेमाल यह है की आप इसे जिस चाहे उस कैमरा एंगल से स्कैन कर सकते हैं। यह किसी भी कैमरा एंगल से स्कैन करने पर स्कैन हो जाता है‌।
  • अगर आप किसी भी वजह से अपनी लोकेशन को गूगल मैप के माध्यम से क्यूआर कोड में लिंक करना चाहते हैं, तो ऐसा भी आप कर सकते हैं। इससे कोई यूज़र अगर क्यूआर कोड स्कैन करेगा तो उसे आप की लोकेशन की जानकारी मिल जाएगी, जिसकी वजह से वह आसानी से आपके पास पहुंच सकता है।
  • किसी एप्लीकेशन के लिंक को भी qr-code में शामिल किया जा सकता है, ताकि लोग क्यूआर कोड को स्कैन करके आपके एप्लीकेशन तक पहुंचे और उसे डाउनलोड कर ले या फिर उसका इस्तेमाल करें।
  • आपके पास मौजूद किसी सर्विस या फिर आइटम की जानकारी अगर आप क्यू आर कोड के माध्यम से देना चाहते हैं, तो आप qr-code में सर्विस अथवा आइटम की जानकारियों को स्टोर कर सकते हैं।
  • ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में अलग-अलग प्रकार की गाड़ियों की पहचान करने के लिए और गाड़ियों को ट्रैक करने के लिए क्विक रिस्पांस कोड का इस्तेमाल होता है।
  • हेल्थ की फील्ड में अस्पतालों में पेशेंट को ट्रैक करने से लेकर के उनकी मेडिसिन को ट्रैक करने के लिए क्यूआर कोड का इस्तेमाल होता है।

QR Code कौन बनाता है?

Denso Wave के द्वारा ही भले ही qr-code को बनाया गया था और उन्होंने इस पर अपना पेटेंट भी रखा हुआ है परंतु इसके बावजूद उन्होंने इसका इस्तेमाल करने के लिए किसी भी प्रकार की परमिशन लेने के लिए नहीं कहा है। यानी कि उन्होंने पब्लिक यूज़ के लिए इसका लाइसेंस दिया हुआ है।

इसका अर्थ यह होता है की अब qr-code अलग-अलग कंपनी भी बना सकती है और यहां तक की सामान्य व्यक्ति भी बना सकते हैं। जैसे कि अगर आपको qr-code बनाना है तो आप किसी क्यू आर कोड बनाने वाला ऐप अथवा क्यूआर कोड बनाने वाली वेबसाइट के माध्यम से भी आसानी से क्यूआर कोड जनरेट कर सकते हैं।

पहले के समय में क्यूआर कोड को पढ़ने के लिए आपको qr-code रीडिंग एप्लीकेशन की आवश्यकता होती थी, परंतु वर्तमान के समय में जो अधिकतर स्मार्टफोन लॉन्च हो रहे हैं, उसमें इनबिल्ट क्यू आर कोड स्कैनर नाम का फीचर आ रहा है।

इसलिए अब कुछ डिवाइस में अलग से qr-code पढ़ने वाला ऐप इंस्टॉल करने की आवश्यकता नहीं होती है। जब आपके मोबाइल का कैमरा ऐसे किसी भी चीज को स्कैन करता है जिसमें qr-code शामिल होता है, तो संबंधित इंफॉर्मेशन आपके मोबाइल की स्क्रीन पर आ जाती है।

QR Code बिजनेस के लिए क्यों उपयोगी है?

इस्तेमाल के मामले में क्यूआर कोड का मैटर काफी बड़ा है। बता देना चाहते हैं की इसकी उपयोगिता डिजिटल इंफॉर्मेशन और किसी आदमी के बीच सरल कनेक्शन पर डिपेंड है। किसी भी क्यूआर कोड को स्कैन करना काफी सुविधाजनक होता है क्योंकि इसके द्वारा गूगल सर्च या फिर यूआरएल कॉपी पेस्ट को बायपास कर दिया जाता है।

एग्जांपल के तौर पर मान लीजिए आप नाश्ते पानी की दुकान चलाते हैं और उस दुकान में काफी अधिक भीड़ होती है। ऐसे में आपका काफी ज्यादा समय तो कस्टमर से पैसा लेने में और कस्टमर का बचा हुआ पैसा उन्हें वापस करने में चला जाता है साथ ही कई बार खुले ना होने की अवस्था में आपको काफी माथापच्ची कस्टमर के साथ करनी होती है।

