आप वर्तमान में जिस कंपनी के सिम कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं, अगर आप उस कंपनी की सर्विस से खुश नहीं है और आप बिना अपना नंबर चेंज किए हुए किसी अन्य कंपनी की सर्विस को प्राप्त करना चाहते हैं, तो ऐसी सिचुएशन में आपको अपनी सिम पोर्ट करवा लेनी चाहिए। दोस्तों आजके इस पोस्ट में हम जानिंगे की आसानी से SIM Port Kaise Kare? कोई भी सिम पोर्ट कैसे करें? [New Method]
सिम पोर्ट करवा लेने का मतलब यह है कि आप वर्तमान में जिस कंपनी का नंबर इस्तेमाल कर रहे हैं, सिम पोर्ट हो जाने के बाद नंबर तो वही रहेगा परंतु कंपनी चेंज हो जाएगी।
- VI Ka Number Kaise Nikale?
- Jio Ka Number Kaise Nikale?
- Airtel Ka Number Kaise Nikale?
- BSNL Ka Number Kaise Nikale?
“सिम पोर्ट कैसे करवाया जाता है” इसके बारे में जानने के लिए आपको “सिम पोर्ट कैसे करें” का आर्टिकल पढ़ना चाहिए, क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको सिम पोर्ट करने का तरीका ऑनलाइन और ऑफलाइन भी बता रहे हैं ताकि आप दूसरी कंपनी में सिम को पोर्ट कर सके।
Contents
SIM Port Kaise Kare?
अपना SIM CARD PORT करना काफी सरल प्रक्रिया है। इसके लिए बस आपको अपने स्मार्टफोन या फिर अपने फोन का मैसेज बॉक्स खोलना है और PORT लिख करके आपको 1900 नंबर पर सेंड कर देना है।
जब ऐसा आप करेंगे तो तुरंत ही आपको कुछ ही सेकंड में एक यूपीसी कोड S.M.S. के तौर पर प्राप्त होगा, जो कि 8 अंकों का होगा। अब आपको अपने आवश्यक डॉक्यूमेंट को लेकर के उस दुकान पर जाना है, जहां पर सिम पोर्ट किया जाता है। दुकान पर पहुंचने के बाद कुछ आवश्यक कार्यवाही की जाएगी और आपका सिम कार्ड पोर्ट हो जाएगा।
SIM Port Kaise Karaye?
ऊपर आपने सिम कार्ड को पोर्ट करवाने की प्रक्रिया जानी। हालांकि हमें लगता है कि कुछ लोगों को ऊपर बताई गई प्रक्रिया समझ में नहीं आएगी। इसलिए नीचे हमने स्टेप वाइज इस बात को बताया हुआ है कि सिम कार्ड को पोर्ट करवाने का तरीका क्या है अथवा कैसे आप सिम कार्ड पोर्ट करवा सकते हैं।
1: सिम कार्ड पोर्ट करवाने के लिए आपको अपने स्मार्टफोन का या फिर अपने सादे फोन का MESSAGE APP ओपन करना है।
2: एप्लीकेशन ओपन हो जाने के पश्चात आपको PORT लिखना है और 1900 नंबर पर SEND कर देना है। याद रखिए कि आप जिस सिम कार्ड को पोर्ट कराना चाहते हैं उसी नंबर से आपको मैसेज को सेंड करना है।
3: एसएमएस सेंड करने के पश्चात एक UPC CODE कोड आपको अपने फोन के मैसेज बॉक्स में प्राप्त होगा, जो कि टोटल 8 DIGIT का होगा।
4: आपको इस यूपीसी कोड के साथ अपने आवश्यक डॉक्यूमेंट लेने हैं और घर के आसपास स्थित ऐसी किसी भी मोबाइल फोन की दुकान पर जाना है जहां पर सिम कार्ड को पोर्ट किया जाता है।
5: दुकान पर पहुंचने के बाद आपको CUSTOMER APPLICATION FORM भरना है अथवा दुकान वाला ही आपकी ऑनलाइन फोटो को खींच कर के एप्लीकेशन फॉर्म भर देगा।
6: इसके बाद दुकान वाला सिम पोर्ट करने की आवश्यक कार्रवाई करेगा, जिसके अंतर्गत वह सिम कार्ड में एक निश्चित प्लान का RECHARGE भी करेगा।
7: इसके बाद आपको सिम कार्ड पोर्ट करवाने की फीस देनी है और इतनी कार्रवाई पूरी करने के बाद आपका सिम कार्ड पोर्ट हो जाएगा।
8: अब दुकान वाले की तरफ से आपको एक नया सिम कार्ड दिया जाएगा जो कि 24 घंटे में एक्टिवेट हो जाएगा। हालांकि कभी-कभी इसे एक्टिवेट होने में 2 दिन से लेकर के 4 दिन का समय भी लग जाता है।
जब आपका नया सिम कार्ड एक्टिवेट हो जाए तब आपको अपने पुराने वाले सिम कार्ड को निकाल करके फेंक देना है और नए वाले सिम कार्ड को लगा लेना है। इस प्रकार पहले वाले सिम कार्ड में जो नंबर था वही नंबर आपको नए वाले सिम कार्ड में प्राप्त होगा।
Online SIM Port Kaise Kare?