परंतु जब आप अपने बैंक अकाउंट या फिर यूपीआई वॉलेट से लिंक क्यूआर कोड को अपनी दुकान के मुख्य दरवाजे पर या फिर दुकान के अंदर किसी भी जगह पर लगा देते हैं और साथ ही साउंड बॉक्स को भी स्थापित कर देते हैं तो आपका काम काफी आसान हो जाता है, 

क्योंकि अधिकतर लोग क्यूआर कोड को स्कैन करके पैसा भेज देते हैं और पैसा आने का अनाउंसमेंट आपके द्वारा स्थापित किया गया साउंडबॉक्स कर देता है।

इस प्रकार से कस्टमर को पेमेंट करने में आसानी होती है और आपको पेमेंट लेने में सरलता होती है, साथ ही खुले की वजह से जो समस्याएं पैदा होती थी उसका सामना आपको कम करना पड़ता है।‌ इस प्रकार से क्यूआर कोड आपके बिजनेस के लिए उपयोगी साबित होता है।

QR Code कैसे काम करता है?

क्विक रिस्पांस कोड जब बनाया जाता है, तब उसमें महत्वपूर्ण जानकारियों को इंटर किया जाता है। जैसे की अगर किसी व्यक्ति को अपना बिजनेस कार्ड क्यूआर कोड के तौर पर तब्दील करना है, तो वह जब qr-code बनाएगा तो निश्चित जगह में अपने बिजनेस का नाम, कांटेक्ट नंबर, ईमेल आईडी, एड्रेस इत्यादि जानकारियों को भरेगा।

फिर जनरेट qr-code बटन पर क्लिक करके उसे qr-code में चेंज कर देगा और फिर उसे डाउनलोड करके उसका प्रिंट आउट निकाल कर के उसे निश्चित जगह पर चिपका देगा।

अब जब किसी भी व्यक्ति को सामने वाले व्यक्ति के बिजनेस की जानकारी प्राप्त करनी होगी तो वह अपने मोबाइल में या फिर डिवाइस में क्यूआर कोड स्कैन करने वाला एप चालू करेगा और उसके बाद मोबाइल के बैक कैमरा को चालू करके वह सामने रखे हुए क्यूआर कोड को स्कैन करेगा।

जैसे ही स्कैनिंग की प्रोसेस पूरी हो जाएगी, वैसे ही व्यक्ति को अपने मोबाइल पर क्यूआर कोड दिखाई देगा। इस प्रकार से क्यूआर कोड काम करता है, यह समझा जा सकता है। अगर आपके डिवाइस में इंटरनेट की स्पीड बहुत ही अच्छी है तो किसी भी qr-code एप्लीकेशन को क्विक रिस्पांस कोड को स्कैन करने में 2 सेकंड से ज्यादा का समय नहीं लगेगा।

QR Code का इस्तेमाल कहां होता है?

आपके द्वारा किसी को अगर आसानी से पेमेंट किया जाना है तो आसानी से पेमेंट करने का सबसे सरल तरीका यही है की क्यूआर कोड को स्कैन किया जाए।‌ आपको बस डिवाइस के द्वारा क्विक रिस्पांस कोड को स्कैन करने की आवश्यकता होती है।

 इसके बाद आपको निश्चित जगह में भेजा जाने वाला पैसा डालना होता है और जिसे पैसा भेजना चाहते हैं उसकी यूपीआई आईडी डालनी होती है।

इसके बाद ट्रांजैक्शन पासवर्ड डालकर के पेमेंट की जा सकती है। सबसे बढ़िया तो यह है की आपको क्यूआर कोड के माध्यम से पेमेंट करने की वजह से छुट्टे पैसे की व्यवस्था करने की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि क्यूआर कोड के द्वारा पेमेंट करने के दरमियान आप ₹1 भी भेज सकते हैं या फिर ₹10000 भी भेज सकते हैं अथवा ₹1. 50 पैसा भी भेज सकते हैं।

पैसा भेजने के अलावा अथवा पैसा पाने के अलावा इसके द्वारा और कई काम भी किए जा सकते हैं। जैसे कि हम यह देखते हैं कि, अधिकतर प्रोडक्ट में क्यूआर कोड आता ही है। 

आप इसे स्कैन करके किसी भी प्रोडक्ट की इनफार्मेशन हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा बिजनेस में भी क्यूआर कोड का इस्तेमाल होता है। इसका इस्तेमाल बिजनेस में बिजनेस कार्ड के तौर पर होता है।

QR Code कैसे स्कैन करें?

अलग-अलग एप्लीकेशन में क्यूआर कोड को स्कैन करने की प्रक्रिया अलग-अलग होती है। सभी लोगों के मोबाइल में आज के समय में क्यूआर कोड एप्लीकेशन नहीं होती है, परंतु अधिकतर लोग आज के समय में व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हैं।

व्हाट्सएप में आपको क्यूआर कोड स्कैन करने की सुविधा मिल जाती है। इसलिए नीचे हम आपको व्हाट्सएप के उदाहरण के माध्यम से यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि आप कैसे क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं। आप व्हाट्सएप एप्लीकेशन के माध्यम से सिर्फ व्हाट्सएप क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं।

1: व्हाट्सएप क्विक रिस्पांस कोड को स्कैन करने के लिए सर्वप्रथम अपने मोबाइल में इंटरनेट चालू कर ले और फिर व्हाट्सएप एप्लीकेशन पर क्लिक करके इसे ओपन कर ले।

2: व्हाट्सएप एप्लीकेशन ओपन हो जाने के बाद ऊपर दिखाई दे रहे तीन बूंदी पर क्लिक करें और उसके बाद सेटिंग वाले विकल्प पर क्लिक कर दें।

whatsapp

3: अब आपको अपने नाम के बगल में जो qr-code बना हुआ दिखाई दे रहा है उस पर क्लिक करना है।

qr

4: अब आपको जो स्कैन कोड वाला ऑप्शन दिखाई दे रहा है, उस पर क्लिक करना है।

scan

5: अब आपके मोबाइल के पीछे वाला कैमरा ऑटोमेटिक चालू हो जाता है। आपको इस पीछे वाले कैमरे को उस क्यूआर कोड पर लेकर जाना है, जिसे आप स्कैन करना चाहते हैं।

जैसे ही आप व्हाट्सएप स्कैनर को qr-code के सामने ले जाते हैं वैसे ही सामने वाले क्विक रिस्पांस कोड को व्हाट्सएप स्कैनर के द्वारा स्कैन कर लिया जाता है और संबंधित जानकारी आपको प्राप्त हो जाती है।

QR Code कैसे बनाएं?

क्यू आर कोड बनाने के लिए कई एप्लीकेशन और वेबसाइट है। हालांकि हम आपको qr-code बनाने के लिए ऐसी वेबसाइट का एग्जांपल देंगे, जहां से फ्री में क्यूआर कोड बनाया जा सकता है। एप्लीकेशन से भी qr-code बना सकते हैं परंतु इसके लिए आपको अपने मोबाइल में एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए डाटा खर्च करने की आवश्यकता होगी। इससे बढ़िया तो यही है कि हम वेबसाइट के द्वारा qr-code बनाएं।

स्टेप  1: फ्री में क्यूआर कोड बनाने के लिए हम आपको नीचे जो लिंक दे रहे हैं, उस पर क्लिक करना है। नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करने पर आप एक नए पेज में अपने ब्राउज़र में चले जाते हैं।

क्लिक ऑन लिंक: https://www.qrcode-monkey.com/

स्टेप 2: नए पेज में आपको qr-code बनाने के लिए बहुत सारे ऑप्शन मिलते हैं। जैसे कि यूआरएल, फेसबुक, इंस्टाग्राम, फोन नंबर, ईमेल आईडी इत्यादि। हम यहां पर फोन नंबर वाला क्यूआर कोड बनाना चाहते हैं। इसलिए फोन नंबर वाले ऑप्शन पर क्लिक कर रहे हैं।