ऑनलाइन सिम कार्ड को पोर्ट करवाने के लिए आपको ऊपर बताई गई प्रक्रिया के हिसाब से दिए हुए नंबर पर एसएमएस सेंड करना है। उसके बाद आपको जो यूपीसी कोड प्राप्त होगा, उसे नोट करके आपको उस कंपनी की वेबसाइट पर विजिट करना है जिस कंपनी में आप सिम कार्ड को पोर्ट करवाना चाहते हैं।
वेबसाइट पर पहुंचने के बाद आपको अकाउंट बनाने के बाद जरूरी कार्रवाई करनी है और सिम होम डिलीवरी की रिक्वेस्ट करनी है।
ऐसा करने पर आपको उसी दिन या फिर अगले दिन सिम कार्ड आपके घर पर प्राप्त हो जाएगा। जब सिम कार्ड आपके घर पर आएगा, तब आपको यूपीसी कोड और अपनी आवश्यक आईडी प्रूफ देनी है साथ ही निश्चित पेमेंट भी कमी है।
आपकी इंफॉर्मेशन के लिए बता दे कि वर्तमान के समय में आप सभी सिम कार्ड को ऑनलाइन पोर्ट करवाने की रिक्वेस्ट नहीं कर सकते हैं, क्योंकि कुछ कंपनी ऐसी है, जो ऑनलाइन सिम कार्ड पोर्ट करवाने की सुविधा देती है। इसलिए आप संबंधित कंपनी की वेबसाइट पर विजिट करके इस बात की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अगर वह ऑनलाइन पोर्ट करवाने की सर्विस दे रही है तो ठीक है वरना आप ऑफलाइन सिम कार्ड पोर्ट करवाने के लिए अपने घर के आस-पास स्थित किसी मोबाइल की दुकान में या फिर मोबाइल स्टोर पर विजिट कर सकते हैं।
सिम पोर्ट करने के नियम (2022)
कस्टमर के लिए सिम कार्ड पोर्ट करवाना आसान बन सके, इसके लिए ट्राई समय-समय पर अपने नियम को चेंज करती रहती है। इसलिए सिम पोर्टिंग नियम के बारे में कस्टमर को जानकारी होनी चाहिए। इसलिए नीचे हमने आपके समक्ष सिम पोर्ट करने के 2022 के नियम को प्रस्तुत किया हुआ है।
1: जो भी कस्टमर अपने सिम कार्ड को किसी अन्य कंपनी में पोर्ट करना चाहता है, उसका सिम कार्ड कम से कम 90 दिनों से अधिक पुराना होना चाहिए।
2: सिम कार्ड को पोर्ट कराने से पहले आपकी जो भी पेंडिंग बिल पेमेंट है, आपको उसे भरना चाहिए। अगर आप बिल को नहीं भरते हैं तो आपका सिम कार्ड पोर्ट नहीं हो सकेगा।
3: अगर आपको अपने ही सर्कल में सिम कार्ड को पोर्ट करवाना है तो ऐसा सिर्फ 48 घंटे में हो जाएगा।
4: अगर आप अपने सिम कार्ड को किसी दूसरे राज्य में पोर्ट करवाना चाहते हैं, तो इसके लिए कम से कम 4 दिन का समय लग सकता है। यह समय अवधि पहले 15 दिनों की थी।
5: अगर आप आसाम, नॉर्थ ईस्ट, जम्मू कश्मीर जैसे इलाके में रहते हैं तो वहां पर अभी भी सिम कार्ड को पोर्ट करवाने में 15 दिनों से लेकर के 30 दिनों का समय लगता है।
6: आपको जो यूपीसी कोड अपने फोन पर प्राप्त होता है, उसकी वैलिडिटी सिर्फ चार दिनों की वर्तमान के समय में होती है। हालांकि पहले यह 15 दिनों के लिए वैलिड माना जाता था।
7: अगर कोई व्यक्ति आसाम, नॉर्थईस्ट, जम्मू कश्मीर के इलाके में रहता है तो वहां पर यू पी सी कोड 30 दिनो के लिए वैलिड माना जाता है।
कितनी फीस लगती है सिम पोर्ट करने में?
जब आप सिम कार्ड पोर्ट करवाने के लिए रिक्वेस्ट करते हैं, तो आपको जो यूपीसी कोड प्राप्त होता है उसे आप को नोट कर के रख लेना पड़ता है। बता दे कि सिम कार्ड को पोर्ट करने के लिए आप जब मैसेज भेजेंगे तब आपके फोन में अगर एसएमएस पैक होगा तो ही S.M.S. जाएगा अथवा आपके मेन बैलेंस में से ₹6 काट लिए जाएंगे।
इसके साथ ही हम आपको यह भी बता दें कि आप जिस नए सिम कार्ड को प्राप्त करेंगे, उसका एक रिचार्ज प्लान भी आपको खरीदना पड़ेगा जिसका रेट अलग-अलग होता है। कुछ दुकान वाले सिम कार्ड को देने के बदले में कोई भी पैसे नहीं लेते हैं। वहीं कुछ दुकान वाले सिम कार्ड को देने के बदले में ₹50 की फीस चार्ज करते हैं।
इस प्रकार एक अंदाज के अनुसार देखा जाए तो सिम कार्ड को पोर्ट करवाने के लिए आपको ₹250 के आसपास तक पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। इसमें अगर रिचार्ज प्लान ना करवाने की आवश्यकता होती तो आप आसानी से सिर्फ ₹50 में ही सिम कार्ड पोर्ट करवा सकते।
क्या अलग-अलग कंपनी के सिम को पोर्ट करने का तरीका अलग है?
अगर आपके पास वोडाफोन-आइडिया का सिम कार्ड है या फिर जिओ अथवा बीएसएनल या फिर एयरटेल का सिम कार्ड है तो आप आर्टिकल में दिए हुए तरीके को फॉलो करके सिम कार्ड को पोर्ट करवा सकते हैं, क्योंकि इन सभी सिम कार्ड को पोर्ट करवाने का तरीका एक ही है।
इसके लिए बस आपको 1900 नंबर पर एसएमएस सेंड करना है और जो यूपीसी कोड आपको प्राप्त होगा, उसे ले करके आपको अपनी आईडी प्रूफ के साथ नजदीकी मोबाइल स्टोर में जाना है और वहां पर जाकर के आवश्यक सिम कार्ड PORTING की कार्यवाही को पूरा करना है।
सिम पोर्ट के लिए UPC कोड कैसे प्राप्त करे और कैसे पहचाने?
PORT लिखने के बाद अपने फोन नंबर को डालने के बाद जब आप 1900 नंबर पर इस एसएमएस को सेंड करते हैं, तब आपको जो यूपीसी कोड प्राप्त होता है, वो टोटल 8 अंकों का होता है और सिम कार्ड को पोर्ट करवाने के लिए इसी यूपीसी कोड की आवश्यकता सबसे अधिक होती है। आपको यह यू पी सी कोड उसी सिम कार्ड से भेजना है, जिस सिम कार्ड को आप पोर्ट करना चाहते हैं।
इसके बाद आपको उसी सिम कार्ड के नंबर पर यूपीसी कोड प्राप्त होता है। आपकी जानकारी के लिए हम यहां पर बता दे कि जब आपका सिम कार्ड पोर्ट हो जाएगा, तब आप के मौजूदा सिम कार्ड में जो भी बैलेंस है या फिर जो भी प्लान है, वह आपको नए प्राप्त हुए सिम कार्ड में ट्रांसफर हो करके नहीं मिलेगा। आपके मौजूदा सिम कार्ड में जो भी बैलेंस या फिर प्लान रहेगा वह सिम कार्ड पोर्ट होते ही एक्सपायर हो जाएगा।
सिम पोर्टिंग या MNP क्या है और भारत में कब शुरू हुई?
एमएनपी का पुरा नाम मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी होता है जिसका मतलब यह होता है कि आप वर्तमान में जिस कंपनी के सिम कार्ड के नंबर को इस्तेमाल कर रहे हैं, आप उस नंबर को आगे भी इस्तेमाल करेंगे परंतु आपकी टेलीकॉम सर्विस देने वाली कंपनी चेंज हो जाएगी और यह तभी होगा जब आप अपने सिम कार्ड को एक कंपनी से किसी दूसरी कंपनी में पोर्ट करवाएंगे।
साल 2011 में 5 फरवरी के दिन भारत के टेलीकॉम रेगुलेटरी संस्था ट्राई ने ग्राहकों को अधिक पावर देने के उद्देश्य के साथ मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी करवाने की सुविधा को चालू किया था ताकि सिम कार्ड को इस्तेमाल करने वाले लोगों को यह सुविधा प्राप्त हो सके कि वह किसी कंपनी की सर्विस से खुश ना होने के कारण अपने सिम कार्ड को किसी अन्य कंपनी में बिना अपना फोन नंबर बदले हुए पोर्ट करवा सकें।
इस आर्टिकल के जरिए हमने आपको यह बताया कि “मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी क्या है” और “सिम कार्ड पोर्ट कैसे किया जाता है” साथ ही आर्टिकल में आपको इस बात की भी इंफॉर्मेशन प्राप्त हुई की “सिम कार्ड पोर्ट करने की प्रक्रिया क्या है” और “ऑनलाइन सिम कार्ड पोर्ट कैसे किया जाता है” & SIM Port Kaise Kare? कोई भी सिम पोर्ट कैसे करें?
उम्मीद है अब आपको पता चल गया होगा की अपना SIM Port Kaise Kare? कोई भी सिम पोर्ट कैसे करें? [New Method]
अगर आपके पास इस पोस्ट से रिलेटेड कोई सवाल है तो नीचे कमेंट करे. और अगर पोस्ट पसंद आया हो तो सोशल मीडिया पर शेयर भी कर दे.