स्टेप 3: फोन नंबर वाले ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपको जो योर फोन नंबर वाला खाली बॉक्स दिखाई दे रहा है, उसमें अपने फोन नंबर को दर्ज कर देना है।

phone no

स्टेप 4: अब आपको थोड़ा सा नीचे आना है, वहां पर आपको हरे रंग के बॉक्स में क्रिएट qr-code वाली बटन मिलेगी, इसी बटन पर क्लिक कर देना है।

qr code

स्टेप 5: अब सिर्फ 4 सेकेंड के अंदर ही आपका qr-code बन जाता है। इसके बाद क्यूआर कोड को डाउनलोड करने के लिए हमें डाउनलोड पीएनजी वाली बटन पर क्लिक करना होता है। यह बटन हल्के नीले रंग के बॉक्स में होती है।

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जैसे ही आप डाउनलोड पीएनजी वाली बटन पर क्लिक करते हैं, वैसे ही 1 से 2 सेकेंड के अंदर ही आपके मोबाइल में सफलतापूर्वक आपके द्वारा ऑनलाइन फ्री में बनाया गया qr-code डाउनलोड हो जाता है। अब आप उसका प्रिंट आउट निकाल सकते हैं और उसे जहां चाहे वहां चिपका सकते हैं।

QR Code Kaise Banaye? उसकी पूरी जानकारी यहाँ है।

क्यूआर कोड की कमी

जहां एक तरफ क्विक रिस्पांस कोड की कई खूबियां है, तो वहीं दूसरी तरफ इसकी थोड़ी बहुत कमी भी है। अगर इसकी कमी पर चर्चा की जाए तो इसके साथ सिक्योरिटी की समस्या ज्यादा होती है। जैसे की इसे बहुत ही आसानी से चेंज किया जा सकता है। यानी कि इसमें खतरनाक चीजों को भी अटैच किया जा सकता है।

एग्जांपल के तौर पर अगर कोई हैकर किसी मोबाइल में हैकिंग अटैक करना चाहता है तो वह एक ऐसा क्यू आर कोड बना सकता है जिसमें वह किसी हानिकारक यूआरएल को डाल सकता है। और उस qr-code को किसी ऐसी जगह पर फिक्स कर सकता है जहां पर बहुत सारा ट्राफिक आता हो। ऐसा क्यू आर कोड अगर किसी मोबाइल के द्वारा स्कैन किया जाता है तो qr-code में मौजूद वायरस मोबाइल में इंटर कर जाता है, जिसके बाद मोबाइल की पहुंच हैकर तक हो जाती है।

क्यूआर कोड की बनावट

नॉर्मल qr-code का स्ट्रक्चर चौकोर बॉक्स की तरह होता है। इस बॉक्स में सफेद बैकग्राउंड होता है और उसके ऊपर काले रंग का वर्गाकार बॉक्स बना हुआ होता है। इसे पढ़ने के लिए क्यूआर कोड रीड करने वाले डिवाइस या फिर क्यू आर कोड को रिड करने वाले एप्लीकेशन का इस्तेमाल होता है।

आप भी चाहे तो किसी क्यूआर कोड रीडर एप्लीकेशन के माध्यम से किसी भी क्यूआर कोड को स्कैन करके देख सकते हैं और यह जान सकते हैं कि उस क्यूआर कोड में क्या इंफॉर्मेशन है जिस क्यूआर कोड को आपके द्वारा स्कैन किया गया है।

क्विक रिस्पांस कोड के बारे में हम आपको इंटरेस्टिंग फैक्ट यह भी बताना चाहते हैं कि, यह अधिकतर तो काले और सफेद रंग में ही होते हैं, परंतु अगर इसे अन्य कलर में भी बनाना है तो ऐसा भी किया जा सकता है और अपनी आवश्यकता के हिसाब से क्विक रिस्पांस कोड को कस्टमाइज भी कर सकते हैं।

क्यूआर कोड का प्रकार (Types of QR Code in Hindi)

हमें इसके मुख्य तौर पर 2 प्रकार दिखाई दिए, जिनका नाम स्टैटिक क्यूआर कोड और डायनेमिक क्यूआर कोड है।

1: Static QR Code

इस प्रकार का जो qr-code होता है, उसका इस्तेमाल पब्लिक नोटिफिकेशन को प्रजेंट करने के लिए होता है और सामान्य तौर पर इसमें एडिटिंग की संभावना बहुत ही कम होती है। अर्थात इसमें एडिटिंग बहुत ही कम की जाती है। टेलीविजन एडवर्टाइजमेंट अथवा समाचार या फिर समाचार पेपर या फिर पोस्टर में स्टैटिक qr-code का ज्यादा इस्तेमाल होता है।

इस प्रकार के qr-code के माध्यम से आप लिमिटेड इंफॉर्मेशन प्राप्त कर सकते हैं। जैसे कि क्यूआर कोड को कितनी बार स्कैन किया गया है और जिस डिवाइस के द्वारा क्यूआर कोड को स्कैन किया गया है, वह कौन से ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है।

2: Dynamic QR Code

डायनामिक क्यूआर कोड को लाइव क्यूआर कोड भी रहते हैं, जिसमें समय-समय पर एडिटिंग की जाती है। इस कोड का डेवलपर विभिन्न प्रकार की इंफॉर्मेशन को ट्रैक कर सकता है। जैसे कि स्कैन करने वाले व्यक्ति का नाम क्या है, उसकी ईमेल आईडी क्या है, कितनी बार क्यूआर कोड को स्कैन कर लिया गया है इत्यादि।

क्यूआर कोड की विशेषताएं

क्विक रिस्पांस कोड की विशेषताओं के बारे में आगे हम जानेंगे।

  • क्विक रिस्पांस कोड की प्रमुख विशेषता यह है की इसे हम अपने स्मार्टफोन के द्वारा स्कैन कर सकते हैं। हमें इसके लिए बारकोड रीडर की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि ऐसा तभी हो सकता है जब आपके मोबाइल में इनबिल्ट क्यूआर कोड स्कैन करने वाला फीचर दिया गया हो।
  • क्यूआर कोड वर्सेटाइल होता है, जिसकी वजह से हम बायनरी, न्यूमेरिकल, अल्फाबेट डाटा को इनकोड कर सकते हैं।
  • क्यूआर कोड बहुत ही आसानी से और तेजी से स्कैन हो जाता है। यानी कि दूसरे बारकोड की कंपैरिजन में यह ज्यादा रीडेबल होता है।
  • इसमें दूसरे बारकोड के मुकाबले में बड़े पैमाने पर डाटास्टोर होते हैं या फिर किए जाते हैं।

QR Code कितना सुरक्षित है?

सिक्योरिटी के तराजू पर अगर क्विक रिस्पांस कोड को तौला जाए, तो इसे सुरक्षित नहीं माना जाता है, क्योंकि क्यूआर कोड को स्कैन करने वाले व्यक्ति को इस बात की इंफॉर्मेशन नहीं होती है कि उसके द्वारा जो क्यूआर कोड स्कैन किया जा रहा है उसमें कौन सी जानकारी उपलब्ध है और क्या उसमें कोई हानिकारक वायरस है या फिर नहीं है।

क्योंकि कई बार ऐसा भी होता है की हैकर के द्वारा qr-code में हानिकारक वायरस को इनबिल्ट कर दिया जाता है। ऐसे में जो व्यक्ति ऐसे क्यूआर कोड को स्कैन करता है उसके डिवाइस में वायरस चले जाते हैं जो डिवाइस के लिए हानिकारक साबित होते हैं।

हालांकि सामान्य तौर पर यह देखा गया है कि क्यूआर कोड से ज्यादा खतरा नहीं होता है परंतु जैसा कि आप जानते हैं कि टेक्नोलॉजी बढ़ रही है। ऐसे में क्या पता कुछ ऐसे भी शातिर लोग हो जो qr-code के माध्यम से बड़ी घटना को अंजाम देते हो।

जैसे की ऐसा भी देखने में आता है कि कई बार qr-code में लोग दूसरे व्यक्ति की जगह पर अपनी पेमेंट डिटेल सेट कर देते हैं और दूसरे व्यक्ति के खाते में क्यूआर कोड के माध्यम से आने वाले पैसा अपने अकाउंट में प्राप्त कर लेते हैं।

क्यूआर कोड डिकोडिंग की प्रक्रिया

क्यूआर कोड में जो भी इंफॉर्मेशन उपलब्ध होती है, उसे डिकोड करने के लिए qr-code डीकॉडर का इस्तेमाल किया जाता है। इसके माध्यम से डिकोड करने के लिए सबसे पहले डिजिटल इमेज सेंसर की सहायता से क्यूआर कोड को स्कैन कर लेते हैं।

और उसके पश्चात एक प्रोग्रामेबल प्रोसेसर की सहायता ली जाती है और उसके माध्यम से डाटा को एक्सट्रैक्ट करते हैं और डाटा एक्सट्रैक्ट हो जाने के पश्चात उसका एनालिसिस किया जाता है। इसके पश्चात प्रोसेसर के द्वारा नीचे दाएं कोने के पास उपलब्ध छोटे वर्ग या फिर वर्ग की सहायता से बाकी जो 3 बचे हुए वर्ग हैं उन्हें पता लगाने का काम किया जाता है।

इसके बाद होता यह है कि फोटो में जो छोटे-छोटे पिक्सेल मौजूद होते हैं, वह बाइनरी नंबर में कन्वर्ट होते हैं और फिर इसके पश्चात एरर करेक्टिंग एल्गोरिदम की सहायता से उसे वैलिडेट किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए रीड सोलोमन एरर करेक्शन का इस्तेमाल होता है। जब डिकोडिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो क्यूआर कोड के अंदर जो डाटा होता है वह हमारे डिवाइस की स्क्रीन पर आ जाता है।

एंड्रॉयड फोन से QR Code स्कैन कैसे करें?

अपने एंड्राइड मोबाइल के माध्यम से क्यूआर कोड को स्कैन करने के लिए अगर आपके एंड्राइड मोबाइल में क्यू आर कोड स्कैनर की सुविधा है, तो सबसे पहले क्यू आर कोड स्कैनर को चालू करें। ऐसा करने से आपके मोबाइल के पीछे वाला कैमरा चालू हो जाता है। अब आपको जिस क्यूआर कोड को स्कैन करना है उसके सामने अपना कैमरा लेकर के जाए।

जैसे ही कैमरा qr-code के सामने आता है वैसे ही अगर इंटरनेट कनेक्शन अच्छा है तो तुरंत ही क्यू आर कोड को स्कैन कर लिया जाता है। अगर आपके मोबाइल में क्यूआर कोड स्कैन करने की सुविधा नहीं है।

 तो आप इंटरनेट से अथवा गूगल प्ले स्टोर से third-party क्यू आर कोड स्कैनर एप्लीकेशन को इंस्टॉल कर सकते हैं और ऐसी एप्लीकेशन के माध्यम से भी किसी भी क्यूआर कोड को अपने एंड्राइड मोबाइल के द्वारा स्कैन कर सकते हैं।

कुछ प्रसिद्ध क्यूआर कोड स्कैन करने वाला ऐप के नाम नीचे आपको बताए जा रहे हैं जिन्हें आप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।

  • QR & Barcode Scanner By Gamma Play
  • QR & Barcode Reader By TeaCapps
  • QR Code Scanner & Barcode by inshot inc.
  • QR Scanner by Simple Design Ltd.
  • QR Scan By Nexaagge Apps

FAQs

क्या मैं बिना ऐप के क्यूआर कोड स्कैन कर सकता हूं?

आपके मोबाइल में अगर इनबिल्ट क्यू आर कोड स्कैनर की सुविधा है, तो आप बिना एप्लीकेशन के भी क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं।

Google में QR कोड कैसे स्कैन करें?

गूगल में क्यूआर कोड को स्कैन करने के लिए गूगल कैमरा का इस्तेमाल आपको करना होगा।

बार कोड क्या है?

बारकोड डाटा को विजुअल फॉर्मेट में तथा मशीन के पढ़ने लायक फॉर्मेट में प्रस्तुत करने वाला एक मेथड है।

ऑनलाइन क्यूआर कोड कैसे बनाएं?

Qrcode-Monkey.com वेबसाइट से ऑनलाइन क्यूआर कोड बना सकते हैं।

क्यूआर कोड फोटो कैसे देखें?

इंटरनेट पर आपको लाखों क्यूआर कोड फोटो मिल जाती है।

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Hope की आपको QR Code क्या होता है?, यह पोस्ट पसंद आया होगा तथा आपके लिए हेल्पफुल भी रहा होगा।

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मेरा नाम अरुण कुमार है और मैं हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर का रहने वाला हूँ। मैंने हाल ही में अपनी हिंदी स्नातक डिग्री कंप्लीट की है। मैं मुख्य रूप से एजुकेशन, टेक्नोलॉजी, मोबाइल, कंप्यूटर, इंटरनेट तथा लाइफस्टाइल से संबंधित लेख लिखता हूं।

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